Professional Documents
Culture Documents
Indian Ethics MCQ Fir NET
Indian Ethics MCQ Fir NET
1
c) महाभारत
d) चाणक्य-नीति
Answer: c) महाभारत
1. किस दर्शन में मनष्ु य के कर्मों के फल के सम्बन्ध में आत्मा की अमरता का विश्वास है ?
a) चार्वाक-दर्शन
2
b) वेदांत
c) भागवत-गीता
d) पाश्चात्य नीतिशास्त्र
Answer: b) वेदांत
2. किस दर्शन में आत्मा को भौतिक शरीर के अतिरिक्त अध्यात्मिक तत्त्व माना गया है ?
a) चार्वाक-दर्शन
b) वेदांत
c) भागवत-गीता
d) पाश्चात्य नीतिशास्त्र
Answer: b) वेदांत
4. किस दर्शन में कर्म-फल के सम्बन्ध में सष्टतः कहा गया है "कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन"?"
a) चार्वाक-दर्शन
b) वेदांत
c) भागवत-गीता
d) पाश्चात्य नीतिशास्त्र
Answer: c) भागवत-गीता
5. किस दर्शन के अनस ु ार फल में स्वतन्त्रता नहीं है , वह किए गए कर्मों का परिणाम होता है ?
a) चार्वाक-दर्शन
b) वेदांत
c) भागवत-गीता
d) पाश्चात्य नीतिशास्त्र
Answer: c) भागवत-गीता
6. किस दर्शन के अनस ु ार अच्छे कर्म करने वालों को सर्ग प्राप्त होता है और बरु े कर्म करनेवालों को दर्ग
ु ति?
a) चार्वाक-दर्शन
b) वेदांत
c) भागवत-गीता
d) पाश्चात्य नीतिशास्त्र
Answer: c) भागवत-गीता
3
a) चार्वाक-दर्शन
b) वेदांत
c) भागवत-गीता
d) पाश्चात्य नीतिशास्त्र
Answer: c) भागवत-गीता
9. किस दर्शन में कहा गया है कि मनष्ु य को कर्म करने में ही स्वतन्त्रता है , फल में नहीं?
a) चार्वाक-दर्शन
b) वेदांत
c) भागवत-गीता
d) पाश्चात्य नीतिशास्त्र
Answer: c) भागवत-गीता
1. किन धार्मिक एवं नैतिक ग्रंथों में आत्मा को अमर माना गया है ?
a) भगवद गीता
b) परु ाण
c) चार्वाक-दर्शन
d) नीतिशास्त्र
Answer: a) भगवद गीता
4
5. किस दर्शन में मोक्ष ही आत्मा को संसार-समद्र
ु से पार करा सकता है ?
a) चार्वाक-दर्शन
b) वेदांत
c) भगवद गीता
d) नीतिशास्त्र
Answer: b) वेदांत
6. किस दर्शन में कर्म-फल के सम्बन्ध में कहा गया है कि वर्तमान जीवन पर्व
ु कर्मों का फल है ?
a) चार्वाक-दर्शन
b) वेदांत
c) भगवद गीता
d) नीतिशास्त्र
Answer: c) भगवद गीता
MCQ VIDEO
5
वैदिक एवं उपनिषद्-दर्शन
2. वेद का मख्
ु य उद्दे श्य क्या है , जैसा कि मनु के अनस
ु ार बताया गया है ?
A. अनष्ु ठान का मार्ग प्रदर्शन
B. भौतिक ज्ञान का प्रकाशन
c. इष्ट की प्राप्ति और अनिष्ट का परिहार
D. मोक्ष की प्राप्ति
Ans : c. इष्ट की प्राप्ति और अनिष्ट का परिहार
5. वेदों का मख्
ु य उद्दे श्य क्या होता है , विचारकों के अनस
ु ार?
A. भौतिक ज्ञान का प्रकाशन
B. धार्मिक यात्रा की मार्गदर्शन
c. ज्ञान के भण्डार की रक्षा
D. साक्षात्कार और मोक्ष
Ans : D. साक्षात्कार और मोक्ष
7. वेदों का प्रमख
ु उद्दे श्य क्या है ?
A. भौतिक ज्ञान का प्रकाशन
B. सामान्य जीवन के लिए मार्गदर्शन
c. धर्म की स्थापना
D. मानव जीवन की जागरूकता
Ans : c. धर्म की स्थापना
6
B. विद्
c. मन्त्र
D. साक्षात्कार
Ans :. B. विद्
7
4. ब्राह्मण भाग में किस उद्दे श्य के लिए यज्ञों का विवरण दिया गया है ?
A. ध्यान और मनन
B. स्वर्ग और भौतिक सख ु
c. आरण्यकों के चिंतन
D. यज्ञों के प्रतिष्ठापन
Ans : B. स्वर्ग और भौतिक सख ु
8
1. वेदों में ऋत का शब्दिक अर्थ क्या है ?
A. मौन
B. नैतिकता
c. ऋषि
D. व्यवस्था
9
13. ऋत के मार्ग को समझने के लिए किसे कवितामयी भाषा में कहा गया है ?
A. व्यक्ति
B. वरुण
c. अग्नि
D. ऋषि
Ans : c. अग्नि
9. वरुण किसे धत
ृ व्रत कहलाने वाला है ?
Answer: c. वायु
10
10. वरुणदे व वेदों में किसे दयालु होने का नाम दिया गया है ?
