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ITI Class by Raman Sir

डीसी जनरे टर के उत्पन्न दोष उनके कारण व ननवारण –


I) डी.सी. जनरे टर वोल्टे ज उत्पन्न नही ीं करता -
क्र. सीं. कारण ननवारण
1. फील्ड का रे जिडूअल मैग्नेट नहीीं होगा | बैटरी या जकसी एनी डीसी सप्लाई से पोलोीं को चािज कीजिए |

2. कनेक्शन का ठीक ना होना | कनेक्शन को ठीक कीजिए |

3. फील्ड वाइीं जडीं ग (कीं डली) का ओपन सजकजट होना चैक करके सजकजट को ठीक करो |
|
4. आमेचर का ओपन सजकजट होना | चैक करके सजकजट को ठीक कीजिए |

5. फील्ड सजकजट का शाटज सजकजट होना | चैक करके शाटज सजकजट को दू र करो |

6. कम्यटे टर पर ब्रशोीं का दबाव ठीक न होना | कम्यटे टर पर ब्रशोीं को ठीक से जफट करो |

7. स्पीड का कम होना | स्पीड को चैक करके, रे टे ड स्पीड पर घमाओ |

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II) – जनरे टर (कम्युटेटर) पर अनिक स्पानकिंग होना-
क्र.स कारण ननवारण
1 कम्यटे टर का पूर्ज रूप से गोलाई में न होना | कम्यटे टर को लेथ मशीन पर पूर्ज रूप सेर गोल करना |

2 ब्रशोीं का सींपकज ठीक न होना | ब्रशोीं का सींपकज ठीक कीजिए |

3 ब्रश MNP पर नहीीं है | ब्रशोीं को MNP पर सेट कीजिए |

4 माइका सैगमेंट का ठीक न होना | माइका सैगमेंट को ठीक से जफट कीजिए |

5 आमेचर क्वाइलोीं का क्रास होना | क्रास हुए क्वाइलोीं को ठीक करो |

6 कम्यटे टर पर ग्रीस या तेल का लगे होना | कम्यटे टर को अच्छे से साफ कीजिए |

7 ब्रशोीं पर प्रेशर ठीक न होना | ब्रशोीं के दबाव को ठीक करो |

8 इीं टर पोलोीं की पोलेररटी गलत होना | इीं टरपोलोीं की पोलेररटी ठीक करो |

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III) - जनरे टर का अनिक गर्म होना व अनिक आवाज करना -
क्र.स कारण ननवारण
1 आमेचर और फील्ड वाइीं जडीं ग का शाटज सजकजट होना | वाइीं जडीं ग को अच्छे से वाजनजश करो या जफर इन्हें दोबारा वाइीं ड करो |

2 लोड का रे टे ड लोड से अजिक होना | लोड को कम कीजिए |

3 कम्यटे टर पर स्पाजकिंग होना | कम्यटे टर पर स्पाजकिंग को बींद कीजिए |

4 बैररगोीं का ठीक न होना | ग्रीस करके ठीक करो या बदल दो |

5 वाइीं जडीं ग का अथज होना | अथज हुई वाइीं जडीं ग को इन्सलेट कीजिए |

6 आमेचर के फील्ड का पोलोीं के साथ रगड़ खाना | आमेचर तथा पोलोीं के बीच का एयर गै प एक एक समान कीजिए|

7 फील्ड पोलोीं का योक से ढीला हो िाना | फील्ड पोलोीं का योक के साथ अच्छी तरह से कसो |

8 िनरे टर का आिार का ढीला हो िाना | फाउीं डेसन बोल्ोीं को अच्छी तरह कसो |

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अलग-अलग डीसी र्ोटरोीं के अनिलक्षण एवीं उपयोग-
क्र. र्ोटर का अनिलक्षण उपयोग
सीं. प्रकार
1. श्रेर्ी मोटर अजिक स्टाजटिं ग टाकज, पररवतजनशील गजत तथा क्रेन, हायस्ट, जलफ्ट इीं िन, रोजलींग जमल, भहर उठाने की
स्पीड कींटर ोल सींभव मशीनोीं में तथा कन्वेयरोीं आजद में |

