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'Ch-3 Exercise मेहमान की वापसी' with you
'Ch-3 Exercise मेहमान की वापसी' with you
'Ch-3 Exercise मेहमान की वापसी' with you
2. जॉली के घर में महीने भर रहने की बात सुनकर अजय क्या सोचने लगा?
उत्तर : अजय को छुट्टटयों में मौसी के घर यह घटना याद आ गई कक वह बडे िौक से रायपरु
अपनी मौसी के घर छुट्टटयों में गया था , सिर बहुत अच्छा भी था, पर रात में उसे अपनी
मम्मी की बहुत याद आई , और तककए में मुांह तछपाकर वह रात भर रोता रहा था। तब मौसी
उसे गोद में लेकर दे र रात तक थपथपाती रही थीां।
उत्तर : राय अांकल ने अजय को थैंक्स काडच भेजा था क्योंकक उन्हें अजय के पापा के ित से
पता चला था कक जॉली का पूरा ध्यान अजय रि रहा था।। अतः वे बेकिि रहें ।
उत्तर :
(घ) ‘िाक जानता है प्यार की कीमत’ अजय ने ऐसा क्यों कहा? र्सपष्ट कीजजए।
उत्तर: “िाक जानता है प्यार की कीमत’ अजय ने ऐसा कहा क्योंकक उसने सोचा कक
अगर जॉली उससे भी प्यार करता तो बबना उससे शमले जॉली डॉक्टर अांकल के साथ
वापस अपने घर नहीां जाता।
(ङ) ‘मेहमान की वापसी’ िीर्चक की साथचकता शसद्ध कीजजए। कोई अन्य उपयुक्त िीर्चक
बताइए ।
उत्तर : ‘मेहमान की वापसी’ कहानी का िीर्चक बबलकुल साथचक है। कहानी के अांत में जब अजय
बहुत दि
ु ी है कक जॉली बबना उससे शमले ,अपने माशलकों के साथ चला गया । उसका पवश्वास
प्रेम से उठने लगा था कक गाडी के हॉनच की आवाज और डॉ. अांकल का आना और उससे भी तेजी
से जॉली का अजय के पास भागकर जाना, कहानी को ममचर्सपिी बना दे ता है।
इस कहानी का दस
ू रा िीर्चक हो सकता है_ प्यार की कीमत।
जॉली ने दोनों पांजे उठाकर उसका र्सवागत ककया, तो उसकी बााँछे खिल गई, किर उसने अपनी सी
मेज्ज वहीां लगा ली और जॉली से बातें करता हुआ अपना छुट्टटयों के शलए टदया गया ‘होमवकच”
करता रहा। वह कल िाम सारी कॉलोनी में ख़बर दे आया था कक हमारे यहााँ वमाच जी के िेिू से
बढ़कर कुत्ता आया है। सुबह से ही दिचकों की भीड लग गई थी। अजय सहमे हुए बच्चों कह रहा
था ‘पास आओ न! काटता थोडे है... जॉली िेक हाँड्स पवद रमेि’।
चचांतन-मनन
(क) कुत्ते को ही हमेिा विादारी की शमसाल क्यों दी जाती है ? इांसानों की क्यों नहीां? सोचकर
शलखिए।
उत्तर : आटद मानव ने सबसे पहले कुत्ते को पालतू बनाया। वे शिकार में भी मदद करते थे ,इसके
बदले उन्हें भी शिकार का टहर्ससा शमलता था । वे रिवाली भी करते थे । अलाव की आग की
गमी के शलए कृतज्ञता दिाचते थे।धीरे धीरे एक दस
ू रे का इन्होंने पवश्वास जीत शलया। और वे
मानव पर आचित हो गए। गाय भेड बकररयों को इक्कठा करना उनपर भेडडए शिकाररयों का
आिमर् रोकना और सतकच करना उनका काम था वे भौंककर रिवाली करते थे ।वे जान पर
िेलकर बचाव करते थे।धीरे धीरे वे विादारी की शमसाल बन गए।
मानव कुत्तों पर आचित तो थे ,पर साथ ही साथ िजक्तिाली भी थे,इसशलए विादारी की उम्मीद
उनसे नहीां की जाती है ।
(ि) जब कोई अपनी बात नहीां कह पाता, तो रोने क्यों लगता है? सोचकर शलखिए।
उत्तर: भाव की अचधकता के कारर् जब कोई अपनी बात नहीां कह पाता, तो रोने लगता है ।
रोना एक नैसचगचक किया है। यह भावों को चाहे वे दि
ु के हों अथवा सुि के , सबसे सरल और
सहज रूप से प्रकट करने का सामर्थयच रिते हैं।
“मेहमान की वापसी” पाठ में भी जब डॉ. अांकल और राय आांटी जॉली को अजय की अनुपजर्सथतत
में वापस ले जाते हैं , यह जानने के बाद अजय अहांकार के कारर् अपने आांसुओां को रोक लेता
है ।पर वही अजय जॉली के बेवक्त आगमन पर अपने आांसुओां को रोक नहीां पाता। उसकी सारी
