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अनुलग्नक-१

कक्षा –तीन
प्रकरण- मैं नीम हूँ

श्रुतलेख शब्द
१. दातुन
२. अत्यंत
३. गेहूँ
४. अशुद्ध
५. ननंबोली
६. मलेरिया
७. बीमारियाूँ
८. गुठली
९. चमम िोग
१०. ज्वि

शब्द-अर्थ
१. ननकट – पास
२. जीनित – नजंदा
३. चमम िोग – चमड़ी के िोग
४. उपकाि – भलाई
५. भयभीत – डिा हुआ
६. ज्वि – बुखाि
७. अिश्य – ज़रूि
८. शुद्ध – स्वच्छ
९. प्रदान किना – दे ना
१०. प्रयोग – इस्तेमाल
११. प्रनतनदन – िोज़ाना

वाक्य प्रयोग
१. जीनित – जीववत िहने के नलए शुद्ध िायु आिश्यक है |
२. प्रयोग- दातुन के नलए नीम की टहनी का प्रयोग नकया जाता है |
३. ज्वि – नीम की जड़ को उबालकि पीने से ज्वर ठीक हो जाता है |
४. ननकट – बच्ों को हमेशा माता-नपता के वनकट ही िहना चानहए |
५. प्रनतनदन – हमें दातुन का प्रयोग प्रवतविन किना चानहए |
ववस्तृत प्रश्न उत्तर
प्र०१ ‘ननंब’ का क्या अर्म है ?
(उ०) ‘ननंब’ का अर्म है – िोगों को दू ि भागने िाला |

प्र०२ नीम िायु को कैसे शुद्ध िखता है ?


(उ०) नीम अशुद्ध िायु को लेकि शुद्ध िायु दे ता है |

प्र०३ नीम की पनियाूँ नकस काम आती हैं ?

(उ०) अनाज के ढे ि तर्ा गमम कपड़ों में िखने से उनमें कीड़े नहीं लगते हैं औि इसकी
पनियों को जलाकि धूआूँ किने मच्छि भाग जाते हैं |

प्र०४ नीम के फल को क्या कहते हैं ?


(उ०) नीम के फल को ‘ननंबोली’ कहते हैं |

प्र०५ नीम के फल को खाने से क्या होता है ?


(उ०) नीम के फल को खाने से पेट की सभी बीमारियाूँ दू ि हो जाती है |

अवतररक्त कायथ

पुस्तक अभ्यास कायम प्रश्न 2, 3 औि 4 |

ज्ञानवर्थक गवतवववर् ( Integreated with GK )

प्र०- नीम के पेड़ की दातुन किने से क्या लाभ होते हैं ?


उ०- नीम के पेड़ की दातुन किने से दाूँ तों में कीड़े नही लगते औि दाूँत स्वस्थ औि मजबूत
हो जाते हैं |

सोचो और वलखो (HOTS)

प्र०- कौन-कौन से पेड़-पौधे िोगों को दू ि किने में सहायक होते हैं ?


उ०- नीम, तुलसी, पुदीना आनद पेड़-पौधे कई प्रकाि के िोगों को दू ि किने में सहायक होते
हैं |

छात्र प्रवतवबिंब

प्र०- इस पाठ से आपको क्या सीख नमलती है ?


उ०- इस पाठ से हमें यह सीख नमलती है नक पेड़ हमािे नलए बहुत उपयोगी होते हैं इसनलए
हमें पेड़ों की कटाई पि िोक लगाकि, पेड़ उगाने पि ध्यान दे ना चानहए |

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