Answer: B. चन्द्रमा
श्रोत यज्ञ
Ans : c
11
5. किस यज्ञ की गणना प्राचीनतम यज्ञों में होती है ?
a. अग्निहोत्र
b. वाजपेय यज्ञ
c. चातर्मा
ु स्य यज्ञ
d. अश्वमेघ यज्ञ
Ans : d. अश्वमेघ यज्ञ
यज्ञ
2. गहृ स्थों के लिए वेदों में किन प्रकार के यज्ञों का भी प्रावधान किया गया था?
a. पंचमहायज्ञ
b. श्रौत यज्ञ
c. स्मार्त यज्ञ
d. पशब ु लि यज्ञ
Ans : a. पंचमहायज्ञ
12
d. पशब ु लि
Ans : b. नैतिकता और आध्यात्मिकता की शिक्षा
ब्रह्म यज्ञ
3. स्वाध्याय से किसे अपने धर्म से स्वयं परिचित होने का अवसर मिलता था?
a. गरुु
b. ब्राह्मण
c. दे वता
d. व्यक्ति
Answer: d. व्यक्ति
13
6. किन लोगों के लिए स्वाध्याय करना सबसे उपयक्
ु त था?
a. संत
b. गह ृ स्थ
c. ब्राह्मण
d. सभी
Answer: d. सभी
8. स्वाध्याय से किसे तिगन ु ा फल होता है , जैसे किसे परु ोहित को धन-धान्य से पर्ण
ू सारा संसार होता है ?
a. धार्मिक पण्
ु य
b. यज्ञ
c. दान
d. विद्या
Answer: a. धार्मिक पण्ु य
10. ब्रह्मयज्ञ से सन्तष्ु ट होकर दे वता मनष्ु य को किन गण ु ों से प्रदान करते हैं?
a. संपत्ति और सख ु
b. व्यक्ति की भलाइयाँ
c. आय,ु वीर्य, सरु क्षा, समद्ृ धि, प्रतिभा, कान्ति और अभ्यन् ु नति
d. शक्ति और शौर्य
Answer: c. आय,ु वीर्य, सरु क्षा, समद् ृ धि, प्रतिभा, कान्ति और अभ्यन् ु नति
दे व यज्ञ
14
c. कौनसी भी आहूति के लिए
d. त्याग की भावना के लिए
Answer: a. समद्ृ धि के लिए
4. दे वयज्ञ में कौन सा शब्द अग्नि में स्वाहा के साथ उपयोग होता था?
a. वायु
b. पथिृ वी
c. सर्यू
d. दे वता का नाम
Answer: d. दे वता का नाम
भत
ू यज्ञ
15
4. भतू यज्ञ के दौरान बलि किस पर दी जाती है ?
a. अग्नि में
b. पथ्
ृ वी पर
c. वायु में
d. पानी में
Answer: b. पथ् ृ वी पर
7. आज भी किस पशु के लिए अधिकांश हिन्द ू घरों में ग्रास निकाला जाता है ?
a. हाथी
b. उँ ट
c. गाय
d. बैल
Answer: c. गाय
पित ृ यज्ञ
1. पितय
ृ ज्ञ में किस प्रकार की श्रद्धा अभिव्यक्त की जाती है ?
a. भौतिक श्रद्धा
16
b. आत्मिक श्रद्धा
c. धार्मिक श्रद्धा
d. राष्ट्रीय श्रद्धा
Answer: c. धार्मिक श्रद्धा
5. पितय ृ ज्ञ में किस प्रकार के जीवन के अतिरिक्त कुछ प्राप्त किया हुआ है ?
a. धन और संपत्ति
b. ज्ञान और शिक्षा
c. आध्यात्मिकता और मोक्ष
d. स्वास्थ्य और व्यायाम
Answer: c. आध्यात्मिकता और मोक्ष
6. पितय ृ ज्ञ के रूप में कौन-कौन से आदिति प्राप्त किए जाते हैं?
a. अग्नि पज ू ा
b. सोमरस की पज ू ा
c. सक्ष्
ू म भावानात्मक स्वाधीत अस्तित्व
d. श्राद्ध कर्म
Answer: c. सक्ष् ू म भावानात्मक स्वाधीत अस्तित्व
7. मनस्ु मति
ृ में पितयृ ज्ञ हे तु कौन-कौन से विधान बताए गए हैं?
a. श्रद्धा, सेवा, और यज्ञ
b. तर्पण, बलिहरण, और श्राद्ध
c. अग्निहोम, वायप ु ज
ू ा, और सर्यू पज
ू ा
d. समर्पण, त्याग, और तपस्या
Answer: b. तर्पण, बलिहरण, और श्राद्ध
9. पितय
ृ ज्ञ किस ग्रंथ में विस्तार से वर्णित किया गया है ?
a. भगवद गीता
b. महाभारत
c. ऋग्वेद
d. मनस्
ु मति
ृ
Answer: d. मनस् ु मति
ृ
17
10. किस यज्ञ को बलिहरण भी कहा जाता है ?
a. अग्नियज्ञ
b. दे वयज्ञ
c. भत ू यज्ञ
d. पितय ृ ज्ञ
Answer: c. भत ू यज्ञ
नय
ृ ज्ञ
1. नय
ृ ज्ञ किस नाम से भी जाना जाता है ?
A. अग्नियज्ञ
B. अतिथियज्ञ
C. पशय ु ज्ञ
D. दे वयज्ञ
Ans : B
4. महाभारत के वनपर्व में कितने प्रकार की दक्षिणा बताई गई हैं, जो अतिथियज्ञ में दी जानी चाहिए?
