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ससुराल म सलहज की जोरदार चु दाई- 2

“सलहज को उसकी पु सी िलक करके म ने ओरल


से स का मजा िदया. मे रे साले ने उसके साथ ऐसा
कभी नहीं िकया था. तो उसे बहुत मजा आ रहा था.

...”

Story By: राहुल मु आअह (rahul.muuaah)


Posted: Thursday, March 16th, 2023
Categories: जीजा साली की चु दाई
Online version: ससुराल म सलहज की जोरदार चु दाई- 2

1/16 Copyright © Antarvasna part of Indian Porn Empire


ससुराल म सलहज की जोरदार चु दाई- 2
सलहज को उसकी पु सी िलक करके म ने ओरल से स का मजा िदया. मे रे साले ने उसके
साथ ऐसा कभी नहीं िकया था. तो उसे बहुत मजा आ रहा था.

दोतो, म राहुल
मे री सलहज एकता की चु दाई की कहानी के िपछले भाग
साले की बीवी को लं ड चु सवाया
म अब तक आपने पढ़ा था िक म अब एकता की चु दाई रािनय के जै सी करने के मूड म था
… मतलब म ने उसके साथ रफ से स करने का िवचार याग िदया था.

अब आगे पु सी िलक फक :

म ने एकता के चूच को सहलाना शु  कर िदया और साथ ही अपने हठ एकता के हठ पर


रख कर उनको चूसने लगा.

ू रा
एक हाथ एकता के िसर के पीछे से होता हुआ उसकी पीठ को सहला रहा था तो दस
एकता के चूच को मसल रहा था.

थोड़ी ही दे र म म ने एकता को पलं ग पर िलटा िदया और खु द उसके ऊपर से उसको चूमता,


चूसता और सहलाता रहा.
एकता के हठ से होता हुआ म उसकी गदन पर पं हुचा और एक हाथ को उसकी चूत पर
रख िदया.

एकता जै से बदन की अगन म तड़प रही थी और उसके मुँ ह से मादक िससकािरयां आ रही
थीं.
िफर म और नीचे चला और एकता के चूच को चूसने और हके-हके काटने लगा. पर मे रा
हाथ अब भी एकता की चूत से खे ल रहा था.

एकता मे रे िसर को सहलाती हुई मु झे बराबर ने ह दे रही थी और उसका बदन तो ऐसे
मचल रहा था जै से म ने उसके साथ कोई बे ददी की ही ना हो.

म ने एकता के चूच पर थोड़ी लव बाईट भी दीं.


पर जब उसको इस बात का अहसास हुआ तो वो मना करने लगी- कोई िनशान मत छोड़ो
यूंिक अं गद अगले हते वापस आ रहे ह और वै से भी मे रे शरीर से िनशान आसानी से नहीं
जाते ह .

म ने एकता की चूत रगड़ते हुए कहा- तु ह कैसे पता िक िनशान आसानी से नहीं जाते 

ू पर काटने का बहुत शौक है . उनके काटे के िनशान जाने म कभी


एकता- अं गद को मे रे दध
कभी एक महीना लग जाता है .
म - काटने का शौक है मतलब

एकता- मतलब वही, जो आप थोड़ी दे र पहले कर रहे थे … पर वो िसफ यहां वहां काटने
का काम करते ह .
म - ऐसे कहां कहां काटता है अं गद

एकता- जहां मौका लग जाए … मन है उनका


म - िफर भी, ठीक से बताओ ना कहां कहां 

ू पर, पे ट पर, पीठ पर, जांघ पर, यहां


एकता ने झुंझलाते हुए कहा- ओह..हो … जै से दध
तक िक नीचे भी
म ने एकता की चूत पर चु टकी ले ते हुए कहा- नीचे मतलब … टां ग पर
एकता- टां ग पर नहीं कुंवर साहब … नीचे मतलब नीचे … पै र के बीच म 
म - िफर कहां … वही तो पूछा

एकता- ओह..हो … पता नहीं आपको … इन बात म या मज़ा आ रहा है … और यूँ तो
आप भी समझ गए हो िक उहने पै र के बीच म कहां काटा होगा यादा होिशयारी मत
िदखाओ. मु झे नहीं पता या कहते ह उसको
इतना कहकर एकता शमाने लगी.

