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लिनियर वेररएबि डिफरें लियि ट्रांसफरर्मर (LVDT) एक प्रकार का संवेदी ट्ांसड्यूसर है जो ववभिन्न प्रकार की

मेकेननकल या प्रकार की गनि को ववद्युि संकेिों में पररवनििि करने के भलए उपयोग ककया जािा है। इसका
प्रमुख उपयोग लंबी दूरी के वायुयान यानन स्लाइडर और वपस्टन के स्थान की ननदे भिका में ककया जािा है। यह
िकनीकी गुणधमी और वविेषिाओं के कारण ननरंिर और स्थायी आवश्यकिाओं के भलए ववद्युनिकरण के क्षेत्र
में पसंद ककया जािा है। इसके बारे में अधधक जानकारी के भलए, आप ववस्िृि िकनीकी संदिि या िकनीकी
पस्
ु िक से पढ़ सकिे हैं।

एक िीनियर वेररएबि डिफरें लियि ट्रांसफरर्मर (LVDT) कर करर् करिे कर लसद्रांत चुंबकीय
अभिवाहन और डडफरें भियल ट्ांसफामिर की अवधारणा पर आधाररि है। यहां एक ववस्िृि व्याख्या है:

1. र्ूि निर्रमण :
• एलवीडीटी में एक प्राथभमक कोइल (जजसे प्राथभमक ववंडडंग िी कहिे हैं) और दो
सेकेंडरी कोइल (जजसे सेकेंडरी ववंडडंग िी कहिे हैं) होिी हैं, जो एक होलो भसलेंडिकल
फॉमिर पर लपेटी जािी हैं।
• एक चलने वाला चुंबकीय कोर (िी आमेचर कहा जािा है) फॉमिर के अंदर रखा जािा है
और इसके धारों के अक्ष के साथ लंबवि रूप से चल सकिा है, बबना इसकी दीवारों को
छूिे हुए।
2. चांबकीय अलिवरहि:
• जब प्राथभमक कोइल पर एसी (आल्टरनेटटंग करं ट) वोल्टे ज लागू की जािी है, िो यह
कोइल के आस-पास एक बदलिी चंब
ु कीय क्षेत्र उत्पन्न करिी है।
• फारे डे के चुंबकीय अभिवाहन के कानून के अनुसार, इस बदलिे चुंबकीय क्षेत्र से दोनों
सेकेंडरी कोइल में वोल्टे ज उत्पन्न होिा है। इनमें से ककसी िी दूसरी कोइल में
उत्पन्न वोल्टे ज की मात्रा प्राथभमक कोइल और उस वविेष सेकेंडरी कोइल के बीच
संवेदनिीलिा पर ननििर करिी है।
3. डिफरें लियि ट्रांसफरर्मर कर लसद्रांत :
• एलवीडीटी डडफरें भियल ट्ांसफामिर के भसद्धांि पर काम करिा है। दोनों सेकेंडरी
कोइल्स को श्ृंगार ववरोध में जोडा जािा है, अथािि ् वे ऐसे िरीके से लपेटे जािे हैं कक
उनमें उत्पन्न वोल्टे ज का ध्वनन ररखा होिा है।
• जब चुंबकीय कोर नल जस्थनि में होिा है, िो दोनों सेकेंडरी कोइलों में उत्पन्न वोल्टे ज
की मात्रा समान होिी है, लेककन पोलररटी में ववपरीि होिी है। इसभलए, वे एक-दूसरे
को रद्द कर दे िे हैं, जजससे नेट आउटपुट वोल्टे ज िून्य होिी है।
4. आउटपट वोल्टे ज की ववलिन्ितर:
• जैसे ही चुंबकीय कोर नल जस्थनि से दूर जािा है, िो यह प्राथभमक कोइल के साथ और
सेकेंडरी कोइलों के साथ ववभिन्न रूप से कपभलंग करिा है।
• जब कोर नल जस्थनि से चलिा है, िो एक सेकेंडरी कोइल के साथ कपभलंग बढ़िा है
जबकक दूसरे सेकेंडरी कोइल के साथ कपभलंग कम होिा है। इससे कोर के स्थान की
ववभिजन्निा के अनुपाि में एक डडफरें भियल आउटपुट वोल्टे ज उत्पन्न होिी है।
• कोर के चलने के टदिा को डडफरें भियल आउटपुट वोल्टे ज के प्राजति का ननधािरण
करिा है, जजससे वाउटपुट वोल्टे ज की प्राजति का ध्यान रखिा है।
5. िीनियर सांबां् :
• एलवीडीटी का आउटपट
ु वोल्टे ज ककसी ननजश्चि रें ज में कोर के स्थान के साथ एक
लीननयर संबंध रखिा है।
• यह लीननयर संबंध एलवीडीटी को ववभिन्न उपयोगों में लगािार और सटीक रूप से
लंबवि स्थान जााँचने के भलए उपयुक्ि बनािा है।

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