2. शींट मोटर मध्यम स्टाजटिं ग टाकज, लगभग स्थथर गजत, स्पीड लेथ, मशीन टू ल्स, सेंटरीफ्यगल पम्प, पींखे व ब्लोवर, ग्राइडर,
कींटर ोल सींभव | जप्रींजटीं ग प्रेस, पॉवर सा, कागज़ जनमाज र् कीमशीन में, लाइन
शास्फ्टीं ग आजद में |
3. कम्यलेजटव अजिक स्टाजटिं ग टाकज, पररवतजनशील स्पीड, एलीवेटर, कम्प्रेसर, ब्लोवर, रोजलींग जमल, शेपर तथा प्लेजनींग
कम्पाउीं ड स्पीड कींटर ोल सींभव मशीन, पींजचींग मशीन आजद में |

4. जडफरें जसयल बहुत कम स्टाजटिं ग टाकज, असामान्य गजत इस प्रकार की मोटर का उपयोग बहुत कम जकया िाता है |
कम्पाउीं ड पररवतजन

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डीसी र्ोटर र्ें उत्पन्न दोष, उनके कारण व ननवारण –
I) - र्ोटर स्टाटम नही ीं होती –
क्र. कारर् जनवारर्
सीं.
1. मेन सप्लाई का न आना | टे स्ट लैम्प से सप्लाई चैक करो व फ्यू ि को चैक करो |

2. ब्रशोीं का कम्यटे टर से सींपकज नहीीं होना | ब्रशोीं का दबाव ठीक करो, तथा कम्यटे टर को रे गमाल से साफ करके लगाओ |

3. तारोीं का टू टना या ओपन सजकजट होना | तारोीं को चैक करो व ओपन सजकजट को ठीक करो |

4. स्टाटज र में ओपन सजकजट होना | स्टाटज र को चैक करो |

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II) - जब र्ोटर शाक (झटका) दे ती है –
क्र. कारण ननवारण
सीं
1. आमेचर या फील्ड क्वाइल या ब्रश होल्ड का मोटर की मोटर के इन्सलेशन को चैक करके, इसे ठीक करें |
बाड़ी से सींपकज होना |

2. मोटर का अच्छी प्रकार से अथज न होना | अथज की तार का पत्ती को बोल् में अच्छे से कसो | अथज की तार
टू टी ना हो इसे चैक करो |

3. फील्ड वाइीं जडीं ग का इन्सलेसन खराब होना | फील्ड वाइीं जडीं ग को चैक करके, इन्सलेसन को ठीक कीजिए |

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III) - र्ोटर चलते सर्य फ्यूज उडाती है -
क्र. कारण ननवारण
सीं.
1. लोड के अनसार फ्यू ि कम साइि का लगे होना | मोटर की िारा को चैक करके, क्षमता के अनसार सही साइि का फ्यू ि
लगाए |
2. मोटर पर ओवर लोड का होना | लोड को कम कीजिए |

3. वाइीं जडीं ग या सजकजट के जकसी तार का अथज होना | टे स्ट लैम्प या मैगर की सहायता से चैक कीजिए व दोष को दू र कीजिए |

4. स्टाटज र के प्रजतरोिोीं में शाटज सजकजट का होना | स्टाटज र को ओह्म मीटर या टे स्ट जलम से चैक कीजिए |

5. स्टाटज र के हैं डल को शीघ्रता से घमाना | स्टाटज र के हैं डल को िीरे -िीरे घमाना चाजहए |

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IV) - र्ोटर का बहुत तेज गनत से चलना -
क्र. कारण ननवारण
सीं.
1. श्रेर्ी मोटर में लोड का न होना | श्रेर्ी मोटर को लोड के साथ चलाओ |

2. फील्ड वाइीं जडीं ग का शाटज सजकजट होना | प्रत्येक क्वाइल की वोल्े ि चैक कीजिए | शाटज क्वाइल पर वोल्ता की
मात्रा कम होगी |
3. मोटर की कम्पाउीं जडीं ग का ठीक नहीीं होना | मोटर के कनेक्सन चैक करके ठीक कीजिए |

4. फील्ड वाइीं जडीं ग का ओपन सजकजट होना | फील्ड वाइीं जडीं ग की कींजटन्यूटी चैक कीजिए |

5. स्टाजटिं ग रजिस्टें स का ठीक से न िड़ा होना | स्टाजटिं ग रजिस्टें स को चैक करें तथा इसे ठीक प्रकार से िोड़ो |