म - एक बार बोलो ना ‘चूत पर …’


एकता- छी : … कैसी बात करते हो आप बोलते भी कैसे हो ये सब

म - लीज जान … एक बार बोलो ना ‘चूत पर …’ लीज़.


एकता- करना है तो करो, वरना कोई बात नहीं यूंिक म ये सब नहीं बोलने वाली.

म - लीज जान मे रे िलए इतना भी नहीं बोल सकती या िसफ एक बार बोलो ना ‘चूत
पर …’
एकता- हां हां … वहीं पर … अब चु प बस … लीज.

इतना कह कर एकता ने मे रे िसर को अपनी चूत पर कुछ ऐसे ही धकेला, जै से थोड़ी दे र


पहले म ने उसको अपने लं ड पर धकेल कर उससे जबरदती अपना लं ड चु सवाया था.
वो एकाएक बोल पड़ी- अब िबना िकसी दे री के इसको चूस कर मु झे शांत कर दो वरना …
म जाती हँ .ू

मे रे िलए ये एक अलग अनु भव था और एकता ने पहली बार खु द तो पट िकया था.


म एकता का साथ चाहता था और उसके िलए उसके मन की बात जानना और िफर उसकी
बात को रखना भी बहुत जरी था, तो म ने यादा बात ना करते हुए एकता की चूत पर
मुँ ह रख उसको चाटना शु  कर िदया.

इस बार म अपनी जीभ को एकता की चूत म अदर तक पु श कर रहा था और उं गली से


एकता की गांड के छे द को सहला रहा था.
ऐसा करने से लड़िकय को दोहरी ख़ु शी िमलती है . दोतो, आप लोग को इसको जर
टाई करना चािहए.

म कभी एकता की चूत की खाल को चूसता, तो कभी उसके दाने पर जीभ फेर दे ता.
बीच बीच म उसकी चूत से थोड़ा हटकर उसकी जांघ को भी चूम और काट ले ता िजससे
एकता िसहर सी जाती.

म िसफ यहीं नहीं का दोतो … जब एकता खूब मगन होती तो म उसकी टां ग हवा म
उठा कर अपनी एक उं गली को गीला करके, उसकी गांड म अदर भी पे ल दे ता.
िजससे उसके चे हरे के भाव आनद से बदल कर डर वाले हो जाते .

मु झे ये सब करने म मज़ा बहुत आ रहा था.


आिखर म ने एकता की चूत का इं तज़ार भी तो कई साल िकया था.

एकता उस रात एक नयी दुहन की तरह थी.


पु सी िलक से वो रह रह कर कांपी जा रही थी और उसके मुँ ह से िनकलने वाली आवाज़
उे जना के बढ़ने के साथ ते ज़ होती जा रही थीं.

मु झे एकता को बीच बीच म उसकी आवाज़ पर यान दे ने को कहना पड़ता.


पर एकता जै से बे िफ सी, पूरी दुिनया से अनजान … बस इस पल का आनद ले रही थी.
वो तो जै से सु ख के सागर म डूबी जा रही थी.

इस बार म थोड़ा सतक था और म एकता के खिलत होने से पहले अपने लं ड को एकता


की चूत म पे लना चाहता था.

वै से भी एकता की चूत के रस से अब म अनजान नहीं था और उसको पहले भी पी चु का था,


तो इस बार तो कुछ अलग होना बनता भी था.

म ने एकता की चूत को पीना छोड़ा और उसकी चूत म उं गली करनी शु  कर दी.


साथ ही म ने अपने आसान को भी बदला िजससे म सही मौका िमलने पर एकता की चूत पर
हार कर सकूँ .

