Honma The Fountain of Gold Hindi

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साम ी क ता लका

साम ी क ता लका

भाग . साल पुराने लोकगीत म रह य मला

. लोकगीत . दे वा का टगू कहलाना

भाग . हो मा का सोने का फ वारा

. तीन का नयम . . े डग म शु आत

मह वपूण है . . डाउन ड महीने क शु आत म मजबूत है और महीने के

अंत म कमजोर है . . जब लोग प म क ओर भागते ह तो म पूव क ओर मुड़ता ं . . जब हर कोई बो झल हो तो नए सरे से ढ़

संक प के साथ खरीदारी शु कर

. फसल कटाई मू यांक न बाजार मू य का आधार है

. . चावल क क मत स दय से लेक र चां फ़रवरी तक र रहती है . . चां जनवरी म अ धकतम सीमा पर

प ँचने के बाद चावल क क मत कम हो जाती है . . जुलाई से अ टू बर के बीच चावल क अ धकतम क मत . . ख़राब फ़सल होने पर या कर

. बाज़ार से आने वाले श द को सुन

. . जब बाजार तेज ी से आगे बढ़ता है तो व रत त या क आव यकता होती है . . तीन तरीके . . अ धकतम सीमा
मू य . . अ धकतम सीमा से टकराने

के बाद क ग त व ध

. ाकृ तक चीज का मह व . . वृ का उतार चढ़ाव कृ त का नयम है . . या होता

है जब ठहराव ऊपर क ओर बढ़ता है . . ठहराव से नीचे गरना . . जब आप खरीदने का सही समय चूक गए ह तो शां त से

ती ा कर . . भालू का अचानक अपनी धार खोना . . बड़े लाभ का ल य रख छोटे लाभ पर आराम न कर . .

बढ़ने के बाद नीचे क ओर समायोजन . लाभ से अ धक यान द . ेक के दौरान

या कर . . जब ग मय म ठं डी हवा तेज़ हो . . ेक लेना भी उतना ही मह वपूण है . . पूंज ी नकासी का वष . . छत और तल पर

तीन साल

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. . र मन के बना चलने पर के वल हा न होगी . . वृ के वपरीत जाने क अनुम त नह है

. चावल को सम प म दे ख

. . पछतावे के दो कार . . छत और तल पर

होने वाली हलचल को समझना . . अपने सोचने के तरीके को बदलना . . मेरी दो सट क राय . .

लालच छोड़ द

. . नरंतर बने रह . . बाजार म ठहराव के

दौरान े डग के नयम . . जब े डग म उतरने का मन करे तो दो दन ती ा कर . . जब

म आशावाद ँ तो बाक सभी भी आशावाद ह . . लाभ कमाने के लए ज दबाजी न कर . .

अ या बुरी फसल ही आधार है . या कर और या न कर

. या कर और या न कर

. . अ फसल वाले वष म चावल न बेच . . खराब फसल वाले वष म चावल न खरीद . .

अ धकतम सीमा पर न खरीद और न ही सबसे कम क मत पर बेच . . अ

फसल वाले वष म खराब फसल खराब फसल वाले वष म अ फसल . . ापार करते समय

भावना को छोड़ द . . चावल का ापार सै य रणनी त क तरह है . . जब अ न त हो तो वभा जत कर और बेच . . मान सकता ही

सबकु छ है . . ापार करने म ज दबाजी न कर . . बाजार मू य

के उतार चढ़ाव पर मूख तापूण बहस . . पछले वष क पूवधारणा को छोड़ द

. . पूरे वष ापार करने से कम लाभ होता है . . दै नक बाजार

उतार चढ़ाव के आधार पर ापार न कर . . शु


करने से पहले पूंज ी पर नणय ल . . शगल के तौर

पर ापार शु न कर . . इन लेख को कभी सर को न दखाएँ

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भाग . साल पुराने लोकगीत म रह य मला

. लोकगीत

जब साकाटा म धूप होती है डो जमा म बादल


छाए होते ह और एदो के चावल के
गोदाम म बा रश होती है आह हम कभी भी हो मा क तरह नह
ह गे।
ले कन म एक ानीय सरदार बनकर संतु हो जाऊं गा।

. दे वा का टगू कहलाना

दे वा म द सय मील तक फै ली उपजाऊ भू म ाचीन काल से ही चावल पैदा करती रही है और नया भर म इसक त ा है। साटाका म
चावल क खरीद ब ब त तेज ी से होती है और दे श भर से ापारी शहर क ओर भागते ह य क यहाँ चावल का बाजार है। इसी
कारण से बंदरगाह म लंगर डाले जहाज चौबीस घंटे पाल का जंगल बना रहे ह। आह या यही वह ापार है जसम मुझ े खुद को लगाना
चा हए

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भाग . हो मा का सोने का फ वारा

खेती और नवेश क जड़ एक ही ह काम तो लोग करते ह ले कन वकास वग


क कृ पा से होता है।

जो लोग शु मन वाले ह और वग म व ास करते ह उ ह एक समृ संसार म


मागद शत कया जाएगा मन हमेशा हा न या लाभ से अ धक
मायने रखता है।

. तीन का नयम

. . े डग म शु आत मह वपूण है
े डग म शु आत ब त मह वपूण होती है। अगर शु आत खराब है तो आगे का रा ता अ व त ही रहेगा। े डग म वेश करते समय
आपको कभी भी ज दबाजी नह करनी चा हए य क ज दबाजी करना खराब शु आत के समान ही है। खरीदते या बेचते समय उस ण से तीन
दन तक ती ा कर जब आपको लगे क आप कसी न त बाजार त से लाभ कमा सकते ह। यह नयम है।

अपना नणय लेने से पहले चावल क वतरण त के साथ साथ इसक अ धकतम और यूनतम क मत पर भी वचार कर। यह तीन का नयम है।
य द आप यह पता लगाने म स म नह ह क अ धकतम क मत कौन सी है और यूनतम क मत कौन सी है तो तब तक ती ा कर जब तक आप
न त न हो जाएं भले ही इसम तीन दन के बजाय महीन लग। जब आप अंततः ापार शु करते ह तो आपको उस समय के बारे म भी
सोचना चा हए जब आपक भ व यवाणी सच होने क उ मीद है।

