Hindi Nibandh

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Khel ka Jeevan main mehatav

खेल एक ऐसा महत्वपूर्ण घटक होता है जो विद्यार्थी जीवन को संरचित और सकारात्मक बनाने में मदद
करता है। विद्यार्थी जीवन main Khel एक महत्वपूर्ण अध्याय होता है, जिसमें छात्र न के वल शिक्षा प्राप्त
करते हैं, बल्कि उन्हें आर्थिक, सामाजिक और मानसिक taur से तैयार किया जाता है।

शारीरिक स्वास्थ्य की दिशा में महत्व

विद्यार्थी जीवन में अध्ययन के साथ-साथ शारीरिक स्वास्थ्य की देखभाल भी आवश्यक होती है। खेल
खेलने से शरीर की कसरत होती है, जिससे छात्र का संवादनशीलता बढ़ता है और उनकी शारीरिक स्थिति
सुधारती है। खेल में भाग लेने से हृदय, फे फड़े और मांसपेशियों को अधिक ऑक्सीजन मिलता है, जिससे
सेहत मजबूत रहती है और शारीरिक बीमारियों से बचाव होता है।

मानसिक स्वास्थ्य की दिशा में महत्व

विद्यार्थी जीवन में अके लापन, तनाव और मानसिक चिंताएँ आम होती हैं। खेल में भाग लेने से छात्र का
मानसिक स्वास्थ्य सुधारता है। खेल में लगने वाले प्रतियोगितात्मक आदर्श छात्र को संघर्ष करने की
क्षमता प्रदान करते हैं और उन्हें हार-जीत का सही सामर्थ्य देते हैं।

निष्कर्ष

इस प्रकार, विद्यार्थी जीवन में खेल का महत्व अत्यधिक होता है। खेलने से न के वल शारीरिक स्वास्थ्य
सुधारता है, बल्कि मानसिक और सामाजिक स्वास्थ्य को भी प्रोत्साहित किया जाता है। विद्यार्थी छात्रों को
नियमित रूप से खेलने की आदत डालनी चाहिए, ताकि वे सकारात्मक और संतुलित जीवन जी सकें ।

Mera Priya tyohaar - Diwali


दिवाली त्यौहार हिंदुओं का प्रमुख त्यौहार है। दिवाली मनाए जाने के पीछे एक सबसे प्रचलित कहानी है।
त्रेता युग में अयोध्या के राजा राम चौदह वर्ष वनवास पूर्ण करने के पश्चात पत्नी सीता और भाई लक्ष्मण
के साथ अयोध्या वापस लौटे थे। इसी खुशी में अयोध्यावासियों ने पूरी अयोध्या नगरी को फू लों और दीपों
से सजाया था। तब से प्रतिवर्ष कार्तिक मास के अमावस्या को दिवाली धूमधाम से मनाया जाने लगा।
दिवाली के आने से कु छ दिनों पहले से ही लोग अपने-अपने घरों की साफ-सफाई करके रंग-बिरंगे लाइटों
से साज-सजावट कर देते हैं। दीपावली से पहले धनतेरस और धनतेरस के बाद छोटी दीपावली आती है।
दिवाली के दिन लोग बहुत उत्साह के साथ अपनो से मिलते है एक दूसरे को उपहार और मिठाइयां भेंट
देकर दिवाली की बधाई देते हैं फिर शाम होने पर घी या तेल के दीये जलाकर घरों को सजाते है, माता
लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा-अर्चना करते हैं, पटाखे और फु लझड़ी जलाते हैं। घर में बने व्यंजन
और मिठाइयों का लुफ्त उठाते हैं। और इस तरह से हर्ष और उल्लास के साथ दिवाली का त्यौहार मनाते
है।
Mera Priya khel – Cricket

वैसे तो दुनियाभर में बहुत तरह के खेल मौजूद हैं, लेकिन इनमे से कु छ घर में बैठ कर ही खेले जाते हैं, जैसे शतरंज, कै रम,

लूडो, वीडियो गेम आदि। ऐसे खेल इनडोर गेम कहलाते हैं। वहीं कु छ खेल घर के बाहर यानी मैदान या पार्क में खेले जाते हैं

जैसे क्रिके ट, फू टबाल, हॉकी, रग्बी, कबड्डी आदि, जोकि आउटडोर खेल कहलाते हैं। वैसे तो मैं यह सभी खेल खेलता हूँ परन्तु

इनमें से मेरा सबसे प्रिय खेल क्रिके ट है। यह खेल मुझे बहुत पसंद है। यह खेल हमारे देश में भी सबसे अधिक पसंद किया

जाता है। इस खेल को लेकर हमारे देश में अलग ही तरह का जूनून है। जब यह खेल हमारी टीम यानी भारतीय टीम

खेलती है, तो वह कै सा प्रदर्शन कर रही है यह जानने की इच्छा हर देशवासी के मन में रहती है।

क्रिके ट के तीन फॉर्मेट लोकप्रिय हैं, जिसमें से पहला टेस्ट मैच है जो कि पांच दिवसीय होता है, इसमें 2
इनिंग्स प्रत्येक टीम को खेलने के लिए दी जाती है। इसके बाद एक दिवसीय मैच होता है जो कि
अधिक लोकप्रिय है। इसमें प्रत्येक टीम को 50 ओवर खेलने होते है। इसके अलावा टी20 आज के समय
में सबसे ज्यादा लोकप्रिय है। इस फॉर्मेट में प्रत्येक टीम को 20 ओवर खेलने का अवसर दिया जाता है।

