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मेरी बेकरार वीवी और म वेचारा पित - Printable Version http://www.sexbaba.net/printthread.php?

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मेरी बेकरार वीवी और म वेचारा पित - Printable Version

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RE: मेरी बेकरार वीवी और म वे चारा पित - desiaks - 08-01-2016

अपडे ट 104

जूली की इतनी से ी बात सुनकर मेरे पर तो ादा असर नही ं आ ....

पर शायद लगता है िक िपंकी कुछ ादा ही उ सुक िदख रही थी ....

अब मुझे सब कुछ स ालना था ...

उसको बड़े आराम से ही सब कुछ बताना था ....

उसकी आँ खों म मेरे िलए इस समय केवल सी ेथी ही नजर आ रही थी ...

वो अभी केवल इतना ही समझ रही थी िक िजस पित को अपनी प ी की बेवफाई के बारे म पता चले तो उस पर ा गुजरती है ....

अब मुझे उसकी वो सारी ग़लतफहमी दू र करनी थी ...और उसका ि कोण बदलना था ....

िपंकी : ओह सर ये आपकी वाईफ थी न .....मुझे या ीन ने बताया था ...उनका नाम जूली ही है ना ....

अब िफर से मेरा माथा ठनका ...

या ीन ने इसको ा ा बताया ..???

1 of 40 02-09-2016 03:35
मेरी बेकरार वीवी और म वेचारा पित - Printable Version http://www.sexbaba.net/printthread.php?tid=1446&page=10

म : हाँ यार मेरी ारी बीवी ही है .... ा बताया या ीन ने तुमको ...इसके बारे म ...

िपंकी : बस इतना ही िक उनका नाम जूली है ...और ब त मोडन ह ...

म : हाँ यार ब त मॉडन है वो ..अब तो तुम समझ ही गई होगी ....

िपंकी : िछइइइइइइइइइइइ िकतनी ग ी ह वो ...ये सब भी कोई करता है ा ..????????

म : हा हा हा हा वाह यार तुम भी ा बात करती हो ??? अरे इसम ा आ ??????

िपंकी : ों आपको बुरा यही लगा ....वो ये सब ....

म : कमाल करती हो ..... इसम बुरा ा लगेगा ...अरे यार उसका जीवन है ....और जो उसको अ ा लगता है ..उसको करने का
पूरा हक़ है ....

िपंकी : मगर ऐसे ..ये तो गलत है न ....उनको आप जैसा इतना अ ा पित िमला है ...िफर तो कुछ और नही ं .........

म : अरे यार िकस िपछड़ी दु िनया म जी रही हो ...आजकल सब कुछ चलता है ....

अभी कुछ दे र पहले हमने जो कुछ िकया .. ा वो सही था ....

अरे हम दोनों को अ ा लगा तो िकया ना .......

..................

िपंकी : ् पर मुझे अगर आप जैसा पित िमलता तो िफर तो कभी कुछ और नही ं सोचती ....

म: ों अभी ा खराब िमला है ....अरे यार ये पित िसफ १-२ साल तक ही अ े लगते ह िफर सब कुछ पुराना जैसा हो जाता है ....

िपंकी : जी नही ं मेरे साथ ऐसा नही ं है ....वो तो ...

मेरे िलए से ही सब कुछ नही ं है ...मुझे तो बस िदल से ार करने वाला और मुझे समझने वाला ही अ ा लगता है .....

2 of 40 02-09-2016 03:35
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म : अरे तो ा इसीिलए तुम मेरे साथ वो सब ....

िपंकी : जी हाँ मुझे आप ब त अ े लगे ...तभी तो मने जूली जी के बारे म वो सब कहा ,,,,

म : अरे मेरी जान ऐसा कुछ नही ं है ....वो ब त अ ी है ...मुझे ब त ार करती है ....और म भी उसको ब त ार करता ँ ....

िपंकी : िफर ये सब .. ा आपको िबलकुल भी बुरा नही ं लगा ....

म : िबलकुल नही ं ....म ये सब केवल थोड़ा सा शारी रक सुकून ही मानता ँ ....

ा िकसी के साथ थोड़ा ब त म ी करने से इं सान का कुछ िघस जाता है ...नही ं ना ...तो िफर कयके ह ा ....

िपंकी : हाँ मगर हमारा ये समाज ....इसी को सब कुछ समझता है ...

म : अरे छोड़ो यार ये सब फ़ालतू की बात ....कुछ नही ं रखा इनमे .....

सच बताओ ....हमने जो अभी िकया ....मुझे पता है वो तु ारी नजरों म गलत है ....पर सच बताना तुमको अ ा लगा या नही ं ....

उसने ब त ही शरमाते ए हाँ म जवाब िदया ....

म : िफर सब बात बेकार ह ... अगर िकसी बात से हमको ख़ुशी िमलती है ...और कुछ नु ान नही ं होता ...तो वो बात गलत हो ही
नही ं सकती ...

मुझे नही ं लगता िक िकसी भी मद को अगर कोई लड़की से का ऑफर दे तो वो मना कर दे ...

वो एक बार भी तु ारी तरह नही ं सोचेगा ...

जब उसका कुछ नही ं िघसता तो िफर यार तुम लड़िकयों को ों िचंता होती है ...

इस बात पर हम दोनो ब त तेज हसने लगते ह .....

िपंकी : आप सच ब त मजेदार बात करते हो ...आप ब त अ े ह ...

म:अ ा िपंकी सच बताओ .... ा तु ारे ह ड तुको परे सान करते ह ...

िपंकी : ना ऐसी कोई बात नही ं ...पर वो अ े इं सान नही ं ह ...

3 of 40 02-09-2016 03:35
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..................

िफर मुझे िलजी िक याद आ गई ....

मने उसको फोन िमलाया ....

कुछ ही दे र म उसने कॉल रसीव कर िलया ....

म : हाँ जी िलजी जी ा हो रहा है ....आपके ये कपडे ...इनका ा करना है ..???

िलजी : ओहो जीजू ... ो ववो ...अह्हा

वहां से बड़ी ही खतरनाक आवाज आ रही थी ....

म : अरे ा आ ....लगता है ब त ज री काम चल रहा है ...हा हा

म जानबूझकर हं सा ....

िलजी : अह्हा हा हाँ जीजू ...वो कुछ खुदाई का काम चल रहा है ....ऐसा करो ...अभी तो म कपडे पहन ही नही ं सकती ...आप उनको
अपने पास ही रखो ...िफर कभी ले लुंगी ...

ओह ये िलजी तो सैतान की नानी िनकली ...उसको कोई शरम नही ं थी ....

वो बड़ी आसानी से सब बात बोल जाती है ....

म भी उससे ादा कुछ नही ं कहता ..

म : ठीक है िडअर िफर तुम खुदाई करवाओ ...म बाद म चेक कर लूंगा िक सही से ई है या नही ं ....

िलजी : और अगर नही ं ई होगी तो ा िफर आप भी सही से करोगे ....हा हा आःह्हाआआ

4 of 40 02-09-2016 03:35
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म : वो तो दे खने के बाद ही पता चलेगा ....ओके बाई..

और उसने भी फोन रख िदया ....

म काफी थक गया था ....इसिलए ज ी से घर प ं चा ...

वहां जूली और अनु िकचन म काम करने म थे ....

......................

अनु को दे खकर म ब त खुश आ ....

वो ब त ही खूबसूरत लग रही थी ....

उसने सफ़ेद लांचा और कुत पहनी थी ...लांचा पर नीले रं ग के चमकदार फूल थे ....

मुझे दे खकर दोनों ही ब त खुश ए ....

जूली : अरे आ गए आप ...चलो अ ा आ ...

जूली भी क़यामत लग रही थी ...उसने नै ि ंटेड साडी पहनी ई थी ....

मुझे नही ं पता की उसने खुद पहनी या अंकल ने हे की ...

मगर साडी ब त ही फैशनेबल ाइल म बंधी ई थी ...

उसका ाउज भी ब त ही मॉडन था ...कुल िमलाकर जूली क़यामत लग रही थी ...,

म : हाँ यार आज ब त थक गया ँ .... ा आ ...?? कही ं जा रही हो ा .???

मने जानबूझकर थकान के िलए कहा ...िक वो कही ं जाने को ना कह दे ....

जूली : अरे नही ं बस वो मेहता जी िक बेटी िक शादी है ना तो उ ी के यहाँ आज मिहला संगीत है ...मने सोचा अनु को भी ले जाती ँ
...

5 of 40 02-09-2016 03:35
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म : ठीक िकया ....

जूली : पर अब आपका चाय ना ा लगा दू ँ ा ????

म : नही ं यार अभी तो नही ं ....पहले तो म े श होऊंगा ...कोई नही ं ..तुम चली जाओ ...म खुद कर लूंगा ...

.जूली : अरे नही ं ...कोई बात नही ं कुछ दे र बाद चली जाउं गी ...

तभी रं जू भाभी भी आवाज दे ने आ गई ....

म : अरे तुम लोग चले जाओ ना ....

अनु : दीदी आप चले जाओ ...म काम िनबटाकर आ जाउं गी ....

मेरी आँ खों म चमक आ गई ....िफर भी मने कहा ...

म : अरे नही ं अनु तू भी चली जा ...म मैनेज कर लूंगा ...

जूली : अरे नही ं ठीक ही तो कह रही है ...आप खुद कैसे करोगे ...कभी कुछ िकया भी है ...

ये बाद म आ जाएगी ...

सुन अनु सही से सब कुछ करके आ जाना ...

म सोच रहा था ...िक ा यार िकतने ार से सब समझाकर जा रही है ....

और वो दोनों चले गए .....

अब म और अनु दोनों ही घर पर अकेले थे ...

मने मु ु राकर अनु की ओर दे खा ....

6 of 40 02-09-2016 03:35
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वो भी मु ु रा रही थी ....

........

RE: मेरी बेकरार वीवी और म वे चारा पित - desiaks - 08-01-2016

जूली जाते ए अनु को ब त ार से समझा रही थी ..उसके चेहरे पर रह ई मु ान भी थी ....

वो अनु को बोल गई थी िक......


सुन अनु सही से सब कुछ करके आ जाना ...

म बस यही .सोच रहा था ...िक ा यार िकतने ार से सब समझाकर जा रही है ....

जब वो दोनों चले गए .....

तब म और अनु दोनों ही घर पर अकेले थे ...

मने मु ु राकर अनु की ओर दे खा ....

वो भी मु ु रा रही थी ....

मने अनु से दरवाजा सही से बंद करने को कहा ...और े श होने के िलए बेड म म आ गया ....

अपनी आदत के अनुसार मने अपने सभी कपडे उतार िदए ...
सूज,कोट, पट, शट, टाई आिद ...
म अपना अंडरिवयर उतार रहा था ..तभी अनु ने कमरे म वेश िकया ....

अनु की छोटी सी बुर के बारे म सोचकर मेरा ल पहले से ही जोश म आ गया था ...

वैसे भी आज पूरे िदन वेचारा खड़ा रहा था ...उसको िडश तो ब त िमली थी ं पर खा नही ं पाया था ....

मने सोच िलया था िक आज इस अनु को त ी के साथ खूब चोदू ं गा ...

मुझे अब जूली की भी कोई परवाह यही थी ...मुझे पता था िक उसको सब पता तो है ही ...
और वो खुद उसको म ी के िलए ही छोड़ कर गई है ...

मुझे नंगा दे खकर अनु हसने लगी ...

अनु : हा हा....... ये ा भैया ..... अंदर जाकर नही ं उतार सकते थे ...

मने अंडरिवयर उतारकर एक ओर फका और अनु को अपनी बाँहों म कसकर जकड िलया ...

म:अ ा इतना ादा इतरा मत ...तू आज इतनी सु र लग रही है ...िक ....अब तो बस चोदने का ही मन कर रहा है .....

अनु : हाय भैया ...िकतना गंदा बोल रहे ह आप ...

म : जब ग ा कर सकते ह ..तो बोल ों नही ं सकते ...

.............

अनु : आप और दीदी िबलकुल एक सा ही बोलते हो ..वो भी यही सब कहती है ....


आअह्हह ् ह
् ाआआआ धीरे से ना .....

मने उसकी छोटे अम द जैसी चूची को कस कर उमेठ िदया था ...

7 of 40 02-09-2016 03:35
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म : हाँ जब अंदर डालूँगा एब बोलेगी तेज और अभी धीरे बोल रही है ...हा हा
मने उसकी दोनों चूची को एक साथ मसलते ए ही कहा ...

अनु : ओह दद हो रहा है ना भैया ...

म : अरे िचंता मत कर मेरी जान ....तेरा सारा दद पी जाऊंगा ....

कुत के ऊपर से साफ़ पता चल रहा था ..िक उसने नीचे कुछ नही ं पहना ....

लेिकन उसके चूची के िन ल अभी इतने बड़े नही ं ए थे िक कुत के ऊपर से िदखते ...
थोड़े से उभार ही िदखाई दे ते थे ....

उसकी चूिचयों को सहलाते ए ही ....अनु िक कोमल सी गुलाबी बुर मेरे िदमाग म छा गई ....
ब त ारी थी उसकी छोटी सी बुर ...िजसमे उसने अभी ऊँगली तक नही ं डाली थी ...

उस िदन म िकतना खेला था इस बुर के साथ ...पर चोद नही ं पाया था ....
खूब चाटा था ....और मेरा ल तो उसके अंदर तक झांक आया था ...
ये सोचकर ही ल का बुरा हाल था ...और वो म ाने की तरह तनकर ...अनु के लांचे को खोदने म लगा था ...

वो तो िनशाना सही नही ं था .,..वरना अब तक तो लांचे के साथ ही उसकी बुर म चला जाता ....

अनु की बुर थी ही ऐसी ....अभी तक तो सही से उस पर ह ाह ा रोआँ भी सही से आना सु नही ं आ था ....

जूली के बाद मुझे अगर िकसी की चूत पसंद आई थी तो वो अनु की ही थी ....


िबलकुल म न की िट ी की तरह ...

उसकी चूत की याद आते ही मने अनु को िब र के िकनारे पर ही पीछे को िलटा िदया ....

म सीयोर था िक अनु ने लांचे के अंदर क ी भी नही ं पहनी होगी ...


आ खर वो जूली से ही सब सीख रही है ...जब जूली नही ं पहनती तो इसने भी नही ं पहनी होगी ...

मने अनु के लांचे को उठाते ए उसके कोमल पैरों को सहलाया और चूमा ...

अनु लरज रही थी ...बल खा रही थी ...कसमसा रही थी ....


उसको पूरा मजा आ रहा था .....

....................

लेिकन अनु ब त बेस थी ...इस उ म ऐसा होता भी है ....वो चाहती थी िक एक दम से ही उसकी चूत म ल डाल दू ँ .....
उसको धीरे धीरे वाला ार पसंद नही ं आ रहा था ....
ये उसकी बेस ी ही थी ..जो मेरे ारा धीरे धीरे लांचा उठाने से बो तुरंत बोली ...

अनु : ओह भैया ....लांचा ख़राब हो जायेगा ...इसको उतार दे ती ँ ...

मुझे हं सी आ गई ....

म : अरे होने दे ख़राब ...और आ जायेगा ...

् ाआआआ पर ...दीदी ...को पता चल जायेगा ....


अनु : अह्हह

म : हा हा .... ा पता चल जायेगा ....??

् हाह्हह
अनु : अह्हह ् अह्हह
् ह
् ह
् ह
् ह
् ह
् ाआआआ यही ना ओह भैया .....आप भी नाआआआ ...आह्हह
् ा

और मने उसके लांचे को पूरा उठाकर उसके पेट पर रख िदया ....

