Professional Documents
Culture Documents
Hindi
Hindi
Hindi
1. मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है, वह समूह बनाकर रहने का आदी है I यही कारण है कि आज विश्व में अनेक प्रकार की
जातियां हैं I यद्यपि इसमें सामूहिक शक्ति का विकास हुआ तथा मानवीय सभ्यता उत्तरोत्तर प्रगति करती गई, किं तु इस
प्रवृत्ति ने मानव मानव के बीच शत्रुता, इर्षा जैसी विग्रह मूलक शक्तियों को भी विकसित किया I यह विग्रह जो कु छ
मनुष्य तथा परिवारों तक सीमित रहेI मनुष्य की शक्ति के साथ-साथ संघर्षों के क्षेत्र भी विकसित होते गए I में युद्ध
होने लगेI धर्म धर्म से टकरा गए तथा राष्ट्र राष्ट्रों से लिप्साए पनपना तथा साम्राज्यवादी विचारधाराए पनपने लगी
फलतः विश्व युद्ध की नौबत आ गई और सारी मानवता पीड़ित हो उठी मनुष्य मनुष्य के लिए खतरा बन गया है विश्व
शांति के प्रयास चल रहे हैं किं तु मनुष्य चिंतित एवं भयभीत है I
FINE REGISTER-2023