A. दो
B. तीन
C. चार
D. पाँच
Ans : D
5. अतिथि सत्कार के नियमों में से कौन-सा नियम स्वागत करने के समय आयोजन किया जाता है ?
A. भोजन और ठहरने का स्थान दे ना
B. पैर धोने के लिए जल दे ना
C. व्यक्तिगत ध्यान दे ना
D. सोने के लिए खटिया बिछावना
:A
18
B. रामायण
C. श्रीमद्भगवद गीता
D. वेदों में (तैत्तिरीय उपनिषद)
Answer: D
ऋण
:B
4. "ऋणों के इस सिद्धांत ने भारतीय विचारधारा तथा भारतीय महान कृतियों की रक्षा में कैसे योगदान दिया
है ?" - इसका मख्
ु य उद्दे श्य क्या है ?
A. भारतीय संस्कृति के इतिहास का अध्ययन करना
B. आध्यात्मिक विकास को प्रोत्साहित करना
C. मानवजाति का संरक्षण और ज्ञान का हस्तांतरण
19
D. सांस्कृतिक परिप्रेक्ष्य की रक्षा करना
:C
5. "ऋण की व्यवस्था मख्ु य रूप से आने वाली पीढ़ी के प्रति दायित्व का निर्वाह है ।" यह विचार किसके संरक्षण
और हस्तांतरण की दिशा में है ?
A. पाठशाला शिक्षकों की
B. विद्यालय के प्रधान के
C. मानवजाति के
D. धार्मिक गरु
ु ओं के
:C
6. त्रिऋण में से कौन-सा ऋण सामाजिक प्राणी के रूप में प्रत्येक मनष्ु य पर उधार रहता है ?
A. पितऋ ृ ण
B. दे वऋण
C. ऋषिऋण
D. बालकऋण
:C
7. त्रिऋण के अनस
ु ार, बच्चा किस ऋण का ऋणी होता है ?
A. दे वऋण
B. पितऋ ृ ण
C. ऋषिऋण
D. ब्रह्मऋण
:B
4. ऋण के सिद्धांत ने भारतीय विचारधारा और महान कृतियों की रक्षा में कैसे योगदान किया है ?
A. अर्थशास्त्र के माध्यम से
B. सामाजिक दश्ु मनों के खिलाफ
C. समाज के संरक्षण और ज्ञान के हस्तान्तरण के रूप में
D. गप्ु त यद्
ु ध के जरिए
:C
5. शतपथ ब्राह्मण के अनस ु ार, किस घड़ी पर बच्चा इन तीनों ऋणों का ऋणी हो जाता है ?
A. अपने पिता की मत्ृ यु के बाद
B. विवाह के बाद
C. जन्म होते ही
D. जीवन के आदिकाल में
:C
6. कौन सा विचार अत्यंत प्राचीन वैदिक कालों से भारतीय संस्कृति की मौलिक धारणा में रहा है ?
20
A. ऋण का सिद्धांत
B. शिक्षा की महत्ता
C. धर्म की महत्ता
D. वाणी की महत्ता
:A
ऋषि ऋण
:B
:C
:B
21
1. किसके व्यक्तित्व के विकास में शिक्षा का योगदान महत्वपर्ण
ू होता है ?
A. शिक्षक का
B. बच्चे के
c. गरु
ु के
D. ऋषियों के
Answer: B. बच्चे के
पित ृ ऋण
22
c) ब्रह्मचार्याश्रम
d) गह ृ स्थाश्रम
Answer: d) गह ृ स्थाश्रम
1. पितऋृ ण क्या है ?
a) पत्र
ु ों के लिए आदर्श
b) पिता का ऋण
c) धर्मिक समर्पण
d) संतान के लिए धन संचय
Answer: b) पिता का ऋण
23
a) ब्रह्मचार्याश्रम
b) संन्यासाश्रम
c) गह ृ स्थाश्रम
d) वानप्रस्थाश्रम
Answer: c) गह ृ स्थाश्रम
दे व ऋण
24
d) धार्मिक आदर्श
Answer: b) प्राकृतिक शक्तियों के प्रति ऋण
6. किस आश्रम में यज्ञ का नियमित रूप से पालन किया जा सकता था?
a) ब्रह्मचार्याश्रम
b) संन्यासाश्रम
c) गह ृ स्थाश्रम
d) वानप्रस्थाश्रम
Answer: c) गह ृ स्थाश्रम
25
c) गह
ृ स्थाश्रम
d) वानप्रस्थाश्रम
Answer: b) संन्यासाश्रम
10. कैसे यज्ञ के माध्यम से दे वों के प्रति ऋण का समर्पण किया जाता था?
a) बिना किसी विधि के
b) प्राणायाम के साथ
c) शाब्दिक स्ततिु के साथ
d) यज्ञ द्वारा हविष्य प्रदान करके
Answer: d) यज्ञ द्वारा हविष्य प्रदान करके
26
a) ब्रह्मचार्याश्रम और संन्यासाश्रम
b) संतान उत्पत्ति के लिए
c) गह ृ स्थाश्रम और वानप्रस्थाश्रम
d) दे वऋण के लिए
Answer: c) गह ृ स्थाश्रम और वानप्रस्थाश्रम
27
धर्म
सामान्य धर्म
28
C) विश्व धर्म
D) शाश्वत धर्म
Answer: D) शाश्वत धर्म
वर्णधर्म
29
प्रश्न 3 किस वर्ण के लोगों के लिए अध्यापन, यजन, दान, और प्रतिग्रह उपयक्
ु त कर्म थे?
