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UPSC Syllabus : संवैधा नक पद और दा य व : भारतीय सं वधान

और शासन : GS paper - 2

TOPIC : भारत का नयं क और महालेखापरी क


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चचा म य ?
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ज मू-क मीर के पूव ले टनट गवनर गरीश चं मुमू को नया CAG
(Comptroller and Auditor General) घो षत कया गया है।
सीएजी कं ोलर एंड ऑ डटर जनरल ऑफ इं डया (कैग) सरकार का
चीफ ऑ डटर है

भारत का नयं क और महालेखापरी क (CAG-कैग)


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संभवतः भारत के सं वधान का सबसे मह वपूण और एक वतं
ा धकरण है। वह ऐसा है जो यह दे खता है क संसद ारा
अनुम य खच क सीमा से अ धक धन खच न होने पाए या संसद
ारा व नयोग अ ध नयम म नधा रत मद पर ही धन खच कया
जाए।

या है संवैधा नक ावधान ?
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अनु छे द 148 CAG क नयु , शपथ और सेवा क शत से
संबं धत है।

अनु छे द 149 भारत के नयं क और महालेखा परी क के क


और श य से संबं धत है।

अनु छे द 150 कहता है क संघ और रा य को खात का ववरण


रा प त के अनुसार (CAG क सलाह पर) रखना होगा।

अनु छे द 151 कहता है क संघ के खात से संबं धत CAG क


रपोट रा प त को स पी जाएगी, जो संसद के येक सदन के पटल
पर रखी जाएगी।

अनु छे द 279- ‘शु आय’ क गणना CAG ारा मा णत क जाती


है, जसका माणप अं तम माना जाता है।
तीसरी अनुसच
ू ी- भारत के सं वधान क तीसरी अनुसच
ू ी क धारा IV
भारत के CAG और सव च यायालय के यायाधीश ारा पदभार
हण के समय ली जाने वाली शपथ का ावधान करती है।

छठ अनुसच
ू ी के अनुसार, ज़ला प रषद या े ीय प रषद के खात
को रा प त और CAG ारा अनुमो दत ा प के अनुसार रखा
जाना चा हये।

इन नकाय के खाते का लेखा-जोखा इस तरह से करना होगा जस


कार CAG उ चत समझता है और ऐसे खात से संबं धत रपोट
रा यपाल को तुत क जाएगी, जो वधानमंडल के सम रखी
जाती है।

कैग क वाय ता
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CAG क वतं ता क सुर ा के लये सं वधान म कई ावधान कये
गए ह।

CAG रा प त क सील और वारंट ारा नयु कया जाता है और


इसका कायकाल 6 वष या 65 वष क आयु तक होता है। ( दोन
म से जो भी पहले हो)
CAG को रा प त ारा केवल सं वधान म दज या के अनुसार
हटाया जा सकता है जो क सव च यायालय के यायाधीश को
हटाने के तरीके के समान है।

एक बार CAG के पद से सेवा नवृ होने/इ तीफा दे ने के बाद वह


भारत सरकार या कसी भी रा य सरकार के अधीन कसी भी
कायालय का पदभार नह ले सकता।

CAG का वेतन और अ य सेवा शत नयु के बाद भ (कम)


नह क जा सकत ।

उसक शास नक श याँ और भारतीय लेखा परी ा और लेखा


वभाग म सेवारत अ धका रय क सेवा शत रा प त ारा उससे
परामश के बाद ही नधा रत क जाती ह।

CAG के कायालय का शास नक य, जसम सभी वेतन, भ े और


पशन शा मल ह, भारत क सं चत न ध पर भा रत होते ह जन पर
संसद म मतदान नह हो सकता।

CAG के काय और श याँ


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Cभारत क सं चत न ध और येक रा य, क शा सत दे श जसक
वधानसभा होती है, क सं चत न ध से संबं धत खात के सभी
कार के खच का परी ण करता है।

भारत क आक मक न ध और भारत के सावज नक खाते के


साथ-साथ येक रा य क आक मक न ध और सावज नक खाते से
होने वाले सभी खच का परी ण करता है।

क सरकार और रा य सरकार के कसी भी वभाग के सभी े डग,


व नमाण, लाभ- हा न खात , बैलस शीट और अ य अ त र खात
का ऑ डट करता है।

संबं धत कानून ारा आव यक होने पर वह क या रा य के


राज व से व पो षत होने वाले सभी नकाय , ा धकरण , सरकारी
कंप नय , नगम और नकाय क आय- य का परी ण करता है।

रा प त या रा यपाल ारा अनुशं सत कये जाने पर कसी अ य


ा धकरण के खात का ऑ डट करता है, जैस-े कोई थानीय
नकाय।

क और रा य के खाते जस ा प म रखे जाएंग,े उसके संबध


ं म
रा प त को सलाह दे ता है।

क के खात से संबं धत अपनी ऑ डट रपोट को रा प त को


स पता है, जो संसद के दोन सदन के पटल पर रखी जाती है।

कसी रा य के खात से संबं धत अपनी ऑ डट रपोट रा यपाल को


स पता है, जो रा य वधानमंडल के सम रखी जाती है।

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