मेरे प्रिय खेल क्रिके ट में दो टीम्स खेलती हैं और प्रत्येक टीम में ग्यारह खिलाड़ी होते हैं। मेरे प्रिय खेल
क्रिके ट की शुरुआत टॉस के साथ होती है जो यह टॉस जीतता है उसे निर्धारित करने का अवसर दिया जाता है कि
वह बल्लेबाजी करेगा या गेंदबाजी। जो टीम सबसे अधिक रन बनाती है, उसे विजेता घोषित कर दिया जाता है। मेरा
प्रिय खेल विश्व भर में पसंद किया जाता है। जब दो देशों के मध्य मैच होता है, तो इस दौरान हर कोई अपने अपने
देश के जीतने की कामना करता है।

Meri Rail yatra:

आपने यात्रा के बारे में बातें सुनी होंगी। यात्रा का शाब्दिक अर्थ है एक स्थान से दूसरे स्थान
पर जाना। यात्रा करने के लिए वैसे तो कई विकल्प होते हैं, लेकिन जब भी यात्रा की बात
आती है तो हर किसी के जहन में ट्रेन यानि रेल की तस्वीर सबसे ऊपर होती है। आजकल
किसी भी देश में रेलवे ट्रेनों का दिखना एक आम बात है। ट्रेन में एक इंजन और कई कोच
यानि डिब्बे होते हैं। यह यात्रियों और सामानों को एक स्थान से दूसरे स्थान तक ले जाने के
लिए परिवहन का एक प्रमुख साधन है।
मैंने अपनी पहली रेल यात्रा दिल्ली से शिमला तक अपने दादा-दादी के साथ पिछले साल
गर्मी के मौसम में की थी। तब दादाजी ने मुझे कहा कि इस यात्रा का अच्छे से आनंद लो
क्योंकि पहली रेल यात्रा सभी के लिए बहुत यादगार होती है।

दादाजी के शब्दों ने मुझे अपनी पहली रेल यात्रा के लिए बहुत उत्साहित कर दिया था।
स्टेशन पर पहुंचने पर मैंने खुद अपना पहला रेल टिकट खरीदा और साथ में दादा दादी के
लिए भी टिकट खरीदा।

फिर जैसे ही हम रेलवे प्लेटफॉर्म पर पहुंचे, मैं अपने आसपास की सभी गतिविधियों को करीब
से देखने और समझने की कोशिश करने लगा.जैसे-जैसे रेल का सफर आगे बढ़ा, मुझे अपनी
खिड़की से बाहर के खूबसूरत नज़ारे दिखाई देने लगे।ट्रेन में सभी के साथ घुलना-मिलना और
तरह-तरह के खाने-पीने का लुत्फ उठाना बहुत मजेदार था और हमने कु छ स्थानीय मिठाइयां
भी खाई।

हालांकि रेल का सफर लंबा था, लेकिन मैं बहुत खुश था कि मैंने अपनी पहली रेल यात्रा पूरी
कर ली थी।

Essay on Delhi https://www.hindikunj.com/2023/03/essay-on-delhi-in-hindi.html

गर्मी का एक गर्म दिन

Garmi ka Ek Garam Din


भारत में गर्मी की ऋतु बहुत गर्म मानी जाती है। जून वर्ष का सबसे गर्म मास होता है।
सरज की गर्मी असहनीय होती है। लोग सर से पाँव तक पसीने से लथपथ हो जाते हैं। ठं डे
पेय पदार्थों की भारी मांग रहती है। स्नान करके कु छ आराम मिलता है। के वल इंसान ही
नहीं जानवर तथा पक्षी भी थकान महसूस करते हैं।

वह दिन 20 जून का था। सूरज बहुत अधिक गर्म था। मैं पूरी तरह पसीने से भीगा हुआ था।
बाहर गर्म हवा चल रही थी। एक पत्ता नहीं हिल रहा था। पक्षी भी चुप-चाप बैठे थे।

दोपहर का वक्त सबसे गर्म था। कोई भी घर से बाहर नहीं निकल रहा था। दुकानदारों ने भी
शटर नीचे किए हुए थे। वे पंखे के नीचे आराम कर रहे थे। कई लड़के छाता लेकर घूम रहे
थे। रिक्शा वाले रिक्शा खींचते समय पसीने से लथ-पथ हो रहे थे। माता-पिता स्कू ल से
बच्चों के आने का इंतज़ार कर रहे थे। मज़दूर भी काम से जा चुके थे। वे छांव वाले स्थान
पर बैठे थे।

लोग ईश्वर से वर्षा के लिए प्रार्थना कर रहे थे। ईश्वर ने लोगों की प्रार्थना सुन ली। तभी
बादल आकाश में एकत्रित होने शुरू हो गए। ठंडी हवा बहनी शुरू हो गई। जल्दी ही बारिश
भी होने लगी। सब तरफ पानी-पानी हो गया। लोग अपने घरों से बाहर आ गए। बच्चे बारिश
में खेलने लगे। पक्षी चहचहाने लगे। मौसम सुहावना हो गया। लोगों को चैन की सांस आई।
लोगों में खुशी और उल्लास का माहौल था।

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