1. क्षत्रिय (Kshatriya)
2. वैश्य (Vaishya)
3. शद्रू (Shudra)
4. ब्राह्मण (Brahmin)
(Answer 3): 4. ब्राह्मण (Brahmin)
प्रश्न 5 ब्राह्मण वर्ण के लोगों के लिए कर्म का विपरीत आचरण किसे बनाता था?
1. उनकी आर्थिक स्थिति (Their economic status)
2. उनकी शिक्षा (Their education)
3. उनकी जाति (Their caste)
4. उनके कर्म (Their actions)
(Answer 5): 4. उनके कर्म (Their actions)
प्रश्न 3 ( 3): समाज का निर्माण कैसे संभव है , जब लोग ज्ञानी हों और क्या?
1. जब लोग धनी हों (When people are wealthy)
2. जब लोग ज्ञानी हों और न्याय के प्रति आदर्श हों (When people are knowledgeable and have
respect for justice)
3. जब लोग ज्ञानी हों और ध्न-ऐश्वर्य में लिप्त हों (When people are knowledgeable and wealthy)
4. जब लोग ज्ञानी हों और आत्मसमर्पण करते हों (When people are knowledgeable and practice
self-surrender)
(Answer 3): 2. जब लोग ज्ञानी हों और न्याय के प्रति आदर्श हों
प्रश्न 4 ( 4): क्षत्रिय वर्ण के लोगों के लिए महर्षि मनु द्वारा निर्धारित कर्तव्य कर्म क्या है ?
1. सिर्फ प्रजाओं का पालन-पोषण (Only taking care of the subjects)
2. सिर्फ धन-ऐश्वर्य में लिप्त न रहना (Not being attached to wealth and riches)
3. ध्यान करना (Meditating)
4. प्रजाओं का पालन-पोषण, यज्ञ करना, दान दे ना और अन्याय से लड़ना
(Answer 4): 4. प्रजाओं का पालन-पोषण, यज्ञ करना, दान दे ना और अन्याय से लड़ना
प्रश्न 5 किस वर्ण के लोगों के लिए महर्षि मनु ने धन-ऐश्वर्य में लिप्त न होकर जितेन्द्रिय रहने का कर्तव्य कर्म
निर्धारित किया था?
30
1. शद्रू (Shudra)
2. वैश्य (Vaishya)
3. क्षत्रिय (Kshatriya)
4. ब्राह्मण (Brahmin)
(Answer 5): 3. क्षत्रिय (Kshatriya)
प्रश्न 2 इस पाठ में किस वर्ण के लोगों के लिए कर्म का निर्धारण किया गया है ?
1. ब्राह्मण वर्ण (Brahmin caste)
2. क्षत्रिय वर्ण (Kshatriya caste)
3. वैश्य वर्ण (Vaishya caste)
4. शद्रू वर्ण (Shudra caste)
(Answer 2): 4. शद्र ू वर्ण (Shudra caste)
31
आश्रम धर्म
प्रश्न 1 ( 1): 'आश्रम-व्यवस्था' के अंतर्गत जीवन को कितने भागों में बाँटा गया है ?
1. दो
2. तीन
3. चार
4. पांच
(Answer 1): 3. चार
32
4. अपरिग्रह, धर्म, शौच (Non-possessiveness, righteousness, purity)
(Answer 8): 4. अपरिग्रह, धर्म, शौच
कुलधर्म
प्रश्न 2 ( 2): 'कुलधर्म' में किस परं परागत नियमों का पालन किया जाता है ?
1. ब्रह्मचर्य (Celibacy)
2. सत्य (Truth)
3. ब्रह्मा (Brahma)
4. विद्या (Education)
(Answer 2): 1. ब्रह्मचर्य
प्रश्न 3 किस आश्रम में 'पारिवारिक नियमों और आचारों को व्यवहार में लाना' होता है ?
1. ब्रह्मचर्य आश्रम (Brahmacharya Ashram)
2. गह ृ स्थ आश्रम (Householder Ashram)
3. वानप्रस्थ आश्रम (Retirement Ashram)
4. सन्यास आश्रम (Renunciation Ashram)
(Answer 3): 2. गह ृ स्थ आश्रम
प्रश्न 4 ( 4): कुलधर्म के अंतर्गत किन पांच महायज्ञ का सम्पन्न करना होता है ?
1. यज्ञ, दान, तप, योग, ध्यान
2. अहिंसा, सत्य, अस्तेय, ब्रह्मचर्य, अपरिग्रह
3. शौच, सन्तोष, स्वाध्याय, ईश्वर-आराधना, सत्य
4. भत ू यज्ञ, मनष्ु ययज्ञ, ब्रह्मयज्ञ, दे वयज्ञ, आत्मयज्ञ
(Answer 4): 4. भत ू यज्ञ, मनष्ु ययज्ञ, ब्रह्मयज्ञ, दे वयज्ञ, आत्मयज्ञ
33
1. ऋणों का समाधान (Repayment of debts)
2. संसार से मक्ति
ु (Liberation from worldly life)
3. तपस्या का पालन (Practice of austerity)
4. कुलधर्म का पालन (Observance of family duty)
(Answer 5): 1. ऋणों का समाधान
प्रश्न 2 द्वापर यग
ु में कौन-कौन सा धर्म प्रमख
ु माना जाता है ?