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V) - र्ोटर की स्पीड का बहुत कर् होना -
क्र. कारण ननवारण
सीं.
1. सप्लाई वोल्े ि का कम होना | मोटर को रे टे ड वोल्े ि दीजिए |

2. मोटर बेयररीं ग या शाफ़्ट का िाम होना | बेयररीं ग और शाफ़्ट को चैक करो तथा खराब बेयररीं गो को बदल दो |

3. मोटर का ओवर लोड होना | लोड को कम कीजिए |

4. आमेचर का शाटज या अथज होना | चैक करके ठीक कीजिए |

5. पोलोीं की पोलेररटी का ठीक न होना | पोलेररटी को चैक करके ठीक कीजिए |

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VI) - ब्रुशोीं पर अनिक स्पानकिंग का होना-
क्र. सीं. कारण ननवारण
1. कम्यटे टर तथा ब्रशोीं पर िल जमटटी या गन्दगी का कम्यटे टर तथा ब्रशोीं को अच्छी प्रकार से साफ़ कीजिए |
िमा होना |
2. कम्यटे टर की सतह गोल न होना | कम्यटे टर की गोलाई लेथ मशीन पर ठीक कीजिए |

3. कम्यटे टर पर ब्रशोीं का सींपकज ठीक न होना | कम्यटे टर पर सही दबाव बनाकर, कम्यटे टर पर सही सींपकज
बनाइये |
4. कम्यटे टर का खरदरा होना | रे गमाल से कम्यटे टर को साफ़ कीजिए |

5. मोटर पर ओवर लोड होना | लोड को कम कीजिए |

6. सैगमेंटोीं का शाटज सजकजट होना | शाटज -सजकजट को चैक करके, दू र कीजिए |

7. ब्रशोीं का MNP (मैग्नेजटक न्यूटरल प्लेन) पर न होना राकर-आमज को सैट करके, ब्रशोीं को MNP पर सैर कीजिए
|

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VII) - र्ोटर अनिक आवाज करती है -
क्र.सीं. कारण ननवारण

1. फील्ड पोलोीं की बाड़ी से ढीला होना | फील्ड पोलोीं को बाड़ी के साथ कस दो |

2. मोटर में कींपन उत्पन्न होना | बेस के नट-बोल्ड को कस दीजिए |

3. बैररीं गो का ठीक न होना | गीस करके ठीक करो या बदल दीजिए |

4. साइड कवरोीं के नट बोल् ढीले हो िाना | नट बोल्ोीं को कस दीजिए |

5. आमेचर शाफ़्ट का टे ढ़ा हो िाना | आमेचर शाफ़्ट को लेथ मशीन पर ठीक कीजिए |

6. अम्यटे टर पर ब्रशोीं का ठीक से न लगना | ब्रशोीं को कम्यटे टर सेट कीजिए |

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स्क्वेरल केज प्रेरण र्ोटर तथा स्लिप ररीं ग प्रेरण र्ोटर की तुलना -
क्र.सीं स्क्वेरल केज प्रेरण र्ोटर स्लिप ररीं ग प्रेरण र्ोटर
.
1. इसका स्टाजटिं ग टाकज कम होता है | इसका स्टाजटिं ग टाकज अजिक होता है |
2. इस प्रकार की मोटर का रोटर स्क्वेरल केि प्रकार का इस प्रकार की मोटर का रोटर स्िप ररीं ग वाउन्ड होता है |
होता है |
3. यह मोटर स्टाजटिं ग में अजिक िारा लेती है | यह मोटर स्टाजटिं ग में कम िारा लेती है |
4. इसका शस्ि गर्क (पॉवर फेक्टर) कम होता है | इसका शस्ि गर्क (पॉवर फेक्टर) अजिक होता है |

5. इस मोटर की एजफजसएीं सी (दक्षता) अजिक होती है इस मोटर की एजफजसएीं सी (दक्षता) कम होती है |


