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मुग़ल काल (Mughal Period)

मुग़ल वं श का सं स्थापक बाबर था। बाबर ने मुग़ल वं श की स्थापना के साथ ही पद पद्पादशाही की


स्थापना की थी।

बाबर का जीवन परिचय


● वास्तविक नाम - जहीरुद्दीन मुहम्मद
● शासनकाल वर्ष - 1526 से ले कर 1530
● बाबर ने भारत पर 4 वर्ष तक शासन किया था।
● पिता का नाम - उमरशे ख मिर्जा
● बाबर के पिता उमरशे ख मिर्जा फरगना राज्य के शाशक थे ।
● माता का नाम - कुतलुग निगार खानम
● बाबर के पिता तै मरू वं शज एवं माता मं गोल वं शज थीं।
● तुर्की भाषा में बाबर का अर्थ बाघ होता है ।
● 11 वर्ष की आयु में बाबर का राज्याभिषे क ( 1494 ई में ) हुआ था।

मुग़ल वं श की स्थापना
राणा सां गा की सिफारिश पर 21 अप्रैल 1526 ई को बाबर एवं इब्राहिम लोदी के बीच पानीपत में
पहला युद्ध हुआ जिसमे बाबर विजयी हुआ और फिर बाबर ने मुग़ल वं श की स्थापना की।
बाबर ने भारत पर कुल पां च आक्रमण किया जिनमे से चार मुख्य हैं ।
बाबर के द्वारा लड़े गए प्रमुख युद्ध

पानीपत का प्रथम युद्ध


● वर्ष - 21 अप्रैल 1526 ई
● पक्ष - बाबर एवं इब्राहिम लोदी

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● विजयी - बाबर

खानवा का युद्ध
● वर्ष - 17 मार्च 1527 ई
● पक्ष - बाबर एवं राणा सां गा
● विजयी - बाबर
● विशे ष कार्य - शराब प्रयोग पर प्रतिबन्ध,जिहाद का नारा दिया
● उपाधि - खानवा युद्ध जितने के बाद गाजी का उपाधि धारण किया।

चं देरी का युद्ध
1. वर्ष - 29 जनवरी 1528 ई
2. पक्ष - बाबर एवं मे दनी रॉय
3. विजयी - बाबर

घाघरा का युद्ध
● वर्ष - 6 मई 1529 ई
● पक्ष - बाबर एवं अफगान से ना
● विजयी - बाबर
● नोट - बाबर ने सभी युद्ध को जीता।
ु जाई जाति के विरुद्ध था और इसमें भी जीत हासिल
● बाबर का भारत पर प्रथम आक्रमण युसफ
की।

बाबर की मृत्यु
● मृत्यु तिथि - 26 दिसम्बर 1530

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● बाबर के शव को पहले उसके शव को आगरा के आरामबाग और फिर उसके शव को उसके


प्रिय स्थान काबुल में दफनाया गया।
● पहला मुग़ल शासक जिसे दो बार दफनाया गया।

बाबर का मूल्यां कन
● बाबर ने ही सर्वप्रथम तुगलमा युद्धनीति और तोपखाने का प्रयोग किया।
● तुगलमा युद्ध कला को उज्बे कों से ग्रहण किया था।
● सड़कों को मापने के लिए गज-ए-बाबरी पै माने की शुरुआत की।
● भारत में दो खे ल (1) गं जिफा (तास का खे ल) और (2) इश्कबाजी (कबूतरों का खे ल)
लाया।
● छं द ‘मुबईयान’ का सृजन किया।
● तुर्की भाषा का विद्वान् था।
● बाग-बागीचा लगाने का शौक़ीन था।
● शाहरुख़ नामक चां दी का सिक्का चलाया।

बाबर का आत्मकथा
ु -ए-बाबरी’ को लिखा जिसे दे वनागरी में
● बाबर ने तुर्की भाषा में अपनी आत्मकथा ‘तुजक
बाबरनामा के नाम से जाना जाता है ।
● बाबर की आत्मकथा को अब्दुर्रहीम खानखाना ने फ़ारसी में अनुवाद किया।

