CL-X - HINDI PRECTICE - PAPER

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PRACTICE PAPER

Subject : HINDI Time : 03.00 Hours


Class : X Date : 00.00.23
Full Marks : 80
Hours

सामान्य निर्दे श-

1. इस प्रश्नपत्र में र्दो खंड हैं खंड 'अ' और 'ब'।

2. र्दोिों खंडों के कुल 18 प्रश्न हैं। र्दोिों खंडों के प्रश्नों के उत्तर र्दे िा अनिवार्य है।

3. र्थासभव र्दोिों खंडों के प्रश्नों के उत्तर क्रमशः नलखखए।

4. खंड 'अ' में उपप्रश्नों सनहत 45 वस्तुपरक प्रश्न पूछे गए हैं। नर्दए गए निर्दे शों का पालि करते हुए कुल 40 प्रश्नों
के उत्तर र्दीनिए।

5. खंड 'ब' में वर्यिात्मक प्रश्न पूछे गए हैं. आंतररक नवकल्प भी नर्दए गए हैं।

6. निर्दे शों को बहुत सावधािी से पऩिए और उिका पालि कीनिए।

खंड-अ (वस्तुपरक प्रश्न)


1) निम्िलिखित गद्यांश को ध््यिपूर्वक पढ़कर इसके आधयर पर सर्यवधधक उप्ुक्त उत्तर र्यिे वर्कल्प चुिकर लिखिए-
(1x5 = 5)

जब कोई यव
ु ा परु
ु ष अपने घर से बाहर ननकलकर बाहरी संसार में अपनी स्थिनि जमािा है, िब पहली कठिनिा उसे
ममत्र चुनने में पड़िी हैं। यठि उसकी स्थिनि बबल्कु ल एकान्ि और ननराली नहीं रहिी िो उसकी जान-पहचान के
लोग धड़ाधड़ बढिे जािे हैं और िोड़े ही ठिनों में कु छ लोगों से उसका हेलमेल हो जािा है। यही हेलमेल बढ़िे बढ़िे
ममत्रिा के रूप में पररणि हो जािा है। ममत्रों के चुनाव की उपयुक्ििा पर उसके जीवन की सफलिा ननर्भर हो जािी
है; क्योंकक संगि का गप्ु ि प्रर्ाव हमारे आचरण पर बड़ा र्ारी पड़िा है। हम लोग ऐसे समय में समाज के प्रवेश करके
अपना कायभ आरम्र् करिे हैं जब कक हमारा चचत्त कोमल और हर िरह से संथकार ग्रहण करने योग्य रहिा है, हमारे
र्ाव अपररमास्जभि और हमारी प्रवृत्तत्त अपररपक्क रहिी है। अपने मनोवेगों की शस्क्ि और अपनी प्रकृ नि की
कोमलिा का पिा हमीं को नहीं रहिा। हम लोग कच्ची ममट्टी की मूनिभ के समान रहिे हैं स्जसे स्जस रूप का चाहे
उस रूप का करे-चाहे राक्षस बनाये चाहे िेविा। ऐसे लोगों का साि हमारे मलए बुर ा हैं, जो हमसे अचधक दृढ़ संकल्प
के हैं, क्योंकक हमें उनकी हर बाि बबना त्तवरोध के मान लेनी पड़िी है, पर ऐसे लोगों का साि और र्ी बुरा हैं, जो हमारी
ही बाि को ऊपर रखिे हैं, क्योंकक ऐसी िशा में न िो हमारे ऊपर कोई ननयंत्रण रहिा है और न हमारे मलए कोई सहारा
रहिा है। िोनों अवथिाओं में स्जस बाि का र्य रहिा है, उसका पिा युवकों को प्राय बहुि कम रहिा है। यठि त्तववेक
से काम मलया जाए िो र्य नहीं रहिा, पर युवापुरूष प्रायः त्तववेक से कम काम लेिे हैं। कै से आश्चयभ की बाि है कक
लोग घोड़ा लेिे हैं िो उसके सौ गुण-िोष को परखकर लेिे हैं, पर ककसी को ममत्र बनाने में उसके पूवभ आचरण और
थवर्ाव आठि का कु छ र्ी त्तवचार और अनुसंधान नहीं करिे। वे उसमें सब बािें अच्छी ही अच्छी मानकर अपना परू ा
त्तवश्वास जमा िेिे हैं।

(i) गद्यांश के अिुसयर, ्ुर्य पुरुष के जीर्ि की सफितय ककस पर निर्वर हो जयती है?

