व्यास पूजा - अमन

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हरे कृष्ण।

प्रिय गुरु महाराज,


आपके चरण कमलों में मेरा दंडवत प्रणाम,

सर्वप्रथम आपको 75 वीं व्यास पूजा की हार्दिक बधाई और भकामनाएं।

आप पर चैतन्य महाप्रभु, श्रील प्रभुपाद, श्री नरसिंह देव महाराज और पंचतत्त्व की कृपा
सदा बनी रहे।

गुरु महाराज, आपने कीर्तन और कृष्ण कथा का प्रसार पूरे विव श्वमें किया है। आपके
कीर्तन को सुनने वाले हर व्यक्ति का मन मोह जाता है।

न प्राप्त करना मेरे लिए


कृष्ण बंधु के साथ जुड़ना और आपकी दया और मार्गदर्नर्श
न से मेरा कृष्णा भक्ति का स्तर बढ़ रहा
अत्यंत सौभाग्य की बात है। आपके मार्गदर्नर्श
है।

आप इतने दयालु हैं कि आप हम पतितो पर दया करके, हमारे साथ हर दिन ब्रह्ममुहूर्त
र्
वा
में जप करके हमें आ र्वाददशी न करते
देते हैं, और भक्ति के मार्ग में मार्गदर्नर्श
हैं।

न में हूं और आपकी


मेरे लिए यह अत्यंत सौभाग्य की बात है कि मैं आपके मार्गदर्नर्श
र्
वा
आ र्वाददशी
और कृपा का भागी हूं।

मैं श्री नरसिंह देव महाराज से आपकी अच्छे स्वास्थ्य की प्रार्थना करता हूं।

आपकी कृ पा का अभिलाषी,
अमन राठौर,
भोपाल।

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