6. इस मोटर की बनावट सरल व यह कीमत में सस्ती होती इस मोटर में स्िप-ररीं ग ब्रशोीं और ररजहस्टे ट के कारर् बनावट कजठन है
है | व यह कीमत में महँ गी होती है |
7. इस प्रकार की मोटरोीं की स्पीड लगभग स्थथर रहती है , इस प्रकार की मोटरोीं की स्पीड स्क्वेरल केि मोटर की तलना में अजिक,
अजिक लोड पर कछ कम होती है | कम हो िाती है |
8. इस प्रकार की मोटरोीं की दे खभाल कम तथा मरमत का इस प्रकार की मोटरोीं की दे खभाल अजिक तथा मरमत का खचाज भी
खचाज भी कम होता है | अजिक होता है
9. उपयोग – जडरल, मशीन, लेथ, ग्राइीं डर, ब्लोअर, पम्प, उपयोग – जलफ्ट, क्रेन, बड़े -बड़े पम्म, रोजलींग जमल्स, पवार है मर आजद में
जप्रींजटीं ग प्रेस अजद में | |

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र्ुख्यतः तीन प्रकार के स्टाटम रोीं की तुलना -
डायरे क्ट ऑन लाइन स्टाटम र स्टार-डे ल्टा स्टाटम र ऑटो ट् ाींसफार्मर स्टाटम र
1. यह स्टाटज र स्टाजटिं ग िारा को कम नहीीं यह स्टाटज र स्टाजटिं ग िारा को लगभग 1/3 यह स्टाटज र के द्वारा स्टाजटिं ग िारा को
करता | गना तक कम कर दे ता है | आवश्यकता अनसार कम जकया िा सकता
है
2. इसके द्वारा मोटर में पूरी वोल्े ि इसके द्वारा स्टाजटिं ग में 58.8 % वोल्ता इसमें टे जपींग के अनसार 40% से 75% तक
िाती है | मोटर को िाती है | मोटर में वोल्े ि िाती है |
3. इसके द्वारा मोटर को हरे पश बटन इसमें हैं डल को नीचे करके स्टाटज तथा ऊपर इसमें हैं डल को नीचे करके स्टाटज तथा ऊपर
से स्टाटज तथा लाल पश बटन से बींद करके रन की स्थथजत में लाया िाता है तथा करके रन की स्थथजत में लाया िाता है तथा
जकया िाता है | बींद करने के जलए पश बटन का प्रयोग जकया बींद करने के जलए पश बटन का प्रयोग जकया
िाता है | िाता है |
4. इनका प्रयोग 5 HP तक की मोटरोीं में इनका प्रयोग 20 HP तक की मोटरोीं में जकया इनका प्रयोग 20 HP से अजिक पावर की
जकया िाता है | िाता है | मोटरोीं में जकया िाता है |
5. स्टाजटिं ग टाकज कम होता है | स्टाजटिं ग टाकज अजिक होता है | स्टाजटिं ग टाकज अजिक होता है |

6. यह सस्ता होता है | यह महीं गा होता है | यह महीं गा होता है |

7. इसमें मोटर शरू से ही पूरी स्पीड में इसमें मोटर शरू में कम स्पीड में चलती है | इसमें मोटर आवश्यकता अनसार स्पीड में
चलती है | चलती है |

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तीन फेज र्ोटरोीं के दोष और ननवारण- I) – र्ोटर नही ीं चलती है -
क्र दोष ननवारण
र्
1. सप्लाई नहीीं िडी हुई | मेन स्िच, फ्यू ि तथा बस-बार तथा मोटर पर सप्लाई चैक करो |

2. फ्यू ि उड़े हो | फ्यिोीं को चैक करो, उड़े हो तो बदल दो |

3. वोल्े ि बहुत कम है | वोल्े ि को मापोीं, सही/पूरी वोल्े ि का प्रबींि करो |

4. कनेक्शन ओपन है | कनेक्शनो को प्रत्येक िगह चैक करो, ओपन है तो सही प्रकार से कनेक्शन िोड़ो |

5. कनेक्शन गलत हुए है | कनेक्शनो को जचत्र अनसार िोड़ोीं तथा चैक करके चलाए |

6. बेयररीं ग िाम है | बेयररीं ग चैक करो, साफ़ करो या बदल दो |

7. वाइीं जडीं ग अथज हुई है | वाइीं जडीं ग को मैगर से चैक करो अथज है तो ठीक करो |

8. ओवर लोड है | लोड को हटाकर, बीमा लोड के चलाओ |

9. स्टे टर में शाटज कजकजत दोष है | शाटज सजकजट दोष दू र करो या ररवाइीं ड करो |

10. कींटर ोल सजकजट में दोष है | कींटर ोल सजकजट चैक करो, दोष दू र करो और जफर चैक करके चलाओ |

