Professional Documents
Culture Documents
Classical & Regional Dance Art PDF
Classical & Regional Dance Art PDF
CLASSICAL &
REGIONAL
DANCE ART
1
Useful Links
अवलोकन / Overview -
• नृत्यकला (शास्त्रीयनृत्य)
• नाट्यकला (शास्त्रीय)
• नाट्यकला (लोकनाट्य)
नृत्यकला (शास्त्रीयनृत्य)
राज्य में शास्त्रीय नृत्य का विकास बाद में हुआ, लेवकन लोक नृत्य की परम्परा बहुत प्राचीन है ।
लोक गीतोों के साथ लोक नृत्योों का विशेष सम्बन्ध है ।
प्रदश का एकमात्र शास्त्रीय नृत्य कथक है , जिसका प्रारम्भ मं जदर क पु िाररयों द्वारा कथा
बां चत समय हाव-भाव क प्रदशशन स माना िाता है ।
पं जित बृिमोहन जमश्र (विन्हें वबरिू महाराि भी कहा िाता है )(िन्म: 4 फ़रिरी 1938) प्रवसद्ध
भारतीय कथक नततक एिों हैं । ये शास्त्रीय कथक नृत्य के लखनऊ कावलका-वबन्दावदन घराने के
अग्रणी नततक हैं । पों वित िी कथक नततकोों के महाराि पररिार के िों शि हैं विसमें अन्य प्रमु ख
विभू वतयोों में इनके दो चाचा ि ताऊ, शोंभु महाराि एिों लच्छू महाराि; तथा इनके स्वयों के वपता
एिों गुरु अच्छन महाराि भी आते हैं ।
2
Useful Links
नृत्यकला (शास्त्रीयनृत्य)
मु स्लिम शासकोों ने इस नृत्य को राि दरबार में आश्रय दे ना शुरू वकया। वाजिदअलीशाह
(अवध) के दरबार में इसका विशेष विकास हुआ।
3
Useful Links
4
Useful Links
प्रदे श के प्रत्ये क अों चल में लोक गीतोों में वभन्नता के साथ ही लोक नृत्य में भी वभन्नता वमलती है ।
प्रमु ख लोक नृत्य इस प्रकार हैं -
5
Useful Links
रासनृ त्य – यह नृत्य ब्रि क्षे त्र में रास लीला के दौरान वकया िाता है । रासक दण्ड नृत्य भी इस
क्षे त्र का एक रोचक नृत्य है ।
6
Useful Links
झल ू ानृ त्य – यह भी ब्रि क्षे त्र का नृत्य है , विसका आयोिन श्रािण मास में वकया िाता है । इस
नृत्य को मों वदरोों में भी वकया िाता है ।
7
Useful Links