अनु िक िचकनी जांघो के अंदर वाले िह े को चूमते ए ही मेरे होंठ सीधे उसकी बुर के ऊपर थे ....

अर् र रे ये ा .....???

8 of 40 02-09-2016 03:35
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मेरा अनुमान यहाँ िबलकुल गलत िनकला ....

अनु ने को क ी पहनी थी ....


हलके आसमानी रं ग की ,,, िजस पर पीले इ ाइली बने थे ....
एक इ ाइली ठीक उसके बुर के ऊपर था ....
जो ब त सु र लग रहा था ....

मने क ी के ऊपर से ही उसकी बुर को सहलाते ए पूछा ....

म : अरे ये ा ??????? तूने आज क ी पहनी है ...तेरी दीदी ने तो नही ं पहनाई होगी ....

वो लाल आँ खे िलए मुझे मु ु राकर दे ख रही थी ...

अनु : हाँ ..दीदी तो मना कर रही थी ...पर मुझे शरम आ रही थी ...इसिलए पहन ली ...

म : और तेरी दीदी ने पहनी या वो ऐसे ही गई है ...

अनु : वो कहाँ पहनती ह ...वो तो ऐसे ही गई ह ...


मने तो उन अंकल की वजह से पहन ली ....मुझे उनसे शरम आ रही थी ...

...................म तुरंत समझ गया ....ितवारी अंकल ही होंगे ...इसका मतलब उ ोंने ही जूली को तैयार िकया होगा ...

म : इसका मतलब तुम दोनों अंकल के सामने ऐसे ही घूम रहे थे ...

अनु ने कोई जवाब नही ं िदया ....

म : तो अंकल ने तुझे क ी म दे ख िलया ....

अनु : अरे उ ोंने तो मुझे पूरा भी दे ख िलया ...ये दीदी भी ना ....

म उसकी बात सुन रहा था पर


िफलहाल तो मुझे अनु का रस पीना था ....मने उसकी क ी की इला क म ऊँगली फंसाई और उसको नीचे सरकाना शु कर िदया
...

अनु ने भी अपने गोल मटोल चूतड़ों को उठाकर ...आराम से क ी को िनकालने म पूरा सहयोग िकया ...

मने उसकी क ी को उसके पैरों से िनकालकर बेड के नीचे डाल िदया ...

अब उसका बेशकीमती खजाना ठीक मेरे आँ खों के सामने था ....

उसकी बुर अनु के रं ग के मुकाबले काफी गोरी थी ...इस समय बुर काफी लाल हो रही थी ....

म: ाआआ तुम दोनों अंकल के सामने ही तैयार ई ....और तेरी ये बुर भी ा अंकल ने लाल की ....

अनु : अरे भैया ...म तो नह रही थी ....दीदी ने ही अंकल को अंदर भेज िदया ....िफर उ ोंने ही ब त तेज रगड़ा था ....

म : ओह ..तो ये बात है ....िफर अंकल ने जूली के साथ ा िकया ....और ा तेरे साथ कुछ ऐसा वैसा भी ????

अनु : नहीईईईईईईई न मेरे साथ नही ं ...मुझे तो बस नहलाया ही था ....पर दीदी को उ ोंने ब त दे र तक परे सान िकया ...

म : परे सान मतलब .... ा कुछ जबरद ी ....???

अनु : नही ं ...वो सब कुछ ही ना ....

म एक दम से उठकर बैठ गया ....

अनु : ा आ ....?????

म : तू मुझसे इतना आधा आधा ों बोलती है ....पहले सब बात खुलकर मुझे बता ...
नही ं तो म तेरे से िबलकुल नही ं बोलूंगा ....

9 of 40 02-09-2016 03:35
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अनु ब त ादा हॉन हो गई थी ....वो मेरी हर बात मानने को तैयार थी ....

उसने कसकर मुझे अपने पर झुका िलया ...

म भी अब उसको छोड तो सकता ही नही ं था ....

..............................
मने उसकी नाजुक बुर को सहलाते ए ही पूछा ..????

म : दे ख अनु म तेरे से ब त ार करता ँ ...चल बता .. ा- ा िकया उ ोंने तेरी जूली दीदी के साथ ....

सब कुछ अ ी तरह से खुलकर बता ...

अनु : अह्हा बाद म ....भैया ...पहले तो ...यहाँ ब त खुजली हो रही है ...

अनु िबलकुल ब े जैसा ही बहार कर रही थी ...

उसने बड़ी मासूिमयत से अपनी बुर को खुजाया ...

म उसकी मासूिमयत दे ख उसका कायल हो गया ...

और उसकी बुर को सहलाते ए चूम िलया ...

िफर मने कुछ दे र तक उसकी चूत को चाटा ...


म अ ी तरह जानता था िक ..कैसे उससे सब कुछ उगलवाना है ...

मने उसके लांचे की कोई परवाह नही ं की ...


म अनु को लांचे से साथ ही चोदना चाहता था ...

मने अनु को सही से िब र के िकनारे पर सेट िकया ...


और उसके दोनों पैर घुटने से मोड़कर उसके पेट से लगा िदए ...

जैसे एक फूल की सारी किलय ..बाहर को खलती ह ..ऐसे ही उसकी बुर की पु ी बाहर को हो गई ...

अनु की चूत के अंदर का लाल िह ा भी चमकने लगा ...

अनु की चूत और गांड दोनों के सुरमई ार िबलकुल साफ़ साफ़ िदख रहे थे .,..

पर म तो इस समय केवल चूत के छे द को ही दे ख रहा था ...मेरा ान िबलकुल गांड की ओर नही ं था ...


अभी तो अनु की चूत भी गांड से भी ादा टाइट थी ...िफर गांड के बारे म कौन सोचता ....???

मने बेड के िकनारे रखा ीम का ूब उठाया ..और अनु के बुर पर रख दबा िदया ...
ढे र सारी ीम वहां इक ी हो गई ...

मने ऊँगली की सहायता से उसकी बुर के अंदर तक ीम भर दी ...


उसकी बुर ब त िचकनी हो गई थी ...

मेरे से भी कना अब ब त मु ल था ...

मने अपने ल का सुपारा उसकी बुर के छे द पर रखा ...


और ह ा सा ही दबाब िदया ....

मुझसे कही ं ादा ज ी अनु को थी ...


उसने अपने चूतड़ ऊपर को उचकाए ....और मेरा मोटा सुपाड़ा उसकी म न की िटिकया को चीरते ए ...
भाआकक ् की आवाज के साथ अंदर घुस गया ...

् ह
अनु : अहाआह्हह ् ह
् ह
् ह
् ह
् ाआआआ नहीईइइइइइइइइइ

????????????????????????

10 of 40 02-09-2016 03:35
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RE: मेरी बेकरार वीवी और म वे चारा पित - desiaks - 08-01-2016

अपडे ट 106

आज म ब त ही खुश था ....मेरी अपनी ही बीवी की मदद से मुझे आज इस कुआँ री कली से खेलने का मौका िमल रहा था ....

अनु जैसी छोटी और बंद चूतों का म दीवाना था ....िजनकी चूत पर अभी बाल भी िनकलना शु नही ं आ हो ....

ऐसी चूत के क े रस का पानी मेरे ल को और भी ादा मोटा कर दे ता था ....

ये शौक मुझे बचपन से ही लग गया था ....जब अपने साथ खेलने वाली छोटी छोटी ब यों की फ़ु ी को म दे खता और सहलाता था ...

कॉ ट और कोएड म पढ़ने के कारण ब त सारी लड़िकयां मेरी दो थी ...


और वो सभी ही अ े घरों से थी ं ...खूब गोरी और िचकनी ...
वो सब भी इस सबका ब त मजा लेती थी ...

अपने इसी गंदे शौक के कारण मेरी अपने ही घर म काफी बेज ित भी ई थी ....
मुझसे छोटी ३ बिहने ह मुझे उनकी फ़ु ी से भी खेलने का शौक हो गया ....
और मने एक एक कर तीनो को ही पटा िलया था ...िफर एक िदन डै डी ने हमको रं गे हाथों पकड़ िलया ...

हम चारों ही नंगे होकर खेल रहे थे ....


पर म सबसे बड़ा था ....और मेरे खड़े ल के कारण पूरी सजा मुझे ही िमली...
और बाकी की पढ़ाई मुझे बाहर हॉ ल म रहकर ही करनी पड़ी थी ....

िफलहाल मुझे अनु के साथ वही मजा आ रहा था ...

अनु की बुर ....उसकी टांग उठने से पूरी खुलकर सामने आ गई थी ....

मुझे लग रहा था िक मुझे अपना ल उसकी बुर म वेश कराने के िलए ब त ही मेहनत करनी होगी ...

ुिक उसकी बुर की दोनों पुि आपस म बुरी तरह से िचपकी थी ...
उसकी बुर का छे द ..िजसम ल को वेश होना था ...लाल भभूका हो रहा था ....इसीिलए िदख भी रहा था ...वरना उसका पता भी
नही ं चलता ....

पर आ य जनक प से मेरे ल वहां रखते ही ..जैसे ही मने ह ा का दबाब डाला ...मेरे ल का अगला भाग ...िजसे सुपाड़ा
कहते ह ....भाअ की आवाज के साथ अंदर घुस गया ....

् ह
अनु : अह्हह ् ाआआआआआआ

बस एक जोर से िससकारी ही ली अनु ने ...उसको शायद कोई ादा दद नही ं आ था ....

ये इसीिलए आ होगा िक ...या तो अनु ब त ही ादा गरम हो गई थी ...


या िफर उसकी बुर म ब त िचकनाई थी ...
जो उसने इतना मोटा सुपाड़ा ...आसानी से ले िलया था ...

पर हाँ ..........

उसने अपने चूतड़ को पीछे करना चाह......पर म उसके छोटे मगर कोमल से दोनों चूतड़ों के गोलाई को कसकर पकडे रहा ...

मने उसको िहलने तक का भी मौका नही ं िदया ...

मेरे ल का सुपाड़ा उसकी बुर म फंस गया था ....

उसको तकलीफ तो हो रही थी ...मगर ादा नही ं ...ये मुझे पता लग गया था ...
इससे पहले भी मने कुआं री बुर म ल को डाला था ...इसिलए मुझे पूरा अनुभव था ....

म कुछ दे र तक ऐसे ही ल को उसकी बुर म फंसाये रहा ...

11 of 40 02-09-2016 03:35
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मने दे खा वो अब खुद ही अपने चूतड़ों को उठाकर .. ल को अंदर करने की कोिशश कर रही है ...

उसकी इस ारी सी हरकत पर मेरा िदल खुश हो गया ...

मने उसके चूतड़ों को कसकर पकड़....अपनी कमर को एक ध ा िदया ....

् ह
अनु : आअह्हह ् ह
् ह
् ह
् ह
् ाआआआआआआ

इस बार जरा जोर से िससकारी .... ुिक ध ा थोड़ा जोर से लग गया था ....

मेरा आधे से ादा ल उसकी कोमल सी बुर को चीरता आ अंदर चला गया था ....

और कमाल तो तब हो गया ....जब मेरा पूरा ल अनु की बुर म िबना िकसी काबट के चला गया ...

अगले २ ही यास म मने अपना पूरा ल उसकी बुर म डाल िदया ....

अनु ने कोई ादा िवरोध नही ं िकया ...उसने ब त ार से मेरा पूरा ल हण कर िलया ....

मने ब त ान से उसकी बुर म फंसे ए अपने ल को दे खा ....


ल बुरी तरह से जकड़ा आ था ...
उसकी बुर लाल सुख हो रही थी ....मगर खून नकलने का कोई िनसान नही ं था ...

मतलब उसकी बुर की िझ ी पहले से ही फटी ई थी ...अब ये पता नही ं की खेलकूद म फटी थी या िकसी दू सरे के ल ने कमाल
िदखाया था ....

.....................

मुझे थोड़ा सा अफ़सोस तो आ ...मगर िफर भी बुर ब त टाइट थी ...मेरा ल टस से मस नही ं हो रहा था ...
म उसी का मजा लेने लगा ....

मने धीरे धीरे .....ल को बाहर िनकाला और िफर से अंदर कर िदया ...

म ब त जरा सा ही ल बाहर िनकाल रहा था ....

अिधक से अिधक १ या २ इं च ....बस इसी तरह उसको चोदने लगा ...

कुछ ही दे र म ल ने वहां जगह बना ली ...और मेरा ल आराम से अंदर बाहर होने लगा ....

अब कमरे म फच फच आवाज भी आ रही थी ....

अनु की बुर ने पानी छोड़ना शु कर िदया था ....

ल इतना... फंसा फंसा... अंदर ...आ ... और जा रहा था िक ..मुझे ज त का मजा आ रहा था ....

अब मने अपनी ीड ब त धीमी कर दी ...

म उसको ब त दे र तक आराम से चोदना चाहता था ...

मने उसके लांचे को ठीक से ऊपर को िकया ...और आराम से ल पेलने लगा ...

अनु मजे से िससकारी ले रही थी ...

म : अह्हा ...हाँ तो अब ...अनु सच बता .... ा िकया ितवारी अंकल ने तेरी दीदी के साथ ...

अनु ने म आँ खों से मेरी ओर दे खा ...अब वो भी इस चुदाई की अ हो गई थी ....

उसने िससकारते ए ही जवाब िदया ...

अनु : अह्हा अह्हह ् हाँ ....अंकल ने दीदी के साथ यही सब िकया था ....तभी से मेरा िदल भी कर रहा था ...
अह्हा अह्हह् ह
् ह
् ह
् ाआआआआ

12 of 40 02-09-2016 03:35
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म: ा उ ोंने तेरे सामने ही जूली को चोदा ...

अब म उसको ज से ज पूरी तरह खोलना चाह रहा था .........


इसीिलए अभी श खुलकर बोलने लगा ...

अनु ने मु ु राकर मुझे दे खा ....

अनु : हाँ ..म उनके सामने तो नही ं पर यही ं िकचन म तो थी ही ...


अह्हह् अह्हह ् ह
् ह
् ाआआ
उनको पता तो था ही ....
अह्हा अह्हह ् अह्हह ् ह
् ....

...................

और वो सब कुछ दरवाजा खोलकर ही कर रहे थे ...

मने एक कसकर ध ा लगाया ....

् ह
आह्हह ् ाआआआआआआआ ...वो भी तेजी से िससकारी ...

म : अरे ा कर रहे थे ...दे ख अगर तुझे हमेशा मुझसे मजे लेने ह और ...मेरा ार चािहए तो तुझे सब कुछ खुलकर बताना होगा ....
दे ख मुझे जूली के कुछ भी करने पर कोई ऐतराज नही ं है ...
बस म जानना चाहता ँ की वो सब कुछ कैसे करती है ...
और तू इतनी छोटी भी नही ं है जो सब कुछ ना समझती हो ...
इसिलए सब कुछ खुलकर बता ...

मने बद ूर अपने ध े एक ही ीड म चालू रखे ...

अनु भी अब मजे लेती ई ब त ही मजेदार तरीके से बताने लगी ..

उसके मुहं से आहों के साथ जूली की चुदाई की कहानी सुनने म ब त मजा आ रहा था ...

अनु : अह्हा वो ा है भैया ....अंकल ने दीदी को कपडे पहनाने के िलए उनके सभी कपडे उतार िदए ...वैसे भी उ ोंने केवल एक
नाईटी ही पहनी थी ...
वो अंकल के सामने ऐसे ही नंगी घूम रही थी ...अंकल उनको बार बार छू रहे थे ....

