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सह िजत्

|| 9

बुिढ़या डाही संग अिछ

कमलक मृणाल, पुरैिन, कमलगrा, िबसWढ़सँ भरल खेत


ओ नै छिथ बुिढ़या डाही
खेत जे छलै सनगर यौ
आब बनल (ेमक कमलदह
घृणाक िवXo अिछ हमर ई बुिढ़या डाही

फेर वएह गप
आfमरTाथ8
सfयक िवरोधमे
चोरबा बाजल फेर
सज8नक सुख भेटत चोिरमे?

दोसराक कृित अपना नाम केलासँ


आिक दोसराक मेहनितकR अपन नाम देलासँ
दोसराक (ितभाकR दबा कऽ
कुटीचािल कऽ आर
भWग पीिब घूर तर कऽ गोलैसी

कोनाकR आँगुर काटब जे िलखब बt करत


तोिड़ िदयौ डWर, कािट िदयौ पएर
आँिख िनकािल िलअ धऽ िदयौ रॉलरक नीचWमे
िपसीमाल उठा िदयौ
बड़का एलाहR सज8नक सुख पेबाले

तँ की हािर जाइ
तँ की छोिड़ िदऐ
10 || गजे ठाकुर

इwछा जीतत आिक जीतत ई^य/


संक!प हमर जे ऐ धारकR मोिड़ देब
मुदा िकछु ई^य/ अिछ सोझW अबैत
ई^य/ जे हम धारकR नै मोिड़ पाबी
बहैत रहए ओ ओिहना
ओिहना िकए, ओहूसँ भयंकर बिन

संक!प जे हम केने छी
इwछा जे अिछ हमर/ से हािर जाए
आ जीित जाए xेष/ जीित जाए ई^य/
हा हारबो करी तेना भऽ कऽ जे लोक देखए!/ जमाना देखए!!

तेना कऽ हारए संक!प हमर/ इwछा हमर

धारकR रोिक देबाक/ ठाढ़ भऽ जेबाक


सोझW ओकर
आ मोिड़ देबाक संक!प ओइ भयंकर उदZड धारकR

मुदा िकछु आर ई^य/ अिछ सोझW अबैत


ओ xेष चाहैए जे हमर (यास/ धारकR मोड़बाक (यास
मोड़लाक (यासक बाद भऽ जाए धार आर भयंकर

पुरान लीखपर चलैत रहए भऽ आर अfयाचारी

आ हम जाइ हािर
आ हारी तेना भऽ कऽ जे लोक राखए मोन
मोन राखए जे िकयो दु3साहसी ठाढ़ भऽ गेल छल धारक सोझW
तकर भेल ई भयंकर पिरणाम
जे लोक डरा कऽ नै करए फेर दु3साहस
दु3साहस ठाढ़ हेबाक उदZड-अfयाचारी धारक सोझWमे
सह िजत्
|| 11

लऽ ली हम पतनुकान/ आ से सुिन थरथरी पैिस जाए लोकक हृदयमे

मुदा हम हँसै छी
हािर तँ जाएब हम
मुदा हमर साधनासँ जे रHतबीज खसत
से एक-एकटा ठोपक बीआ बिन जाएत सह बाढ़िन झzटाबला
घृणाक िवXo ठािढ़ अिछ हमर ई बुिढ़या डाही।

कमलक मृणाल, पुरैिन, कमलगrा, िबसWढ़सँ भरल खेत बनत


खेत जे छलै सनगर यौ, जइमे घृणाक तरहिर खुनेलॱ यौ
घृणाक तरहिर खूनल ओइ खेतमे
कमलक मृणाल, पुरैिन, कमलगrा, िबसWढ़ अिछ भिर गेल
(ेमक कमल अिछ फुला गेल।
बुिढ़या ढाहीकR जीिवते गािर देने रिहऐ
ओकर रHत सन लाल अरहुल चाj कात झँपने
सह बाढ़िन
झzटाबला बुिढ़या डाही केलक ई।