ापार म ज दबाजी करने से खुद को रोकना छत क क मत और नीचे क क मत पर बारीक से नज़र रखने के बारे म है। जब आप छत और नीचे क
क मत को पहचानने म स म हो जाते ह तो आप उस अं तम ब पर प ँच जाते ह जहाँ आपको नुक सान नह होता है। य द आप चावल से लाभ
कमाना चाहते ह तो आपको अ य धक लालच से बचना चा हए।

. . महीने क शु आत म डाउन ड मजबूत है और महीने के अंत म कमजोर है


चावल के बाजार म महीने क शु आत म आमतौर पर गरावट का ख मजबूत होता है और महीने के अंत म क मत म अ सर गरावट जारी रहती है।
इस लए महीने क शु आत म तेज ी के बाजार का संके त कमजोर होता है ले कन महीने के अंत म यह मजबूत होने लगता है जब क मत म अ सर तेज
वृ होती है।

. . जब लोग प म क ओर भागते ह तो म पूव क ओर मुड़ता ँ जब चावल क क मत


बढ़ने लगती है तो हर जगह से एक साथ ऑडर आने लगते ह और ज द ही ओसाका बाजार भी इस शो का ह सा बन जाता है। जब लोग
सं हीत चावल के लए भी ऑडर दे ते ह तो चावल क क मत तेज़ ी से बढ़ती है और यह अ धक हो जाता है क खरीदारी क होड़ चल रही है। ले कन
जब आप हर कसी क तरह खरीद ऑडर दे ने क त म होना चाहते ह तो उन लोग के प म होना मह वपूण है जो ब ऑडर दे ते ह।

जब लोग एकजुट होकर रैली का ह सा बनने के ढ़ इरादे से प म क ओर दौड़ते ह तो यह आपके लए पूव क ओर जाने का समय है और आपको
महान अवसर मलगे

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. . जब सब लोग तनाव म ह तो नए ढ़ संक प के साथ खरीदारी शु कर

जब चावल क क मत म गरावट जारी रहती है और फर से बढ़ने का कोई संके त नह दखता और हर जगह उ तम ेड के चावल क पेशकश के बारे म अफ़वाह फै लती ह

तो आप अ न त हो जाते ह क क मत कतनी गरेगी और या बाजार सु त रहेगा। जब बाजार इस त म होता है और आप सहमत होते ह क यह न त प से एक मंद

का बाजार है तो वा तव म यह आपके लए नए सरे से ढ़ संक प के साथ चावल खरीदना शु करने का समय है। यह समु म कू दने जैसा लग सकता है और ऐसा कु छ नह

जो सफलता दलाए ले कन यही वह समय है जब आपको बना कसी हच कचाहट के खरीदना चा हए और आप न त प से लाभ कमाएँगे। य द आपने क मत

म गरावट क उ मीद क थी तो आप अंदर से अ ा महसूस करते ह इस लए जब बाजार का माहौल सु त हो तो चुपचाप बैठ और बाजार को अनदे ख ा कर। ज द ही

बाजार म तेज ी आ जाएगी और क मत हर कसी क उ मीद के वपरीत इतनी तेज ी से बढ़ने लगेगी क जब ऐसा होगा तो आपका दमाग बाजार क ग त के साथ

तालमेल बठाने म मु कल महसूस करेगा। जब क मत वा तव म बढ़ने लगती है तो आपको भी ऐसा ही महसूस होता है यह समु म कू दने जैसा लगता है और यही रह य

है।

. फसल कटाई मू यांक न बाजार मू य का आधार है

. . चावल क क मत स दय से लेक र चं फरवरी तक र रहती है चावल क क मत स दय से लेक र चं फरवरी

तक र रहती है ले कन माच और अ ैल से इसम वृ होना न त है और मई और जून तक वृ जारी रहती है।

. . जनवरी म चावल क क मत अ धकतम सीमा पर प ंचने के बाद नीचे चली गई

स दय और चां जनवरी म सबसे नचले तर पर प ंचने वाले चावल के दाम मई और जून म बढ़ने लगगे। चां जनवरी और फरवरी म सबसे नचले तर पर प ंचने वाले

चावल के दाम मई और जून म कम होने लगगे। अगर मई म क मत म पया त गरावट आती है तो जून म इसम तेज वृ होगी। अगर मई म इसम गरावट नह आती है तो

जून म यह न त प से गर जाएगी। इस पर संदेह न कर। जुलाई अग त सतंबर और यहां तक क अ टू बर म भी चावल के दाम सबसे नचले तर पर बने रहते ह जो

दसंबर तक बढ़ने लगगे।

. . चावल का अ धकतम मू य जुलाई और अ टू बर के बीच म क ंगा क य द चावल क क मत जुलाई

अग त सतंबर और अ टू बर के दौरान अ धकतम तर पर प ंच गई है तो सबसे अ धक संभावना है क दसंबर तक और उसके बाद इसम कमी आएगी।

. . ख़राब फ़सल होने पर या कर

जब जून और जुलाई म ब त बा रश होती है और मौसम ठं डा और ठं डा होता है और कु छ दन धूप खली रहती है तो हमारे पड़ोसी े म फसल खराब होगी। ऐसे

े ह जहाँ मौसम क त समान होने के बावजूद फसल का प रणाम अलग होगा यूशू शकोकू चुगोकू कनाई टोकाइडो और ओशू। उ री े मअ

फसल कं साई े म खराब फसल प मी े मअ फसल और कांटो म खराब फसल भले ही साल क फसल क त कमोबेश इसी पैटन का पालन करती

हो आपको याद रखना चा हए क अंतर ह।

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य द जून और जुलाई म े म मौसम क त अ नय मत है और चावल अ तरह से नह उग रहा है और चावल के खेत फट रहे ह और सूख रहे ह तो आप अ

फसल क उ मीद कर सकते ह बशत जून के अंत से लेक र जुलाई तक आपको पया त धूप मले। आपको जून से अग त तक तूफ ान बाढ़ और हा नकारक क ड़ जैसी

ाकृ तक आपदा से सावधान रहना होगा। यह सफ़ इस े तक सी मत नह है यही बात यूशू और एडो पर भी लागू होती है।