म ने थोड़ी दे र ही एकता की चूत म उं गली की होगी िक एकता अपनी गांड उठा उठा कर
मज़े ले ने लगी.
म उसकी बे करारी को समझ सकता था और अब तो उसका चे हरा, उसके भाव और उसकी
हरकत , सब कुछ चीख चीख कर बोल रही थीं.

इस समय एकता को िसफ और िसफ एक ताबड़तोड़ चु दाई ही शांत कर सकती थी.


म भी यही चाहता था िक म एकता को उस तर पर ले जाऊं, जहां वो अपने मन की बात
मु झसे िबना िकसी िझझक के कह सके.

म ने खु द को एकता के ऊपर पोजीशन म िकया और थोड़ी ही दे र म म ने एकता की चूत के


दाने पर अपने लं ड का टोपा रख िदया.

इसी के साथ ही एकता ने जै से कोई चै न की सांस ली- ओह्ह राहुल … तु म बहुत नालायक
हो बे … तु मने अपनी ही सलहज पर अपनी गदी नज़र रखी और आज िसफ मु झे चोदने के
लान से यहां आए … तु मने मु झे बे ईमान कर िदया … िपछले कई साल म जब से अं गद
बाहर गए ह , मु झे अकेला दे ख कर कई लोग ने कोिशश की मे रे साथ हमिबतर होने की,
पर म ने िकसी को मौका नहीं िदया. मगर तु मने आज मु झे ऐसे रगड़ा िक म चाह कर भी बच
नहीं सकी और तु हारे लं ड का िशकार हो बै ठी … ओह्हह राहुल … अब कुछ मत सोचो
और बस अपनी रे ल चालू करो … अब और इं तज़ार नहीं होता रे 

म ने आचय से उसकी ऐसी भाषा पर जबाव दे ते हुए कहा- साली, आज ते री ओखली म


ऐसा मूसल चलाऊंगा िक तू िज़दगी भर याद करे गी मे री जान … ले मजा चख
इतना कहकर म अपना लं ड एक झटके म एकता की चूत म उतार िदया.

एकता दद से आं ख मीचती और कराहती हुई- आह मर गई … आह अब इस मूसल को मत


रोकना मे रे राजा … और इतना कू टो मे री ओखली को िक इसकी सारी निलयां खु ल जाएं
… और जो काम इतने साल से अटका है , वो भी पूरा हो जाए … आह

म जोश से एकता को चोदते हुए बड़बड़ाने लगा- आह … अब तो म सब काम पूरे करके ही


दम लूंगा मे री जान … जब और जै से चाहं ग
ू ा … वै से चोदा कँगा ते रे को और तू मना भी
नहीं कर सकेगी कभी.

एकता हांफती हुई- आं ह आज का काम तो कर ले … म भी बड़ी तीखी िमच हँ ू … जाने कब


तू लाल पड़ जाए … आह पे ल साले .
म - ये तो पका है िक तू तीखी िमची है पर म लाल नहीं पड़ने वाला रानी … जरा ये काम
पूरा हो जाने दो, िफर तो तू िज़दगी भर मे रे चकर काटे गी.

इतना कहकर म ने अपनी रे ल की रतार बढ़ा दी और एकता को ताबड़तोड़ चोदने लगा.

एकता थोड़ी ही दे र म हांफने लगी यूंिक वो बहुत िदन से चु दाई के अयास म नहीं थी.
अं गद को भी बाहर गए करीब 8 महीने हो चु के थे और इसी कारण एकता की चूत िकसी
सील बं द िजतनी ही टाइट थी.

एकता अभी कुछ ही घं ट पहले अपना पानी बहा चु की थी पर िफर भी एकता को दोबारा
झड़ने म यादा समय नहीं लगा और उसने अपने नाखून को मे री पीठ म धाँस िदया.

एक बार िफर एकता ने अपना कामरस छोड़ा, पर इस बार वो इसको एक सु खद अहसास के


चलते छोड़ रही थी.
पर मे रा लं ड अभी पूरे जोश म था और ये पारी लबी चलने वाली थी.