बाबर के पुत्र
बाबर के चार पुत्र थे (1) हुमायूँ (2) कामरान (3) अस्करी (4) हिन्दल
बाबर की मृत्य के बाद उसका उत्तराधिकारी बड़ा पुत्र हुमायूँ हुआ।

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हुमायूँ का जीवन परिचय


● जन्मतिथि - 6 मार्च 1508 ई
● पिता का नाम - बाबर
● माता का नाम - माहम बे गम
● पत्नी का नाम - हमीदा बानो बे गम
● पुत्र का नाम - अकबर

हुमायूँ का राज्याभिषे क
● शासनकाल वर्ष - 1530 से 1540 पुनः 1555 से 1556 ई

हुमायूँ की कठिनाईयां
● हुमायूँ के सबसे बड़े शत्रु अफगान थे , क्यों कि वे बाबर के समय से ही मुगलों को भारत से
बहार खदे ड़ने के लिए प्रयास कर रहे थे और हुमायूँ को कमजोर शासक समझकर अपने प्रयास
को और ते ज कर दिए।

हुमायूँ की मृत्यु
● 1556 ई में दीनपनाह नामक पुस्तकालय की सीढ़ियों से गिरने से हुमायूँ का मृत्यु हो गया।

हुमायूँ की जीवनी
● इसकी जीवनी हुमायूंनामा है जिसकी रचना गुलबदन बे गम ने की।

हुमायूँ का सै न्य अभियान


● कालिंजर के शासक रुद्रदे व पर 1531 ई में पहला आक्रमण किया।

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● चौसा का युद्ध 1539 ई में शे र खान एवं हुमायूँ के बीच में हुआ था , जिसमे शे र खां विजयी
हुआ।
● बिलग्राम या कन्नौज का युद्ध 1540 ई में शे र खान एवं हुमायूँ के बीच हुआ था इसमें भी शे र
खान विजयी हुआ।

हुमायूँ का मूल्यां कन
● हुमायूँ ज्योतिष में विस्वाश रखता था इसलिए सप्ताह के सातों दिन सात रं ग के कपडे पहनता
था।

अकबर
● जन्मतिथि - 1542 ई में
● पिता का नाम - हुमायूँ
● माता का नाम - हमीदा बानो बे गम
● बचपन का नाम - जलाल
● अकबर का शिक्षक - अब्दुल लतीफ़ ईरानी
● अकबर का सं रक्षक - बै रम खान
● अकबर का से नापति - मानसिंह

अकबर का सै न्य अभियान


पानीपत की दूसरी लड़ाई
● वर्ष - 5 नवम्बर 1556 ई
● पक्ष - हे मू एवं अकबर
● विजयी - अकबर

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हल्दीघाटी का लड़ाई
● वर्ष - 18 जून 1576 ई
● पक्ष - महाराणा प्रताप एवं अकबर
● विजयी - अकबर

अकबर की धार्मिक निति


● धर्म का आधार - सुलह-ए -कुल
● तीर्थ यात्रा कर की समाप्ति - 1563 ई में
● जजिया कर पर रोक - 1564 ई में
● 1575 ई में इबादत खाने की स्थापना

दीन-ए-इलाही धर्म
● स्थापना वर्ष - 1582 ई
● इस धर्म को स्वीकार करने वाला प्रथम एवं अं तिम हिन्दू बीरबल था।
● बीरबल के बचपन का नाम महे शदास था।

अकबर के नवरत्न
अकबर के दरबार नौ विशे ष दरबारी थे जिनकी अलग-अलग जिम्मे दारी थी उन्हें ही नवरत्न कहा जाता
था।

रत्न जिम्मे दारी /भूमिका

1 बीरबल कहानीकार एवं कवि

2 अबुल फजल आईने अकबरी,अकबरनामा का रचनाकार

3 टोडरमल भूमि सुधार कार्य

4 तानसे न सं गीतकार

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5 मानसिंह मुग़ल साम्राज्य विस्तार में महत्वपूर्ण भूमिका