म : और अंकल ् ा
ा पहने थे ...?? आह्हह

अनु : अह्हा अह्हा उ ोंने केवल टॉवल ही बाँधा आ था ... ुिक मुझे नहलाने के बाद उ ोंने कछ नही ं पहना था ...

म : मतलब तूने अंकल का ल दे ख िलया था ...

् ह
अनु : अह्हा अह्हह ् ाआ हाँ वो तो बाथ म म ही दे ख िलया था ....जब मुझे नहलाने के िलए उ ोंने अपना पायजामा खोल िदया था ...

म : तो उ ोंने तेरे साथ भी कुछ िकया था ....

अनु : नही ं ..बस छु आ ही था ....

म: ा तूने भी उनका ल छु आ था ..???

् ाआआ वैसे नही ं ....बस जब वो उसको मेरे से िचपकाते थे ...तभी उसको अपने से दू र करती थी ...
अनु : अह्हह

म:अ ा छोड़ ये सब ..िफर बता ा आ ...??

......................

अनु : अंकल दीदी को पकड़ बार बार अपना ब ू उनके चूतड़ों म घुसा रहे थे ....
दीदी उनको मना तो कर रही थी ...मगर वो मान ही नही ं रहे थे ...
िफर दीदी ने मुझे िकचन म काम करने भेज िदया ...

13 of 40 02-09-2016 03:35
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कुछ दे र बाद जब म आई तो दीदी को यहाँ बेड के बराबर म खड़ा कर वो उनको चोद रहे थे ...

म : ओह तो तूने ा दे खा ..??? ा उनका ल जूली की चूत म था या वो पीछे से चूतड़ों म घुसाये ए थे ...

् ह
अनु : अह्हा अह्हह ् ाआ मने पूरा दे खा ...उनका ब ू दीदी के आगे ही घुसा आ था ....
और दीदी पूरा मजा ले रही थी ...
अह्हा अह्हह ् ाआआआ अहह अह्हह ् ाआआआ
वो ये भी कह रही थी ...की ज ी करो ..अंकल ये आते होंगे ....वो उनको िबलकुल मना नही ं कर रही थी ..
िफर उनका पानी भी िनकला ..जैसे आपने उस रात मेरे ऊपर िगराया था ....
आह्ह अह्हह ् ाआआआ अह्हा अह्हा

म : ओह्हह् तो तूने उनको िड चाज होते ए भी दे खा ...अह्हा मतलब वो तेरे से डर रहे थे ...इसीिलए तुझे वहां से हटाकर उ ोंने
चुदाई की ....अह्हा

अनु : अरे नही ं भैया ...वो तो वैसे ही दीदी ने कहा होगा ...िफर दोनों नंगे ही िकचन म पानी पीने आये ...
अंकल बार बार मेरे को भी छू रहे थे ...इसीिलए मने क ी पहन ली ....
अह्हा अहहः अह्हा

उसकी बात सुनकर मुझे इतन मजा आया िक म तेजी से ध े लगाने लगा ..
और कुह दे र म ही मेरा िनकलने वाला था ....

मने तेजी से ल उसकी बुर से बाहर िनकाल िलया ...

और उसके मुहं िक ओर ले गया ...

आ य जनक प से उसने मेरे लंड को पकड़ िलया और मुठ मरने लगी ..जैसे ही उसमे से पानी िनकला उसने अपना मुहं वहां रख
िदया ...
उसने एक से की दे वी जैसे ही मुझे मजा िदया ..
मेरे ल को चाट चाट कर पूरा साफ कर िदया ...

म : अनु तूने पहले भी से िकया है न ....

अनु : ा भैया ????

म : हा हा ..अरे अब भैया तो मत बोल ना ....तूने मेरे साथ चुदाई कर ली ..िफर भी ....

अनु : तो ा आ ....इससे ा होता है ....

म : अ ा ये बता पहले इसम कोई ऐसे ही अपना ल घुसाया है ...


मने उसकी बुर को कुरे दते ए पूछा ...

अनु : हाँ मेरे पापा ही ...रोज रात को ...कुछ कुछ करते ह ....

मुझे पहले से ही पता था ...साला ब त ही हरामी था ..शराब पीकर ज र इसको पेलता होगा ...म तो केवल छे ड़खानी ही समझ रहा
था ...मगर अब पता चला िक सुसरा सब कुछ ही करता है ....

म अभी अनु से उसके बारे म और कुछ भी पूछना चाह रहा था ...


िक तभी रं जू भाभी की कॉल आ गई ....

मने तुरंत रसीव की ... ुिक इस समय रं जू भाभी की हर कॉल ब त मजेदार हो रही थी ...

पता नही ं इस समय वो मुझे ा सुनाने वाली थी ...

?????????????????

........
.......................

RE: मेरी बेकरार वीवी और म वे चारा पित - desiaks - 08-01-2016

14 of 40 02-09-2016 03:35
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अपडे ट 107

अनु ने एक से की दे वी जैसे ही मुझे मजा िदया ..

म : अनु तूने पहले भी से िकया है न ....

अनु : ा भैया ????

म : हा हा ..अरे अब भैया तो मत बोल ना ....तूने मेरे साथ चुदाई कर ली ..िफर भी ....

अनु : तो ा आ ....इससे ा होता है ....

म : अ ा ये बता पहले इसम कोई ऐसे ही अपना ल घुसाया है ...


मने उसकी बुर को कुरे दते ए पूछा ...

अनु : हाँ मेरे पापा ही ...रोज रात को ...कुछ कुछ करते ह ....

मुझे पहले से ही पता था ...साला ब त ही हरामी था ..शराब पीकर ज र इसको पेलता होगा ...म तो केवल छे ड़खानी ही समझ रहा था ...मगर
अब पता चला िक सुसरा सब कुछ ही करता है ....

म अभी अनु से उसके बारे म और कुछ भी पूछना चाह रहा था ...


िक तभी रं जू भाभी की कॉल आ गई ....

मने तुरंत रसीव की ... ुिक इस समय रं जू भाभी की हर कॉल ब त मजेदार हो रही थी ...

पता नही ं इस समय वो मुझे ा सुनाने वाली थी ...

अनु भी अपनी बुर को साफ़ कर मेरे पास ही आकर बैठ गई ....

म तो अभी नंगा ही बैठा था ....पर उसने अपनी बुर को लांचे से ढक िलया था ....

और मेरे मुरझाते ए ल को दे ख हं स रही थी ...

मने उसको चुप रहने का इशारा िकया ... ुिक मुझे लग गया िक रं जू भाभी ने मुझसे बात करने को नही ं ...ब वहां की म ी सुनाने को ही
फ़ोन िमलाया था ...

ओह ये दोनों तो मेहता अंकल के साथ थी...

दरअसल मेहता अंकल की बेटी की शादी थी ...


मेहता अंकल की बीवी का दे हांत ए ब त साल हो गए थे ...उनकी २ बेटी थी ...१ की शादी हो चुकी थी ..वो लंदन म रहती थी ...और दू सरी की
शादी हो रही थी ...दोनों ही ब त से ी और खूबसूरत थी ...

िजसकी शादी हो रही है ...उसका नाम ऋतू है ....और बड़ी का नाम मुझे याद नही ं है .... ुिक उससे कभी मुलाकात नही ं ई ....

....................
मेहता अंकल िदखने म ब त बूढ़े लगते ह ...सर पर ब त कम बाल ...जो पूरे पके ए ह ...यहाँ तक िक उनकी ऑय ो तक सफ़ेद हो चुकी ह ...

मने हमेशा उनको पूजा पाठ म ही लगे ए दे खा है ...

मगर इस समय उनका ये प दे ख म भौच ा रह गया ....


मुझे ये तो पता चल गया िक वो तीनो अपने ही घर के िकसी अलग कमरे म अकेले ह ...

म और अनु ान से वहां की बात सुनने लगे ....

मेहता अंकल : अरे ों िज़ कर रही है तू जूली ..


मान जा ना ...तुम दोनों िमलकर इस ांग को ब त अ ा करोगी ....

जूली : अरे नही ं ना ...म तो बस डांस का ही सोच कर आई थी ...तो बस वाही क ँ गी ...ये आप भाभी से करा लो ...

रं जू भाभी : नही ं भई ..मुझे तो इससे दू र ही रखो ...जब तक तू नही ं करे गी म भी नही ं क ँ गी ...

15 of 40 02-09-2016 03:35
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जूली : ओह ...दू र हटो ना अंकल ... ों इतना िचपके जा रहे हो ....


ब ् नाआअ िकतना चूमोगे ...अब थोड़ा दू र हटकर बैठो ...

ओह इसका मतलब अंकल जूली को चूमने म लगे थे ..

मेहता अंकल : दे ख बेटा मान जा ...ये हमारा रवाज़ है ..इस काय म म एक ांग ज र होता है ...अब ऋतू की माँ तो है नही ं ...वरना कोई ना
कोई वो तैयार कर लेती ...अब तो तुम ही मेरी सबसे ादा अपनी हो ...ऋतू भी तुमको िकतना मानती है ...अगर तुम लोगों ने नही ं िकया तो
सब र ेदार मेरे को ही दोष दगे ...मेरी ब त बदनामी होगी ...

रं जू भाभी : हाँ जूली ये कह तो सही रहे ह ...इस ांग के ारा ही लड़की को शादी का मतलब बताना होता है ...पुराना रवाज़ है ...पर ज री
होता है ...और ब त मजा आता है ...

जूली : ठीक है ...पर म लड़का बनूँगी ....और आप लड़की ....

मेहता अंकल : अरे नही ं बेटी ...तू कहाँ इतनी दु बली पतली और ये कहाँ रं जू ... ों ांग की ऐसी कम तैसी करने म लगी हो ....मन जाओ ना
और तुम िकतनी खूबसूरत लगोगी ...

जूली : ओह पर अंकल मने क ी नही ं पहनी है ...और िफर आपका ये लहँ गा...िकतना झीना और छोटा है ...ह ा सा घूमने म ही ये तो पूरा
उठ जाएगा ...म नही ं पहन पाऊँगी ये ...

मेहता अंकल : हा हा .. ा ये जूली बोल रही है ...?? िजसको कपड़ों की कभी परवाह ही नही ं रही ...अरे भई ..सब लेडीज ही तो ह यहाँ ...और
दे खना इसम िकतना मजा आएगा ...

..................

जूली : नही ं ..पहले िकसी क ी का इं तजाम करो ...तभी पहनूंगी ...

मेहता अंकल : अरे बेटा ..अब म कहाँ से लाऊँ क ी ...ऋतू की तो सभी उसी के कमरे म होंगी ...और वो तेरे आएँ गी भी नही ं ...ऐसा कर इस
रं जू की पहन ले ...

जूली : हाँ भाभी ...लाओ आप अपनी क ी दो... मुझे उतारकर ...वही टाई करके दे खती ँ ...वैसी भी आप तो पट शट ही पहनोगी ...

रं जू भाभी : अरे अगर मने पहनी होती तो कब का दे दे ती ....मने भी नही ं पहनी ....

मेहता अंकल : अरे यार अब ये सब छोड़ो ...चलो ज ी से तैयार हो जाओ ...

जूली : ठीक है ..पर आप तो जाओ यहाँ से ....

मेहता अंकल : अब मेरे से ये सब ा ....???..... ऐसा ा है जो मने नही ं दे खा ... यही तो मौका है जब म तु ारी ख़ूबसूरती को अ ी तरह से
दे ख सकता ँ …….और उसकी जी भरकर तारीफ कर सकता ँ .......

जूली : जी नही ं ....मुझे नही ं करवानी आपसे अपनी तारीफ .....मुझे अ ी तरह पता है िक आप कैसे तारीफ करते हो ....
आप बहार जाओ हम दोनों तैयार होकर आते ह ...

रं जू भाभी : वही मुझे तो आपके सामने तैयार होने म कोई ऐतराज नही ं है ....हा हा हा ....

मेहता अंकल : ये आज जूली को हो ा गया है ...जब पहले म मना करता था ...तब तो सब कुछ िदखती रहती थी ...और आज ..दे खो तो कैसे
नखरे कर रही है ये ....

रं जू भाभी : उसको तो यही लगता है ना ...िक आपको िदखाने से भी ा फायदा ...चुसे ए ग े से भी कोई रस िनकलता है ा ...?????

मेहता अंकल : ऐसा मत कह तू रं जू ...तुझे पता नही ं ...मेरी बेटी ल न से ऐसी गोिलयां लाई है जो मेरे को िफर से जवान कर रही ह ....

रं जू भाभी : कैसा जवान अंकल ... ा आपके म रयल प ू म भी जान आ रही है ... या ऐसे ही ...

मेहता अंकल : अरे नही ं कल पूरी रात प ू ने खूब कसरत की है ...तभी तो म तुम दोनों को इतना ेस कर रहा ँ ...

रं जू भाभी : है ईईई न्न ा कह रहे हो आप अंकल ...कैसी मेहनत .. ा ऋतू की सुहागरात से पहले ही आपने ही तो नही ं उसके साथ
सुहागरात मना ली .....

....................

16 of 40 02-09-2016 03:35
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मेहता अंकल : अरे नही ं बेटा ....अब उसके साथ तो नही ं ...पर रया के साथ .....

मुझे याद आ गया .... रया उनकी बड़ी बेटी का नाम है को ल न म रहती है ....और ब त ही ादा बो है ....

रं जू भाभी : अ ा तो अपनी पुरानी कहानी िफर शु कर दी आपने ...

जूली : आप तो बड़े छु पे म िनकले अंकल ....पहले मुझे आप ऋतू के बारे म बता रहे थे ...और अब मालुम पड़ रहा है िक रया भी ....
अपनी दोनों लड़िकयों को ही आपने चखने के बाद ही िवदा िकया ....

अगर आपके दामाद को पता चल गया तो ....

मेहता अंकल : तो ा ???? साले इतना पैसा ले रहे ह ...तो ा माल भी चोखा िमलेगा ....
और िफर मेरी बेिटयां ह ...मेरा ाल नही ं रखगी तो िफर िकसका रखगी ...

जूली : िफर अब आप ा करोगे ...अब तो रया और ऋतू दोनों ही चली जाएँ गी ...

मेहता अंकल : तो ा आ ...?? तुम दोनों मेरी बेटी नही ं हो ा ...


कभी जूली तो कभी रं जू .....और कभी तुम दोनों ही ..मेरे पास आते रहना ....

जूली : अ ा जी ...हमको नही ं बनना ऐसी बेटी ....

उनकी बात सुनकर मुझे लगने लगा िक ज र वहां कुछ रोमांच वाला होगा ....
मेरा िदल उनको दे खने का करने लगा ....

अनु मुझे ब त गौर से दे ख रही थी ...

अनु : ा आ भैया .???.. ा म दीदी को क ी दे कर आ जाऊं ....???

म : तू तो पागल है ....तू अगर क ी लेकर भी गई ...तो ा जूली पहनेगी ....अरे उसको तो ऐसे ही मजा आता है ...
चल हम लोग भी वहीँ चलते ह ...
तू भी ए जॉय कर लेना ....

अनु : तो ा म भी नही ं पहनू ....

म : अरे तू ा करे गी वहां ...तुझे कौन दे ख रहा है ...?? और तेरा तो लांचा भी पूरा ही है ...
चल ऐसे ही चल ...कही ं तेरी क ी दे ख ..जूली का मूड न बदल जाए ...

मने ज ी से पट शट ही डाली और अनु के साथ िनकल गया ....


मने फोन ऑफ कर िदया ...