एकता के नाखून और चूत, दोन से ही मु झे दद तो बहुत हो रहा था.

ू ा यूंिक उसके नाख़ून मे री पीठ म गड़े थे और चूत


पर म उस दद को मीठे दद का नाम दं ग
मे री लं ड को छील चु की थी.

अब म ने एकता के पै र को हवा म उठा कर उसके कध की तरफ मोड़ा और एक बार िफर


पूरा लं ड झटके से एकता की चूत म पे ल िदया.

एकता को दद हुआ, पर वो कुछ नहीं बोली ; बस हकी घु टी आवाज़ उसके मुँ ह से आती
रहीं और म उसको चोदने म लगा रहा.

तभी म ने पूरा लं ड एकता की चूत से बाहर िनकाला और झटके से एक बार िफर से एकता
की चूत म ठोक िदया.
इस बार एकता खु द को नहीं रोक पायी और बोली- आं ह धीरे … आराम से तो कोई काम हो
ही नहीं सकता ना तु हारा … जं गली बनना तो बहुत जरी है ना

म - इसका भी अपना ही मज़ा है एकता रानी … अभी तो तु म आगे आगे दे खो, होता है
या
एकता- थोड़ा आराम से चलो … म कहीं भागी नहीं जा रही … और मे रे को पै र तो सीधे
करने दो, दद हो रहा है 
म - ये वो मु दा है , िजसम से स करने से िनिचत ही बचा ठहरता है … तू थोड़ा दद झे ल
ले यूंिक अभी मे रा लं ड भी शांत होने से कोस दरू है .
एकता- या और िकतनी दे र चले गी तु हारी गाड़ी अं गद तो एक बार के बाद बस बात
करते ह . दो बार तो बस कभी कभी ही होता है .

म - एक दो तीन बार की छोड़ो मे री जान, मौका लगे गा तो बताएं गे … हम तो लबी रे स


के घोड़े ह . ये गाड़ी तो 5-6 बार ले टफाम पर आती है और वो भी एक ही रात म 
एकता- मु झे तो आपकी बात से बड़ा डर लग रहा है .

म आं ख मारते हुए बोला- ये बता, मज़ा आ रहा है या नहीं


एकता शमाती हुई- वो तो इतने िदन बाद कर रही हँ ू ना, उसके िलए

म हठ पर जीभ फेरते हुए बोला- कोई बात नहीं. अभी तो तू कुछ भी कह ले , पर बाद म
तु मसे सही जवाब जर लूंगा.
िफर म ने दोबारा एकता की चु दाई फुल पीड पर शु  कर दी.
बीच बीच म म कभी एकता के हठ चूसने लगता तो कभी उसके चूच को मसलने लगता.

वै से मे रा मन ऐसा भी कर रहा था िक म एकता के पु ट् ठे पर काट कर िनशान छोड़ दँ .ू


पर एकता ने मु झे िनशान छोड़ने को मना िकया था यूंिक अं गद कुछ ही िदन म वापस
आने वाला था.

आशा है आप सब जानते ह िक पु ट् ठा िकसको कहते ह … और अगर नहीं तो आप मु झे


ईमे ल करके पूछ सकते ह .

म ने एकता के घु टन को तो कध तक मोड़ ही रखा था िजससे एकता के मोटे चूचे उसकी
बां ह के बीच म उभर रहे थे और मु झे कुछ घूर से रहे थे .
एकता की सु दर सु डौल जांघ घूम कर मे री नज़र के सामने थीं तो मु झे ललक हो रही थी
और इस समय एकता ऐसी लग रही थी जै से से स की दे वी हो.

इस सबके आगे म खु द को रोक नहीं पाया और म ने धके लगाते लगाते एकता की जांघ
पर एक ज़ोरदार चपत जड़ दी.

इसके साथ ही एकता के मुँ ह से आउच िनकला और उसने अपना मुँ ह घु मा कर मे री बां ह पर
अपने दांत गाड़ िदए.