(क) ममत्रों के चुनाव की उपयुक्ििा पर (ख) प्रकृ नि और पयाभवरण पर


(ग) र्ौनिक साधनों की उपलब्धिा पर (घ) संगनि के गुप्ि प्रर्ाव पर

(ii) कै से िोगों के सयथ रहिे पर हमयरे ऊपर कोई नि्ांत्रण िह ां रहतय?

(क) जो हमारी कोई बाि नहीं मानिे हैं। (ख) जो हमारी ही बाि को ऊपर रखिे हैं
(ग) जो हमारा त्तवरोध करिे हैं (घ) जो िूसरों की ननंिा करिे हैं

(iii) ्ुर्य पुरूषों की क््य कमजोर है?

(क) ये घमंड में रहिे हैं (ख) ककसी की बाि नहीं सुनिे
(ग) त्तववेक से काम नहीं लेिे (घ) काम से जी चुर ािे हैं

(iv) लमत्र बियते सम् क््य करिय चयहहए?

(क) व्यस्क्ि के पूवभ आचरण और थवर्ाव पर त्तवचार चाठहए।


(ख) उसके कु ल की जानकारी करनी चाठहए
(ग) उसकी परीक्षा लेनी चाठहए
(घ) उसकी मशक्षा और व्यवसाय के बारे में जानना चाठहए

(v) निम्िलिखित कथि (A) तथय कयरण (R) को ध््यिपर्


ू वक पहढ़ए। उसके बयद हदए गए वर्कल्पों में से कोई एक
सह वर्कल्प चुिकर लिखिए।

किन (A) ऐसे लोगों का साि अच्छा है जो हमसे अचधक दृढ़ संकल्प है।
किन (R) हमें उनकी बाि बबना त्तवरोध के मान लेनी पड़िी है।
(क) किन (A) ििा कारण (R) िोनों गलि हैं।
(ख) किन (A) गलि है लेककन कारण (R) सही है।
(ग) किन (A) सही है लेककन कारण (R) उसकी गलि व्याख्या करिा है।
(घ) किन (A) ििा कारण (R) िोनों सही हैं ििा कारण (R) किन (A) की सही व्याख्या करिा है।
2) निम्िलिखित गद्यांश को ध््यिपूर्वक पढ़कर इसके आधयर पर सर्यवधधक उप्ुक्त उत्तर र्यिे वर्कल्प चुिकर
लिखिए (1x5=5)

मनुष्यों को बड़ा बनने के मलए त्तवशाल काम करने की जरूरि नहीं होिी, बस्ल्क प्रत्येक काम में त्तवशालिा के चचह्न
खोजने पड़िे हैं। अपने अंिमभन में सिैव स्जज्ञासा को जन्म िेना होिा है। िनु नया में ज्ञान का जो बोलबाला है, उसमें
हमारे कौिूहल की कें द्रीय र्ूममका है। अल्बटभ आइंथटीन ने एक बार अपने साक्षात्कार में कहा िा कक हमारी स्जज्ञासा
ही हमारे अस्थित्व का आधार है। बबना प्रश्न के हमारे जीवन में न गनि जाएगी और न कोई रस होगा जब हम चचंिन
करिे हैं, िब नई बािें सामने आिी हैं। सवाल करने का ही पररणाम है कक नई िकनीक ऑटोमेशन और
आठटभकफमशयल इंटेमलजेंस जैसी चीजें आज िुननया में आ रही हैं। जब हम कहिे हैं क्यों, कै से, क्या, िब हमारे अंिर
की थनायु प्राण ऊजाभ और संकल्प एक नई गनि और उत्साह के साि नवीनिा की यात्रा करने लगिे हैं। हमें इस
िुननया की इिनी आिि पड़ चुक ी है कक लीक से हटकर सोचना नहीं चाहिे। कोई त्तवमर्न्निा नहीं, न ही कोई नवीनिा
है। यह कै सा जीवन है, स्जसमें कोई कौिूहल नहीं, कोई आश्चयभ नहीं है? इस जगि में हमारी स्थिनि एक कीटाणु या
त्तवषाणु की िरह है, जो अपनी सुखमयी व्यवथिा में पड़े रहिे हैं, वे हृिय की आवाज सुनिे हैं जो बड़ा होना चाहिे हैं,
इस िुननया और इसकी प्रत्येक घटना, वथिु एवं स्थिनि पर अपना आश्चयभ प्रकट करिे हैं। प्रत्येक घटना और वथिु
से परे हटकर सोचने और उसको िेखने की कोमशश जो करिे हैं, वही बड़ा बनिे हैं। स्जज्ञासु मन और बुद्चध ही िशभन
और त्तवज्ञान की िुननया बनािे हैं।
(I) प्रत््ेक कयम में वर्शयितय के धचह्ि िोजिे से िेिक कय अलर्प्रय् है-
(क) बड़ी सोच व्यस्क्ि को बड़ा बनने की प्रेर णा िेिी है
(ग) प्रत्येक काम को करने के मलए सिैव ित्पर रहे
(ख) प्रत्येक काम को महत्तव िेकर गहराई से समझें
(घ) प्रत्येक काम का आयोजन बड़े पैमाने पर करें