मेहता अंकल के ैट पर काफी चहल पहल थी ...म अनु को वहीँ छोड़ ...जहाँ गाना बजाना चल रहा था ...
जूली की डे स का बहाना कर अंदर की ओर चला गया ...

मुझे उनके ैट का अ ा आईिडया था ....म कई बार पहले भी आ चुका था ...

मुझे पूरा भरोसा था िक ये लोग मेहता अंकल के कमरे म ही होंगे ...

म वहां प ं चा ...मगर कमरा तो अंदर से बंद था ...

...................

मने तुरंत भाभी को कॉल की ....

कुछ दे र बाद भाभी ने कॉल रसीव की ...

रं जू भाभी : ा आ ..??

म : अरे दरवाजा तो खोलो ...म भी दे खना चाहता ँ ...

17 of 40 02-09-2016 03:35
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रं जू भाभी : कहाँ हो तुम ???

म : यही ं आपके कमरे बाहर ...

रं जू भाभी : ओह ...ऐसा करो ऋतू के कमरे से यहाँ बाथ म म आ जाओ ...

मुझे याद आ गया ...


वहां दोनों कमरे का कॉमन बाथ म था ....
और रं जू भाभी भी शायद वहीँ से बात कर रही थी ं ...

म ज ी से ऋतू के कमरे म गया ....


वो पूरा खाली था ...

और हो भी ों ना ...ऋतू भी तो बाहर काय म म ही बैठी थी ...

मज ी से बाथ म म वेश कर गया ...

वाकई वहां रं जू भाभी थी ...

उ ोंने मुझे चुप रहने का इशारा िकया ....

उनके बदन पर केवल ाउज और पेटीकोट ही था ...

मने पेटीकोट के ऊपर से ही उनके मुलायम चूतड़ों को मसला ....

और ब त हलके से पूछा ...

म: ा हो रहा है यहाँ ...????

उ ोंने फुसफुसाते ए ही जवाब िदया ...

रं जू भाभी : चुप करके केवल अपनी जोडू की चुदाई दे ख ....और वो बाथ म से बाहर ...
िफर से मेहता अंकल के कमरे म चली गई ...

मने बाथ म के दरवाजे को िभड़ा िदया ...

और इतना गैप कर िलया िक कमरे की हर व ु दे ख सकु ...

सामने ही उनका िकंग साइज़ बेड पड़ा था ....

और वहां का दे खते ही म भौच ा सा खड़ा रह गया ....

ये तो वही सब हो रहा था ...िजसे म कबसे दे खना चाह रहा था ...

????????????????

.........
……………………….

RE: मेरी बेकरार वीवी और म वे चारा पित - desiaks - 08-01-2016

अपडे ट 108

मज ी से ऋतू के बाथ म म वेश कर गया ...

वाकई वहां रं जू भाभी थी ...

उ ोंने मुझे चुप रहने का इशारा िकया ....

उनके बदन पर केवल ाउज और पेटीकोट ही था ...

18 of 40 02-09-2016 03:35
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मने पेटीकोट के ऊपर से ही उनके मुलायम चूतड़ों को मसला ....

और ब त हलके से पूछा ...

म: ा हो रहा है यहाँ ...????

उ ोंने फुसफुसाते ए ही जवाब िदया ...

रं जू भाभी : चुप करके केवल अपनी जोडू की चुदाई दे ख ....और वो बाथ म से बाहर ...
िफर से मेहता अंकल के कमरे म चली गई ...

मने बाथ म के दरवाजे को िभड़ा िदया ...

और इतना गैप कर िलया िक कमरे की हर व ु दे ख सकु ...

सामने ही उनका िकंग साइज़ बेड पड़ा था ....

और वहां का दे खते ही म भौच ा सा खड़ा रह गया ....

ये तो वही सब हो रहा था ...िजसे म कब से दे खना चाह रहा था ...

मेहता अंकल काफी अमीर थे ...उनके घर सभी ऐशो आराम की व ुएं थी ....

िजस बाथ म म था वो भी ब त बड़ा था ....बड़े बाथटब से लेकर चमकीली लाइट तक सभी कुछ था वहां ...

पर मने इस समय बाथ म की सभी लाइट बंद कर दी थी ं ...

उधर मेहता अंकल के कमरे की सभी लाइट ओन थी ं ..व इस समय शादी का घर होने के कारण ..कमरा ब त चमक रहा था ....

उनके कमरे म भी सभी आधुिनक व ुएं थी ं ...एक नजर म ही कमरे को दे खकर पता लग जाता था ..िक ये िकसी रहीसजादे की ऐशगाह है ....

दीवारों पर महं गी वाल पिटं .....िकंग साइज़ ..राउं ड ..मूिवंग बेड .....बड़े बड़े िमरर ...और फसी लाइट ..सभी उस माहोल को से ी बना रहे
थे ...

................

िफलहाल मेरा सपना पूरा होने जा रहा था ...

म जूली को एक दू सरे मद के साथ म ी करते ए दे ख रहा था ...

भले ही वो एक बूढ़ा मद हो ..पर म जूली के से की पराका ा दे खना चाह रहा था .....

जो कुछ भी सामने हो रहा था ...उससे तो यही लगता था िक आज मुझे एक ...ब त ही गरम चुदाई िदखने वाली थी ....

और शायद रं जू भाभी भी जानती थी ...वो मेहता अंकल से चुदवा भी चुकी होंगी ...तभी उ ोंने मुझसे ऐसा कहा भी है ....
िक चुपचाप अपनी जोडू िक चुदाई दे ख ...

मने बाथ म की लाइट बंद करके ..दरवाजा िबलकुल ऐसे कर िलया था ..िक म तो सब कुछ दे ख सकता था ...पर कोई मुझे नही ं दे ख सकता
था ...

पहला ही मुझे ब त गरम िदखा ....

जूली बेड के िकनारे पैर लटका कर बैठी थी ....


उसके बदन पर भी रं जू भाभी जैसे ही केवल ाउज और पेटीकोट ही था ....

इस दोनों की साडी शायद मेरे यहाँ आने के दौरान ही उतरी थी ...

जूली के ठीक सामने मेहता अंकल खड़े थे ...

ख़ास ये था िक उनके बदन पर केवल एक फुल आ ीन का बिनयान था ....

19 of 40 02-09-2016 03:35
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बाकी नीचे तो वो पूरे नंगे थे ...

मुझे साइड से वो िदख रहे थे .....

अपनी कमर पर दोनों हाथ रखे वो तनकर जूली के सामने खड़े थे ....

और जूली अपने हाथों म उनके ल को पकडे थी ...

पता नही ं वो ा उलट-पुलट कर दे ख रही थी ...

................

मने जब ान से दे खा तो मेरी आँ ख भी फटी की फटी रह गई ....


ये ा है भई....

सांप जैसा उनका ल दे ख मेरा भी बुरा हाल हो गया ...

कोई ११-१२ इं च से कम नही ं होगा ....िबलकुल काला …..और ब त ही मोटा ...

जूली के दोनों हाथों म होने के वावजूद वो काफी बाहर को िनकला आ नजर आ रहा था ....

कमरा काफी बड़ा होने के वावजूद मुझे उनकी हर बात साफ़ साफ़ सुनाई दे रही थी ...
म ान से उनकी म ी भरी बात सुनने लगा ...

जूली : वाओ अंकल आपका ये तो ब त ारा है ...मने तो आज तक ऐसा हिथयार नही ं दे खा ...

अंकल का सीना गव से तना आ था ....

मेहता अंकल : तभी तो मने तुझसे कहा था ...मुझे अपने ल पर ब त गव है ...इसी की तो ऋतू और रया भी दीवानी ह ...

जूली चमकती ई आँ खों से उनके ल को घूर रही थी ..और उसके हाथ अंकल के ल को ऊपर से नीचे तक सहला रहे थे ...

मेहता अंकल : कब ि◌ाक सहलाती रहे गी ...अब जरा इसको अपने मुहं से पुचकार भी दे ...िफर दे खना ये तेरी चूत की कैसी सेवा करता है ...
हरी कर दे गा तेरी तिबयत ... अंदर तक खुश कर सेगा तुझको ...

जूली : नही ं अंकल जी ...बस थ ू आपका ...मेरी तिबयत पहले से ही ब त खुश है ...
बस इतना ही काफी है ...

जूली अभी भी खुलकर हाँ नही ं कह रही थी ...

पर ु उसकी हरकत और आँ खे उसकी जुबान से बगावत कर रही थी ...

साफ़ पता चल रहा था िक वो सब कुछ चाहती है ...मगर कह नही ं पा रही थी ...

मेहता अंकल भी पूरे घाग ही थे ...वो शायद सब कुछ समझ रहे थे ....

मेहता अंकल : चल कोई बात नही ं ...

और उ ोंने अपनी कमर को आगे करते ए जूली के चेहरे के पास कर िदया ...
उनका ल जूली के गालों से छूने लगा ...

मने दे खा रं जू भाभी एक ओर कुस पर बैठकर ..मुझे और जूली को दे खकर मजा ले रही थी ...
उनका बैठने का ाइल भी ब त से ी था ...
उ ोंने एक पैर कुस के नीचे रखा था और दू सरा घुटने से मोड़कर ऊपर ...
उनका पेटीकोट ब त ऊपर हो गया था ...
उनकी खुली ई चूत साफ़ साफ़ िदखाई दे रही थी ...
िजसको वो अपने दाय हाथ िक उँ गिलयों से सहला रही थी ...

.................

20 of 40 02-09-2016 03:35
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िफलहाल तो मेरा ान केवल जूली की ओर ही था ...

अंकल ने जूली को पकड़ते ए कहा ...चल तू इससे खेलती रह ...म तुझको तैयार कर दे ता ँ ...

और उ ोंने जूली के ाउज के बटन खोलने शु कर िदए ...

जूली थोड़ा ना नुकुर तो कर रही थी ...मगर कुछ ही दे र म अंकल ने उसकी ाउज को िनकाल िदया ...

जूली को उनका ल इतना ारा लग रहा था ...िक वो उसको एक पल के िलए भी नही ं छोड़ रही थी ...

अंकल ने जूली को आगे को झुकाया ...मुझे ऐसा लगा जैसे जूली ने उनका ल अपने मुहं म ले िलया हो ...

पर अंकल ने उसकी पीठ पर लगा ा का क िनकाला था ...

उ ोंने ब त ही ार से सहलाते ए उसकी ा के कप को जूली के गोल और तने ए बू से हटाकर एक ओर डाल िदया ...

अब जूली केवल एक पेटीकोट म ही वहां बैठी थी ...


उसकी नंगी चूची िकसी सफेद बॉल जैसी ..ऊपर को उठी ई ..ब त ही म िदख रही थी ...

अंकल िक नजर उनसे हट ही नही ं रही थी ...जूली के िन ल अभी भी गुलाबी रं गत िलए थे ...इस समय तने ए िन ल अपनी उ ेजना के
चरम की कहानी साफ़ साफ़ बयां कर रहे थे ...

अंकल ने एक हलका सा अपनी हथेली को उसके िन ल से सहलाते ए ...


जूली को पेट से पकड़ नीचे खड़ा िकया ...

् ाआआआ
जूली : अह्हह

जूली हलके से िससकारी ...


पर उसने कुछ नही ं कहा ....और वो अंकल के बराबर म बेड के नीचे खड़ी हो गई ...

अंकल ने उसको िब र के ऊपर चढ़ा िदया ...और जूली बेड पर अधनंगी खड़ी िकसी खजुराओ की मूरत जैसी िदख रही थी ...

अंकल ने जूली की कमर को सहलाते ए ...ब त ही से ी तरीके से जूली के पेटीकोट के अंडर हाथ डाल उसके नाफ़े (नाड़े ) को बहार
िनकाला ...
िफर धीमे से उसको खी ंच कर खोल िदया ...

............

केवल एक पल लगा ....और जूली का पेटीकोट उसका साथ छोड़ गया ...
पेटीकोट जूली के चूतड़ों से सरकता आ ...उसके पैरों म िसमट गया ...

एक से ी मूरत जैसी जूली ...स ूण न िब र पर खड़ी थी ...


उसको इस तरह िसमटता आ दे ख िकसी का भी ल पानी छोड़ दे ...

अंकल िब र के नीचे खड़े ए ...जूली की पतली कमर को थामे ए थे ...


उनकी नजर ठीक जूली की सबसे से ी और सुंदर भाग ...उसकी बेशकीमती चूत पर थी ...

अंकल अपने हाथो को सरकाते ए जुली के साफ़ स ाक ...उठे ए मुलायम चूतड़ों तक ले गए ...और अब उनकी हथेली और उँ गिलयाँ
.जूली के चूतड़ों पर िकसी िपयानो ेयर की तरह ही नाच रही थी ...

मेहता अंकल : अह्हह ् सच जूली बेटा तेरी चूत तो ब त ही ारी है ...ऐसी तो ऋतू और रया की बचपन म भी नही ं थी ...
िकतनी छोटी सी और कोमल लग रही है ...लगता ही नही ं िक इस पर कभी बाल आएं हों ...
मुझे इतना अनुभव है ...िबलकुल सच बोल रहा ँ ...तेरी चूत को दे खकर कोई ये नही ं कह सकता िक तेरी शादी को इतना समय हो गया ...और
तू इतने मजे ले चुकी है ...
सच ये तो गॉड िग है जो तुझे इतनी ारी चूत िमली है ...

जूली अपने दोनों हाथो से अपना चेहरा छु पाये िब र पर खड़ी थी ...


उसको वैसे भी अपनी तारीफ सुनना ब त ही पसंद था ..
अंकल िक बात सुनकर ज र वो ब त ही खुश हो रही होगी ...

21 of 40 02-09-2016 03:35
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उसको अपनी चूत पर ही ब त गव था ...उसको खुद पता था िक ये उसका बेशकीमती खजाना है ..


इसीिलए वो इसको िदखाने से जरा भी परहे ज़ नही ं करती थी ...
और क ी तक नही ं पहनती थी ...

और अबकी बार तो उसने कमाल ही कर िदया ..

उसने अपनी हथेिलयों के बीच से जरा सा अपना चेहरा िनकालते ए जवाब िदया ...

जूली : सच अंकल ...वैसे आपका हिथयार भी कोई कम नही ं है ...सच मने आज तक ऐसा नही ं दे खा ...

बस उसकी ये बात सुनते ही अंकल खुश हो गए ...

उ ोंने जूली के चूतड़ों से अपने सीधे हाथ को हटाकर आगे लाये और अपनी उँ गिलयों से उसकी चूत को सहलाते ए ...अपना चेहरा जूली िक
जांघो के बीच रखकर ..उसकी चूत का एक चु ा ले िलया ...

् ाआआआआआआ
जूली : अह्हह ीज मत करो अंकल .....

मेहता अंकल : अरे बेटा ...जब तेरी चूत और मेरा ल जब सबसे अ े ह ..तो ों ना दोनों का िमलन करवा दो ...

जूली : नहीईइइइइइइइइइइ ीज ....

मेहता अंकल : ओह चलो चुदाई ना सही ....कम से कम दोनों का एक चु न तो करवा ही दो ...

जूली : पर सब बाहर हमारा इ जार कर रहे होंगे ...


िफर कभी .....

मेहता अंकल : अरे सब नाच गाने म िबजी ह ...२ िमनट ही तो लगगे ...
और अंकल ने जूली को मना ही िलया ...

जूली उनसे मना नही ं कर पा रही थी ...

उ ोंने जूली को िब र पर िलटा िदया ...

पता नही ं वो ा करने वाले थे ...????


?????????????????