1. तप और ज्ञान
2. यज्ञ और दान
3. सत्य और अहिंसा
4. स्वाध्याय और ईश्वर-आराधना
(Answer 2): 2. यज्ञ और दान
प्रश्न 3 कलियग
ु में कौन-कौन सा धर्म प्रमख
ु माना जाता है ?
1. तप और ज्ञान
2. यज्ञ और दान
3. सत्य और अहिंसा
4. स्वाध्याय और ईश्वर-आराधना
(Answer 3): 4. स्वाध्याय और ईश्वर-आराधना
कुलधर्म
34
4. सिर्फ व्यक्तिगत धर्म का हिस्सा
(Answer 6): 2. व्यक्तिगत और सामाजिक विकास के लिए महत्वपर्ण
ू
राजधर्म
प्रश्न 12 राजधर्म के अनस ु ार, किसे राजा का प्रधान कर्तव्य माना गया है ?
1. यद्ु ध से मखु न मोड़ना
2. अपराधियों के लिए दण्ड निर्धारित करना
3. धर्म और नीति का ज्ञाता बनना
4. इन्द्रियों को जीतना
(Answer 12): 3. धर्म और नीति का ज्ञाता बनना
35
1. 2 यग
ु , यज्ञ
2. 3 यगु , तप
3. 4 यग ु , दान
4. 4 यग ु , यज्ञ
(Answer 15): 4. 4 यग
ु , यज्ञ
Certainly, here are two more multiple-choice s (MCQs) in Hindi based on the provided text,
along with the answer key for each :
17): 'कुलधर्म' के अंतर्गत किसके साथ कुटुम्ब में व्यवहार में लाना होता है ?
1. आपसी सहयोग
2. ब्रह्मचर्य
3. पिता-पत्र
ु
4. आचार्य
(Answer 17): 3. पिता-पत्र ु
स्वधर्म
36
B) समाज और परिवार के लिए
C) खशु ी और ब्राह्मणों के लिए
D) न्याय के लिए
Answer: B) समाज और परिवार के लिए
प्रश्न 3 ( 3): कौन सा श्लोक गीता में स्वधर्म के महत्व को व्यक्त करता है ?
1. श्लोक 2.50
2. श्लोक 3.16
3. श्लोक 4.7
4. श्लोक 5.25
(Answer 3): 1. श्लोक 2.50
प्रश्न 4 ( 4): गीता में किसके प्रति अपने धर्म का पालन करने की सलाह दी गई है ?
37
1. बंधओ ु ं के प्रति
2. प्रेमिका के प्रति
3. शत्रओ ु ं के प्रति
4. जातिजातके निर्धनों के प्रति
(Answer 4): 1. बंधओ ु ं के प्रति
प्रश्न 5 ( 5): स्वधर्म में क्या निष्ठा होनी चाहिए, गीता में किस श्लोक से यह दिखाया गया है ?
1. श्लोक 2.75
2. श्लोक 3.10
3. श्लोक 4.13
4. श्लोक 5.29
(Answer 5): 1. श्लोक 2.75
प्रश्न 6 ( 6): स्वधर्म का पालन करने के लिए गीता में किसे अपना मानने की सलाह दी गई है ?
1. गरु ु
2. दोस्त
3. प्रेमिका
4. शत्रु
(Answer 6): 1. गरु
ु
प्रश्न 7 ( 7): स्वधर्म के महत्व को गीता में किस श्लोक में दर्शाया गया है ?
1. श्लोक 2.7
2. श्लोक 3.2
3. श्लोक 4.4
4. श्लोक 5.12
(Answer 7): 1. श्लोक 2.7
प्रश्न 9 ( 9): किसके अधिक अच्छा स्वधर्म कहा गया है , चाहे वह विगण
ु हो?
1. परधर्म
2. स्वधर्म
3. समाज
4. धर्मशास्त्र
(Answer 9): 2. स्वधर्म
आपद् धर्म
38
1. सामान्य धर्म
2. अपेक्षित धर्म
3. विशिष्ट धर्म
4. विपत्ति या कठिनाई का धर्म
प्रश्न 5 ( 5): आपद् धर्म का पालन कब किया जाता था, जैसे कि उपदे श किया गया है ?
1. सब समय
2. केवल विपत्ति में
3. श्राद्ध के अवसर पर
4. सभी विशेष कार्यों के बाद
(Answer 5): 2. केवल विपत्ति में
प्रश्न 8 ( 8): किसने आपद् धर्म के बारे में अपने उपदे श में विवरण प्रस्तत
ु किया?
1. गीता
2. महाभारत
3. वेद
4. मनस् ु मति
ृ
(Answer 8): 4. मनस् ु मति
ृ
39
प्रश्न 9. आपद् धर्म का मख्ु य उद्दे श्य क्या होता है ?