(II) ‘अस्ततत्र्’ शब्द कय अथव है-


(क) त्तवद्ययमानिा (ख) स्जज्ञासु प्रवृत्तत्त (ग) गनिमान (घ) नवीनिा
(III) निम्िलिखित कथिों पर वर्चयर कीस्जए-
(i) हमारी मानमसक स्थिनि एक कीटाणु या त्तवषाणु की िरह है।
(ii) नवीनिा हमारे शारीररक, मानमसक, चाररबत्रक व राष्रीय त्तवकास के मलए हैं।
(iii) जो थविंत्र मानमसकिा वाले होिे हैं, ये िूसरों की आवाज सुनिे हैं।
(क) के वल (i) (ख) के वल (iii)
(ग) (i) और (ii) (घ) (ii) और (iii)

(IV) ि क से हटकर सोच को वर्कलसत करिे के लिए आर्श््क है-


(क) सुखमय व्यवथिा (ख) हृिय की आवाज सुनना
(ग) अंिमभन में सिैव स्जज्ञासा (घ) िशभन और त्तवज्ञान की िुननया
(V) निम्िलिखित कथि (A) तथय कयरण (R) को ध््यिपूर्वक पहढ़ए। उसके बयद हदए गए वर्कल्पों में से कोई एक
सह वर्कल्प चुिकर लिखिए।
किन (A) स्जज्ञासा ही हमारे अस्थित्व के आधार की पररचालक है।
कारण (R) स्जज्ञासा व्यस्क्ि को शारीररक व मानमसक रूप से कियाशील रखिी है।
(क) किन (A) ििा कारण (R) िोनों गलि हैं।
(ख) किन (A) गलि है लेककन कारण (R) सही है।
(ग) किन (A) सही है लेककन कारण (R) किन (A) की गलि व्याख्या करिा है
(घ) किन (A) ििा कारण (R) िोनों सही है ििा कारण (R) किन (A) की सही व्याख्या करिा है।

3) निदेशयिस
ु यर 'पदबांध' पर आधयररत पयाँच बहुवर्कल्पी् प्रश्िों में से ककनह ां चयर प्रश्िों के उत्तर द स्जए-
(1x4=4)
(I) 'चयजीि िे चय् तै्यर करके हमयरे सयमिे रि द । इस र्यक्् में रेियांककत पदबांध है-
(क) संज्ञा पिबंध (ख) त्तवशेषण पिबंध (ग) किया पिबंध (घ) किया त्तवशेषण पिबंध
(II) 'उड़ती हुई धचडड़्य अचयिक धगर गई।' इस र्यक्् में वर्शेषण पदबांध है-
(क) चचडड़या (ख) अचानक (ग) चगर गई (घ) उड़िी हुई
(III) कि्य पदबांध कय उदयहरण छयाँहटए-
(क) ठिन-राि पररश्रम करने वाले सफल हो जािे हैं।
(ख) उसने अंगीिी सुलगाकर चायिानी उस पर रख िी।
(ग) सिा सच बोलने वाला वह आज ककस कारण झूि बोलने पर मजबूर हो गया है।
(घ) वे थवर्ाव से बड़े अध्ययनशील िे।
(IV) "फै िते हुए प्रदूषण िे पांनछ्ों को बस्तत्ों से र्गयिय शुरू कर हद्य रेियांककत पदबांध कय र्ेद है-
(क) संज्ञा पिबंध (ख) सवभनाम पिबंध (ग) किया पिबंध (घ) त्तवशेषण पिबंध