म तो सांस रोके दे ख रहा था ....िक ना जाने कौन से पल .................


?????????????

.........
……………………….

RE: मेरी बेकरार वीवी और म वे चारा पित - desiaks - 08-01-2016

अपडे ट 109

जूली भले ही िकतना भी चुदवाने के िलए मना कर रही हो ......


पर ु मेहता अंकल उसको पटाने ही हर संभव कोिशश कर रहे थे .........

अब दे खना ये था िक मेहता अंकल अपनी कोिशश म सफल होते ह या नही ं ......

मेहता अंकल : अरे बेटा ...जब तेरी चूत और मेरा ल जब सबसे अ े ह ..तो ों ना दोनों का िमलन करवा दो ...

जूली : नहीईइइइइइइइइइइ ीज ....

मेहता अंकल : ओह चलो चुदाई ना सही ....कम से कम दोनों का एक चु न तो करवा ही दो ...

जूली : पर सब बाहर हमारा इ जार कर रहे होंगे ...

22 of 40 02-09-2016 03:35
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िफर कभी .....

मेहता अंकल : अरे सब नाच गाने म िबजी ह ...२ िमनट ही तो लगगे ...
और अंकल ने जूली को मना ही िलया ...

जूली उनसे मना नही ं कर पा रही थी ...

उ ोंने जूली को िब र पर िलटा िदया ...

पता नही ं वो ा करने वाले थे ...????

म तो सांस रोके दे ख रहा था ....िक ना जाने कौन से पल .................

मेरा ान कमरे म अब कही ं नही ं था ...


म ना तो रं जू भाभी को दे ख रहा था ...और ना अपने बारे म सोच रहा था िक कोई दे ख लेगा ...

बस दम साधे जूली को दे ख रहा था ...

वो पूरी नंगी थी...एक भी व नही ं था उसके चमचमाते िज पर ...


उस बड़े से बेड पर लेटी थी .....

उसके एक-एक अंग से म ाना सा रस टपक रहा था ...

मेरी ही हालत उसको दे खकर खराब हो रही थी ...


िफर मेहता अंकल का तो कहना भी ा ...वो वोराये सा उसको दे ख रहे थे ...

उ ोंने शायद वो से ी गोली भी खा रखी थी ..जो उनके अनुसार उनकी अपनी ही बड़ी बेटी रया ...लंदन से लाई थी ...

..............

ये अहसास उनके खड़े ...ट नाए मोटे ल को दे खकर हो रहा था ...

जूली ने तो ा मने भी आज तक इतना मूसल सा ल नही ं दे खा था ...

ब त ही जानदार हिथयार था मेहता अंकल के पास ...जो उनकी जवानी म की ई अ ाशी की पोल खोल रहा था ...

िज ोंने अपनी दोनों मासूम बेिटयों तक को नही ं छोड़ा ..वो अब ऐसी हालत म जूली को कहाँ छोड़ने वाले थे ...

जूली भी म ी भरी आँ खों से िहलते ए उनके ल को दे खे जा रही थी ...

अंकल भी िब र पर ऊपर चढ़ने के बाद ..अपनी बिनयान भी उतार फकते ह ...


ब त घने बाल थे उनके शरीर पर ...और सभी सफ़ेद थे ..

वो ब त ही बूढे लग रहे थे ...मगर उनके ल को दे खते ही ....उनका शरीर झूठा सा तीक होता था ...

वो घुटने के बल जूली के दोनों पाओं के बीच बैठ जाते ह ..


और उसके दोनों पैरों को खोलकर ान से चूत को दे खते ह ...िफर अपनी एक हथेली से उसकी चूत को पोंछते ह ...
शायद उस पर जूली के कामरस लगा था ...

िफर अंकल एक दम से नीचे झुककर अपने होंठ जूली की चूत पर रख दे ते ह ...

यही तो उसकी सबसे बड़ी कमजोरी थी ...

अब जूली की हालत दे खने लायक थी ..वो बुरी तरह मचल रही थी ...उसकी कमर चारों ओर घूम रही थी ..

मुझे ये तो पता था िक चूत को चुसवाते समय जूली िबलकुल पागल हो जाती है ...

मगर आज पहले बार ही म उसको लाइव दे ख रहा था ..


खुद चूसते समय तो मुझे उसको बैचेनी ादा िदखाई नही ं दे ती थी ...
ुिक उस समय तो म खुद भी पागल हो जाता था ...

23 of 40 02-09-2016 03:35
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इस समय जूली का हर एक कोण और उसकी हर हरकत पर मेरी नजर थी ...


ब त ादा आनंद आ रहा था उसको इस तरह दे खने म ...

१० िमनट तक जूली की चूत और गांड को अ ी तरह चाटने के बाद ...


अंकल ने जूली के चूतड़ों के नीचे हाथ लगाकर उसको अ ी तरह से एडज िकया ...

अब वो ण था ...जब मुझे कोई दू सरा ल जूली की चूत म जाता आ दे खने वाला था…..

....................

म ब त गौर से केवल वहीँ पर नजरे गड़ाये था ...

मेहता अंकल ने ब त ही अ े ढं ग से जूली की चूत को सहलाया ...


िफर अपने ल के टोपे को उसकी चूत के छे द पर सेट िकया ...
और अपनी कमर को ध ा िदया ...

इस दौरान जूली ने एक बार भी उनका ...िकसी भी बात का िवरोध नही ं िकया ...

मुझे ादा ठीक से तो नही ं िदखा ....


पर उन दोनों के चेहरे जो कहानी बता रहे थे ...
उससे साफ़ जािहर था ...
िक मेहता अंकल का ल जूली िक कोमल चूत को भेद चुका था ...
अब िकतना अंदर गया .... ये तो वही जाने

म तो उनकी िस ा रयां सुन रहा था ...

् ह
जूली : अह्हह ् ाआआआआआआआआआ ब त बड़ा है ...धीरे से ....आःह्हाआआआ

् बस हो गया .....अह्हा अह्हह


मेहता अंकल : आअह्हाआआआआ ...ब त टाइट है तेरी फ़ु ी ...अह्हह ् ह
् ह्हह
् ह
् ह्ह

उनके ध ो से ..या िफर िहलने से बेड ...धीरे धीरे घूम रहा था ...

और अब वो ठीक मेरे सामने का ...


दोनों मुझे साइड से चुदाई करते ए ब त साफ़ साफ़ िदखाई िदए ....

मेहता अंकल के िछड़ने का ाइल ब त अलग था ...


उ ोंने जूली के िनचले िह े को ....अपने दोनों हाथो म उठा रखा था ...
उनके दोनों हाथ जूली के चूतड़ और कमर पर थे ...

वो खुद अपने घुटनो पर खड़े थे ...

हाँ छोड़ वो ब त ही धीमे धीमे रहे थे ...

अब मुझे उनका सांप जैसा ल साफ़ साफ़ िदख रहा था ...

इतनी दू र से भी िदखाई दे रहा था ....जैसे कोई रोड जूली की चूत म जा रही हो ...

वो ब त ही आराम से लगभग पूरा ल ही बाहर िनकाल लेते ...या िफर जरा सा ही अंदर रहने दे ते ...
िफर से पूरा अंदर का दे ते ...

जूली की कमर को दे ख मुझे पता चल गया िक उसको ब त मजा आ रहा है ....


ुिक उसकी कमर भी अंकल के ध ो के साथ ही िहल रही थी ...
वो इस चुदाई म पूरा साथ दे रही थी ....

जूली के दोनों हाथ अपनी तनी ई चूिचयों पर थे ..िजनको वो खुद ही मसल रही थी ...

सच क ँ ..तो मने से तो ब त िकया है ...पर उस सबम म हमेशा खुद ही हीरो रहता था ...
पर इस तरह लाइव ूिफ ..वो भी अपनी बीवी की ...म पहले बार दे ख रहा था ...

जूली को पूरा नंगा होकर इस तरह ...मेहता अंकल के ल से चुदवाते दे ख मेरी हालत ख़राब हो रही थी ...

24 of 40 02-09-2016 03:35
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मने अपना ल ...पट से बाहर िनकाल िलया था ...और अपने ही हाथों से सहला रहा था ....

..........................

अब मने रं जू भाभी को दे खा ....लगता है वो भी पहली बार ही ऐसे लाइव शो दे ख रही थी ...


उनकी हालत भी पतली थी ...
अपनी शरम के कारण वो िब र पर तो नही ं जा रही थी ...
लेिकन कुस पर बैठे ए ही ...उनका हाथ अपने पेटीकोट के अंदर था ...
साफ़ पता चल रहा था ...िक वो अपनी चूत के साथ खेल रही ह ...

म अभी रं जू भाभी को ही बुलाकर ...उ ी को चोदने का ान बना रहा था ...

िक तभी मुझे अपनी ओर वाले कमरे म कुछ आहट सी ई ...


ओह इस समय कौन आ गया ....
म अभी बाथ म का दरवाजा बंद करने की सोच ही रहा था ...
िक वो तो एक दम से दरवाजे पर ही आ गया ...

मुझे कुछ नही ं सूझा ..


बाथ म ब त बड़ा था ....और मोटे मोटे परदे भी थे ...

म वहीँ पास के एक मोटे परदे की ओट म हो गया ...

तभी बाथ म की लाइट ओन ई ...


और एक ब त ही सु र लड़की मेरे सामने कट ई ...

ा खूबसूरती थी उसकी ....ब त ल ी ....६ फुट से २-३ इं च ही कम होगी...


ब त ही ादा गोरी ...दू ध से भी ादा साफ़ रं ग था उसका ....उस पर रं गत गुलाबी ...
आँ खे तो ादा खूबसूरत नही ं थी ... उनको काजल से बड़ा बनाया आ था ...
पर होंठ ब त चौड़े , मोटे और लाल थे ...
कपडे भी ब त से ी पहने थे ...अमूमन मिहला संगीत म लड़िकयां लहं गा ..चोली जैसे व ही पहनती ह ..जो उसने भी पहना था ...
पर ु उसकी हाइट ादा होने के कारण वो इन व ो म ब त ही से ी लग रही थी ...

उसका लहं गा कमर से ब त नीचे बंधा था ...जो उसकी पतली कमर की पूरी ख़ूबसूरती को िदखा रहा था ...
और चोली इतनी छोटी थी िक ...ऊपर से उसके भरी म ो िक पूरी गोलाई बाहर थी ...और चोली के िनचले भाग से भी गोलाई का कुछ अंश
बाहर था ...
चोली के कप उसकी चूची िक पूरी गोलाई को िदखा रहे थे ....

िफर चोली के नीचे से लहं गे तक का भाग नंगा था ...जो सफेद लाइट म चमक रहा था ...
एक तो गोरा रं ग ..ऊपर से ब त पतली कमर ...उस पर उसकी गहरी नािभ ..िजसपर उसने कोई चमकता आ नाग लगा रखा था ...
और िफर नािभ के नीचे का भी काफी िह ा नंगा ही था ...
उसने अपना लहं गा शायद अपनी चूत से २-३ इं च ही ऊपर बाँधा आ था ...

कुल िमलाकर से के रस से सरावोर थी वो हसीना ...

मेरे दे खते ही दे खते वो ठीक मेरे ही सामने आई ..


अरे वहां को कमोड था ....ओह ये तो मूतने के िलए आई है ...

........................

और िबना कुछ सोचे अपने लहं गे को कमर तक उठा िलया ..


अब उसकी दोनों ल ी नंगी टाँगे मेरे सामने थी ...िबलकुल िचकनी और केले के तने जैसी ...
वो अपने लहं गे को ब त ही संभालकर अपनी कमर के ऊपर को समेट रही थी ...
िक कही ं वो ग ा ना हो जाए ....

पर उसकी इस हरकत से मुझे ब त ही से ी के दशन हो गए थे ...

उसने लहं गा कमर से भी ऊपर उठ जाने से उसकी कमर म फंसी छोटी सी क ी ब त ही खूबसूरत लग रही थी ...

उसने एक हाथ से लहं गे को पकड़ ..दू सरे से अपनी क ी नीचे सरका दी ...
और ज ी से कमोड पर बैठ गई ...

25 of 40 02-09-2016 03:35
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मुझे उसकी िचकनी चूत साफ नजर आ रही थी ...िबलकुल िचकनी ...और बाहर को िनकले ए होंठ ..
मने दे खा चूत का दाना और उसके होंठ हलके से कांपे और उसमे से मूत िनकलने लगा ...

एक हसीना मेरे सामने बैठी मूत रही थी ...और म उसको दे ख रहा था .....

बड़ा ही मनोहारी था ....

तभी वहां जूली िक तेज आवाज आती है .......

् ह
जूली : अह्हह ् ाआआ अह्हह
् ह
् आःह्हाआआआआ आह्हह
् ा तेज अंकल और तेज अह्हा अह्हा

और ये आवाज सुन वो चोंक जाती है ....

वो आ य के भाव िलए कमोड से उठती है ....


ब त ही से ी अंदाज़ से ...अपनी फसी क ी ...जो उसके खड़े होने से पंजो तक प ँ च जाती है ...
उसको अपने पाऊँ से बाहर कर दे ती है ....

इस दौरान भी वो लहं गे को वैसे ही अपने दोनों हाथों से अपनी कमर तक ऊँचा िकये पकड़ी रहती है ...

िफर वो उसी दरवाजे की ओर जाती है ....जहाँ से म अभी कुछ दे र पहले जूली को चुदवाते ए दे ख रहा था ...

मने पहली बार उसकी आवाज सुनी ....

...... : ओह गॉड ....ये ा ...डै ड तो जूली भाभी को चोद रहे ह ...घर म इतने मेहमान ह ...अगर िकसी ने दे ख िलया तो ....ओह ....

मेरी समझ म एक दम से आ गया ...अरे ये तो रया है ...मेहता अंकल की बड़ी बेटी ....
उ मुझे तो पहले ही समझ जाना चािहए था ...इसको दे खकर ...आ खर लंदन से आई है ...तभी ऐसी है ...

उसने अपना लहं गा ..अभी तक नही ं छोड़ा था ...

और उसके झुके खड़े होने से ...मुझे वो िदख गया ...िजसे दे खकर मेरे ल ने बगावत कर दी ...

अब म भी नही ं क सकता था ....

और .....

????????????????????????

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……………………….

RE: मेरी बेकरार वीवी और म वे चारा पित - desiaks - 08-01-2016

अपडे ट 110

अ ी तरह से मूतने के बाद वो हसीना उठने ही वाली थी ...


िक उसको जूली और मेहता अंकल की चुदाई की िस ा रयां और आवाज सुनाई दे जाती ह ...
वो संभालकर ही अपने लहं गे को पकड़े ए कमोड से उठती है ...

उसको तो यही लग रहा था िक वो बाथ म म अकेली ही है ...

अतः वो अपने लहं गे को नही ं छोड़ती ...उसको ऊपर ही पकडे रहती है ....
या िफर उसको इस बात का ाल ही नही ं रहता ..
ुिक वहां चुदाई िक आवाज ही ऐसी आ रही थी ..

उसकी िज ासा ही थी जो उसको ऐसे ही रखे रहती है ....


और वो कमोड से उठकर आगे बढ़ने लगती है .....

26 of 40 02-09-2016 03:35
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इस दौरान भी वो लहं गे को वैसे ही अपने दोनों हाथों से अपनी कमर तक ऊँचा िकये पकड़ी रहती है ...
और अपनी क ी को भी पैरों से िनकाल अलग कर दे ती है ....

िफर वो उसी दरवाजे की ओर जाती है ....जहाँ से म अभी कुछ दे र पहले जूली को चुदवाते ए दे ख रहा था ...