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II) - र्ोटर से आवाज आती है -
क्र. सीं. कारण ननवारण
1. मोटर दो फेि पर चल रही है तीन फेिोीं की सप्लाई चैक करो, ठीक करो |

2. लोड असींतजलत है तीन फेिोीं पर लोड सींतजलत करो |

3. मोटर की कपजलींग ढीली है कपजलींग चैक करो, ढीली है तो उसे कसो |

4. शाफ़्ट ढीली है शाफ़्ट को चैक करो तथा सीिी करो |

5. बेयररीं ग टाईट है या टू टे है बेयररीं ग चैक करो, ठीक करो या बदल दो |

6. मोटर का पींखा ढीला हो गया, या उसमें कछ पींखे को पूर्ज रूप से चैक करो, कमी को दू र करो |
फस गया है |
7. मोटर का रोटर असींतजलत है | रोटर को चैक करो तथा सींतजलत करो |

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III) - र्ोटर कम्पन करती है -
क्र.सीं कारण ननवारण
.
1. मोटर के फाउीं डेसन नट-बोल् ढीले है | फाउन्डे सन नट-बोल् और फाउन्डे सन को चैक कसो |

2. मोटर की एलाईमेंट ठीक नहीीं है | एलाईमेंट चैक करो तथा ठीक करो |

3. रोटर का बैलेंस ठीक नहीीं है | रोटर को चैक तथा सींतलन ठीक करो |

4. मोटर दो फेि पर चल रही है | तीन फेिोीं की सप्लाई चैक करो, तथा ठीक करो |

5. बेयररीं ग टू ट गए है | बेयाररीं ग को बदलो |

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IV) -र्ोटर बहुत अनिक गर्म हो जाती है -
कस सींिानवत कारण / दोष ननवारण
1. मोटर के कनेक्शन गलत है मोटर के कनेक्शनोीं को जचत्र अनसार सही कीजिए |
2. मोटर पर ओवर लोड है लोड को कम कीजिए |
3. बैल् या पट्टे का कसाव अजिक है बैल् या पट्टे का उजचत कसाव कररए |
4. मोटर दो फेि पर चल रही है पूर्ज सप्लाई काजहक करो तथा ठीक करो |
5. मोटर की स्टे टर वाइीं जडीं ग शाटज है स्टे टर वाइीं जडीं ग को ररवाइीं ड करो |
6. बेयररीं ग अजिक टाईट है या टू टे है चैक करो, यजद ख़राब है तो बदल दो |
7. मोटर के फेि अनक्रम ठीक नहीीं है फेि अनक्रम ठीक करो |
8. में सप्लाई वोल्े ि बहुत अजिक है काजहक करो तथा रे टे ड वोल्े ि ही दीजिए |
9. मोटर की वोल्े ि तथा आवृजत्त कम है रे टे ड वोल्े ि व रे टे ड आवृजत्त दीजिए |
10. स्टे टर तथा रोटर बाड़ी आपस में रगड़ते चैक कीजिए तथा आपस की रगड़ को बींद कीजिए |
है |

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V) – र्ोटर बार-बार फ्यूज उडाती है -
क्र.सीं. सींिानवत कारण / दोष ननवारण

1. फ्यू ि क्षमता से कम कैपेजसटी के हैं | फ्यू ि क्षमता के अनसार लगाएीं |

2. मोटर पर ओवर लोड होना | लोड को कम कीजिए |

3. मोटर के कनेक्शन गलत होना | मोटर कनैक्शनोीं को जचत्र अनसार कीजिए |

4. स्टे टर वाइीं जडीं ग का शाटज सजकजट हो िाना | स्टे टर वाइीं जडीं ग को ठीक करें अन्यथा ररवाइीं ड करें |