1. समद् ृ धि करना
2. व्यक्तिगत इच्छाओं को परू ा करना
3. विपत्ति में धर्म का संबल मिलना
4. अध्यात्मिक उन्नति करना
(Answer 9): 3. विपत्ति में धर्म का संबल मिलना
40
निष्काम कर्म
1. प्रमख
ु विषय के रूप में गीता में क्या उपदे श दिया गया है ?
a. ध्यानयोग
b. भक्तियोग
c. कर्मयोग
d. ज्ञानयोग
Answer: c. कर्मयोग
10. कर्म योग मनष्ु य को किस अवस्था में पहुँचाता है , गीता के अनस
ु ार?
a. सखि
ु जीवन
b. संतलि
ु त जीवन
c. स्थितप्रज्ञ की अवस्था
d. ध्यानयोग
Answer: c. स्थितप्रज्ञ की अवस्था
3. गीता के किस अध्याय में कहा गया है कि कोई भी बिना कर्म किए नहीं रह सकता?
a) गीता 4
b) गीता 2
c) गीता 3
d) गीता 5
Answer: c) गीता 3
41
b) किसी अच्छी बात के लिए कर्म
c) कामना और फल के साथ कर्म
d) आत्मा के लिए कर्म
Answer: c) कामना और फल के साथ कर्म
9. भगवान कृष्ण ने किस अध्याय में अर्जुन से "कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन" कहा?
a) गीता 2
b) गीता 4
c) गीता 5
d) गीता 3
Answer: a) गीता 2
42
a) बन्धन की शक्ति बढ़ाना
b) अपनी इच्छाओं को परू ा करना
c) धार्मिक उन्नति
d) सामाजिक स्थिति बढ़ाना
Answer: c) धार्मिक उन्नति
43
परु
ु षार्थ:
1. परु
ु षार्थचतष्ु टय में कितने परु
ु षार्थ होते हैं?
a. तीन
b. चार
c. पाँच
d. छः
Answer: b. चार
2. परु
ु षार्थ किससे संबद्ध हैं?
a. केवल मनष्ु य से
b. केवल समाज से
c. मनष्ु य और समाज दोनों से
d. किसी से नहीं
Answer: c. मनष्ु य और समाज दोनों से
3. परु
ु षार्थचतष्ु टय के अनस
ु ार, किसे सख
ु के रूप में माना गया है ?
a. धन प्राप्ति
b. पत्र
ु ोत्पत्ति
c. मोक्ष
d. सभी विकल्प
Answer: c. मोक्ष
7. परु
ु षार्थचतष्ु टय के अध्ययन से क्या समझा जा सकता है ?
a. केवल भौतिक सख ु की महत्वपर्ण
ू ता
b. अध्यात्मिक सख ु का सच
c. समाज में धन की महत्वपर्ण ू ता
d. ब्रह्म का अध्ययन
Answer: b. अध्यात्मिक सख ु का सच
8. किस चीज को क्षणिक माना गया है , जिसे पाने के बाद दःु ख की अनभ
ु ति
ू होती है ?
a. अर्थ प्राप्ति
44
b. पत्र
ु ोत्पत्ति
c. धन प्राप्ति
d. निरतिशय मोक्ष
Answer: a. अर्थ प्राप्ति
10. परु
ु षार्थचतष्ु टय का मख् ु य उद्दे श्य क्या होता है ?
a. सामाजिक स्थिति प्राप्त करना
b. भौतिक सख ु ों की प्राप्ति
c. आत्मा के मोक्ष की प्राप्ति
d. पारिवारिक सख ु
Answer: c. आत्मा के मोक्ष की प्राप्ति
धर्म
1. धर्म का मल
ू अर्थ क्या है ?
a. कर्म
b. ध्यान
c. धारण
d. प्रेम
Answer: c. धारण
5. धर्म का मख्
ु य उद्दे श्य क्या होता है ?
a. अध्यात्मिक सख ु की प्राप्ति
b. धन कमाना
c. आत्मा का आत्मा में धारण
d. व्यक्ति के अभियांत्रिक उत्थान
Answer: a. अध्यात्मिक सख ु की प्राप्ति
45
अर्थ
1. अर्थ का मख्
ु य अर्थ क्या है ?
a. धर्म
b. ध्यान
c. धारणा
d. धन
Answer: d. धन
46
B) व्यापकता
C) वद्
ृ धि
D) धर्म
Answer: C) वद्
ृ धि
Answer: D) अनर्थ
47
काम
48
C) मार्क ण्डेय परु ाण
D) वेद
Answer: C) मार्क ण्डेय परु ाण
49
1. मोक्ष क्या है ?
A) धर्म
B) अध्यात्मिक साधना
C) जीवन का चरम परुु षार्थ
D) समाजसेवा
: C) जीवन का चरम परु
ु षार्थ
: B) मक्ति
ु
: C) अज्ञान के परित्याग
50
विधि
51
c) स्वर्ग कामना
d) इष्टसाधनत्व
Answer: a) अनक ु ू ल कर्म सिद्धि
7. मीमांसकों के मतु ाबिक, विधि वाक्य में अज्ञात अर्थ के ज्ञापक होने से विधि कही जाती है क्यों?
a) प्रामाणिकता के लिए
b) अच्छे अर्थ के लिए
c) स्पष्टता के लिए
d) प्रयोजन के लिए
Answer: d) प्रयोजन के लिए
52
b) 3
c) 4
d) 5
Answer: c) 4
निषेध
10. निषेध वाक्य किसे निवर्तना उत्पन्न करने के लिए प्रयोगित करते हैं?
a) परु
ु ष को विष पीने के लिए
53
b) परु
ु ष को समान्य क्रियाओं में प्रवत्त
ृ करने के लिए
c) परु
ु ष को इष्ट फल प्राप्त करने के लिए
d) परुु ष को अनर्थकारी क्रियाओं से निवत्त
ृ कराने के लिए
Answer: d) परुु ष को अनर्थकारी क्रियाओं से निवत्त ृ कराने के लिए
अर्थ वाद
54
C) न्याय
D) यश
(Answer 9): A) धर्म
1: किस प्रकार के अर्थवादात्मक वाक्यों का अर्थ मनष्ु यों को ऐसी बातें बतलाते हैं जिनका ज्ञान वेदवाक्यों के
अतिरिक्त और किसी प्रमाण द्वारा नहीं हो सकता?