म चाह कर भी िचला नहीं सकता था पर म ने इसके बाद एकता की जांघ पर तब तक


चपत जड़े , जब तक उसकी जांघ लाल नहीं पड़ गयी और एकता िकसी मासूम बची के
जै से िसफ अपनी चूत चु दवाती रही और जांघ िपटवाती रही.

ये सब इतना जं गली होता जा रहा था िक मे रा लावा बनने लगा था और िकसी भी समय


फू ट सकता था.
बस थोड़ी मोहबत की जरत थी, जो एकता की तरफ से आनी थी.

म ने एकता को बताया िक मे रा होने वाला है .


इतना सु नते ही एकता भी नशे म झम
ू ने लगी.

म ने एकता को बोला िक वो मे री पीठ पर थोड़ा हाथ फेरे , थोड़ा मे री िजम को चूमे- चाटे
और काटे … और मु झे थोड़ी फीिलं ग दे , िजससे म थोड़ा जदी ही खिलत हो जाऊं.
एकता को कहते ही वो तो मु झे चूमने चाटने और काटने लगी.

एकता ने एक बार िफर अपने नाखून का जलवा िदखाया और इस बार उसने मे रे कध पर
अपने नाख़ून गाड़ िदए.
ये सब मे री िलए इतना उे जक था िक म बहुत दे र तक खु द को नहीं रोक पाया और म ने
ज़ोरदार िपचकारी के साथ अपना बीज एकता के अदर डाल िदया.

म अभी धके लगा कर अपना माल झाड़ ही रहा था िक एकता ने भी अपने दांत भींचने
शु  कर िदए और वो एक बार िफर झड़ने लगी.

एकता की गमी कुछ इतनी थी िक म तकरीबन पूरा झड़ने के बाद भी दोबारा से झड़ना शु 
हो गया और म ने इतना पानी िगराया िक अगर कोई और होती तो उसको एक नहीं बिक
जु ड़वां बालक ठहर जाते .

म ने अपने हठ को एकता के हठ पर रख िदया और उनको चूसने लगा.


एकता भी बराबर मे रा साथ दे रही थी और िकसी भी चीज़ म पीछे नहीं थी.

ू रे को चूम और चाट रहे थे .


हम दोन नीचे धके पर धका लगा रहे थे और ऊपर एक दस
एकता भी बराबर मे रे धक का जवाब अपनी गांड उठा कर दे रही थी, पर म ने अभी तक
उसके पै र को छोड़ा नहीं था.

एक अजीब सी मु दा म सब कुछ होता जा रहा था और आनद की तो कोई सीमा ही नहीं


थी.
हमारे िमित रस हम दोन को पूरी तरह से गीला कर चु के थे और अब चादर को गीला कर
रहे थे .

हमारे मुँ ह से आवाज़ ऐसे िनकल रही थी, जै से दबी हुई कोई दहाड़ हो. खु ल कर तो हम
दोन ही कुछ नहीं कर सकते थे यूंिक घर म और लोग भी उपिथत थे .
कुछ दे र बाद हम शांत हुए और म ने एकता के पै र को आज़ाद कर िदया.

ू रे के हठ को चूसने म यत थे .


पर हम अभी भी एक दस
म ने अपने हाथ को एकता के चूच पर रख कर उसके िनपल से खे लना शु  कर िदया था
और बीच बीच म उसकी घु ं िडय को भी िनचोड़ ले ता था.

ऐसे म एकता मु झे एक चपत लगा कर अपना िवरोध दशन कर दे ती और म भी थोड़ा नम


हो जाता.
इतना सब होने के बाद भी मे रा लं ड था िक बै ठने का नाम नहीं ले रहा था और अब भी
एकता की सोहनी चूत को सलामी दे रहा था.