(V) कबूतर परेशयिी में इधर-उधर फड़फड़य रहे थे। रेियांककत पदबांध कय प्रकयर है-
(क) सवभनाम पिबंध (ख) किया पिबंध
(ग) किया त्तवशेषण पिबंध (घ) त्तवशेषण पिबंध

4) निदेशयिुसयर 'रचिय' के आधयर पर र्यक्् र्ेद' पर आधयररत पयाँच बहुवर्कल्पी् प्रश्िों में से ककनह ां चयर प्रश्िों के
उत्तर द स्जए- (1 x 4 = 4)
(I) जापान में चाय पीने की एक त्तवचध है, स्जसे चा-नो-यू कहिे हैं।' वाक्य का सरल वाक्य में रूपांिरण होगा-
(क) जापान में चाय पीने की त्तवचध को चा-नो-यू कहिे हैं
(ख) जापान में चाय पीने की त्तवचध है और उसे चा-नो-यू कहिे हैं।
(ग) जापान में जो चाय पीने की त्तवचध है, उसे चा-नो-यू कहिे हैं
(घ) उपयभक्
ु ि में से कोई नहीं
(II) बयत करिे में सब एक-से-एक बढ़कर हैं, िेककि सह बयत कोई िह ां बतयतय।" र्यक्् कय र्ेद है-
(क) ममश्र वाक्य (ख) सरल वाक्य (ग) सयुंक्ि वाक्य (घ) प्रधान वाक्य
(III) पढ़िे की इच्छय होिे पर ह तुम ्हयाँ से जयओ। 'र्यक्् कय लमश्र र्यक्् में रूपयांतरण होगय-
(क) पढ़ने की इच्छा हो िो यहााँ से जाओ (ख) जब पढ़ने की इच्छा हो िर्ी िम
ु यहााँ से जाओ
(ग) पढ़ने की इच्छा होगी िो यहााँ से जाना (घ) उपयुभक्ि में से कोई नहीं
(IV) निम्िलिखित र्यक््ों में से सां्ुक्त र्यक्् है-
(क) जैसे ही उसने मुझे िेखा, वह खखसक गया (ख) जब उसने मुझे िेखा िो वह खखसक गया
(ग) उसने मुझे िेखा और वह खखसक गया (घ) मुझे िेखिे ही वह खखसक गया
(V) कॉिम को कॉिम 2 के सयथ सम
ु ेलित कीस्जए और सह वर्कल्प चि
ु कर लिखिए-
कॉिम 1 कॉिम 2
1 ििााँरा ने प्रश्न ककया और वामीरो ने बेरुखी से जवाब ठिया। i सरल वाक्य
2 जब ििााँर ा ने प्रश्न ककया िब वामीरो ने बेरुखी से जवाब ठिया। ii संयक्
ु ि वाक्य
3 ििााँरा के प्रश्नों का जवाब वामीरो ने बेरुखी के साि ठिया। iii ममश्र वाक्य

त्तवकल्प
(क) 1-iii, 2-i, 3-i (ख) 1-ii 2-iii, 3-i
(ग) 1-ii, 2-i, 3-iii (घ) 1-iii, 2-ii, 3-i

5) निदेशयिुसयर 'समयस' पर आधयररत पयाँच बहुवर्कल्पी् प्रश्िों में से ककनह ां चयर प्रश्िों के उत्तर द स्जए- (1X4=4)
(I) 'जगनियथ' में समयस है-
(क) बहुव्रीठह समास (ख) कमभधारय समास (ग) ित्पुरूष समास (घ) द्वंद्व समास
(II) ‘प्रनतहदि' कय समयस-वर्ग्रह है-
(क) प्रनि और ठिन (ख) प्रत्येक के मलए ठिन (ग) ठिन के अनुसार (घ) ठिन-ठिन
(III) निम्िलिखित ्ुग् मों पर वर्चयर कीस्जए-

