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Class-6th, Vasant-Lesson No-11
Class-6th, Vasant-Lesson No-11
सॊदया स्वाभी
जमा वववेक
हे रेन केरय
2- ऱेखिका की मित्र कहाॉ से ऱौटकर आई थी ?
िहऱ की सैर से
ऩाकक की सैर से
जॊगऱ की सैर से
सड़क की सैर से
3-ऱेखिका चीजों को कैसे ऩहचानती है ?
दे िकर
िन से
बिना दे िे
छूकर
4- कभी-कभी ऱेखिका ककनकी ऩरीऺा ऱेती रहती है
?
िच्चों की
मित्रों की
ररश्तेदारों की
िड़ों की
5- भोज ऩत्र के ऩेड़ की छाऱ ककस प्रकार की
होती है ?
चचकनी
कठोर
कोिऱ
िुरदरी
6-चीड़ के वऺ
ृ की छाऱ कैसी होती है ?
कोिऱ
िर ु दरी
कठोर
चचकनी
7- ककस िौसि िें ऱेखिका टहननयाॉ िें नई कमऱयाॉ
को ढूॉढती है ?
ऩतझड़ िें
सदी िें
गिी िें
िसॊत िें
8-ऱेखिका को घास के िैदान ककससे अचधक प्रप्रय
ऱगते हैं ?
सस्ते काऱीन से
िििऱी काऱीन से
िहॉ गे काऱीन से
िहॉ गी दरी से
9-“कुछ िास तो नहीॊ” ककसका जवाि था ?
ऱेखिका की मित्र का
ऱेखिका के प्रऩता का
ऱेखिका के भाई का
ऱेखिका की िआ ु का
10- ऱेखिका कहाॉ की रहने वाऱी थी ?
इॊग्ऱैंड की
रुस की
भारत की
अिेररका की
11- ऱेखिका का ककसिें प्रवश्वास था ?
जजन ऱोगों की आॉिें होती है वे िहुत कि दे िते
हैं।
जजन ऱोगों की आॉिें नहीॊ होती वे ज्यादा दे िते
हैं।
जजनकी आॉिें नहीॊ होती वे कि दे िते हैं।
इनिें से कोई नहीॊ
12- ऱेखिका ककसे स्ऩर्क से ऩहचान ऱेती है ?
भोज-ऩत्र के ऩेड़ की चचकनी छाऱ
चीड़ की िर ु दरी छाऱ
1 और 2 दोनों
Û buesa ls dksbZ ugha
13- ऱेखिका को ककसका अहसास होता है ?
गिी का
ऩतझड़ का
िौसि का
प्रकृनत के जाद ू का
14- ऱेखिका के टहनी ऩर हाथ रिते ही ककसके
िधुर स्वर कानों िें गॉज
ू ने ऱगते हैं ?
कोयऱ
किूतर
चचड़ड़या
तोता
15- ऱेखिका v¡xqfy;ksa ds chp ककस ऩानी को
िहते हुए िहसस ू कर आॊनददत हो उठती है ?
नदी के
ताऱाि के
झरने के
सिुद्र के
16- िदऱता हुआ िौसि ऱेखिका के जीवन िें
क्या भर दे ता है ?
एक नया रॊ ग
िमु र्याॉ
1 और 2 दोनों
इनिें से कोई नहीॊ
17- रेखखका को ककसभें आनॊद मभरता है ?
Û प्रकृतत को तनहायने भें
Û पूरों की ऩॊखड़िमों को छूने औय उसकी
घभावदाय फनावट को भहसस ू कयने भें
Û इनिें से कोई नहीॊ
18- ysf[kdk vius fe=ksa dh ijh{kk D;k tk¡pus ds fy, ysrh
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Û os ysf[kdk ds ckjs esa D;k lksprs gSa
Û og fdruk le> ikrs gSa
Û mudh ckSf)d {kerk D;k gS
Û os D;k ns[krs gSa
19- gsysu dsyj fdl ns’k dh ukxfjd Fkh \
Û teZuh
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20- gsysu dsyj dh ns[kus-lquus dh ’kfDr fdrus o"kZ dh
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Û ekbZ ykbQ
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Û buesa ls dksbZ ugha
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23- gsysu dsyj us thou Hkj fdlds fy, dke fd;k Fkk \
Û [ksy
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26- olar ds nkSjku ysf[kdk Vgfu;ksa esa D;k [kkstrh gSa \
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Û buesa ls dksbZ ugha
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Û tks mlds ikl ugha gS mu phtksa dh
Û buesa ls dksbZ ugha
29- gsysu dsyj dk tUe dc gqvk \
Û 1860
Û 1870
Û 1880
Û 1890
30- ysf[kdk us Qwyksa dh ia[kqfM;ksa dh lrg dks dSlk crk;k
gS \
Û lery
Û e[keyh
Û [kqjnjh
Û fpduh
1- जजन रोगों के ऩास आॉखें हैं, वे सचभच फहत
कभ दे खते हैं-हे रेन केरय को ऐसा क्मों रगता
था?
2- ‘प्रकृतत का जाद’ू ककसे कहा गमा है ?
3- कछ खास तो नह ॊ’–हे रेन की मभत्र ने मह
जवाफ ककस भौके ऩय ददमा औय मह सनकय
हे रेन को आश्चमय क्मों नह ॊ हआ?
4- हे रेन केरय प्रकृतत की ककन चीजों को छूकय
औय सनकय ऩहचान रेती थीॊ? ऩाठ के आधाय
ऩय इसका उत्तय मरखो।
5- जफकक इस तनमाभत से जजॊदगी को खमिमों के
इॊद्रधनषी यॊ गों से हया-बया ककमा जा सकता है ’।
-तम्हाय नजय भें इसका क्मा अथय हो सकता
है ?