1. गण
ु वाद
2. भतू ार्थवाद
3. अनव ु ाद
4. सभी उपरोक्त
(Answer 1): 2. भत ू ार्थवाद
2: कौन सा अर्थवाद वेदवाक्यों के अर्थ में प्रेरणा दे ता है और मनष्ु यों को यज्ञादि धार्मिक क्रियाओं में प्रवत्त
ृ
कराने का साधन माना जाता है ?
1. गण
ु वाद
2. भतू ार्थवाद
3. अनव ु ाद
4. सभी उपरोक्त
(Answer 2): 1. गणु वाद
3: अर्थवाद का मख् ु य उद्दे श्य क्या है , वेदवाक्यों के अर्थ का सिद्ध करना या वेदों में दिए गए विशेष वास्तविक
वस्तओु ं का वर्णन करना?
1. वेदवाक्यों के अर्थ का सिद्ध करना
2. वेदों में दिए गए विशेष वास्तविक वस्तओ ु ं का वर्णन करना
3. उनमें से कोई नहीं
4. सभी उपरोक्त
(Answer 3): 1. वेदवाक्यों के अर्थ का सिद्ध करना
5: किस प्रकार के अर्थवादात्मक वाक्य में मनष्ु यों के साधारण ज्ञान के विरुद्ध वस्तओ
ु ं के गण
ु ों का वर्णन
होता है ?
1. भत ू ार्थवाद
2. अनव ु ाद
3. गणु वाद
4. सभी उपरोक्त
(Answer 5): 3. गण ु वाद
55
(Answer 6): 3. वेदवाक्यों के अर्थ का सिद्ध करना
7: किस अर्थवाद में मनष्ु यों को यज्ञादि धार्मिक क्रियाओं में प्रवत्त
ृ कराने का साधन मात्र माना जाता है ?
1. गण
ु वाद
2. भतू ार्थवाद
3. अनव ु ाद
4. सभी उपरोक्त
(Answer 7): 1. गण ु वाद
49. 'अर्थवाद' में शब्द की _____ शक्ति आश्रय लिया जाता हैं।
A) लक्षणा
B. अभिधा
C. श्रवण
D. सभी
Ans: A. लक्षणा
9: किस प्रकार के अर्थवाद में मनष्ु यों को ऐसी बातें बतलाते हैं जिनका ज्ञान वेदवाक्यों के अतिरिक्त और
किसी प्रमाण द्वारा नहीं हो सकता?
1. गणु वाद
2. भत ू ार्थवाद
3. अनव ु ाद
4. सभी उपरोक्त
(Answer 9): 2. भत ू ार्थवाद
10: अर्थवाद का उपयोग सामान्य भाषा में किस तरह किया जाता है ?
1. झठू ी सच्ची बातें कहकर अपना मतलब सिद्ध करना
2. वेदों में दिए गए विशेष वास्तविक वस्तओ ु ं का वर्णन करना
3. मनष्ु यों को ब्रह्म, ईश्वर, जीव, दे वता, लोक और परलोक के बारे में ज्ञान दे ना
4. सभी उपरोक्त
(Answer 10): 1. झठ ू ी सच्ची बातें कहकर अपना मतलब सिद्ध करना
56
आर्य सत्य व अष्टांगिक मार्ग
57
9. बौद्ध दर्शन में मक्ति
ु की स्थिति को क्या कहा जाता है ?
a. संसार
b. निर्वाण
c. सख ु
d. दःु ख
उत्तर : b
5. बद्
ु ध किस चरण में दखु के निरोध की सम्भावना बताते हैं?
a. प्रथम आर्य सत्य
b. तत ृ ीय आर्य सत्य
c. द्वितीय आर्य सत्य
d. चतर्थु आर्य सत्य
उत्तर : b
7. बद्
ु ध ने 'द्वादश निदान' का मख्
ु य उद्दे श्य क्या बताया है ?
a. सख ु का कारण
b. दख ु के कारण
c. अविद्या का नाश
d. तष्ृ णा का उत्तराधिकारी
उत्तर : c
16. बद्
ु ध द्वारा प्रचारित दर्शन का नाम क्या है ?
a. योग दर्शन
b. जैन दर्शन
58
c. बौद्ध दर्शन
d. सांख्य दर्शन
59
8. सम्यक स्मति ृ का उदाहरण क्या है ?
a. तेज-स्मति
ृ
b. अनभु व स्मति ृ
c. निरोध स्मति ृ
d. सही स्मति ृ
उत्तर : d
5. 'दख
ु समद ु यः' के रूप में कौन-कौन सा आर्य सत्य प्रस्तत
ु है ?
a. पहला
b. दसू रा
60
c. तीसरा
d. चौथा
उत्तर: b. दस
ू रा
61
उत्तर: b. वेदना
2. 'दख
ु समद ु यः' का अर्थ क्या है ?
a) दख ु के समाधान परिसमाप्त होता है
b) दख ु के कारण
c) दखु का समाप्त होना
d) दख ु की उत्पत्ति
उत्तर: b) दख ु के कारण
62
a) जरा-मरण
b) उपादान
c) नामरूप
d) षडायतन
उत्तर: d) षडायतन
ब्रह्म विहार
63
1. ध्यान-पारमिता का अभ्यास किसके लिए आवश्यक होता है ?
