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Hindi Notes
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ं बं धत मह पू ण बात
5 अपना -अपना भाग्य a)आज के युग में व्याप्त स्वार्थपरता ,मनुष्यों की हृदय शून्यता ,
संवेदना शून्यता तथा गरीबी का यथार्थ चित्रांकन किया है |
b) यह कहानी समाज में व्याप्त आर्थिक असमानता , बालश्रम की
समस्या ,मानवीय मूल्यों में कमी को दर्शाती है |
c) इस कहानी में लेखक ने बुद्धिजीवियों की उपेक्षापूर्ण उदासीनता क
मनोवृत्ति को बदलने का प्रयास किया है |
d) कहानी का उद्देश्य
e) शीर्षक की सार्थकता
f) मुख्य पात्रों का चरित्र चित्रण
● पहाड़ी बालक – गरीब, दयनीय अवस्था, गरीब माता –
पिता, त्याग एवं सहनशीलता की प्रतिमूर्ति |
● लेखक का मित्र – दयालुता का प्रदर्शन, दया भावना का
अभाव , बालक के प्रति सहानुभूति , स्वार्थी |
g) नैनीताल की संध्या की विशेषताएँ – सुहावना वातावरण , भीड़ से
युक्त सड़क , डोगियों और किश्तियों से सजे हुए तालाब |
h) सनक- पागलपन
h) असमंजस – दुविधा, अड़चन
i) रेशे – महीन सूत
j) मसहरी – मच्छरदानी
k) लड़के की आँखों का सूनापन – उसकी गरीबी और जीवन के प्रति
निराशा को दर्शाता है |
l)गरीब बालक का गाँव -गाँव पंद्रह कोस दूर , गाँव के घर में -कई
भाई बहन,बाप भूखा रहता था, माँ भूखी रहती थी, रोती रहती थी |
m) वकील साहब चार रुपया रोज़ के किरए वाले कमरे में रहते थे |
n)प्रेत गति से आगे बढ़ना - अस्त व्यस्त तरीके से तेज़ी से चलना
o)सफेद और ठंडे कफ़न- बालक की मौत ठंड से हुई थी और रात में
बर्फ भी गिरी थी जिससे उसका शरीर बर्फ से ढँक गया था |
p) अगर आप लेखक या उनके मित्र की जगह होते तो आप क्या
करते ?
6 बड़े घर की बेटी a) कहानी के माध्यम से समाज में संयुक्त परिवार की भूमिका और
महत्त्व को प्रस्तुत करने का प्रयास किया है|
b ) कहानी का उद्देश्य
c) शीर्षक की सार्थकता
d) मुख्य पात्रों का चरित्र चित्रण
● आनंदी – उच्चकुल में उत्पन्न, रूपवती एवं गुणवती,
समझदार पुत्री, स्वाभिमानी प्रवृत्ति, दयालु हृदयी |
● श्रीकंठ सिंह – पाश्चात्य प्रथाओं के विरोधी , धैर्यवान एवं
शांत स्वभाव , न्यायप्रिय व्यक्ति , समझदार एवं पत्नी के
स्वाभिमान के रक्षक
● लालबिहारी सिंह – अनपढ़ युवक, सुंदर शरीर का स्वामी ,
स्वभाव में उग्रता , चतुर स्वभाव , भ्रातृभक्त, आत्मग्लानि ,
भूल स्वीकारना
● बेनी माधव सिंह – कर्त्तव्यनिष्ठा, समझदार व्यक्ति,
सम्मानित व्यक्ति, महिलाओं के प्रति उनका संकुचित
दृष्टिकोण
e) किफायत – बचत
f) त्योरी चढ़ना – क्रोध करना
g) खून का घूँट पीकर रह जाना – अपमान सहन करना
h) टीम – टाम – बनाव श्रृंगार
i )श्रीकंठ गाँव की ललनाओं(स्त्रियाँ) की निंदा के पात्र क्यों थे ?
वे संयुक्त परिवार के पक्षधर थे, परिवार में मिलजुल कर न रहने को
देश व जाति के लिए हानिकारक मानते थे | उनका मानना था कि
स्त्रियों को परिवार में मिलजुल कर रहना चाहिए, लेकिन गाँव की
स्त्रियाँ उनके इस विचार से सहमत नहीं थीं और इसलिए वे उन्हें अपन
निंदक मानती थीं |
7 संदेह a) किस प्रकार मानव मन संदेह और भ्रम के जाल में फँस जाता है
और वह उन्हीं में उलझा रहता है |
b ) कहानी का उद्देश्य
c) शीर्षक की सार्थकता
d) मुख्य पात्रों का चरित्र चित्रण
* रामनिहाल – गृहहीन, महत्त्वाकांक्षी, उन्नतिशील विचार, स्त्रीप्रेमी,
अप्रत्याशित प्रेम की तलाश, मानसिक अस्थिरता
* श्यामा – विधवा स्त्री, समझदार एवं चरित्रवती, मानवीय एवं
अहृदयता, बुद्धिमती और दूरदर्शी |
* मनोरमा – सुंदर युवती, पति से वैचारिक मतभेद, पति की रक्षा के
लिए प्रयासरत, संदेह के भार से पीड़ित
*मोहनबाबू – संवेदनशील, मानसिक विक्षिप्तता, सच्चे प्रेम की
चाहत, व्यर्थ का संदेह |
e) कहानी में भावात्मक, संदेहात्मक परिस्थितियों का चित्रण किया
गया है |
f) निश्चेष्ट – चेतन शून्य
g) प्रायश्चित – अपराध के ग्लानिवश किया गया कठोर आचरण
h) मृग - मरीचिका- ऐसी तृष्णा जो संभव न हो
प्रतीक :
f) भेड़ें सीधी सादी जनता का प्रतिनिधित्व करती है |
g) भेड़िया धोखेबाज राजनेताओं का प्रतिनिधित्व करता है |
h) बूढ़ा सियार एवं रंगे सियार चापलूसों तथा मौकापरस्त व्यक्तियों के
प्रतीक के रूप में प्रस्तुत है l
रँगे सियार :
पीला सियार - विद्वान, विचारक, कवि, लेखक
नीला सियार - नेता और पत्रकार
हरा सियार - धर्मगुरु