मने पहली बार उसकी आवाज सुनी ....

...... : ओह गॉड ....ये ा ...डै ड तो जूली भाभी को चोद रहे ह ...घर म इतने मेहमान ह ...अगर िकसी ने दे ख िलया तो ....ओह ....

मेरी समझ म एक दम से आ गया ...अरे ये तो रया है ...मेहता अंकल की बड़ी बेटी ....
उ मुझे तो पहले ही समझ जाना चािहए था ...इसको दे खकर ...आ खर लंदन से आई है ...तभी ऐसी है ...

उसने अपना लहं गा ..अभी तक नही ं छोड़ा था ...

और उसके झुके खड़े होने से ...मुझे वो िदख गया ...िजसे दे खकर मेरे ल ने बगावत कर दी ...

अब म भी नही ं क सकता था ....

रया के झुकने से उसके म नंगे चूतड़ ....


कुछ ादा ही उठे ए थे रया के चूतड़ .... ाम ग े दार चूतड़ थे ....पूरे गोल ...और आपस म सटे ए ...इतने खूबसूरत लग रहे थे ....
िक म सब कुछ भूल गया ....

मने अपना ल तो पहले ही बाहर िनकाला आ था ...


ल उस को दे ख और भी ादा तन चूका था ...मने पट का बटन भी ढीला कर िदया ...
और रया के ठीक पीछे प ँ च गया ...

...................

मने चुपके से ही उसके चूतड़ों से अपना ल िचपका िदया ...

रया ने एक दम से पीछे मुड़कर दे खा ....


और मुझे दे खते ही उसका चेहरा भ हो गया ...

रया : अरे भैया आप ....

ओह ......म भले ही उसको ना जानता ँ ...पर वो मुझे अ ी तरह से जानती है ....


तभी तो उसने जूली को भी पहचान िलया ....

रया ने तुरंत मेरा हाथ पकड़ा और मुझे अपने कमरे म ले जाने लगी ...

वो यही चाहती थी िक म जूली वाले कमरे म दे खूं ...


उसको शायद डर था िक वहां जूली को ..मेहता अंकल के साथ दे ख म ह ा न कर दू ँ ...

इसीिलए वो मुझे वहां से हटाना चाहती थी ...

मने भी इस थित का फ़ायदा उठाने की सोची ...

म: ा आ ???? ये ा हो रहा है ....

मने उसके नंगे चूतड़ों पर हाथ फेरते ए पूछा ...

उसने मेरा हाथ झटका ...

रया : उ फ़ ये ा कर रहे हो भैया ...


म तो बस टॉयलेट करने आई थी ...और आप यहाँ ा कर रहे हो ...???

म : म भी तो बस जूली को ढू ं ढ रहा था ....िफर मुझे भी ेशर लगा ...और यहाँ आ गया ...

रया : वो तो ठीक है ...िफर ये सब ा कर रहे थे ...

वो लगातार मेरे ल को ई दे ख रही थी ....

27 of 40 02-09-2016 03:35
मेरी बेकरार वीवी और म वेचारा पित - Printable Version http://www.sexbaba.net/printthread.php?tid=1446&page=10

म : अरे मेरी हसीना ...जब सामने इतना से ी चूतड़ िदखा ...तो मने तो खुद को संभाल िलया ...मगर ये नही ं माना ....हा हा हा

मने अपने ल को िहलाते ए कहा ....


को म भी े श हो लेता ँ ...

अब वो डर गई .... रया नही ं चाहती थी िक म िफर से बाथ म म जाऊं ...


उसको डर था िक म जूली को दे ख लूंगा ...

....................

बस यही बात मेरे िलए फायदे का सौदा सािबत ई ...

रया : ओह तो इसको ा ऐसे ही लेकर जाओगे ..


ऐसे तो कमोड की वजाए छत पर जायेगी ...

उसने मेरे छत की ओर तने ए ल को दे खकर कहा ..


म भी उसकी बात से मासूम बन गया ...

म : हाँ यार रया ...बात तो तेरी सही है ...वैसे ये खड़ा भी तूने िकया है ...तो इसको बैठा भी तू ही ....

रया : हा ह अ हा ...कैसे बैठते ह आपके ये जनाव...

म : यार शादी शुदा हो ..अब ये भी ा म बताऊंगा ...


तु ारे पास तो कई जगह ह ..जहाँ ये आराम से बैठ सकता है ....

रया : जी नही ं ...वो सभी जगह बुक ह ....वहां इसको कही ं जगह नही ं िमलेगी ....

म : ओह ... ा यार ??? चलो छोड़ो ....कम से कम वो जगह िदखा तो सकती हो ...
ये जनाव तो दे खकर ही काम चला लगे ....

रया : अरे नही ं बाबा ...अभी आपने दे खा तो था ...सीधे क ा करने ही आ गया था ...
म ये र नही ं ले सकती ..

मने िफर से अपना वही हिथयार अपनाया ...

म : ठीक है ..िफर हम छत पर ही मूत कर आ जाते ह ..


और म िफर से बाथ म की ओर बड़ा ...

मेरा आईिडया काम कर गया ...

रया : अर् र् रर ऐ नहीईईईईईईई वहां नही ं ....उ ् फ़ आप भी नही ं मानोगे ना ...


चिलए ठीक है ....पर िसफ दे खना ....ओके ...और इसको दू र ही रखना ...

मने एक ठं डी सांस ली ...

म : हाँ हाँ ...अब ज ी करो ...

वो लहं गा िफर से ऊपर करने लगी ....

......................

म : ओह ऐसे नही ं ...इसको उतार कर ..सही से ...


हमारे साहबजादे को कोई कावट पसंद नही ं ...

और मने खुद ही उसके लहं गे के क को िनकाल िदया ..


रया ने धीरे से अपना लहं गा नीचे को उतार िदया ...

उसने कोई िवरोध नही ं िकया ...


अब रया केवल एक छोटी सी चोली पहने मेरे सामने खड़ी थी ....

28 of 40 02-09-2016 03:35
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मने चोली के ऊपर से ही उसने म म ो को दबाया ...


रया ने तुरंत मेरे हाथ को झटक िदया ....
वो वहां रखी एक आराम कुस पर बैठते ए बोली ...

रया : इस सबका समय नही ं है ...ज ी से दे खो ....मुझे और भी ब त से काम ह .....

उसकी इस ज वाजी पर मुझे मजा आ गया ....

रया ने आराम कुस पर पीछे को लेटते ए अपने दोनों पैरों को फैलाकर ..दोनों ह थो पर रख िलया ...
ा पोज़ बनाया था उसने ....
लगता है ये कुस चुदाई के िलए ही बनी है ....
और दोनों बहने यही अपने िपता से चुदवाती होंगी ...

म रया के पास गया और अपना मुहं ठीक उसकी चूत से ऊपर ले गया ...
म उसके इतना पास था िक मेरी साँसे रया की चूत के ऊपर जा रही थी ...

मने िफर से उसके चूत के बाहर िनकले ए होंठो को कांपते ए महसूस िकया ....

रया : बस दे ख ली ना .....ज ी करो ...घर म ब त मेहमान ह ....कोई भी इधर आ सकता है ...

मुझे भी इसी बात का अंदेशा था ..पर म अब उसको छोड़ना नही ं चाहता था ...

मेरा ल तो पहले से ही तैयार था ... जूली की चुदाई दे खने के बाद तो वो बैठने का नाम ही नही ं ले रहा था ...

मने रया के दोनों पैरों को वहीँ ह थे पर ही अपने दोनी हाथो से जाम कर िदया ....

...................

अपनी कमर को ह ा सा नीचे िकया ....


और मेरा ल अपने िनशाने पर प ँ च गया ...

रया की चूत अभी िबलकुल सूखी थी ...पर िफर भी मुझे पता था िक वो आसानी से मेरे ल को ले लेगी ...

आ खर वो लंदन से आई थी ...और मेहता अंकल जैसे बड़े ल लेने की आिद थी ...

मने ल को रया की चूत के मुख पर रखा ...


और मेरा सोचना सही सािबत आ ...जब एक ही ध े म मेरा ल रया की चूत म समा गया ...

मेरा ल पूरा का पूरा रया की चूत के अंदर था ...

रया का मुहं खुला का खुला रह गया ...

् ाआआआ ये
रया : अह्हह ा कर रहे हो भैया ???

वो जोर लगाकर िनकलने ही वाली थी ...


की मने वहां एक और धमाका कर िदया ....

म : वही जो वहां तेरा बाप मेरी जूली के साथ कर रहा है ....


बदलाआआआआआआआआ

रया : ओह अह्हह ् ाआआ अह्हा इसका मतलब अपने दे ख िलया था ....अह्हा अह्हा अह्हा अह्हा
अर को तो ...आप कर लेना ...पर पहले कंडोम तो लगा लो ...
मेरी बात सुनते ही वो शांत हो गई

म : अब इस समय कंडोम कहाँ से लाऊँ ...

रया : अरे यही ं रखा है ...वो उस डायर म ...

मुझे उसकी बार पर िव ास करना पड़ा ...और मेरे िलए भी सही था ...आ खर वो िवदे श म भी चुदवाती होगी ...

29 of 40 02-09-2016 03:35
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मने वहां से कंडोम िनकाला ...


रया ने एक और अ ा काम िकया ...उसने खुद मेरे हाथ से पैकेट िलया ...और खोलकर बड़े ही ार से मेरे ल पर चढ़ा िदया ...

मने इस बार और भी अ े ढं ग से खड़े होकर ...ल को िफर से उसकी चूत म सरका िदया ...
और अपना काम शु कर िदया ...

म लगातार ध े पर ध े लगा रहा था ...

...और अब वो आराम से चुदवाने लगी ...

् आह्ह और मेरी मेहनत सफल ई ...


अह्हह
अचानक ध ो से फच फच की आवाज आने लगी ..

रया की चूत ने पानी छोड़ना शु कर िदया था ...

मुझे जोश आ गया ...और म अब और भी तेजी से ध े लगाने लगा ...

५ िमनट तक वहां ब त अ ा शमा बन गया था ...


मुझे चोदने म ब त मजा आ रहा था ...

और िफर ....

???????????????????

...............
.................................

RE: मेरी बेकरार वीवी और म वे चारा पित - desiaks - 08-01-2016

अपडे ट 111

रया के कहने पर ही मुझे अपनी सुर ा का ान आया ...


मने उसके बताने पर एक िवदे शी कंडोम का उपयोग िकया ....
उसको पहनने पर भी उसके होने या ना होने का अहसास नही ं हो रहा था ....
और ब त ही अ ी खुसबू भी आ रही थी उससे ...

रया ने खुद ही अपने हाथों से उसको मेरे ल पर चढ़ाया ...


और उसको ३-४ बार चूसकर ल को िफर से टाइट िकया ...

मने इस बार और भी अ े ढं ग से खड़े होकर ...ल को िफर से उसकी चूत म सरका िदया ...
और अपना काम शु कर िदया ...

म लगातार ध े पर ध े लगा रहा था ...

...और अब वो आराम से चुदवाने लगी ...

नई बात ये थी िक वो मेरे ारा ू िफ ों म दे ख गई िवदे शी लड़िकयों की तरह ही म ा रही थी ...


और िबलकुल ऐसा वहार कर रही थी ....जैसे पहली बार चुदवा रही हो ...

जबिक उसकी चूत म मेरा ल ब त ही आराम से आ जा रहा था ...

ी िस ा रयों म दद के साथ साथ ...चुदवाने की तीव इ ा भी थी ....

रया : आह्ह अह्हा अहा अह्हह ् फ़क मी हाड .....(तेजी से चोदो मुझे) ........अह्हह
् नहीईईईई ईई ओह अह्हा अह्हा फ़क मी हाड .....(तेजी
से चोदो मुझे) ...ओह्ह अह्हा आह्ह और कस के ... अह्हा अह्हा अह्हा अह्हाआआआ अह्हा अह्हह ् ....उ आह्ह ...

इस तरह उसको चोदने म ब त ही मजा आ रहा था ...

् आह्ह और मेरी मेहनत सफल ई ...


अह्हह

30 of 40 02-09-2016 03:35
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अचानक ध ो से फच-फच की आवाज आने लगी ..

रया की चूत ने पानी छोड़ना शु कर िदया था ...

मुझे जोश आ गया ...और म अब और भी तेजी से ध े लगाने लगा ...

५ िमनट तक वहां ब त अ ा शमा बन गया था ...


मुझे चोदने म ब त मजा आ रहा था ...

..................

और िफर मेरे ल ने पानी छोड़ िदया ....


आ खर ब त समय से बेचारा रोके पड़ा था ...

उधर रया ने भी अपनी कमर उचकाई ...


और ब त तेज िस ा रयां लेने लगी ...

् ाआआआआ अह्हह
रया : अह्हह ् ाआआ अह्हह
् ओह हो गया ....ब ् ्

थ गॉड वो भी झड़ गई थी ....
उसके झड़ने से मुझे ब त सुकून िमला ...वरना मुझे ब त ािन होती ...

मने अपना ल उसकी चूत से बाहर िनकाल िलया ..


िफर कंडोम िनकालकर वहीँ डाला ...और वहीँ रखी एक टॉवल से ल को पोंछ िलया ...

रया कुछ दे र वैसे ही लेटी ई मेरे ल को दे ख रही थी ...

रया : वैसे भैया ...आप चोदते तो अ ा हो ...पर आपके हिथयार को दे खते ए लगता है ...िक जूली भाभी को भी थोड़ा ब त मजा….. तगड़े
हिथयार से लेने का पूरा हक़ है ...
आपका हिथयार तो नामल ही है ...

म : हाँ जानेमन तेरी चूत दे खकर तो मुझे भी ऐसा ही लगता है ...लगता है तूने तो खूब तगड़े तगड़े डलवाये ह इसम ....

रया : इसकी छोड़ो ..इसने तो पूरी दु िनआ दे खी है ...

म : तेरा पित कुछ नही ं कहता ...

रया : वो ा कहगे ...?? उनको तो ुप से का च ा है ....


वो तो खुद अपने ही हाथों से अपने दो ों का ल पकड़कर मेरी चूत म डालते ह ....
वो तो ब त एडवांस और मॉडन ह ...

म:अ ा जी ...िफर तो ठीक है ...और अगर मुझे ऐतराज होता तो म तभी ह ा कर दे ता जब जूली को तु ारे पापा से चुदवाते ए दे खा ...

रया अब उठकर बैठ गई थी ...उसने भी उसी टॉवल से अपनी चूत और आस पास का िह ा साफ़ िकया ...
और लहं गा पहनने लगी ...

रया : ओह ...अ ा ....तो वैसे ही डरा रहे थे ....


मतलब ी म मुझे चोद िदया ...हा हा हा ...

...................

म : अरे अगर मुझे पता होता िक तू भी नाटक कर रही है ...तो म ऐसा ों करता ...??
आराम से वहीँ चोद दे ता ....जूली को दे खते ए ...
हा हा हा ....

रया ने भी हं सी म मेरा साथ िदया ...

उसने डे िसंग टे बल के सामने खुद को व थत िकया ...


और मुझसे बोली ...

31 of 40 02-09-2016 03:35
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रया : चलो भैया ....बाहर काय म म ...आपको मजेदार डांस िदखवाते ह ...

मुझे तो वैसे भी दे खना था ...िक जूली और रं जू भाभी कैसा ो ाम करती ह ...

म तुरंत तैयार हो गया ...मने ान िदया िक रया ने अपनी क ी नही ं पहनी ...