समततपद समयस
i सधमभ i कमभधारय समास
ii िोपहर ii अव्ययीर्ाव समास
iii मािा-त्तपिा iii द्वंद्व समास

iv िशानन iv ित्पुरूष समास

उपयुभक्ि युग् मों में से कौन-से सही सुमेमलि हैं-


(क) (i) और (ii) (ख) (i) और (iii) (ग) (ii) और (iv) (घ) (iii) और (iv)
(IV) 'र्िर्यस' शब्द के लिए सह समयस-वर्ग्रह और समयस कय च्ि कीस्जए-
(क) वन और वास - द्वंद्व समास (ख) वन के मलए वास - ित्पुरुष समास
(ग) वन में वास - ित्पुरुष समास (घ) वन का वास - अव्ययीर्ाव समास
(V) ‘धगररधर’ कय समयस वर्ग्रह और र्ेद होगय-
(क) चगरर को धारण ककया है स्जसने अिाभि ् श्रीकृ ष्ण - बहुव्रीठह समास
(ख) चगरर के मलए धारणा - ित्पुरुष समास
(ग) चगरर को धारण करना - अव्ययीर्ाव समास
(घ) चगरर और धारण करने वाला - द्वंद्व समास

6) निदेशयिुसयर'मुहयर्रे'पर आधयररत छह बहुवर्कल्पी् प्रश्िों में से ककनह ां चयर प्रश्िों के उत्तर द स्जए- (1x4=4)

(I) मुहयर्रे और अथव के उधचत मेि र्यिे वर्कल्प कय च्ि कीस्जए-


(क) अंबर के िारे चगनना - चगनिी सीखना (ख) अक्ल का अंधा - मूखभ
(ग) आाँख ममलाना - नछप जाना (घ) ईमान बेचना - चुगली करना
(II) 'समझ आिय' के लिए उधचत मह
ु यर्रय है -
(क) आाँख मूाँि लेना (ख) आाँखें खुलना (ग) हाि ममलाना (घ) ठहम्मि टूटना
(III) शह द बेटे को नतरांगे में लिपटे हुए देिकर मयाँ कय _______। ररक्त तथयि की पूनतव हेतु उधचत मुहयर्रय चुनिए-
(क) कलेजा िं डा होना (ख) मुाँह काला होना (ग) कलेजा मुाँह को आना (घ) अन्न न लगना
(IV) चोर िे _____ घर में घुसकर सर्ी गहिे चुर य लिए। ररक्त तथयि की पूनतव के लिए उधचत वर्कल्प चुनिए -
(क) िबे पााँव (ख) बगलें झााँकिे हुए (ग) आगे-पीछे कफरिे हुए (घ) आाँखों में धल
ू झोंककर
(V) रेियांककत अांश के लिए कौि-सय मुहयर्रय प्र्ुक्त करिय उधचत होगय-
छोटी-छोटी बािों पर अत्यंि िोचधि होना िुम्हारी थवर्ावगि कमजोरी है।
(क) आग-बबूला होना (ख) आाँख चुर ाना (ग) पत्िर ठिल होना (घ) अाँगूिा ठिखाना
(VI) बहुत हदिों बयद हदियई देिय। अथव के लिए उधचत मुहयर्रय है-
(क) चार चााँि लगाना (ख) खाक छानना (ग) ईि का चााँि होना (घ) आकाश के िारे िोड़ना
7. निम्िलिखित पद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्िों के उत्तर के लिए सह वर्कल्प कय च्ि कीस्जए- (1x5=5)