5. फेि जसक्वैंस गलत होना | फेि जसक्वेंस काजहक करो तथा ठीक करो |

6. मोटर के कनेक्शन ढीले हो सकते है | सभी कनेक्शनो को अच्छी तरह से कसो |

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VI) – र्ोटर घूर्ती है लेनकन लोड नही ीं उठाती -
क्र.सीं कारण ननवारण
.
1. रे टे ड वोल्े ि से कम वोल्े ि है | तीनोीं फेिोीं की वोल्े ि मापोीं, और मोटर को रे टे ड वोल्े ि दो |

2. बेल् आजद का ढीला होना | बैल् का उजचत कसाव कीजिए |

3. मोटर के रोटर का ओपन सजकजट होना | स्क्वेरल केि मोटर के रोतारोीं की छड़ोीं को चैक कीजिए ढीली हो तो सोल्डर कीजिए |
स्िप ररीं ग मोटर के रोटर तथा स्िपररीं ग, ब्रशोीं आजद की पूर्ज िाँ च करें |
4. मोटर का ओवर लोड होना | मोटर के लोड को सींतजलत करें |

5. बेयररीं ग खराब हो सकते है | बेयाररग तो ठीक करें या बदलें |

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VII) – ओवर-लोड ररले बार-बार नट् प होती है -

क्र.सीं. सींिानवत कारण/ दोष ननवारण

1. ओवर लोड ररले की सैजटीं ग ठीक नहीीं है | ररले की सैजटीं ग करें ट के जहसाब से करो |

2. मोटर अत्यजिक करीं ट ले रही है | शाटज सजकजट की िाँ च करो तथा लोड को कम करो |

3. सप्लाई वोल्े ि कम जमल रही है | रे टे ड सप्लाई वोल्े ि प्रदान करो |

4. कींटर ोल सजकजट ठीक नहीीं है | कींटर ोल सजकजट चैक करो तथा ठीक करो |

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VIII)- र्ोटर का अचानक रुक जाना -

क्र.सीं सींिानवत कारण / दोष ननवारण


.
1. मोटर का ओवर लोड होकर अजिक करीं ट लेना मोटर का लोड कम कीजिए |

2. मोटर का अचानक कम हो िाना वोल्े ि को चैक करो, कारर् ढूढो, जनवारर् करके चालू करो |

3. फ्यू ि का उड़ िाना चैक करो, कारर् ढूींढो, जनवारर् करो, जफर चालू करो |

4. बेयररीं ग का टू ट िाना बेयररीं ग को बदल दीजिए |

5. वाइीं जडीं ग का अथज हो िाना दोष को ढूींढो, ठीक करो और जफर चालू करो |

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नवनिन्न प्रकार की एसी एकल फेज र्ोटर की नवशेषताए व उनके उपयोग -
क्र. र्ोटरोीं के प्रकार नवशेषताएीं एवीं उपयोग
सीं.
1. कैपेजसटर स्टाटज मोटर जवशेषताएँ –
(i) स्टाजटिं ग टाकज उच्च होता है |
(ii) स्थथर स्पीड पर चलती है |
(iii) पावर फेक्टर 0.7 से 0.9 तक लैजगीं ग होता है |
उपयोग – जडरल मशीन, क्वाइल वाइीं जडीं ग मशीन, ग्राइीं दर इत्याजद में
2. थथाई केपेजसटर मोटर जवशेषताएँ –
(i) स्टाजटिं ग टाकज कम होता है |
(ii) सेंटरीफ्यगल स्िच नहीीं लगता है |
(iii) पावर फेक्टर अच्छा होता है |
उपयोग – सीजलींग फैन, टे बल फैन, छोटे पम्प इत्याजद में
3. कैपेजसटर स्टाटज कैपेजसटर रन मोटर जवशेषताएँ –
(i) स्टाजटिं ग टाकज व रजनक टाकज उच्च होता है |
(ii) स्थथर स्पीड पर चलती है |
(iii) पावर फेक्टर 0.8 से 0.9 तक लैजगीं ग होता है |
उपयोग – एयर कींजडशनर, रे जििरे टर ब्लोअर इत्याजद में