म : रया तु ारी क ी वही बात म म रह गई ...पहनोगी नही ं ...

रया : मु ु राते ए ...वाह जी ..ब त ान रखते हो ..छोड़ो उसको ...आज ऐसे ही आपको अपना डांस िदखाते ह ....
और वो तेजी से घूमी ...
उसका लहं गा कमर तक उठ गया ...ऐसा तो मने महं गे होटल म बार गल को भी नही ं दे खा था ...
मजा आ गया ....अब तो और भी मजा आने वाला था ...

लहंगा ब त ही महं गा और एयर घूम वाला था ...जरा सा घूमने से ही पूरा उठ जा रहा था ...
मुझे उसकी गोल गांड पूरी नजर आ गई थी ....

अब ये दे खना था िक केवल इन कुछ पर ही म ी चढ़ी थी ....


या कुछ और भी किलयाँ थी वहां जो इसका मजा ले रही थी ....

मने एक बार और रया को अपने सीने से लगाया ...उसके कसे ए म ो का अहसास होते ही ...िदल म उनको दे खने िक इ ा ई ....

मने रया के सीधे म े को अपनी हथेली म भर िलया ...

म : अरे जानेमन ..एक बार इसको तो िदखा दो ....वरना सपने म आते रहगे ...

रया : ओह ....तभी ों नही ं कहा ...?? अब दे र हो जाएगी ...िफर दे ख लेना .....

म : िफर कब ...पता नही ं मौका िमले या नही ं ....

रया : ों अब नही ं आओगे ....अरे ७ िदन बाद शादी है ....और कई फं न यहाँ भी ह ....आपको सभी म आना है ...ओके ....
और हाँ शादी म ज र साथ चलना ....वहां ब त मजा आएगा ...

म: ों ..???? कहाँ जाना है ...?? ा बरात यहाँ नही ं आएगी ...

रया : नही ं ..??? हमको वहीँ जाना है ....होटल म सब अरजमट है ....जूली भाभी ने पहले ही बता िदया था ....तो आपको तो आना ही होगा ...

म अब इस म ी के बाद मना तो कर ही नही ं सकता था ...

बात करते ए ही हम दोनों हॉल म आ गए ....


ब त भीड़ थी वहां ...हर उ का माल था ...एक से एक चमकीले कपड़ों म ....

मने दे खा सभी लेडीज ही थी ....मुझे कुछ अजीव सा लगा ....

.....................

तभी रया मुझे हाल के सामने एक कमरे म ले गई ...


वहां मेहता अंकल अपने ४ दो ों के साथ बैठे थे ...ितवारी अंकल भी थे ....
ओह इसका मतलब ितवारी अंकल यहाँ थे ...और रं जू भाभी अंदर चुदाई करवा रही थी ...
म भी एक कुस पर बैठ गया ...जहाँ से पूरा हल नजर आ रहा था ....

वो सब भी ऐसे ही बैठे थे ....कुस सभी ऐसे ही पड़ी थी ...िक सब सामने काय म का मजा ले सक ...

सामने एक मेज पर खाने पीने का सामान और कुछ िडं क भी रखी थी ...

खास बात यह थी िक केवल म ही यंग था ....बाकी सभी बु े ही थे ....


लगभग मेहता अंकल की उ के ही ...

मेहता अंकल : और बेटा कैसा चल रहा है तु ारा काम ...

म:ब तअ ा अंकल ....बधाई हो आपको ...अब आप भी अपनी िज ेदारी से मु हो गए ...

32 of 40 02-09-2016 03:35
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बस ऐसे ही कुछ फॉमल बात हो रही थी ...

तभी बाहर एक लड़की डांस के िलए खड़ी ई ...

१७-१८ साल की ..गोरी थी पर थोड़ी पतली थी ...उसने िपंक ॉक जैसी कुछ फसी डे स पहन रखी थी ... ॉक का घेरा...... िकसी गुिड़या की
तरह ....कई फरों वाला था ...और उसके घुटनो से थोड़ा ऊपर तक ही था ...

िजसम से उसको गोरी गोरी टाँगे जांघो तक ही नुमाया हो रही थी ....

वो अपना गाना सेट करा रही थी ....

तभी मुझे पता चला ...िक ओह ये तो साले सभी बुढहे बहत ही कमीने ह ...

उनम से एक बोला ... को यार दे खो अब ान से दे खना ....उसने काली ..नेट वाली ,,,क ी ही पहनी है ...

दू सरा : हाँ हाँ हम भी यही दे ख रहे ह ...और ना ई तो ५००० तैयार रख ....

ओह साला ...
ये तो शत लगाकर म ी कर रहे ह .... उनको मेरे से भी कोई फक नही ं पड़ा ....शायद मुझे ादा नही ं जानते थे ....

ा हो गया है इन बु ों को ...कमीने ...अपनी पोती िक उ की लड़की की क ी पर शत लगा रहे थे ...

...................

और तभी मने सोचा ...


म भी ा सोचने लगा ....ये तो साले कमीने होंगे ही ...आ खर ितवारी और मेहता अंकल जैसों के दो ह ...िज ोंने अपनी बेटी को भी नही ं
छोड़ा....

तभी उस लड़की ने डांस शु कर िदया ....


रॉक इन रोल बेबी रॉक इन रोल ...
गाना भी ऐसा था ....और उस पर घूमती ई वो िबलकुल बेबी डॉल जैसी ही लग रही थी ....

और ये ा ...??? वो सामने वाला बु ा िबलकुल सही था ....लड़की ने काली नेट वाली क ी ही पहनी ई थी ...
क ी भी इतनी उसके चूतड़ों से िचपकी ई थी ...िक उसके चूतड़ और चूत के सभी उभार साफ़ पता चल रहे थे ...

वैसे तो वहां कोई मद नही ं था ...और हम लोग उसको नही ं िदख रहे होंगे ....
पर िफर भी कुछ वेटर तो थे ही ...वो सब वेल डे स म सिवस दे रहे थे ....

मगर उनको िकसी की िचंता नही ं थी ...

तभी दू सरे ने ५००० का चेक उसको तुरंत ही दे िदया ...

.....: ले यार तू जेट गया ..पर ये बता तूने कब दे ख ली इसकी क ी .... ुिक कलर तक तो सही था ...पर नेट भी पता होना संदेह म डालता है
....

वो जोर से हं सा .... बोला हाँ अभी जब आया था ..तभी दे ख िलया था ....ये वहां कोने म उख बैठी कुछ कर रही थी ....तभी साफ़ साफ़ िदख
गई थी ...

दू सरा : ओह तभी साले इतना उछल रहा था ...िचिड़या के दशन पहले ही कर िलए ...

डबल फ़ायदा .....फ़ु ी भी दे ख ली और पैसे भी ...सही है ..कोई बात नही ं ....

म उनकी बात सुनकर सोच रहा था ....की यार यहाँ तो कमाई भी हो सकती है ...
बस ितवारी और मेहता अंकल चुप रह ...

म यहाँ ब त ही म ी और िफर कुछ शत लगाने का भी ान कर रहा था ....

दे खता ँ िकतनी सफलता िमलती है ....


िफलहाल ब त ही मजा आने वाला था ....

.........

33 of 40 02-09-2016 03:35
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……………………….

RE: मेरी बेकरार वीवी और म वे चारा पित - desiaks - 08-01-2016

अपडे ट 112

म सभी इन बूढो के बारे म सोचने लगा ....ये तो साले कमीने होंगे ही ...आ खर ितवारी और मेहता अंकल जैसों के दो ह ...िज ोंने
अपनी बेटी को भी नही ं छोड़ा....

लेिकन सभी ब त अमीर और डीसट भी थे ....


शत हारते ही दू सरे ने ५००० का चेक उसको तुरंत ही दे िदया ...

और उनकी बात िकतनी से ी थी ....


.....: ले यार तू जीत गया ..पर ये बता तूने कब दे ख ली इसकी क ी .... ुिक कलर तक तो सही था ...पर नेट भी पता होना संदेह म
डालता है ....

वो जोर से हं सा .... बोला हाँ अभी जब आया था ..तभी दे ख िलया था ....ये वहां कोने म उख बैठी कुछ कर रही थी ....तभी साफ़
साफ़ िदख गई थी ...

दू सरा : ओह तभी साले इतना उछल रहा था ...िचिड़या के दशन पहले ही कर िलए ...
डबल फ़ायदा .....फ़ु ी भी दे ख ली और पैसे भी ...सही है ..कोई बात नही ं ....

म उनकी बात सुनकर सोच रहा था ....की यार यहाँ तो कमाई भी हो सकती है ...
बस ितवारी और मेहता अंकल चुप रह ...

म यहाँ ब त ही म ी और िफर कुछ शत लगाने का भी ान कर रहा था ....

दे खता ँ िकतनी सफलता िमलती है ....


िफलहाल ब त ही मजा आने वाला था ....

मने वहां चारों ओर दे खा ब त ही हाई पाट थी ... ुिक मेहता अंकल भी शहर के जाने माने अमीर यों म आते थे ....

तो वहां सभी अमीर घरों की िततिलयाँ ब त ही से ी अंदाज म मंडरा रही थी ....

तभी उन बु ों म से एक बोला यार वो दे खो उधर ....


वो गुलाबी घाघरे म ....ये तो जान है यार मेहता .... ा म चूतड़ ह इसके यार ....मेरा तो िबना गोली खाए ही तन जाता है .....

मेहता अंकल : क यार म अभी आया ....

और वो उठकर चले गए ....


ितवारी अंकल भी कुछ दे र पहले चले गए थे .....

अब वहां वो तीनो बूढे और म ही था ....

और जैसे ही मने उनकी बताई ई जगह दे खा ...


तो एक दम से समझ गया िक मेहता अंकल ों उठकर गए ...

ये तो मेरी जूली को दे ख रहे थे ...

..................

और हो भी ों नही ं .....

जूली इतनी सारी लेडीज़ म भी अलग ही नजर आ रही थी ....


उसने गुलाबी लहं गा और चोली पहनी थी ...हालाँिक उसने चुनरी बाँध रही थी ...पर उसकी एक चूची ....नंगा पेट उसके नवल तक
और एक क ा पूरा नंगा ही िदख रहा था ...
चोली भी काफी कसी ई और छोटी थी ....जो केवल डोरी से ही उसके कंधो और शायद बैक से बंधी थी ...
उसके गोरे सुडोल कंधे और बाह सब नंगे नजर आ रहे थे ..

34 of 40 02-09-2016 03:35
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उसका लहं गा भी टुं डी से काफी नीचे बंधा था ....और उसके घुटनो से जरा सा ही नीचे होगा ....
कुल िमलाकर उसका सु र बदन ढका ब त ही कम था और िदख ादा रहा था ...

मुझे खुद पर गव महसूस आ ...


िक मुझे इतनी सु र बीवी िमली है ....जो यहाँ सबसे ादा से ी लग रही है ....

वो एक कुस पर बैठी थी ...एक पैर दू सरे के ऊपर रखा था ...िजससे उसकी एक जांघ भी थोड़ी से िदख रही थी .....

तभी जूली ने अपने पैरों को बदला ....और अपना लहं गा दोनों हाथो से आगे से उठाकर ठीक िकया ....

िजअसे साधारणतया लडिकया करती है ....हम कुछ दू र थे तो साफ साफ़ तो कुछ नही ं िदखा ...अगर पास होते तो दावे के साथ कह
सकता ँ ...की उसकी चूत तक साफ़ साफ िदख जाती ...

मगर सोचकर ही उन बुढ़हों को मजा आ गया था ...वो ब त ही ग ी बात करने लगे थे ...जो शायद वो हमेशा आपस म करते ही होंगे
...

जो शत म हारा था ...उसने तेज आह भरी ...

१ बूढ़ा : आःह्हाआआ हाय यार ...काश म वहां होता ... ा िचकनी जांघे ह ....

जूली बराबर म बैठी रं जू भाभी से झुककर कुछ बात कर रही थी ...तो उसके चूतड़ एक ओर से बाहर को िनकले ए थे ...

२ बूढ़ा : अरे यार ...इस जैसी मलाई को ा को तो तीनो छे दों म एक साथ ल डालकर चोदना चािहए ..तभी इसको मजा आएगा ...

तीसरा जीभ िनकाले बस घूरे जा रहा था ....


यार ये कब नाचेगी ...

.....................

१ बूढ़ा : तू चाहे कही भी डालना ...पर म तो इसके मोटे मोटे चूतड़ के बीच ही डालूँगा .... जब से दे ख ह साले म म ....तभी से
सपने म आते ह ....

२-३ बुढ़हों ने एक साथ ही पूछा ....: ा कह रहा है वे ...तूने कब दे खे ...

१ बूढ़ा : अरे बताया नही ं था उस िदन ....वो यही थी ..यही ं पर ही तो दे खे थे ..यार ाम लग रही थी उस िदन ...
मने तो तभी सोच िलया था ..िक इसकी तो ज र मा ं गा ...यार ...

३ बूढ़ा : अरे मुझे नही ं पता यार बता न ...कैसे दे खे थे ..

१ बूढ़ा : हाय .. ा याद िदला रहा है तू यार ....अरे ये सामने से कुछ उठा रही थी ...या पता नही ं ा कर रही थी ...म इसके पीछे ही
था ...इसने छोटी वाली िमनी ट पहन रखी थी ...तभी पूरे गोल गोल चूतड़ नजर आ गए थे ....

३ बूढ़ा : अरे को क ी म ही दे खे होंगे ना ...म समझा िक नंगे दे ख िलए ...

१ बूढ़ा : अरे नही ं यार ....मुझे तो पूरे नंगे से ही िदखे ...अगर क ी होगी भी तो वो पतली वाली होगी ...िजसकी डोरी चूतड़ों की दरार
म घुस जाती है ...और इसके तो इतने ग े दार ह िक डोरी भी नही ं िदखी ...
सच ब त मजा आया था उस िदन ...

उनकी बात दुं कर मुझे ना जाने ों ब त मजा आ रहा था ...मेरे ही सामने वो जूली ..जो मेरी ारी से ी बीवी है ...ऐसी ग ी ग ी
बात कर रहे थे ...

उसकी बात सुनकर मुझे साफ़ लग गया ...िक इसने जूली ने नंगे चूतड़ ही दे खे होंगे ...और जूली जानबूझकर ही इसके सामने झुकी
होगी ....ऐसा तो वो ना जाने िकतनी बार कर चुकी होगी ...उसको तो अपना िज िदखने म ब त मजा आता है ...

इस साले को पता चलेगा तो साला अपना सर पीट लेगा ....िक अगर जरा सा झुककर दे खता तो जूली की छोटी सी ारी सी चूत भी
दे ख लेता ...जो मने कई बार ऐसे ही मौकों पर दे खी है ...

पीछे से दोनों चूतड़ों के गैप से उसकी गोरी िचकनी ...ह ाह ा सा झांकती ई चूत ब त िहपयरी लगती है ....

२ बूढ़ा : अरे सालों तुम तो ऐसे बात कर रहे हो जैसे इसकी िमल ही जाएगी ...

35 of 40 02-09-2016 03:35
मेरी बेकरार वीवी और म वेचारा पित - Printable Version http://www.sexbaba.net/printthread.php?tid=1446&page=10

अब तीनो मेरे सामने इतना खुलकर बात कर रहे थे ..जैसे उनको कोई िचंता ही नही ं हो ...

ुिक नशा उन पर पूरी तरह सवार हो चुका था ...

१ बूढ़ा : अरे यार ..मेहता ने कहा है ....ब त चालू है ...और शादी म साथ ही चलेगी ...वहां तो ब त समय होगा ...वहीँ पटाकर चोद
दगे यार ...