6 अब्दुर्रहीम खानखाना बाबरनामा का फ़ारसी भाषा में अनुवाद

7 फैजी राजकवि

8 मुल्ला दो प्याजा अकबर का सलाहकार

9 हकीम हुकम रसोईघर का प्रधान

अकबर का मूल्यां कन
1. इसने अपने शासनकाल में जब्ती प्रणाली की शुरुआत की।
2. इसके शासन प्रणाली की प्रमुख विशे षता मनसबदारी प्रथा थी।
3. इसके शासनकाल को हिंदी साहित्य का स्वर्णकाल कहा जाता था।
4. इसने अनुवाद विभाग की स्थापना की।
5. इसने गुजरात विलय के उपलक्ष्य में बुलंद दरवाजा का निर्माण करवाया।
6. इसके शासनकाल चार बाग़ बनाने की परं परा की शुरुआत हुई।
7. अकबर नगाडा ( नक्कारा ) नामक वाद्ययं त्र बजता था।
8. निर्माण - फते हपुर सीकरी ( उत्तर प्रदे श )

जहां गीर का जीवन परिचय


● जन्मतिथि - 30 अगस्त 1569 ई
● बचपन का नाम - सलीम
● पिता का नाम - अकबर
ु -ए-जहां गीरी
● जीवनी - तुजक

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जहां गीर का मूल्यां कन


1. जहां गीर के शासनकाल को चित्रकला का स्वर्णकाल कहा जाता था।
2. जहां गीर का मकबरा नूरजहां ने बनवाया था।
3. जहां गीर को न्याय की जं जीर के लिए याद किया जाता है । यह न्याय की जं जीर सोने की बनी
थी।
4. नूरजहां के सम्मान में जहां गीर ने चां दी का सिक्का चलाया।

शाहजहां का जीवन परिचय


● जन्मतिथि - 5 जनवरी 1592 ई
● पिता का नाम - जहां गीर
● माता का नाम - जगत गोसाई
● बचपन का नाम - खुर्र म
● पत्नी का नाम - अर्जुमं द बानो बे गम ( मुमताज महल )

शाहजहां की मृत्यु
● 1658 ई को औरं गजे ब ने शाहजहां को बं दी बना लिया और आगरा के किले में कैद करवा
दिया। कैदी जीवन जीते हुए 1666 ई में औरं गजे ब की मृत्यु हो गयी।

शाहजहां का मूल्यां कन
● इसने अपनी पत्नी मुमताज महल की याद में ताजमहल ( आगरा , उत्तर प्रदे श ) का निर्माण
करवाया।
● इसके शासनकाल को स्थापत्य कला का स्वर्णकाल कहा जाता था।
● ताजमहल का निर्माण करने वाला मुख्य स्थापत्य कलाकार उस्ताद ईशा खान था।
● यह अपनी राजधानी को आगरा से दिल्ली ले जाने के के क्रम में शाहजहानाबाद की नीव रखी।

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शाहजहां द्वारा बनवायी गयी प्रमुख इमारतें


● दिल्ली का लालकिला,दीवाने आम,दीवाने खास,दिल्ली का जामा मस्जिद,आगरा का मोती
मस्जिद,ताजमहल एवं शीशमहल

औरं गजे ब का जीवन परिचय


● जन्मतिथि - 24 अक्टू बर 1618 ई
● पिता का नाम - शाहजहां
● माता का नाम - मुमताज महल
● पत्नी का नाम - दिलरास बानो बे गम (राबिया बीबी )
● औरं गजे ब के गुरु - मीर मुहम्मद हकीम
● धर्म - सुन्नी
● उपनाम - जिन्दा पीर

औरं गजे ब का मूल्यां कन


1. इसने 1679 ई में जजिया कर को पुनः शुरू किया।
2. इसने बीबी का मकबरा ( औरं गाबाद ) का निर्माण करवाया।
3. इसने बीजापुर एवं गोलकं ु डा को मुग़ल साम्राज्य में मिला लिया।
4. औरं गजे ब वीणा नामक वाद्ययं त्र बजाता था।

औरं गजे ब के द्वारा तोड़े गए हिन्दू मदिर


● सोमनाथ मं दिर , बनारस का विश्वनाथ मं दिर , केशव राय मं दिर

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बहादुर शाह द्वितीय


अं तिम मुगलसम्राट बहादुर शाह द्वितीय था जिसे मध्यकालीन इतिहास में जफ़र के नाम से जाना जाता
है ।

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