नवंबर म ठं ढ के महीने म कोकू से ापार शु करने से पहले नए साद सं हीत चावल के साद वष क फसल क गुण व ा और आपू त और मांग के बीच

संतुलन पर वचार कर ले कन कोकू से अ धक नह । उसके बाद क कमी लभ है। आप फसल के पूवानुमान को यान म रखते ए ापार शु

करते ह और या कोकू क कमी के बाद यह वष के दौरान होने वाले प रवतन के आधार पर बढ़ना शु हो जाएगा। ओसाका म ाकृ तक आपदा के कारण कभी

कभी जून म पहले ापार से ही क मत म तेज वृ होती है। कसी भी दर पर हमेशा सतक रह य क ओसाका और यूशू जैसे े म जो कु छ भी होता

है उसका हमारे े पर भाव पड़ेगा। यह वा तव म अ या शत है।

. बाज़ार से आने वाले श द को सुन

. . जब बाजार तेज ी से आगे बढ़ता है तो व रत त या क आव यकता होती है जब बाजार म क मत म ती वृ या कमी

दखाई दे ती है तो उस दन का पूवानुमान लगाने क को शश करने के बजाय के वल झान का अनुसरण कर जब क मत अ धकतम सीमा या नचले तर पर प ंच

जाएगी।

. . तीन व धयाँ

य द कसी नए ापार क शु आत म बड़ी तेज ी आती है और क मत अ धकतम सीमा को छू ती है तो दन क क मत . कोकू तक प ंच जाएगी और फर दन का झान

बदल जाता है और क मत . या . कोकू तक प ंच जाती है। आपको . कोकू के दन क इस क मत पर नजर रखनी होगी। यह दो दन के भीतर . कोकू म बदल

जाएगी ले कन बाजार . कोकू के तर पर इसे सहारा दे ने के लए पया त मजबूत नह है और यह कोकू तक गर जाती है। यह बेचने का समय है। चूं क क मत

तेज ी से बढ़कर . कोकू हो गई है इस लए जब यह कोकू के आसपास प ंचती है तो माहौल अ ा होता है और इस कारण से जब यह कोकू के तर पर गरती है तो

लोग वाभा वक प से कोकू पर वापस खरीद लेते ह ले कन ाकृ तक खरीद श क कमी के कारण यह से कोकू तक गरती रहती है। यह चावल के बारे म सोचने

और खरीदने का समय है। यह न त प से कोकू के तर तक बढ़ जाएगा। यह र अव ा के दौरान सबसे बड़ा बदलाव है। अगर क मत . कु कू से . या . कु कू

जतनी भी कम हो जाती है तो बाजार म सबसे ऊपर रह और अनुबंध खरीद। अगर अगले महीने म क मत कु कू नेक लाइन के साथ . या . कु कू तक बढ़ जाती है और

वह रहती है तो आपको बेचना होगा। ये तीन तरीके ह।

. . अ धकतम सीमा मू य अ धकतम सीमा मू य से

ता पय उस समय से है जब मू य कई महीन तक ऊपर नीचे होता रहता है अंततः मू य कोकू तक ऊपर चला जाता है और तब तक बढ़ता रहता है जब तक

क यह उस ब पर नह प ंच जाता जहां यह बढ़ना बंद हो जाता है और कोई भी यह नह बता सकता है क यह आगे बढ़े गा या नीचे।

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. . छत से टकराने के बाद क ग त व ध
सी लग के बाद आने वाली गरावट मई और जून म कोकू त माह और उसके बाद हर महीने कोकू से शु होकर क मत को
नीचे धके ल दे गी। हालां क बाजार के गठन के आधार पर कभी कभी क मत तीन महीने तक घट सकती है और चौथे महीने से शु
होकर बढ़ सकती है। कभी कभी यह पांचव महीने से गरना शु हो जाती है या पूरे छह महीने तक गरती रहती है। इस मामले म सी लग
क मत दखाई दे गी और आपको बेचना होगा य द क मत थोड़ी भी गरती है भले ही आप जो पांच से छह दन क अव ध दे ख रहे
ह उसके दौरान वृ म थोड़ा बदलाव हो या न हो। महीने के अंत तक यह कोकू तक गरना न त है। महीने के अंत से शु
करके भले ही आपने पहले कतनी भी को शश क हो कोई े डग न क हो आप दस दन बाद लगभग तारीख तक बेचना शु कर
दगे। य द क मत पछले महीने के अंत म दज क गई यूनतम क मत पर अगले महीने क या तारीख तक र रहती है या या
कोकू तक कम हो जाती है तो महीने के अंत म इसम वृ होना न त है।

आपको इसे अ तरह से समझना होगा। सरा है ख म करना तीसरा है पया तता चौथा है पलटना और ये तीन तरीके ह। यह सब दो से तीन
महीने तक क मत को छत से नीचे ले जाने के बारे म है। चौथे महीने म क मत म वृ कमो डट पर नभर करती है ले कन आपको लापरवाह
नह होना चा हए और बेचने क को शश नह करनी चा हए।

. ाकृ तक चीज का मह व

. . वृ का उतार चढ़ाव कृ त का नयम है


चावल क क मत म उतार चढ़ाव कृ त के नयम के अनुसार होता है और जब यह लगातार ऊपर नीचे होता रहता है तो नीचे या ऊपर के ण
को पहचानना मु कल होता है। जो लोग इस नयम से अन भ ह उ ह े डग म हाथ आजमाने क को शश भी नह करनी चा हए।

. . जब रता तेज ी म बदल जाती है तो या होता है जब आप बाजार म उ साहपूण माहौल


महसूस करते ह और झान म तेज ी के संके त दखाई दे ते ह जब क आप वृ म बड़े बदलाव के बाद रता चरण से मू य वृ या कमी के
कसी भी संके त के लए सावधानी से दे ख रहे ह और बाजार सी लग े म प ंच गया है तो आप स हत हर कोई सोचता है क यह खरीदने
का समय है और खरीदने क होड़ से हंगामा मच जाता है। यह बेचने का सबसे अ ा समय है। इसी तरह से झान आगे बढ़ता है बना
कसी नाटक य बदलाव के झान कई बार दोहराया जाता है जसके दौरान क मत ऊपर और नीचे और नीचे और ऊपर जाती रहती है।
बाजार के माहौल और दोहराए जाने वाले झान के कारण अपने दमाग पर नयं ण खोने क अनुम त दए बना आपके लए छत और तल
पर यान क त करना सबसे अ ा है। हालां क जब क मत बना कसी हलचल के संके त दखाए तल पर र हो जाती है तो आपको तब भी
नह बेचना चा हए जब क मत अपने आप बढ़ने लगे।