a) सख ु प्राप्ति के लिए
b) दःु ख से मक्ति
ु के लिए
c) समान्य क्रियाओं के लिए
d) सभी वर्गों के लोगों के लिए
Answer: b) दःु ख से मक्तिु के लिए
3. मदि
ु ता का क्या अर्थ है ?
a) सख ु से योग करना
b) दःु ख से मक्ति
ु
c) सख ु से अवियोग करना
d) संतोष
Answer: c) सख ु से अवियोग करना
64
d) क्रोध
Answer: c) निर्द्वन्द्वता और समान दृष्टि
4. मदि
ु ता का उद्दे श्य क्या है ?
a) अपने स्वार्थ की पर्ति
ू
b) दःु ख से मक्ति
ु
c) सख ु से योग
d) ईर्ष्या की विरोधीता
Answer: d) ईर्ष्या की विरोधीता
65
b) दःु ख का निवारण
c) निर्विकारता की प्राप्ति
d) ईर्ष्या का विरोध
Answer: c) निर्विकारता की प्राप्ति
8. मदि
ु ता किस भावना की विरोधी है ?
a) मैत्री
b) करुणा
c) ईर्ष्या
d) उपेक्षा
Answer: c) ईर्ष्या
66
जैन नीति
6: "सम्यक् दर्शन" का दस
ू रा नाम क्या है ?
1. सम्यक् ज्ञान
2. सम्यक् ध्यान
3. सम्यक् विचार
4. सम्यक् चरित्र
(Answer 6): 1. सम्यक् ज्ञान
(Answer 4): 2. ऐसे कार्यों से विरत होना जो मोक्ष प्राप्ति में सहायक है
6: "सम्यक् दर्शन" का दस
ू रा नाम क्या है ?
1. सम्यक् ज्ञान
2. सम्यक् ध्यान
3. सम्यक् विचार
67
4. सम्यक् चरित्र
(Answer 6): 1. सम्यक् ज्ञान
(Answer 10): 2. ऐसे कार्यों से विरत होना जो मोक्ष प्राप्ति में सहायक है
13: जैन दर्शन में सम्यक् दर्शन किस स्थान पर दिया गया है ?
1. त्रिरत्न के तीसरे स्थान पर
2. त्रिरत्न के पहले स्थान पर
3. त्रिरत्न के दस
ू रे स्थान पर
4. त्रिरत्न के चौथे स्थान पर
68
14: जैन दर्शन में सम्यक् ज्ञान का मख्
ु य उद्दे श्य क्या है ?
1. जीव और अजीव तत्त्व का ज्ञान
2. समझने की शक्ति की विकास
3. अपने दर्शन
4. सम्यक् विचार का विकास
(Answer 14): 1. जीव और अजीव तत्त्व का ज्ञान
17: किस जैन ग्रंथ में सम्यक् चरित्र को वर्णित किया गया है ?
1. अचारं ग सत्र ू
2. द्रव्यसंग्रह
3. सत्रु कृतांग
4. नान्दी सत्रू
17): 1. अचारं ग सत्र
ू
69
पंच महाव्रत (Five Great Vows):
9. जैन धर्म में सत्य के लिए कौनसा शब्द प्रयोग किया जाता है जिसका अर्थ है "जो सबका हितकारी हो, जो
सबका प्रिय हो"?
1. सत्याग्रह
2. सन ू त
ृ
3. अस्तेय
4. ब्रह्मचर्य
Answer 9: 2. सन
ू त
ृ
11. पंच महाव्रतों का पालन करने के द्वारा जीव किस दिशा में बढ़ता है ?
1. सांसारिक संसार से मक्ति
ु की दिशा
2. सांसारिक संसार में ज्यादा संपत्ति की दिशा
3. समाज में उन्नति की दिशा
4. आत्मा की निर्मलता की दिशा
70
Answer 16: 2. अपरिग्रह
17. "सत्य" व्रत में किस तरह का वचन पावित्रता के साथ जड़
ु ा होता है ?
1. असत्य वचन
2. सत्य वचन
3. सत्याग्रह
4. असत्याग्रह
25. किस महाव्रत का उद्दे श्य समस्त इन्द्रियाँ नियंत्रण में रहना है ?
1. अहिंसा
2. ब्रह्मचर्य
3. अपरिग्रह
4. सत्य
Answer 25: 2. ब्रह्मचर्य
सत्य
1. सत्य का मख्
ु य अर्थ क्या है ?
a. अवध
b. चोरी
c. प्रिय
d. हितकारी
Answer: d. हितकारी
2. सनू त
ृ शब्द का क्या अर्थ है ?
a. सबका हितकारी
b. सबका प्रिय
c. सच्चा
d. हितकर
Answer: a. सबका हितकारी
71
स्तेय
72
d. व्यक्तिगत स्वतंत्रता
Answer: b. आत्मसंयम
3. कौन-से धर्म में ब्रह्मचर्य को एक व्रत के रूप में सम्मिलित किया गया था?
a. हिन्द ू धर्म
b. इस्लाम
c. जैन धर्म
d. ईसाई धर्म
Answer: c. जैन धर्म
4. किस जैन तीर्थंकर ने केवल चार व्रतों-अहिंसा, सत्य, अस्तेय, ने , अपरिग्रह पर ही जोर दिया था?
a. आदिनाथ
b. महावीर स्वामी
c. पार्श्वनाथ
d. महाविनीत
Answer: c. पार्श्वनाथ
73