आ तखन
फैसला हेतै आब
जखन
उनिट जाइए लोक
उनिट जाइ छै बोल
छने-छन बदिल जाइए
िबचकाबैए ठोर

बोलक मधुर वाणी


बोली-वाणी
बदिल जाइ छै
12 || गजे ठाकुर

बिन जाइए िबखाह


गोबरझार दऽ चमकाबै छी 3मृितकR
घृणाक िवXo ठाढ़ छिल तिहयो हमर ई बुिढ़या डाही।

धारकR रोकबाक िह3सक जकरा लािग गेल छै


आ ओ सभ तकर िवXo ठोिक कऽ टाल
भऽ जाएत ठाढ़
आ डरा जाएत xेष 3मरण कऽ
जे फेर रHतबीजसँ िनकलल ऐ सह बाढ़िन सभक रHतबीज
एकर सभक बीआक स तान फेर आर बिढ़ जाएत आKमणसँ
कारण संक!प अिछ, इwछा अिछ ई सभ
धारकR रोकबाक िह3सक जकरा लािग गेल छै
घृणाक िवXo अिछ जे
जकरा बुिढ़या डाही अहW कहै िछऐ।
सह िजत्
|| 13

घड़ी पूजा
ऐँ यौ,
अहूँ सभमे होइए घड़ी पूजा
ई तँ होइ छै छोटका लोक सभमे
अग3त १८ २०१० कR छै घड़ी पूजा ऐ बेर
धम8राजक भगवती घरमे
खा कऽ हाथ धो कऽ गािर दै िछऐ,
नै िकछु बहराएत बाहर

घड़ी पूजा.. कहलकै जे


घड़ी पूजा कोन पूजा?
य} नै योग
मीमSसा नै तक8
वेदा तक आगW सS~य
•ा€Zयक बाद बौo
'oाक आगW तप
•€क बदला आfम
ऋिष नै मुिन
देवता नै गुX

घड़ी पाबिन
भगवतीक पातिर
भगवती घरसँ नवेद बाहर नै जेतै
भगवती घरमे केरा पात सिहत ऐँठ-कूइठ गािर दै छी
सभ िख3सा करैए- घड़ी पाबिन •ा€णक घरमे?
ई तँ शोलक हक घरक पाबिन िछऐ
ई तँ कताक पुरखासँ होइत आिब रहल अिछ
नाम िछऐ भगवती घर मुदा 3थान िछयि ह धम8राज बाबाक
14 || गजे ठाकुर

घड़ी पाबिन, साओन मास, मधु'ावणीक बाद जिहया बुध पड़त, तिहया
फेर अषाढ़मे घड़ी पाविन
नव बत8न, नव चु ामे खीर, दािल भरल पूड़ी, मोतीचूड़क ल‚डू
आँचर, आ भगवती घरमे भगवतीक टSगल मौड़
कोिठयाक मािल केर बनाएल धम8राजक गोल मड़रानी
मड़रानीपरसँ जनौ टSगल
चौदहो देवान भगवती घरमे
चौदहो देवानक वास
चौदहटा खीर-पूड़ीक पातिर
ल‚डू आ खेरही वा केराओक दािलक दिलपूरीसँ झWपल
फेर भगवती घर बt कऽ देल जाइए
फेर थोपड़ी पािर कऽ खोलल जाइए
बाले-बwचे (साद खा
भगवती घरमे मािट कोिड़ कऽ गािड़ देल जाइए

आंगनमे सेहो एकटा पूजा होइए हमरा घरमे


खािध खूिन कऽ, ढेका खोिल कऽ
बालापीरक पूजा खीर-पूरी रािख
धूप-दीप देखा कऽ होइ छै
आ मािटकR फेर नीप देल जाइ छै
बालापीर....

