Professional Documents
Culture Documents
उत्तर प्रदेश की जल निकासी प्रणाली
उत्तर प्रदेश की जल निकासी प्रणाली
प्रणाली
Copyright © 2014-2023 TestBook Edu Solutions Pvt. Ltd.: All rights reserved
Download Testbook App
परिचय
उत्तर प्रदेश के अपवाह तंत्र में अनेक छोटी और बड़ी नदियाँ हैं जो धरातलीय प्रतिरूप के अनुसार बहती हैं। इन नदियों ने उत्तर प्रदेश
के धरातल के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई हैं। ये नदियाँ किसानों को सिंचाई के लिए जल उपलब्ध कराती हैं। नदियाँ जल
परिवहन का मार्ग प्रस्तुत करती है, मत्स्य पालन और व्यवसाय में सहायक होती है, तथा नदियाँ जलविद्युत का एक स्रोत है और यह
राज्य के प्राकृ तिक संसाधनों को भी समृद्ध बनाती है। उत्तर प्रदेश में पर्याप्त मात्रा में वर्षा होती है, जिससे नदी का अपवाह तंत्र समृद्ध
रहता है।
उत्तर प्रदेश में, बड़ी और छोटी दोनों तरह की लगभग 30 विभिन्न नदियाँ हैं। सामान्यतः हिमालय, विंध्य और मैदानी क्षेत्रों का उपयोग
उत्तर प्रदेश से होकर बहने वाली नदियों के मार्ग को समझाने के लिए किया जा सकता है।
उत्तर प्रदेश की नदियों को निम्नलिखित तीन वर्गों में विभाजित किया जा सकता है:
1) हिमालय पर्वत से निकलने वाली नदियाँ: गंगा, यमुना, गंडक, काली, रामगंगा, सरयू, राप्ती आदि।
2) तराई क्षेत्र या गंगा के मैदान से निकलने वाली नदियाँ: गोमती, वरुणा, पांडू आदि।
3) विंध्य पर्वत शृंखला या दक्षिणी पठार से निकलने वाली नदियाँ: चंबल, बेतवा, के न, सोन, रिहन्द, टोंस, कन्हार, आदि।
उत्तर प्रदेश की महत्वपूर्ण नदियाँ:
गंगा
1) गंगा नदी बिहार की प्रमुख नदी है। उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में 5611 मीटर ऊं चा हिमनद गंगोत्री उद्गम का स्रोत है।
2) यह नदी हरिद्वार के निकट समतल भूमि पर बहने लगी है।
3) यह बहते हुए उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में प्रवेश करती है।
4) गंगा में बाईं ओर पाई जाने वाली प्रमुख सहायक नदियाँ राम गंगा, गोमती, घाघरा, राप्ती और गंडक नदियाँ हैं।
5) गंगा की दाईं ओर की प्रमुख सहायक नदियाँ यमुना, सोन, टोंस, कर्मनाशा और चंद्रप्रभा नदियाँ हैं।
यमुना
1) गंगा की इस सहायक नदी का उद्गम बन्दरपूँछ के पश्चिमी ढाल पर स्थित यमुनोत्री हिमनद से हुआ है जिसकी कु ल लंबाई 960
किलोमीटर है।
2) यह यमुनोत्री हिमनद से बहते हुए राज्य के सहारनपुर जिले में प्रवेश करती है।
3) यह बहते हुए राज्य के इलाहाबाद में गंगा नदी में जाकर मिलती है।
4) इसमें इटावा के निकट चंबल, हमीरपुर के निकट बेतवा और नोएडा के पास हिंडन नदी शामिल है।
रामगंगा
1) कु माऊं नदी उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल जिले में हिमालय पर्वत शृंखला के दक्षिणी भाग में दूधाटोली पर्वत के निकट से निकलती
है।
2) यह नदी बहते हुए राज्य के बिजनौर जिले में प्रवेश करती है और इसका उद्गम गढ़वाल में नैनीताल से हुआ है।
3) इसकी कु ल लंबाई 690 किलोमीटर है।
4) यह कन्नौज के निकट गंगा नदी में मिल जाती है।
5) इस नदी का उपयोग सिंचाई के लिए अधिक नहीं किया जाता है, क्योंकि इसका मार्ग अनिश्चित है और यह परिवर्तनशील भी है।
6) कालागढ़ में सिंचाई के लिए इस नदी पर बांध बनाया गया है।
7) रामगंगा नदी की एक सहायक नदी खोह है।
राप्ती
1) यह धौलागिरी के दक्षिण में रुकु मकोट के पास नेपाल की छोटी हिमालय पर्वत शृंखला से निकलती है।
2) इसकी कु ल लंबाई 640 किलोमीटर है।
3) उत्तरी भाग में इस नदी की मुख्य धारा को बूढ़ी गण्डक के नाम से भी जाना जाता है।
4) रोहिणी नदी इसकी प्रमुख सहायक नदी है।
घाघरा
1) इसका उद्गम स्थल तिब्बती पठार पर मापचाचुंगो हिमनद है।
2) पहाड़ी क्षेत्र में इसे कर्णाली और मैदानी क्षेत्र में घाघरा कहते हैं।
3) इसकी कु ल लंबाई 1080 किलोमीटर है।
4) यह बिहार के छपरा राज्य के निकट गंगा में पाई जाती है।
5) इसमें काली नदी तथा राप्ती नदी एक साथ मिलती है।
6) यह नदी लखीमपुर और सीतापुर की सीमा बनाती है।
चंबल
1) यह नदी विंध्याचल पर्वत शृंखला के रायसेन जिले के कु मरा गांव से निकलती है।
2) इसकी कु ल लंबाई 480 किलोमीटर है।
3) यह बहते हुए हमीरपुर के पास यमुना नदी में जाकर मिलती है।
सिंध
1) यह नदी अमरकं टक की पहाड़ियों में नर्मदा के उद्गम स्थल के निकट शोषकुं ड नामक स्थान से निकलती है।
2) इसकी कु ल लंबाई 780 किलोमीटर है।
3) बनास, गोपद, रिहंद और कु न्हार इसकी प्रमुख सहायक नदियाँ हैं।
गोमती
गोमती कै थी (गाजीपुर)
रामगंगा कन्नौज
गंगा-यमुना-सरस्वती इलाहाबाद
घाघरा छपरा
सोन पटना
गंडक हाजीपुर
वरुणा वाराणसी
सरयू अयोध्या