हम अलग हुए तो एकता की नज़र मे रे लं ड पर पड़ी जो थोड़ी लािलमा िलए था और मे री


चादर की तरफ जो थोड़ी लाल िदख रही थी.
शायद बहुत िदन के बाद ऐसा से स करने के कारण एकता की चूत से खून आ गया था.
इसके पहले भी म ने जब उसे चोदा था, तब वो सब जदी म हुआ था.

अपनी चूत से खून िनकला दे ख कर एकता भी थोड़ी है रान थी.


पर उसको मे रे लं ड को दे ख कर यादा है रानी थी.

वो बोली- आपने जो 5-6 बार गाड़ी और ले टफाम वाली बात कही, म उसको मज़ाक
समझ रही थी. पर आपका लं ड तो जै से …
और इतना कहकर वो क गयी. उसके मुँ ह से लं ड जो िनकल गया था.

म - बात तो पूरी कर दो रानी … मुँ ह म आयी बात और लं ड, दोन को ही मुँ ह म नहीं रखना
चािहए
एकता- म कह रही थी िक आपका लं ड तो जै से … जै से िकसी गधे के लं ड की तरह है 

म - तु मने तो जै से बहुत गध के लं ड दे खे ह ना … जरा नाम तो बताओ 2-4 के, अं गद के


अलावा …
एकता- छी : … कैसी बात करते हो आप
म - तु मने मे रे लं ड को गधे का लं ड कहा तो कुछ नहीं … अब तो इसको तभी शां ित
िमले गी, जब तु म इसको मुँ ह म ले कर चूसोगी और साफ़ करोगी.
एकता- वो छोड़ो और ये बताओ िक तु मने मे रे साथ ये या िकया है  ये खून िसफ तब
आया था, जब म ने और अं गद ने पहली बार िकया था … या आज आया है .

म - लं ड से तो तु म आज ही चु दी हो रानी … अभी तक तो तु म लु ली ले रही थी … म ने


कुछ नहीं िकया, िसफ तु हारी चूत को ठीक से खोल िदया है . अब तु ह मे रे लं ड की जरत
महसूस होती रहा करे गी.
एकता ने घड़ी की तरफ इशारा करते हुए कहा- चलो जदी से उठो और मु झे सब साफ़
करने दो. सु बह के 5 बज चु के ह और इससे पहले िक माताजी उठ , मु झे वापस जाकर उनके
साथ सोना भी है .

म - थोड़ी दे र और क जाओ जान … अभी मन नहीं भरा


एकता- मे री चूत तक फाड़ दी है तु मने … और कहते हो मन नहीं भरा … तु हारा तो कभी
भरने भी नहीं वाला लाला.

एकता ने पूरा िबतर साफ़ िकया, चादर बदली ; कमरे म ेशनर िछड़का और अपने कपड़े
पहन िलए.
उसने मु झे एक पु ची दी और अपने कमरे म चल दी.

अगले िदन म ने िफर एकता को चोदा और इस बार म ने उसकी गांड म भी मती की पर


उसको चोद नहीं पाया यूंिक एकता बहुत डर रही थी.
पर बकरे की अमा कब तक खै र मनाएगी.

दोतो, वो आपको अगले भाग म बताऊंगा. आज के िलए इतना ही काफी है .


आशा है आप सभी लं ड धारक ने कहानी पढ़ते हुए अपना पानी िगरा िदया होगा और गमा
गम भािभय ने अपनी चूत को मसोड़ कर अपनी गमी शांत कर ली होगी.

इस पु सी िलक फक कहानी पर आप अपने कम ट् स िलख सकते ह … और ईमे ल करने के


िलए मे री ईमे ल आईडी पर मे ल कर सकते ह .
आपके कम ट और यार के इं तजार म .
भािभय का यारा चोद ू दे वर
rahul.muuaah@gmail.com
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हॉट GF फक़ टोरी म पढ़ िक मे री लास की एक लड़की ने मु झसे दोती की. हम से स की बात करने लगे
और चु दाई का मजा ले ना चाहते थे . हमारी तमना कैसे पूरी हुई. िमो, मे रा नाम सनी है . म […]
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