िवश वा जन
जनसँ जनक
जन केर जनक

आ एmहर मƒहथमे
बालापीर
हमर अंगनामे!
आ ओmहर...
सह िजत्
|| 15

मZडलामे
गुj बालापीर साहबक (ग„य िदवस
बैसाख शुHल पूिण8मा
स…गुj कबीर साहब
सfयनाम धुन
गुj मिहमा पाठ
पूनम महाfम पाठ
सतसंग भजन
समािध दश8न
भƒट बंदगी
भZडारा, चौका आरती

बासनी लग गाम कुmहारी
हसन शहीद बालापीर
उस8 मेला
तीन िदन
फ†क नमाज
दरगाहमे मजार शरीफपर गु3लक र3म
चादिर चढ़ा
अकीदतक फूल देल जाइए
कुरान~वानी
नागौरसँ कुmहारी
बासनीसँ कुmहारी

बाला-पीरक 3थान
बाला-पीर अबै छिथ तँ सुग ध पसरैए

सीवनमे कैथल-पिटयाला िदस
बाला पीरक दरगाह
16 || गजे ठाकुर

ढोल-बाजा संग चादिर आिन


चादिर चढ़ा
भंडारा

आ मƒहथमे
आंगनमे सेहो एकटा पूजा होइए हमरा घरमे
खािध खूिन कऽ, ढेका खोिल कऽ
बालापीरक पूजा खीर-पूरी रािख
धूप-दीप देखा कऽ होइ छै
आ मािटकR फेर नीप देल जाइ छै
बालापीर....
अहमदाबाद-मुंबई हाइवे नंबर आठ पर नंदेसरी गWव
बालापीरक दरगाह
बाबाक शानमे घड़ीक चढ़ौआ !!!

घड़ी पूजा...
घड़ी पूजा.. कहलकै जे
कोन पूजा
पूजा नै य}
य} नै योग
मीमSसा नै तक8
वेदा तक आगW सS~य
•ा€Zयक बाद बौo
'oाक आगW तप
•€क बदला आfम
ऋिष नै मुिन
देवता नै गुX

•ा€णनै वlाfय
मुरेठा ब हने,
सह िजत्
|| 17

हाथमे पेना
धनुष
इ धनुष
पिनसोखा
नील पेट
लाल-लोिहत पीठ
िव}ान, तक8, बुिoक वास
कारी केश, व†, कुZडल
कारी रङक कपड़ा
गरामे चSदीक हँसुली
कारी आ उˆजर भेड़ाक चमड़ा डWड़मे
लाल पािढ़
आँचरमे तह नै
खाली पएरे
मोनक रथपर असवार
Tण(भा ओकर चाबुक
धानुकी वlाfय
सS~यधाराक वाहक
•ा€णक सोम वlाfयक सुरा!!
हम वlाfय

कीकट, िवदेहक अ‰ुत •ा€ण


षडिवंश
देव (ितमाक हँसब, कानब, नाचब
िपपनी खसाएब, िहलाएब
देव मि दरक थरथरी
देव (ितमाक फूटब

घड़ी पूजा.. कहलकै जे


18 || गजे ठाकुर

घड़ी पूजा कोन पूजा?


य} नै योग
य} माने आवाहन, समप8ण,
योग अिछ मुदा सामŠय8
मीमSसा करैत, तहक तहमे जाइ
मुदा उQर तक8 सँ अबैए
वेदा तक िमŠया नै सS~यक सfव, रजस, तमस्
•ा€Zयक बाद बौo
'oा माgसँ की हएत, (ाि‹त लेल तप
•€पर छोड़लासँ की हएत, सभटा िजmमा अिछ आfमक
ऋिषक }ानक नै काज
जे रीछ सन पव8त क दरामे रहै छिथ
मुिनक राग-xेष-तामससँ रिहत
लोकक बीच रहनाइ अिछ पिसt
िबनु देखल-बुझल देवता नै
गुX चाही, जकरासँ कऽ सकी वात/
हम वlाfय

अहW ताकैत रहू


कारण देव (ितमाक हँसबाक, कनबाक, नचबाक
िपपनी खसेबाक, िहलेबाक
देव मि दरक थरथरेबाक
देव (ितमाक फुटबाक

हम तँ तािक रहल छी रह3य


बालापीर
हमर अंगनामे!
आंगनमे..
खािध खूिन कऽ…, ढेका खोिल कऽ ..
बालापीरक पूजा खीर-पूरी रािख

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