आपको धीरे धीरे अपनी खरीद बढ़ानी होगी। आपको ऐसा दोहराए जाने वाले ड के दौरान नह करना चा हए ब क उस ड के दौरान
करना चा हए जब क मत अपने आप बढ़ जाती है।

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. . रता क त से नीचे उतरना


य द मू य म रता क त से नीचे गरने का कोई संके त मलता है तो हर कोई सोचता है क जब क मत थोड़ी भी कम हो जाती है तो वे
जो कु छ भी उनके पास है उसे बेचकर बेहतर कर सकते ह और यहां तक क जो लोग खरीद रहे थे वे भी बाजार क नराशाजनक संभावना के
कारण जो कु छ भी उनके पास है उसे बेचना शु कर दे ते ह। जब ऐसा होता है तो बाजार ओवरसो त म प ंच जाता है ले कन क मत और
गर जाती है य क हर कोई बेचने के लए दौड़ता है।

यह खरीदने का समय है और लाभ कमाने का एक ब ढ़या अवसर है। इस बाजार संरचना म खरीदने का फै सला करना आसान नह है ले कन
आपको खरीदना ही होगा। यहां तक क अनुभवी ापा रय को भी कई पछतावे होते ह। कोकू त वृ के प रवतन पर अपने ल य
के साथ जतनी ज द हो सके ठहराव के दौरान दोहराए जाने वाले े ड क पहचान करना सबसे अ ा है।

. . जब आप खरीदने का सही समय चूक गए ह तो शां त से ती ा कर य द चावल क क मत ठ क उसी


समय कोकू बढ़ जाती है जब आपने चावल खरीदने का फै सला कया है तो आप सोच सकते ह क आपने खरीदने का सही समय खो दया है और
यह बेचने का बेहतर समय है ले कन यह एक बड़ी गलती होगी। जब आप खरीदने का सबसे अ ा समय चूक गए ह तो आपको खरीदने के
लए अगले अवसर का इंतजार करना चा हए।

. . भालू अचानक अपनी बढ़त खो दे ता है कई बार ऐसा


होता है क क मत दो या तीन महीने तक बढ़ती रहती है और फर अचानक गर जाती है। यह वह समय है जब आपको खरीदना चा हए। क मत
न त प से ज द ही बढ़ जाएगी और जब ऐसा होगा तो बेचने का समय आ गया है।

. . बड़े लाभ का ल य रख छोटे लाभ पर आराम न कर कई बार ऐसा होता है जब आप नीचे क ओर खरीदारी

करते ह और कु छ लाभ क उ मीद करते ह क मत र हो जाती है या थोड़ी कम हो जाती है। जब ऐसा होता है तो आपको लगता है क आपने बाजार का गलत अनुमान

लगाया है और आपको इस बात का पछतावा होता है क जब क मत पहले बढ़ थी तो आपने य नह बेचा। ले कन यह सोचने का गलत तरीका है। जब आप नीचे क

ओर खरीदारी करते ह तो आपको तब तक बेचना नह चा हए जब तक क झान म बदलाव न आ जाए।

. . बढ़ने के बाद नीचे क ओर समायोजन


जब नई फसल उपल होती है तो क मत कभी कभी एक या दो कोकू से बदलती है नीचे रहती है कोकू तक बढ़ती है लगभग
दो कोकू तक गरती है और फर र हो जाती है। जब बाजार का व प इस तरह का होता है तो चावल खरीदने वाले उ साही नह होते ह
जब क चावल बेचने वाले आ ामक होते ह। यह वह समय है जब आपको नई फसल कभी नह बेचनी चा हए। य द आप व े ता ह तो आपको
इस समय चावल खरीदना चा हए।

यह वह चावल है जसक क मत नीचे से ऊपर क ओर बढ़ रही है। जब आप बढ़ने के बाद नीचे क ओर समायोजन दे ख ते ह तो सबसे
अ बात यह है क आप उस समय के बारे म सोच जब क मत छत पर प ँच जाती है।

. . जब आपने कोई गलत नणय लया हो तो ज द से बेच द और आराम कर


आपको कभी भी भा य के समय म वत रत और संचय नह करना चा हए। जब आप कोई गलत नणय लेते ह तो ज द से बेच द और दन
के लए ेक ल। भले ही े डग आपक उ मीद के मुता बक ई हो े डग के बाद दन का ेक ल चावल के वतरण और तीन तरीक के
आधार पर उ चत समय के बारे म सोच।

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आप अपना अगला कदम उठाएं। सबसे बढ़कर याद रख क अगर आप मुनाफ़े का अवसर दे ख कर इस ेक को भूल जाते ह तो े डग समा त
होने पर आपको न त प से नुक सान होगा।
हालां क कसी े ड को समा त करने के बाद ेक लेने का मतलब यह नह है क आप बाजार के बारे म सोचे बना आराम कर इस ेक
के दौरान आप शांत मन से बाजार क चाल पर बारीक से नज़र रखते ह। अगर आपको पछले साल क ब प त के आधार पर मुनाफ़ा
कमाने का कोई अवसर मलता है तो आप उससे जुड़ सकते ह। ले कन सबसे अ बात यह है क आप पछले साल के त अपने लगाव को
छोड़ द और चालू साल क फ़सल ऑफ़र क मा ा और बाज़ार के मूड के बारे म सोच।