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नवनिन्न प्रकार की एसी एकल फेज र्ोटर की नवशेषताए व उनके उपयोग -
क्र.सीं. र्ोटरोीं के प्रकार नवशेषताएीं एवीं उपयोग
4. ररपल्सन मोटर जवशेषताएँ –
(i) स्टाजटिं ग टाकज उच्च होता है |
(ii) स्थथर स्पीड पर चलती है |
(iii) स्पीड को ब्रशोीं की सहायता से कम या अजिक जकया िाता है
(iv) पावर फेक्टर 0.8 से 0.9 तक लैजगीं ग होता है |
उपयोग –क्वाइल वाइीं जडीं ग मशीन, लेथ मशीन, एयर कींजडशनर इत्याजद में
5. ररपल्सन स्टाटज इन्डक्शन रन मोटर जवशेषताएँ –
(i) स्टाजटिं ग टाकज काफी उच्च होता है |
(ii) स्थथर स्पीड पर चलती है |
(iii) मेंटेनेंस का खचाज अजिक |
उपयोग – कम्प्रेशर, रे जििरे टर, आरा मशीन इत्याजद में
6. यजनवसजल मोटर जवशेषताएँ –
(i) एसी तथा डीसी दोनोीं सप्लाई पर कायज करती है |
(ii) लगभग स्थथर स्पीड पर चलती है |
(iii) स्टाजटिं ग टाकज बहुत अजिक |
उपयोग – जमक्सर, ग्राइीं डर, वैक्यूम क्लीनर, डरायर इत्याजद में |

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नवनिन्न प्रकार की एसी एकल फेज र्ोटर की नवशेषताए व उनके उपयोग -
क्र.सीं. र्ोटरोीं के प्रकार नवशेषताएीं एवीं उपयोग
7. स्िप ररीं ग इन्दाक्शन मोटर जवशेषताएँ –
(i) स्टाजटिं ग टाकज उच्च होता है |
(ii) दक्षता अजिक |
(iii) ब्रशोीं को कम्यटे टर पर घमाने पर स्पीड कम या अजिक जकया िाता
है
(iv) स्टाजटिं ग करें ट है |
उपयोग – क्रेन, जलफ्ट इत्याजद में

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नवनिन्न उपकरणोीं र्ें प्रयोग की जाने वाली र्ोटरें -
क्र.सीं. र्ोटर उपकरण / कायम

1. कैपेजसटर स्टाटज मोटर छत का पींखा, टे बल पींखा, कूलर, वाटर कूलर, जप्रींजटीं ग प्रेस आजद |

2. कैपेजसटर स्टाटज कैपेजसटर रन मोटर रे जििरे टर, लेथ मशीन, एयर कींजडशनर, सेंजत्रफ्यगल पम्प

3. ररपल्सन स्टाटज रन मोटर कम्प्रेसर

4. शेडेड मोल मोटर ग्रामोफोन, टे प ररकाडज र, शेजवींग मशीन |

5. यजनवाशजन मोटर जसनेमा प्रोिेक्ट, जमक्सी कम ग्राइीं डर, जलफ्ट |

6. शेडेड पोल र्ोटर नवद् युत दीवार घडी


7. स्िप ररीं ग मोटर कम अजिक होने होने लोड के जलए

4. स्क्वेरल केि इन्दाक्सन मोटर आटे की जमल

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नसींक्रोनस र्ोटर र्ें उत्पन्न दोष, उनके कारण व ननवारण –
I) - नसींक्रोनस र्ोटर स्टाटम नही ीं होती –
क्र. कारर् जनवारर्
सीं.
1. मेन सप्लाई कम है | वोल्े ि को चैक करो, उजचत वोल्े ि दो |

2. मोटर पर लोड अजिक है | मोटर से लोड कम करो |

3. ब्रश की स्थथजत ठीक नहीीं है | ब्रश सैग्मेंन्ट सही करो |

4. वाइीं जडीं ग ओपन सजकजट होना | मैगर से वाइीं जडीं ग चैक करो, ओपन है तो ठीक करो |

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II) - नसींक्रोनस र्ोटर गर्म होती –

क्र.सीं. कारर् जनवारर्

1. मोटर पर लोड बहुत अजिक है | मोटर से लोड कम करो |

2. डीसी एक्साईटे शन का घटना या बढ़ना | डीसी एक्साईटे शन को उजचत रें ि पर साईट करो |

3. सप्लाई वोल्े ि का कम होना | सप्लाई वोल्े ि चैक करो उजचत वोल्े ि दो |

4. मोटर का बार बार स्टाटज या बींद करना | मोटर को बार बार स्टाटज या बींद नही करना चाजहए |

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