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Important Questions For CBSE Class 6 Hindi Bal Ram Katha Chapter 7 - Sone Ka Hiran
Important Questions For CBSE Class 6 Hindi Bal Ram Katha Chapter 7 - Sone Ka Hiran
उत्तर: मारीच ने अपने आप को सोने के हिरण के रूप में पररवर्तित कर लिया था।
उत्तर: सोने का हिरण राम के सामने से कुिाचें भरते िुए र्नकि गया, जिसका पीछा करते
िुए राम अपनी कूटी से दरू चिे गए।
उत्तर: मारीच ने अपनी माया का ियोग करके न केवि स्वयं को सोने के हिरण के रूप में
पररवर्तित कर लिया ,बजकक अपनी आवाि भी िूबिू राम की आवाि में पररवर्तित करिी।
उत्तर: राम सोने के हिरण को पकड़ने में सफि निीं िो पा रिे थे। इसलिए उन्िोंने हिरण को
जिंदा पकड़ने का ववचार त्याग हदया, अतः उन्िोंने अपना धनष
ु उठाया और र्नशाना साधा ।
उत्तर: िक्ष्मण सीता को यि ववश्वास हदिाना चािते थे कक राम मुसीबत में निीं िै । वि
िानते थे कक राम संकट में निीं िैं क्योंकक उनका कोई कुछ निीं बबगाड़ सकता। इसलिए
उन्िोंने सीता से किा कक आवाि बनावटी िैं।
8.सीिा को ऐसा क्यों लगा कक लक्ष्मण राम का भला निीं चाििे िैं?
उत्तर: रावण िब सीता का िरण करके उन्िें अपने रथ में बैठा कर िंका कक ओर उड़ा कर िे
िा रिे थे तब सीता मागि में पश,ु पक्षियों,नहदयों तथा पवितों से वविाप कर किती िा रिी थी
कक कोई उनके राम को बता दे की रावण ने उनका िरण कर लिया िैं।
10. सीिा का पररचय प्राप्ि करने के बाद रावण ने अपना पररचय दे िे िुए क्या किा?
उत्तर: रावण सीता का िरण करके उन्िें वायु मागि से िंका िे िा रिा था। सीता असिाय
मिसस
ू कर रिी थी। उन्िें कुछ भी समझ निीं आ रिा था कक वि अपना संदेश राम तक
कैसे पिुंचाए कफर उन्िोंने अपने आभष
ू ण उतारकर फेकना आरं भ कर हदया सीता को आशा
थी उनके आभष
ू ण दे ख कर राम को मागि कक िानकारी अवश्य लमि िाएगी।
उत्तर: रावण सीता का िरण करके उन्िें वायु मागि से िंका िे िा रिा था। सीता असिाय
मिसस
ू कर रिी थी। उन्िें कुछ भी समझ निीं आ रिा था कक वि अपना संदेश राम तक
कैसे पिुंचाए कफर उन्िोंने अपने आभष
ू ण उतारकर फेकना आरं भ कर हदया।रावण ने सीता
को ववमान से आभष
ू ण फेंकते दे ख कर मना निीं ककया क्योंकक रावण को िग रिा था कक
सीता दख
ु ी िैं और वि राम से अिग िोने के दख
ु में ऐसा कर रिी िैं।
उत्तर: तनशक्ि – बबना शजक्त वािा, कुलांचे भरना – मग्न िोकर तेि गर्त से
दौड़ना,चौकसी – सतकिता अथवा ध्यान पव
ू क
ि र्नगरानी करना, हििैषी – ककसी के ककयाण
के बारे में सोचने वािा, कलवु षि – अपववत्र या भ्रष्ट, आघाि – ठोकर िगना।
उत्तर: िब रावण सीता का िरण करके उन्िें रथ में बबठा कर िे िा रिे थे तब सीता वविाप
करने िगी। सीता का वविाप गगद्धराि िटायु ने सन
ु ा और उन्िोंने एक उड़ान भरी और
उन्िोंने रावण के रथ पर िमिा कर हदया। िटायु के िमिे से रावण घायि िो गया उनका
रथ टूट गया और उनका सारथी भी मारा गया। इससे रावण क्रोगधत िो गए उन्िोंने िटायु
के पंख काट हदए जिससे िटायु घायि िो गए और िमीन पर गगर गए।
17. लंका पिुंचने के बाद रावण ने सीिा को एक वषि का समय ककस ललए हदया ?
उत्तर: िंका पिुंचने के बाद रावण सीता को सीधे अंत: परु िे गए , विां सीता को रिलसयों
की र्नगरानी में रखा गया और कफर रावण विां से चिे गए। कुछ समय पश्चात रावण आए
उत्तर: िब रावण ने सीता को चेतावनी दे ते िुए किा - ' तुम्िारा राम यिां तक कभी निीं
पिुंच सकता ' इस बात पर सीता ने रावण को चेतावनी दे ते िुए किा - ' पापी रावण ! राम
की शजक्त तो दे वता भी स्वीकार करते िैं। तुम्िे तो वि अपनी दृजष्ट से िी ििा कर राख
कर सकते िैं। मैं उस राम कक पत्नी िूूँ, जिनके तेि और पराक्रम के आगे कोई निीं ठिर
सकता। तेरा सारा वैभव मेरे लिए अथििीन िैं। तन
ू े पाप ककया िै तेरा अंत मेरे राम के िाथों
र्नजश्चत िैं।
उत्तर : िब आक्रोश में आकर सीता राम की ववशेषताएं बताने िगी तो रावण उनकी इतनी
िशंसा सन
ु कर गचंर्तत िो गए। उन्िोंने सोचा कक खर – दष
ु ण को मारने वािा ककतना
शजक्तशािी िोगा। उसने तत्काि अपनी सेना में से आठ सबसे बिवान रािसों को बि
ु ाया
और तुरंत उन्िें पंचवटी िाने का आदे श हदया। उन रािसों को राम – िक्ष्मण की र्नगरानी
करनी थी और उनका एक – एक समाचार रावण को दे ना था। रावण ने उन्िें आज्ञा दी कक
मौका लमिे तो उन्िें मार डािे।