त्तवचार लो कक मत्यभ हो न मृत्यु से डरो कर्ी,


मरो, परंिु यों मरो कक याि जो करें सर्ी
हुई न यों सुमृत्यु िो वृिा मरे, वृिा स्जए,
मरा नहीं वही कक जो स्जया न आपके मलए।
वही पशु-प्रवत्तृ त्त है कक आप आप ही चरे,
वही मनुष्य है कक जो मनुष्य मलए मरे ।।
(I) कवर् के अिुसयर मिुष्् कौि है?
(क) जो अपने मलए जीिा है (ख) जो अपने पररवार के मलए मरिा है।
(ग) जो मनुष्य के मलए जीिा-मरिा है (घ) जो ककसी के मलए कु छ नहीं करिा
(II) पशु-प्रर्ृवत्त क््य है?
(क) िूसरों के मलए जीना मरना (ख) हमेशा परोपकार करना
(ग) जंगलों में घम
ू ना-कफरना (घ) के वल अपने मलए ही जीना
(III) कौि अमर हो जयतय है?
(क) जो िूसरों के मलए जीिा-मरिा है (ख) जो के वल अपने मलए जीिा है
(ग) जो किोर िपथया करिा है (घ) जो पशुओं जैसा जीवन जीिा है।
(IV) कै सी मृत््ु सुमृत््ु होती है?
(क) स्जसमें कष्ट होिा है (ख) स्जसमें कष्ट नहीं होिा
(ग) स्जसमें मरने के बाि र्ी लोग याि करिे हैं (घ) स्जसमें मरने के बाि कोई याि नहीं करिे हैं
(V) निम्िलिखित र्यक््ों को ध््यिपूर्वक पहढ़ए-
(i) मृत्यु ननस्श्चि है। (ii) हमें उससे डरना चाठहए।
(iii) मृत्यु ऐसे हो कक मरने के बाि सर्ी याि रखें। (iv) िूसरों के मलए जीना पशुओं का थवर्ाव है।
पद्यांश से मेल खािे वाक्यों के मलए उचचि त्तवकल्प चन
ु कर मलखखए-
(क) (i), (ii) (ख) (i), (iii)
(ग) (i), (iii) और (iv) (घ) (i), (ii) और (iv)
8. निम्िलिखित प्रश्िों के उत्तर देिे के लिए उधचत वर्कल्प कय च्ि कीस्जए- (1x2=2)
(I) बयदिों के छय जयिे से क््य होतय है?
(क) झरने बहने लगिे है (ख) अंधकार छा जािा है
(ग) मौसम अच्छा लगिा है (घ) पवभि अदृश्य हो जािे हैं
(II) जो जर्यिी िूि में 'िह ां' बहती र्ह ककसे बदियम करती है?
(क) मािा-त्तपिा को (ख) हुथन और इश्क को (ग) िेश और समाज को (घ) इनमें से कोई नहीं
9. निम्िलिखित गद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्िों के उत्तर के लिए सह वर्कल्प कय च्ि कीस्जए- (1x5=5)
ग्वामलयर में हमारा एक मकान िा, उस मकान के िालान में िो रोशनिान िे। उसमें कबि
ू र के एक जोड़े ने घोंसला
बना मलया िा। एक बार बबल्ली ने उचककर िो में से एक अंडा िोड़ ठिया। मेर ी मााँ ने िेखा िो उसे िुःख हुआ। उसने
थटूल पर चढ़कर िूसरे अंडे को बचाने की कोमशका की। लेककन इस कोमशश में िूसरा अंडा उसी के हाि से चगरकर
टूट गया। कबूिर परेशानी में इधर-उधर फड़फड़ा रहे िे। उनकी आाँखों में िुःख िेखकर मेर ी मााँ की आाँखों में आाँसू
गए। इस गुनाह को खुिा से मुआफ कराने के मलए उसने पूर ा ठिन रोजा से रखा। ठिन-र्र कु छ खाया- त्तपया नहीं।
मसफभ रोिी रही और बार-बार नमाज पढ़-पढ़कर खि
ु ा से इस गलिी को मआ
ु फ करने की िआ
ु मााँगिी रही।
(I) िेिक की मयाँ ककस बयत से दुुःिी थी?
(क) घर में कबूिरों ने घोंसला बना मलया िा (ख) कबूिर के िोनों अंडे टूट गए िे
(ग) कबूिर अंडों को छोड़कर चले गए िे (घ) बबल्ली अंडों को खा गई िी
(II) िेिक की मयाँ िुदय से ककस गुियह को मयफ करिय चयहती थी?
(क) पहला अंडा िोड़ने का गुनाह (ख) बबल्ली को मारने का गुनाह
(ग) िस
ू रा अंडा टूट जाने का गन
ु ाह (घ) कबि
ू र का घोंसला िोड़ने का गन
ु ाह
