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DELHI PUBLIC SCHOOL (JOKA) SOUTH KOLKATA

Answer Key No. 2

CLASS-IX

2020-2021

SUBJECT- HINDI

शिक्षिका – राजकुमारी शमश्रा

पाठ – तुम कब जाओगे, अततथि

लेखक – िरद जोिी

तिम्िशलखखत प्रश्िों के उत्तर ( 25-30 िब्दो में शलखे ) –

प्रश्ि 1- लेखक अततथि को कैसी विदाई दे िा चाहता िा?

उत्तर – लेखक अततथि को भाि-भीिी विदाई दे िा चाहता िा । लेखक चाहता िा कक िह


अततथि को छोड़िे स्टे िि तक जाए और एक अच्छे मेजबाि की तरह अततथि से रुकिे का
आग्रह करें लेककि अततथि एक अच्छे मेहमाि की तरह इसे स्िीकार िा करें और प्रस्िाि कर
जाए ।

प्रश्ि 2- पाठ में आए तिम्िशलखखत कििों की व्याख्या कीजजए –

(क) अंदर ही अंदर कहीं मेरा बटुआ कााँप गया ।

उत्तर – जब लेखक िे अचािक आए हुए अततथि को दे खा तो उिका बटुआ कााँप गया । इस


किि से तात्पयय यह है कक अचािक आए हुए अततथि के कारण घर के खचें बढ़ जाएंगे और
जजसकी िजह से उिके घर के बजट का संतुलि गड़बड़ा जाएगा ।

(ख) अततथि सदै ि दे िता िहीं होता, िह मािि और िोड़े अंिों में रािस भी हो सकता है ।
यदद अततथि िोड़े समय के शलए आए तो उसे दे िता की संज्ञा दी जा सकती है , लेककि अगर
उसके रहिे की अिथि लंबी होिे लगे तो उसका दे ित्ि घटिे लगता है और पहले िह
सािारण मािि और उसके बाद ककसी हद तक रािस की तरह लगिे लगता है ।

(ग) लोग दस
ू रों के होम की स्िीटिेस को काटिे िा दौड़े ।

घर के सदस्यों से ही कोई घर स्िीट होम बिता है । जब कोई बाहरी व्यजतत इस तरह के


स्िीट होम में अिथिकार प्रिेि करता है तो िह इसकी स्िीटिेस को कम करता है , तयोंकक
घर की अिौपचाररक सरसता की जगह औपचाररक बोखिलता ले लेती है । इसशलए लेखक
चाहते है कक लोग अपिे स्िीट होम का आिंद ले और दस
ू रों के घर की स्िीटिेस को काटिे
िा दौड़े ।

(घ) मेरी सहििीलता की िह अंततम सुबह होगी ।

जब अततथि को आए चार ददि हो गये और उसके जािे के आसार िज़र िहीं आ रहे िे तो
लेखक को लगा कक अब उिकी सहििीलता जिाब दे दे गी और अगर पााँचिे ददि भी अततथि
िहीं गया तो िह स्ियं उसे जािे के शलए कह दें गे ।

(ङ) एक दे िता और मिुष्य अथिक दे र साि िहीं रहते ।

दे िता इसीशलए दे िता है कक िह शसर्य िोड़ी दे र के शलए दियि दे ते है अगर िह जम कर बैठ


जाए तो उिका दे ित्ि समाप्त हो जाएगा । मिुष्य के मि में उिके प्रतत श्रद्िा की जगह
ततरस्कार की भाििा आ जाएगी । इसीशलए लेखक कहते है कक एक दे िता और मिुष्य साि
साि िहीं रह सकते । अततथि दे िता होता है , इसशलए अततथि को मिुष्य के साि अथिक
िहीं रहिा चादहए और अब अततथि को अंतर्धयायि हो जािा चादहए ।

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