. लाभ से अ धक मन

. . सौभा य के समय मन क त

जब े डग से मुनाफ़ा कमाने का अवसर सामने आए तो आपको उ चत तर पर मुनाफ़ा कमाने के लए आगे बढ़ना चा हए। फर दो दन
का ेक ल। अगर आप इस समय ेक लेना भूल जाते ह तो आप े डग के अंत म नुक सान ज़ र उठाएँगे चाहे मुनाफ़ा कमाने का कोई भी
अवसर आपके दरवाज़े पर य न द तक दे । आप नुक सान इस लए उठाते ह य क आपका लालच आपको सही फ़ै सला लेने से रोकता
है और य क आप अपनी जीत के बारे म इतने यादा आ त हो जाते ह क आप कमाना चाहते ह जब क पहले आपने का
मुनाफ़ा कमाया था और अब का मुनाफ़ा कमाना चाहते ह

. . जीत से उ सा हत न ह
जब आप कई महीन के बाद अपने ल य का हा सल कर ल तो जीत के लालच म कभी भी खुद को बहकने न द। इसके बजाय
वाभा वक प से लाभ कमाने पर यान क त कर। आपको कभी भी लालच म खुद को नह खोना चा हए।

. . नीचे क ओर नजर रख छत पर नशाना साध


जब आप खरीदते और बेचते ह तो आपको नीचे क ओर नज़र रखनी चा हए और छत पर नशाना लगाना चा हए। आपको यह बात यान
म रखनी चा हए।

. . तेज उछाल जैसे चावल क बो रयाँ उड़ रही ह जब बाजार मू य दो से


तीन महीने तक कमोबेश एक जैसा रहता है और एक ही क मत क ग त व ध बार बार दोहराई जाती है तो अ धकांश लोग कम उ साही हो
जाते ह और यहाँ तक क आशावाद लोग भी अपना सकारा मक कोण खो दे ते ह जब क व े ता जो बाजार गठन के अपने व ेषण
पर भरोसा करते ह वे अपनी ब उ माद को तेज कर दे ते ह। ले कन इस अव ध के बाद क मत म वृ होना न त है। जब ऐसा होता है तो
बाजार म तेज ी आएगी चाहे वह स य प से हो या न य प से और बाजार मू य म उछाल आएगा जैसे चावल क बो रयाँ हवा म उड़
रही ह । यह बाजार गठन आपके पीछे से चुपके से आता है जब क दस म से दस लोग एक दशा का सामना कर रहे होते ह। य द यह आपके
सामने से आता है तो आप इसे आते ए दे ख गे ले कन ऐसा नह होता है और लोग आ यच कत हो जाते ह। यह यग और यांग क कृ त के
अनु प है।

. . आप तभी सफल ह गे जब आप अ ा बेचगे एक साल के अंदर कोई बड़ा


बदलाव नह होता सवाय एक बार बढ़ोतरी और एक बार गरावट के । बढ़ोतरी के दौरान भी क मत थोड़ी कम होती है और गरावट के
दौरान भी थोड़ी बढ़ जाती है। ले कन

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यह दोहराया गया च बाजार क वृ नह है जो छत क ओर बढ़ रही है। बाजार क कारवाई के दोहराए गए च से मूख मत बनो। पहला
कदम कसी भी चीज़ से यादा मह वपूण है।
खरीदने का फै सला ह के म नह लेना चा हए जब आपको लाभ कमाने का अवसर दखाई दे तो नराश न ह । बेचने का फै सला आसान
लग सकता है ले कन इसे संभालना ब त मु कल है। जब क मत नीचे जाने लगे तो आपको वापस खरीदना होगा य क आप नह बता
सकते क यह कतनी नीचे गरने वाली है। जब क मत गरती है तो सर के हंगामे म खुद को न खोएं। सबसे अ बात यह है क कसी भी
लालच को छोड़ द और खरीद ल।

. ेक के दौरान या कर

. . जब ग मय म ठं डी हवा तेज़ होती है


अगर मौसम अ या शत है और ग मय म ब त बा रश होती है तो आप वाभा वक प से सोचते ह क आपक फसल खराब होगी। जब
ग मय म ठं डी हवा तेज़ होती है और बुरे क ड़े बड़े पैमाने पर होते ह और बाढ़ और तूफ ान जैसी ाकृ तक आपदाएँ अ सर होती ह
तो आपको क मत कम होने पर खरीदारी शु करनी होगी। अगर जून और जुलाई म मौसम म यम है और ब त धूप है और आपको अ
फसल क उ मीद है तो खरीदने म ज दबाजी न कर। अग त और सतंबर के महीने खरीदारी का समय ह गे। भले ही सतंबर म खरीदने का
समय थोड़ा बाद म आ सकता है ले कन आपको अग त म खरीदने के लए तैयार रहना होगा। अ फसल वाले साल म भी क मत हमेशा
सतंबर और अ टू बर म बढ़नी शु होती है। भले ही आपको दस साल म पहली अ फसल के संके त दख ले कन अ या शत
कारण से क मत हर कसी क भ व यवाणी के वपरीत अ या शत प से बढ़ सकती है। चावल क फसल बना कसी अ या शत कारक
के पहले से भा वत ए ब त लभ है।

. . ेक लेना भी उतना ही मह वपूण है


इन तीन तरीक के साथ आपको बाजार का नरी ण करना चा हए और दे ख ना चा हए क बाजार मू य कै से ऊपर और नीचे जा रहा है और
जब ऐसा होता है तो क मत कारवाई कने से पहले यह कतना ऊपर जाता है और कतना नीचे जाता है। फर ओसाका क फसल क
त के बारे म सोच और दे ख ते रह क सब कु छ कै से चल रहा है। उदाहरण के लए जब आप खरीदने के लए वेश करते ह तो आपको
अपने नणय के बारे म सु न त होना चा हए न क बाजार मू य का अनुसरण करना चा हए जो उतार चढ़ाव कर रहा है। य द आपका
पूवानुमान सही था तो क मत वह क जाएगी जहाँ आपने अनुमान लगाया था। यह सोचना आदश नह है क आपको चावल तब
खरीदना चा हए जब यह स ता हो और जब यह महंगा हो तो इसे बेचना चा हए। जब आपको लगता है क यह एक तेज ी वाला बाजार है तो
आपको पूरे बाजार के गठन के आधार पर खरीदना और वीप करना होगा। ले कन जब आपको लगता है क यह एक मंद का
बाजार है तो अ य धक खरीदना अ ा नह है। आपको तब भी नह बेचना चा हए जब आपको यक न हो क क मत कम हो जाएगी।
आपको समझदारी से सोचना होगा।