शिकायतें उसकी आांसुओां में बह जाती हैं।
पाठ से आगे
उत्तर: अनचाहे व्यजक्त के घर छुट्टटयाां बबताना अवसर बन सकता है । उस व्यजक्त को एक िाांत, सुिद
और आरामदायक जगह पर सोने का और आराम करने का अवसर शमलेगा। उसे अपने मनपसांद
गततपवचधयों में समय व्यतीत करने का मौका शमलेगा, जैसे कक ककताब पढ़ना, सांगीत सुना, सैर करना या
किर केवल आराम करना। वह अपने आप से जुडाव बनाए रिने का अवसर पाएगा और नए और
िाांततपूर्च माहौल में अपने आप को पुनः िोजने का मौका शमलेगा।
इस कहानी को सुिाांत कहा जायेगा क्योंकक जजस तरह से जॉली वापस अजय के पास वापस आ
जाता है, वह हमारी सांवेदनाओां को झांकृत कर दे ता है। यटद वह डॉ राय के वापस आने पर अजय
को भूल जाता तब यह दि
ु ाांत होता।
भार्ा अध्ययन
• आगत वर्ों की पहचान किया एवां सांज्ञा का ज्ञान वाक्य तनमाचर् का ज्ञान मुहावरों का
वाक्यात्मक प्रयोग वाक्य के रूपों को ज्ञान
टहांदी भार्ा में अांग्रेजी भार्ा के कई िब्द प्रयुक्त होते हैं; जैसे कॉलेज, डॉक्टर, ऑक़िस आटद।
इनमें प्रयुक्त होने वाली ध्वतन ‘ओां’ एक आगत ध्वतन है। यह टहांदी की ‘आ’ और ‘ओ’ ध्वतनयों से
शमलती-जुलती ध्वतन है, पर इसका उच्चारर् शभन्न है। कुछ िब्दों में इसका प्रयोग जरूरी होता है
वरना अथच में अांतर आ जाता है; जैसे माल मॉल, बाल-बॉल।
(क)जॉली
(ग) डॉक्टर
(घ) बॉल
(ङ) मॉतनिंग
(ङ)कॉलोनी
(च) मॉल
(ि) वह वह वह दबे
खिसक उठकर पाांव
गया चला चला
गया गया।
(ग) तुम तुम चुप तुम बक
कान रहो _ बक
मत मत
िाओ करो।
(घ)उसकी वह उसका
बााँहें खिल बहुत िुि मन
गई हुआ बाग_
बाग हो
गया।
(ङ) सारी शिकायतें सारी सभी
आाँसुओां में बह गईं शिकायतें मन_
धुल गई मुटाव
दरू
हो
गए।
3. उसने अपना हाथ धीरे से जॉली की तरि बढ़ा टदया। ‘हाथ बढ़ाना’ यानी दोर्सती कर नीचे हाथ
से सांबांचधत कुछ मह
ु ावरे टदए गए हैं। अथच समझकर इनसे वाक्य बनाइए-
(क) हाथ सा़ि करना : दक्षता हाशसल करने के शलए अभ्यास करना,
आजकल राम ड्राइपवांग करने के शलए हाथ साि करने में लगा रहता है।
(ग) हाथ-पााँव मारना:प्रयास करना – सुनील ने नौकरी के शलए बहुत हाथ पैर मारा ।
सरल वाक्य उसने दरवाजे के बाहर िडे होकर जोर से आवाज दी।
(ि) अजय रोज की तरह सीटी बजाते हुए घर में नहीां आया।
उपयुचक्त वाक्यों में से पहला वाक्य पाठ से शलया है, िेर् तीन वाक्य दे िने में पहले वाक्य से शमलते-
जुलते हैं, पर उनके अथच अलग- अलग हैं। पहला वाक्य ककसी कायच या बात के होने के बारे में बताता है।
इसे पवचधवाचक वाक्य कहते हैं। दस
ू रे चाक्य में उस कायच के न होने से है इसशलए उसे तनर्ेधात्मक
वाक्य कहते हैं। तीसरे वाक्य में इसी बात को प्रश्न के रूप में पूछा जा रहा है. ऐसे वाक्य प्रश्नवाचक
वाक्य कहलाते हैं। चौथे वाक्य में अजय को काम करने के शलए कहा जा रहा है, अतः आवेिात्मक वाक्य
है।
‘मौसी ने अजय को अपनी गोद में ले शलया’ पवचधवाचक वाक्य है। इस वाक्य से तनर्ेधात्मक, प्रश्नवाचक
और आदे िात्मक वाक्य बनाइए-
2. घर में मेहमान के आने पर आप उसका अततचथ सत्कार कैसे करें गे? क्या आपके घर
में बहुत मेहमान आते हैं? उनके ज्यादा टदन रहने के कारर् अपनी टदनचयाच पर
पडने वाले ़िकच शलखिए। ( गह
ृ कायच)
3. आपको छुट्टटयों में ककसके घर जाना सबसे अच्छा लगता है? वहााँ की टदनचयाच
अलग कैसे होती है ? शलखिए।(गह
ृ कायच)
• तकनीकी ज्ञान एवां मीडडया कौिल पयाचवरर् चचांतन • भागीदारी, िोज एवां अशभव्यजक्त टदिाओ और
बताओ
2. अपने पडोसी द्वारा पाले गए पिु-पक्षी के बारे में जातनए कक वे उसका पालन-पोर्र्
कैसे करते हैं?