(III) निम्िलिखित कथि (A) तथय कयरण (R) को ध््यिपूर्वक पहढ़ए।
उसके बाि ठिए गए त्तवकल्पों में से कोई एक सही त्तवकल्प चुनकर मलखखए।
किन (A) मााँ ने अपना गुनाह खुिा से मुआफ कराने के मलए पूर े ठिन रोजा रखा।
कारण (R) कबूिर का अंडा बचाने की कोमशश में अंडा उनके हाि से चगरकर टूट गया।
(क) किन (A) ििा कारण (R) िोनों गलि हैं।
(ख) किन (A) गलि है लेककन कारण (R) सही है।
(ग) किन (A) सही है लेककन कारण (R) उसकी गलि व्याख्या करिा है।
(घ) किन (A) ििा कारण (R) िोनों सही हैं ििा कारण (R) किन (A) की सही व्याख्या करिा है।
(IV) गद्यांश में प्र्ुक्त निम्िलिखित शब्दों में से कौि-सय शब्द प्रत््् के मेि से िह ां बिय है?
(क) गन
ु ाह (ख) परेशानी (ग) रोशनिान (घ) ठिनर्र
(V) िेिक की मयाँ की आाँिों में आाँसू आिे के कयरणों पर वर्चयर कीस्जए और उधचत वर्कल्प कय च्ि कीस्जए-
(i) कबूिर का अंडा बबल्ली ने िोड़ ठिया िा।
(ii) कबूिर का अंडा लेखक से टूट गया िा।
(iii) लेखक की पत्नी ने कबूिर का अंडा िोड़ ठिया िा।
(iv) कबि
ू र की आाँखों में िःु ख िेखकर व्यचिि हो गई िी।
(क) के वल (i) (ख) (i) और (iii) (ग) के वल (iv) (घ) (i) और (ii)
10. निम्िलिखित प्रश्िों के उत्तर देिे के लिए उधचत वर्कल्प कय च्ि कीस्जए- (1x2=2)
(I) निम्िलिखित में से कौि-सय र्यक्् लशक्षय के सांदर्व में र्यई सयहब के कयम करिे कय तर कय दशयवतय है?
(i) वे कल का काम आज ही कर लेिे िे (ii) वे आज का काम कल पर टालिे रहिे िे
(iii) वे एक साल का काम एक महीने में कर डालिे िे (iv) वे एक साल का काम िो-िीन साल में करिे िे
(क) के वल (i) (ख) (i) और (iii) (ग) के वल (iv) (घ) (i) और (iii)
(II) गतर्षव अपिय हहतसय बहुत सयधयरण थय - र्यक्् में 'अपिय' शब्द ककसके लिए प्र्ोग कक्य ग्य?
(क) मुबंई वामसयों के मलए (ख) ठिल्ली वामसयों के मलए
(ग) कोलकािा वामसयों के मलए (घ) लखनऊ वामसयों के मलए
िांड-ब (र्णवियत्मक प्रश्ि)
11. निम्िलिखित प्रश्िों में से ककनह ां दो प्रश्िों के उत्तर िगर्ग 60 शब्दों में द स्जए- (3x2=6)
(I) पढ़ाई और परीक्षा के प्रनि बड़े र्ाई साहब और छोटे र्ाई के दृस्ष्टकोण में क्या मौमलक अंिर है? आपके त्तवचार से
िोनों में सामंजथय ककस प्रकार बैिाया जा सकिा है?
(II) डायरी का एक पन्ना पाि के आधार पर सुर्ाषबाबू के ज ुलूस और उनके साि पुमलस के व्यवहार की चचाभ कीस्जए।
(III) कारिूस पाि के अंि में जब लेफ्टीनेंट कनभल से आने वाले सवार का नाम पूछ िा है िो नाम न बिाकर कनभल
उसे जााँबाज मसपाही क्यों कहिा है?
12. निम्िलिखित प्रश्िों में से ककनह ां दो प्रश्िों के उत्तर िगर्ग 60 शब्दों में द स्जए- (3x2=6)
(I) िोप कत्तविा में िोप अपने आकार से सहमािी (र्यर्ीि करिी) है परंिु बच्चे और चचडड़यााँ उसके साि क्या करिे
हैं? इस उिाहरण से कत्तव क्या मसद्ध करना चाहिा है?
(II) पवभि प्रिेश में पावस कत्तविा में वखणभि प्रकृ नि के दृश्यों का वणभन अपने शब्िों में कीस्जए।
(III) 'कर चले हम कफिा कत्तविा के आधार पर बिाइए कक एक सच्चे सैननक को बमलिान के समय र्ी िुःख का
अनर्
ु व क्यों नहीं.होिा?
13. निम्िलिखित प्रश्िों में से ककनह ां दो प्रश्िों के उत्तर िगर्ग 60 शब्दों में द स्जए- (3x2=6)