. . पूंज ी नकासी का वष य द आप ऐसा वष दे ख ते ह


जसम सद और वसंत के बीच बाजार से पूंज ी बाहर नकल जाती है तो इसका कारण यह है क लोग ने जानबूझ कर ब त अ धक खरीद
लया है और पैसे ख म हो गए ह। य द ऐसे वष म मई तक क मत म गरावट नह आती है तो जून के आसपास यह न त प से गर
जाएगी।

. . तीन साल उ तम सीमा पर और सबसे नचले तर पर


कई बार ऐसा होता है क क मत तीन साल से यादा समय तक या तो अ धकतम सीमा पर या नचले तर पर बनी रहती है। जब ऐसा
होता है तो क मत अ धकतम सीमा पर होने पर े डग म वेश करने क को शश न कर।

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यह गरावट तीन साल तक भी जारी रह सकती है। ऐसा कसी भी साल हो सकता है इस लए आपको ब त सावधान रहना होगा।

. . र मन के बना चलने पर के वल हा न ही होगी


जब आप चावल क क मत बढ़ने का अनुमान लगाते ह तब भी आप क मत म गरावट के संके त दे ख कर खरीदने या बेचने से कतराने लगते ह और जब क मत थोड़ी सी

बढ़ने के बाद गरती है तो आपको लगता है क यह मंद का बाजार है। लोग अ सर बना कसी ढ़ व ास के कदम उठाते ह। जब आप पीछे मुड़कर दे ख ते ह और बाद म

झान के बारे म सोचते ह तो आपको लगता है क जब क मत बढ़ती है तो बेचना और जब क मत गरती है तो खरीदना आपके लए बाजार के गठन पर त या

करना आसान है ले कन बाजार के झान को सही ढं ग से पहचानना आसान नह है। आपको कम से कम दो महीने तक सतक रहना चा हए जब तक क आप एक

अ ायी मंद के बाजार के बारे म सु न त न हो जाएं। जब तक आपका दमाग बाजार के उतार चढ़ाव के झान से बंधा रहेगा तब तक आप बाजार के झान के

कारण पूरे साल खोते रहगे। नतीजतन आप हारगे और अंत म नुक सान उठाएंगे।

. . वृ के व जाने क अनुम त नह है
कई बार ऐसा होता है क आप अपनी पेशकश को बेचने का नणय ले लेते ह य क बाजार के लए आपका पूवानुमान नराशाजनक होता
है ले कन आपका पूवानुमान गलत सा बत होता है और आपको नुक सान उठाना पड़ता है।
कु छ लोग चावल बेचने के इरादे से इसे बेचना शु कर दे ते ह जब क मत ऊपर क ओर बढ़ रही होती है ले कन यह ब त गलत है। आपको ड के खलाफ नह

जाना चा हए। यही बात तब भी लागू होती है जब आप खरीदते ह। जब आपको पता चले क आपका बाजार पूवानुमान गलत था तो बाजार से अपना हाथ हटा ल और

सतक रह।

. चावल को सम प म दे ख

. . पछतावे के दो कार जब पछतावे


क बात आती है तो इसके दो कार होते ह और आपको उनके बारे म सोचना चा हए। आपको तब पछतावा होता है जब आप
लाभ से चूक जाते ह य क आपने बना कसी कारण के ज दबाजी क जब क आप क मत बढ़ने तक ब त अ धक लाभ के लए पांच
से छह दन तक इंतजार कर सकते थे।
यह एक ऐसा पछतावा है जस पर आप हंस सकते ह और भूल सकते ह। और फर चावल क क मत गरने पर हारने और नुक सान उठाने के
बाद पछतावा होता है जब क आप लाभ कमा सकते थे सफ इस लए य क आप लालची थे और ज दबाजी म थे। यह एक
ऐसा पछतावा है जो आपको कड़ी मेहनत करने के बाद भी थ होने के बाद होता है। आपको इसके बारे म गंभीरता से सोचना होगा।

. . सी लग और बॉटम पर होने वाले मूवमट को समझ जब आप कसी तेज ी वाले


बाजार के बड़े ापक ड के दौरान दखने वाले छोटे छोटे ड के जवाब म खरीदते या बेचते ह तो आप बड़े ड के खलाफ
जाकर बड़ी गलती कर सकते ह। चावल क क मत कृ त के नयम के अनुसार ऊपर या नीचे जाती है और हम इंसान अपने ग णतीय
कौशल से इसका अनुमान नह लगा सकते। सबसे मह वपूण नयम यह है क आपको बॉटम और सी लग के म को समझना होगा और
बस दै नक मू य या के त सचेत रहना होगा।

. . अपनी सोच म बदलाव लाना

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जब बाजार म उतार चढ़ाव क अव ध के बाद क मत र रहती है और बाजार का व प कसी तरह मंद वाला लगता है तो आपके मन म कई वचार आते ह।

आप व भ ोत से कहा नयाँ सुनते ह ले कन आपको बाजार म तेज ी का कोई संके त नह मलता। जब बाजार इस त म होता है तो आप बेचने के लए ललचा

सकते ह यह मानते ए क अगर आप ऐसा नह करते ह तो आपको पछताना पड़ेगा य क बाजार म क मत कोकू तक गरना तय है। ले कन अपना वचार

बदल और बाजार म खरीदारी करने वाल के समूह म शा मल ह य क यह सबसे अ ा उपाय है। हर कोई सोचता है क इस बाजार व प के तहत चावल खरीदना

जो खम भरा है और वे सभी खरीदने के लए ऑडर दे ने से हचकते ह ले कन अगर आप मेरी बात पर व ास करते ह और अपनी सोच पर अड़े रहने के बजाय खरीदने

के लए बाजार म वेश करते ह तो आप न त प से लाभ कमाने का अवसर अपने पास आते दे ख गे। जब आप बाजार म तेज ी के बारे म सु न त होते ह और

खरीदने के लए ललचाते ह तो आपको अपनी सोच बदलनी होगी और चावल बेचना होगा। चावल ापार का यही रह य है। इसे कभी न भूल। जब आपको