मने सोचा िक ..इन सबका प रचय तो ले ही िलया जाए यार ...िक साले ह कौन ..जो इतना खुलकर जूली के बारे म बात कर रहे ह ....

म : वाह अंकल ...आप सच कह रहे हो ...वैसे म रोिबन ....और .....इस कंपनी म काम करता ँ ...

अब उ ोंने मेरी ओर कुछ ान से दे खा ...और सभी ने अपना प रचय िदया ...

.................

शत हारने वाला रटायड बक मेनेजर था ...नाम अनवर ...ओह वो मु म था ...तभी जूली की गांड मारने की बात कर रहा थे ....

दू सरा वाला जोजफ ..वो ईसाई थे ...वो रटायड जज थे

और तीसरा वो कुछ ादा ही बूढ़ा दे ख रहा था ...गोल मटोल सा ...पेट बाहर िनकला आ ...उसका नाम राम कपूर था ....वो कोई
बड़े िबज़नेसमैन थे ...

उन तीनो से जरा सी दे र म ही मेरी दो ी हो गई ...

मेहता अंकल और ितवारी अंकल अभी तक नही ं आये थे ...वो शायद ड़र गए थे ...
या िफर हो सकता है िक साले िकसी के साथ म ी कर रहे हों ...

पर मुझे िचंता नही ं थी ...


जूली, रं जू भाभी और अनु तीनो ही मेरे सामने हाल म ही थी ...

अब अगर िकसी और की बजा रहे हो तो मुझे उससे ा ....

राम अंकल काफी बूढ़े लग रहे थे .... उ ोंने मेरे से कहा ...

राम अंकल : दे ख बेटा बुरा मत मानना ...बस ऐसे ही थोड़ी ब त म ी कर लेते ह .....
और िफर थोड़ा नशा भी हो गया है ....

म : अरे ा बात कर रहे हो आप अंकल ....ये सब तो चलता है ... और जीवन म से ना हो तो जीने का फ़ायदा ही ा ...??

राम अंकल : िबलकुल ठीक कहा बेटा ....ये सब हमारे िलए िकसी दवाई से काम नही ं ....दे खो हम सब ही ..अभी तक िफट ह ....अगर
ये सब नही ं होता तो कही ं अ ताल म या िब र पर पड़े होते ..या मर खप गए होते ....

जोजफ अंकल : और नही ं तो ा ....इन हसीनाओ के म ाने अंग दे ख कर से ी बात करने के िलए तो हम इतनी सुबह टहलने के
िलए उठ भी जाते ह ....और िकतना चल भी लेते ह ....वरना कौन साल उठता ...हा हा हा ....

और तीनो जोर जोर से हसने लगे .....

अभी बाहर हॉल म कुछ साधारण मिहलाएं ही नृ कर रही थी ...

पर वो उन पर भी से ी कमट् स मार रहे थे ...

िक दे ख यार ा मोटे चूतड़ है ....कैसे िहला रही है ..


और जब िकसी का प ू नीचे िगर जाता ..तब तो उनके मजे आ जाते ...और उनकी गहरी चूिचयों की घाटी दे ख आह भरने लगते ....

और जूली को भी दे खे जा रहे थे और कमट् स भी कर रहे थे ....

....................

जोजफ अंकल : यार अनवर इस पीस से िमलवा तो दे यार ...जरा पास से भी दे ख लगे ....दे ख िकतनी छोटी चोली पहन रखी है ...वो

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भी िबना िकसी बंधन के ...छू नही ं सकते तो जरा इन कबूतरों को दे ख ही ल ....नाच भी तो नही ं रही ...वरना चुनरी हटाकर नाचती तो
मजा आ जाता ... इसका तो चोली का गला भी इतना बड़ा है ..िक जरा सा भी झुकेगी तो पूरे नंगे ही िदखगे ..

राम अंकल : अरे वो तू सही कह रहा है जोजफ ...म तो इसकी टाँगे दे ख रहा ँ ...और लहं गा भी ऐसा है िक जरा भी घूमेगी तो पूरा
उठे गा ....हाय पता नही ं अंदर िकतना ल ा नेकर या िफर पजामी होगी ...

अनवर अंकल : हाय यार ा बात कही ..?? ये भी तो हो सकता है िक केवल क ी ही पहनी हो ...और भी छोटी वाली ..उस िदन िक
तरह ....

और म मन ही मन हं स रहा था िक अगर इनको पता चल गया ..िक जूली ने लहं गे के अंदर कुछ यही पहना तो इनकी ा हालत होगी
...

तभी वो लोग जूली पर भी शत लगाने लगे ...


चल हो जाए ५००० की .... इसने िकतनी ल ी नेकर पहनी होगी ...

राम अंकल : मेरे अनुसार तो एक छोटी पजामी होगी ...जो एक --सवा िफट की जो आती है ...

जोजफ अंकल : ह शायद नेकर ही होगा ...जो लड़िकयों के छोटे -छोटे .. न टाइट, रं ग िबरं गे जो आते ह ....

अनवर अंकल : यार मुझे तो लगता है इसने एक छोटी सी क ी ही पहनी होगी ...हा हा ...

मने तुरंत सोचा िक म भी इनसे फ़ायदा उठा ही लेता ँ ..

म: ों अंकल ा म इस शत म भाग नही ं ले सकता ...

राम अंकल : अरे ों नही ं बेटा ...हम भी तो दे खे तु ारा अनुमान ....बताओ तुमने ा सोचा ..

म : हा हा अब सब कुछ तो अपने बता ही िदया ...चिलए अगर इसने कुछ नही ं पहना होगा ..तो म जीत गया ...

सभी जोर से हसने लगते ह ...

अनवर अंकल : अरे यार अगर कुछ नही ं पहना होगा ..तो वैसे ही पैसे वसूल हो जायगे ...
हा हा

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.........
……………………….

RE: मेरी बेकरार वीवी और म वे चारा पित - desiaks - 08-01-2016

अपडे ट 113

तभी वो लोग जूली पर भी शत लगाने लगे ...


चल हो जाए ५००० की .... इसने िकतनी ल ी नेकर पहनी होगी ...

राम अंकल : मेरे अनुसार तो एक छोटी पजामी होगी ...जो एक --सवा िफट की जो आती है ...

जोजफ अंकल : ह शायद नेकर ही होगा ...जो लड़िकयों के छोटे -छोटे .. न टाइट, रं ग िबरं गे जो आते ह ....

अनवर अंकल : यार मुझे तो लगता है इसने एक छोटी सी क ी ही पहनी होगी ...हा हा ...

मने तुरंत सोचा िक म भी इनसे फ़ायदा उठा ही लेता ँ ..

म: ों अंकल ा म इस शत म भाग नही ं ले सकता ...

राम अंकल : अरे ों नही ं बेटा ...हम भी तो दे खे तु ारा अनुमान ....बताओ तुमने ा सोचा ..

म : हा हा अब सब कुछ तो अपने बता ही िदया ...चिलए अगर इसने कुछ नही ं पहना होगा ..तो म जीत गया ...

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सभी जोर से हसने लगते ह ...

अनवर अंकल : अरे यार अगर कुछ नही ं पहना होगा ..तो वैसे ही पैसे वसूल हो जायगे ...
हा हा

वो सभी जूली के बारे म सोचकर ..पागलों की तरह ही हं स रहे थे ......

मने सोचा िक यार कुछ दे र उठकर जाता ँ ..तभी मेहता अंकल भी आएं गे ...और हो सकता है ये जूली से कुछ मजा कर ...

और म उनसे ए ूज़ करके बाहर आ गया ...

और मेरा सोचा िबलकुल सही था ...

बाहर एक तरफ मेहता अंकल खड़े ए िसगरे ट पी रहे थे ....

मुझे दे खते ही वो कुछ सकपका से गए ...

म : अंकल आपके दो ..आपको याद कर रहे ह ...म जरा कुछ काम िनबटाकर आता ँ ...

मेहता अंकल : ओह अरे ..बैठो ना बेटा ....वो सॉरी ...ये सारे मेरे दो ऐसे ही ह ...
पता नही ं वो ों झप सा रहे थे ...शायद अंदर ई बात के कारण....

.....................

मने उनका डर दू र करने के िलए ही बोला ...

म : अरे ा अंकल आप भी ...ये सब तो चलता ही है ....और मुझे ब त मजा आया ...यकीन मािनए ..हम लोग तो इससे भी ादा मजाक
करते ह ...
बस ीज अपने दो ों को ये मत बताना िक म जूली का ह ड ँ ....बािक सब मजाक तो चलता है ..हा हा

मने माहौल को ब त ही ह ा कर िदया ...

अंकल का चेहरा एक दम से चमक गया ...


वो ब त ही खुश हो गए ...

और म उनको िदखाने के िलए बाहर को चला गया ..

अंकल भी तुरंत िसगरे ट फककर ...अंदर चले गए ...

मने बस १ िमनट ही इं तजार िकया ...और िफर से अंदर आ गया ...

दरवाजा उनकी बैक साइड था...उनको पता ही नही ं चला ...

म चुपचाप अंदर जाकर ...एक परदे के पीछे िछप गया ..

मने पहले ही यहाँ छु पने का सोच िलया था ....

अब वो लोग आपस म बात कर रहे थे ....

अनवर अंकल : अरे यार कहाँ चला गया था तू ....सब के से ी डांस िमस कर िदए तूने .....

मेहता अंकल : अरे तुम सब पागल हो ा ..?? अरे वो रोिबन बैठा था ...उसके सामने ही शु हो गए ...वो यही ं रहता है यार ..और ा
सोचेगा मेरे बारे म ....और यहाँ सभी को जानता है वो ...अगर उसको बुरा लग जाता तो ....

राम अंकल : ओह ...अरे सॉरी यार ..हमने तो सोचा वो भी तेरे साथ ही होगा ...तभी तूने उसको यहाँ बैठाया है ...

जोजफ अंकल : पर यार वो तो खुद मजे ले रहा था ...उसको खुद इस सबमे मजा आ रहा था सच ...

अनवर अंकल : और तो और ....वो तो शत तक लगाकर गया है ....

38 of 40 02-09-2016 03:35
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मेहता अंकल : ा शत ??? कैसी शत .......

........................

अनवर अंकल : अरे वो जो सामने बैठी है ना ....उस पर ....और पानी वही ..पुरानी शत ...की इसने लहं गे म ा पहना है ...???

मेहता अंकल : ओह .. ा कह रहे हो तुम ...?? ा इसी पर प ा ....अरे ये तो उसकी र ेदार है ...

थ गॉड िक अंकल ने सच नही ं बताया ...

राम अंकल : अरे तू ों परे सान हो रहा है ....हमको तो ऐसा कुछ नही ं लगा ......
और वो खुद ही मजे ले रहा था ...
अ ा अब तुम लोग छोड़ो इन बातों को ...सुन यार मेहता ...जरा इस पटाका से िमलवा तो दे यार ...

मेहता अंकल : अरे तो इसम ा है ..?? अभी िमलवा दे ते ह ...

और उ ोंने एक वेटर को बुलाकर कुछ कहा ...


िफर वो चला गया ....

म साँस रोके ये सब दे ख रहा था ...

और कुछ दे र बाद ही जूली वहां आ जाती है ...वो सभी को हाथ िमलाकर है ो बोलती है ...

मेहता अंकल तीनो से ही उसको िमलवाते ह ...

जूली उनकी बगल म ही खड़ी थी ..


मने दे खा वो अपना हाथ उसकी कमर पर रख दे ते ह ..जो िफसल कर उसके चूतड़ों तक प ँ च जाता है ...

म उनके ठीक पीछे परदे की ओट म खड़ा था .....


मुझे उन सभी की हर हरकत ब त ही अ ी तरह से िदखाई दे रही थी ...

जूली को सपने म भी उ ीद नही ं थी िक म यहाँ भी हो सकता ँ .....


वो ब त ही खुलकर उनसे िमल रही थी ....

मेहता अंकल : बेटा ये सभी मेरे ब त ही गहरे िम ह .....तु ारी ब त ही तारीफ कर रहे थे ....और िमलना चाह रहे थे ....तुम इनको ब त ही
अ ी लगी ...

मेहता अंकल उससे बात करने के साथ साथ अपना हाथ जूली के चूतड़ पर ही रखे ए थे ...जो वहां गोल मटोल ..चारों ओर घूम रहा था ....

मने दे खा िक ....राम अंकल थोड़ा पीछे को बैठे ए थे ....और उनकी नजर मेहता अंकल के हाथ पर ही थी ...िजसको दे खकर वो मु राते ए
मजा ले रहे थे ...

जूली ने एक बार भी उनके हाथ कोई िवरोध नही ं िकया ..

अब मने दे खा िक मेहता अंकल का हाथ कुछ ादा ही गु ाखी करने लगा है ..


वो सहलाने के साथ साथ जूली के लहं गे को समेटते भी जा रहे थे ....
िजससे जूली की िचकनी जांघे पीछे से नंगी होती जा रही थी ....

राम अंकल की नजर बद ूर वहीँ थी ...और तभी वो जूली के सामने ही बोल पड़े ...

राम अंकल : ओह यार ....म तो शत हार गया ...

...........................

मुझे याद आ गया ..िक उ ोंने कुछ पजामी टाइप ..पहने होने को कहा था ...जो उनको नही ं िदखाई दी ...तभी शायद वो मायूस हो गए थे ....
पर नंगी और िचकनी जांघे दे ख ..उनका चेहरा चमक रहा था ...

तभी अनवर अंकल ने जूली को कुछ ऑफर िकया ...उ ोंने वहां रखी एक ेट उठाई और ...

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अनवर अंकल : लो बेटा ...ये लो ....और कब है तु ारा डांस ....

वो सबसे कोने म बैठे थे ....

जूली जैसे ही ेट म लेने के िलए झुकी ...


तो कई बात एक साथ हो गई ...
चोली म से जूली के म े दे खने के िलए उ ोंने ेट को एक दम से नीचे मेज पर रख िदया ...

जूली अपने ही गित म आगे को मेज पर िगर सी जाती है ....


मेहता अंकल का हाथ जो काफी ऊपर तक उसके लहं गे को उठा चुका था ..और उस समय भी उसके चूतड़ पर ही था ...
सीधे ही जूली के नंगे चूतड़ पर प ं च जाता है ...
और मेज से भी उसका बैलस गड़बड़ा जाता है ...
िजससे जूली उन पैरों के पास िगर जाती है ....

मुझे जूली का केवल कुछ ही भाग िदख रहा था ...वो उनके आगे िगरी थी ...
मगर चारों ने उसको अ ी तरह दे ख िलया होगा ...

पता नही ं उसका कौन-कौन सा अंग उधर गया होगा ...

चारों ज ी से उठकर उसको पकड़ कर उठाते ह ...

जूली अपने लहं गे को सही कर रही थी ...

चारो एक साथ : ओह बेटा कही ं लगी तो नही ं ....

जूली : नही ं अंकल ..ओह सॉरी ...मेरा बैलस िबगड़ गया था ....बस बस म ठीक ँ ....

चारों ही उसको दे खने के बहाने ...जगह जगह से छूने


की कोिशश कर रहे थे ...

म सही से दे ख भी नही ं पा रहा था ....िक वो उसको कहाँ-कहाँ छू रहे ह .....

ओह ये साले तो इतना गम हो रहे ह ....िक अभी यही ं जूली का रे प ही ना कर द ...

पता नही ं कैसे बचेगी अब जूली ..........

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.....................

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