(I) समाज में ररश्िों की क्या अहममयि रह गई है? 'हररहर काका' पाि के आधार पर उत्तर िीस्जए कक आप पररवार
में ककस प्रकार के ररश्िों को उपयुक्ि मानिे हैं और क्यों ?
(II) सपनों के -से ठिन पाि में खुशी से जाने की जगह न होने पर र्ी लेखक को कब और क्यों थकू ल जाना अच्छा
लगने लगा?
(III) ककन बािों से पिा चलिा है कक टोपी को इफ़्फ़न की िािी बहुि त्तप्रय िी? 'टोपी शुक्ला' पाि के आधार पर उत्तर
िीस्जए।
14. निम्िलिखित में से ककसी एक वर्ष् पर सांकेत बबांदुओां के आधयर पर िगर्ग 100 शब्दों में अिुच्छे द लिखिए-
(5x1=5)
(I) जांक फू ड
• जंक फू ड क्या होिा है?
• यव
ु ा पीढ़ी और जंक फू ड
• जंक फू ड खाने के िुष्पररणाम
(II) महयिगर ् र्ीडर्यड़ और मेट्रो
• यािायाि और र्ीड़र्ाड़
• प्रिूषण की समथया
• मेरो रेल की र्ूममका
• मेरो के लार्
(III) तर्च्छ र्यरत अलर््यि
• आरंर्
• उद्िेश् य
• छात्रों और सरकारी कमभचाररयों का सहयोग
• जन साधारण को प्रेररि करना
• वेथट मैनेजमेंट िकनीकों को बढ़ावा
15. (1) पीतमपरु य, हदल्ि डयकघर से ट्रयांस कॉिोिी, कयिपरु को र्ेजय ग्य मिीऑडवर अपिे गांतव्् तक िह ां पहच
ु ां य।
इसकी लशकय्त करते हुए प्रेषक की ओर से डयकपयि को िगर्ग 100 शब्दों में एक पत्र लिखिए। (5x1=5)
अथर्य
(2) ककसी प्रख्याि समाचारपत्र के संपािक के नाम लगर्ग 100 शब्िों में एक पत्र मलखकर रेल आरक्षण व्यवथिा
में हुए.सध
ु ार की प्रशंसा कीस्जए।
16. निम्िलिखित में से ककसी एक वर्ष् पर िगर्ग 60 शब्दों में सूचिय लिखिए- (4x1=4)
(I) आप कोलकािा स्थिि सरथविी उच्च त्तवद्यालय की बाल कल्याण पररषद् के सचचव हैं। आपने पास स्थिि
झुग् गी-झोंपड़ी के बच्चों की सहायिा के मलए कक्षाएाँ लगाने का ननणभय ककया है। जो त्तवद्यािी इस पुण्य कायभ में
अपना सहयोग िेना चाहिे हैं, उनके नाम 6 जनवरी िक खेल पररषद् के कायाभलय में जमा कराने के मलए लगर्ग
60 शब्िों में सूचना िैयार करें ।
अथर्य
(II) मुखजी कॉलेज , ठिल्ली में छात्र संघ के अध्यक्ष, सचचव व खजांची के पि का चुनाव होगा सलाहकार होने के नािे
छात्राओं से नामांकन पत्र जमा करवाने के मलए सूचना पत्र लगर्ग 60 शब्िों में िैयार कीस्जए।
17. निम्िलिखित में से ककसी एक वर्ष् पर िगर्ग 40 शब्दों में वर्ज्ञयपि तै्यर कीस्जए- (3x1=3)

(I) अनिवृस्ष्ट के कारण कु छ शहर बाढ़ से ग्रथि है। वहााँ के ननवामसयों की सहायिािभ सामग्री एकत्र करने हेिु एक
त्तवज्ञापन लगर्ग 40 शब्िों में िैयार कीस्जए।
अथर्य
(II) आपके शहर में एक नया वाटर पाकभ खल
ु ा है, स्जसमें पानी के खेल, रोमांचक झल
ू ों, मनोरंजक खेलों और खान-
पान की व्यवथिा है। इसके मलए एक त्तवज्ञापन का आलेख लगर्ग 40 शब्िों में िैयार कीस्जए।
18. (1) बुर य करिे कय फि बुर य होतय है' वर्ष् पर िघु कथय िगर्ग 100 शब्दों में लिखिए। (5x1=5)
अथर्य
(2) आपके क्षेत्र में कोई र्ी टे लीत्तवजन सहजिा से िूर िशभन के कायभिम नहीं पकड़ पािा। बहुि संर्व है यह के वल
ऑपरेटरों की कारथिानी हो। िूर िशभन के महाननिेशक को लगर्ग 100 शब्िों में एक ई-मेल मलखकर इस ओर
उनका ध्यान आकृ ष्ट कीस्जए।

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