लगता है क बाजार म तेज ी है तो सरे लोग भी यही सोचते ह क बाजार म तेज ी है। और मंद के बाजार के साथ भी ऐसा ही है अगर यह आपको मंद वाला

लगता है तो यह सर को भी मंद वाला लगता है

. . मेरी दो सट क राय आपको अपने दो सट के व ेषण के आधार

पर खरीद या ब का नणय नह लेना चा हए।

तीन तरीक को अपना संके तक मानकर अपनी त को वीकार कर और ईमानदारी से के वल एक ही दशा म आगे बढ़।

. . लालच छोड़ द

कु छ लोग बना कसी ठोस त के े डग माकट म वेश करते ह यह मानते ए क क मत या तो ऊपर जाएगी या नीचे जाएगी और फर चावल क चाल से

सफ़ पाँच से छह दन म ही नराश हो जाते ह फर वे बेचने के उ माद म आगे बढ़ते ह और फर दन से भी कम समय म वापस खरीदने के लए बाजार म वेश

करते ह इस दौरान वे नुक सान उठाते ह। ऐसा तब होता है जब आप ज दबाजी करते ह और आपके दमाग म मुनाफ़ा कमाने के वचार भर जाते ह।

लालच छोड़ द और क मत पर नज़र रख। जब क मत ऊपर या नीचे जा रही हो तो अपनी त संभाल ल और तीन तरीक के अनुसार रता के साथ बेचने या

खरीदने के लए बाज़ार म वेश कर।

. . सुसंगत बने रह

भले ही आप मेरे कथन को समझ ल फर भी आप चावल के बाजार को सम प से दे ख ने म वफल हो सकते ह यह इस बात पर नभर करता है क बाजार कै से

बदलता है। कभी कभी आपको यह दे ख ने के लए बाजार का नरी ण करना चा हए क चावल क क मत तीन तरीक के अनुसार बढ़ रही है या घट रही है। हर दन

और हर महीने क मत म होने वाले बदलाव के बारे म सोच। जब क मत थोड़ी भी बदलती है तो आप े डग म वेश करने के लए ललचाते ह और आप

बना के पूरे साल े डग करते रहते ह जब तक क अंततः आपको नुक सान न हो जाए। े ड करने के अ े अवसर साल म दो बार आते ह। तीन तरीक के बारे म सोच

हमेशा क मत के बढ़ने और गरने के बारे म सचेत रह और दो से तीन महीने तक नरी ण कर। खरीदते या बेचते समय आपको लगातार बने रहना होगा। जब आप

न त नह होते ह तो आपको कई महीन तक भी इंतजार करना चा हए और उस समय का इंतजार करना चा हए जसक आपने उ मीद क थी। यह नयम बना ल

क अ व सनीय व ेषण के आधार पर और तीन तरीक के खलाफ े डग बाजार म कभी वेश न कर। इसम कोई संदेह नह है क अगर आप बना सोचे समझे

नणय लेक र े डग म वेश करते ह तो आप हार जाएंगे।

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. . बाजार म रता के दौरान े डग के नयम

जब बाजार मू य र रहता है तो आप सोचगे क आपने ल य ा त कर लया है जब आप यांग मू य के चावल बेचकर कोकू का लाभ कमाते ह और आप

बेचना जारी रखते ह ले कन यह ब त गलत है। य द रता के दौरान उ और न न मशः एक और कोकू है तो आपको एक और कोकू के उ और न न को

तुरंत अनदे ख ा करना होगा। आपको खरीद और ब से ई या नह करनी चा हए।

. . जब े डग म वेश करने का लोभन हो तो दो दन ती ा कर


जब आपक अंतरा मा क आवाज़ आपको बताती है चावल क क मत न त प से बढ़े गी मुझ े इसे आज ही खरीदना चा हए तो दो दन ती ा कर। यह तब भी

वैसा ही है जब यह फु सफु साता है क यह न त प से नीचे जाएगा । यह एक गहरा रह य है। जब क मत अ धकतम सीमा पर प ंच जाती है तो सबसे अ बात

जो आप कर सकते ह वह है बेचने का समय पहचानना। जब क मत अ धकतम सीमा पर प ंच जाती है तो आपके मन म सबसे अ ा वचार बेचने का वचार होता है।

जब यह सबसे नीचे होता है तो खरीदने का वचार सबसे अ ा होता है। आपको यह नह भूलना चा हए।

. . जब म आशावाद होता ँ तो बाक सभी भी आशावाद होते ह जब बाजार म मंद दखती है और आप

बार बार बेचने के लए ललचाते ह तो तीन दन ती ा कर अपना वचार बदल और य द आप खरीदने का नणय लेते ह तो आप न त प से जीतगे। आपको अपना

वचार तब भी बदलने क आव यकता है जब आपको यक न हो क क मत बढ़ने वाली है। चावल के ापार म यह एक गहरा नयम है। इसे न भूल। जब आप आशावाद

होते ह तो बाक सभी आशावाद होते ह जब आप नराशावाद होते ह तो बाक सभी भी नराशावाद होते ह। लोग का दमाग यग और यांग के गहन नयम

को नह समझ सकता है जो चावल क क मत के बढ़ने और गरने को नयं त करता है इसक सीमा तक जाने के बाद नीचे जाना तय है और अपनी सीमा तक

जाने के बाद ऊपर जाना तय है। आपको के वल तीन तरीक पर भरोसा करने क आव यकता है।

. . लाभ कमाने म ज दबाजी न कर

जब आप लाभ कमाने के लए ज दबाजी करते ह तो आपको हर बार ापार करने पर नुक सान होने क अ धक संभावना होती है य क आप दै नक उ और न न के

त अ धक संवेदनशील हो जाते ह और आप हर बार ापार करते ह जब मू य कारवाई कोई प रवतन दखाती है। चावल क नई फसल के मामले म व भ अ

भंडार क मौसम क त और फसल क त के बारे म सोच। खरीदने क योजना बनाते समय अपनी योजना तीन तरीक के आधार पर बनाएं जब क छत और

तल के बारे म सावधान रह और लगातार ग तशील त या कर। यह वसंत और ग मय म उपल चावल क पेशकश पर भी लागू होता है। चूं क शु आत मह वपूण है

इस लए सबसे अ बात यह है क महीन तक चौकस रह जब तक क आप सु न त न ह क आपने तल क पहचान कर ली है। ापार के लए सही समय

आने पर बेचना मह वपूण है। स ांत प म आपको सौदा बंद होने के बाद दन के लए ेक लेना चा हए।

. . अ या बुरी फसल ही आधार है

बाजार मू य म वृ और गरावट का आधार अ और खराब फसल है। सबसे अ बात यह है क यूशू राजधानी ानीय लोग और क क े म फसल क

त और चावल के भंडार क मा ा के बारे म सोचना चा हए। तीन व धयाँ उ और न न को पहचानने क मता से बेहतर नह है और वा त वक तकनीक तीन

तय के समय कु छ होने पर ऊपर क ओर बढ़ने के समय क पहचान करना है। आपको इस पर गंभीरता से वचार करना होगा।

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. या कर और या न कर

. . अ फसल वाले वष म चावल न बेच


म क ंगा क अ फसल वाले साल म चावल न बेच। अ फसल का पूवानुमान मंद के बाजार को ज म दे सकता है। ले कन यह लभ
है क जापान म हर अ भंडार म कसी भी वष एक जैसी अ फसल हो। कु छ अ भंडार म न त प से खराब फसल होगी और
सतंबर और अ टू बर से ओसाका म क मत म वृ होना तय है। और ऐसे लोग भी ह जो स दय म खरीदारी शु कर दे ते ह य क हर कोई
अ फसल क बात कर रहा होता है।

. . खराब फसल वाले वष म चावल न खरीद


म क ंगा क खराब फसल वाले साल म चावल न खरीद। लोग खराब फसल के पूवानुमान के कारण क मत अ धक होने का अनुमान लगाते
ह। सभी ापारी हर जगह यही सोचते ह और हर जगह लोग बेक ार म चावल के ढे र रखते ह। चावल क फसल क त के अनुसार जुलाई
अग त सतंबर और अ टू बर तक बाजार म अ धक खरीद दे ख ी जाएगी। लोग के खरीदने के लए उमड़ने के साथ लोग के चावल के भंडार
के अं तम प रणाम अंततः क मत म कमी के प म दखाई दगे।

. . उ तम सीमा पर न खरीद और यूनतम सीमा पर न बेच


छत पर न खरीद और न ही नीचे पर बेच। बस बाजार के त सजग रह। जब क मत ऊपर या नीचे जा रही हो तो आप कभी भी छत या नीचे
का अनुमान नह लगा सकते और इसके अलावा आप अ सर चार म फं स जाते ह और बना यह सोचे क ऊपर या नीचे क कारवाई
कब समा त होगी या तो बेचने या खरीदने पर जोर दे ते ह जब तक क आप पैसे का नुक सान नह कर दे ते। जब क मत असामा य प से
ऊं ची जा रही हो तो इसके न त प से नीचे जाने क उ मीद कर। जब यह नीचे जाए तो इसके बाद म ऊपर जाने क उ मीद कर इस दौरान
ढ़ संक प के साथ अवसर क ती ा कर और लालची दमाग को छोड़ द।

. . अ फसल वाले वष म खराब फसल खराब फसल वाले वष म अ फसल


अ फसल वाले साल म खराब फसल और खराब फसल वाले साल म अ फसल जैसी चीज होती ह। अगर दो से तीन साल तक
फसल अ रही है और हर े म चावल क पया त आपू त है तो आपको खराब फसल को लेक र ब त च तत होने क ज रत नह
है। अगर चार से पांच साल तक चावल क आपू त कम रही है तो फसल खराब होने पर भी क मत बढ़े गी। अगर लगातार दो से
तीन साल तक फसल अ रही है तो लोग कम आपू त के बारे म कम च तत हो जाते ह और आलसी हो जाते ह। जब ऐसा होता है तो
क मत म बदलाव क संभावना के बारे म सोच।

. . े डग करते समय भावना को छोड़ द आपको कभी


भी गु से म आकर बेचना या खरीदना नह चा हए। ऐसा कभी नह होना चा हए।

. . चावल ापार सै य रणनी त क तरह है


तीन सै य रणनी तयाँ और छह गु त श ाएँ सै य रणनी तय का वेन वेई है । यह आपको अ तरह से तैयार होने का मह व
और मजबूत आधार बनाने के कौशल सखाता है। आपको यह भी सीखना होगा क हर बार मन को हराना और जीतना असंभव है।
चावल का ापार सै य कला क तरह है। आप हज़ार लोग के साथ ापार करते ह

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ले कन आप यह नह कहते क आप कानून बनाते ह और उनका पालन करते ह। तीन सै य रणनी तय और छह गु त श ा म लखे गए लेख क तुलना म
तीन तरीक क ा या अ धक खुली होनी चा हए। य द जुलाई म श ट करने के बाद तीन साल तक ठं ड रहती है तो आप आठ संरचना बा जेन के
बराबर एक गठन पर प ंचते ह। आपको सबक को व मय और स मान क भावना के साथ संज ोना चा हए।

. . जब अ न तता हो तो बांट और बेच जब हर कोई चावल खरीदने

के लए ो सा हत कर रहा हो और क मत बढ़ने लगे तो आप चावल क क मत म वृ कने क संभावना के बारे म सोचे बना बार बार खरीदना शु कर दे ते
ह जब तक क आप इतने ऊं चे मू य पर इतना चावल नह खरीद लेते क आप कोई लाभ नह कमा सकते।

आपको इस तरह क त से बचना होगा। अगर आप ऐसा करना बंद करना चाहते ह तो यांग के बराबर चावल खरीद उसम से यांग के बराबर
बेच और फर बाजार के मंद या तेज ी के संके त पर नज़र रख। चूँ क आपको नह पता क अ धकतम सीमा कहाँ है इस लए बना कोई रजव छोड़े अपने पास
मौजूद सब कु छ बेचना उ चत नह है। जब आप बेचकर मुनाफ़ा कमाते ह तो भी यही बात लागू होती है। आप कभी नह बता सकते क क मत
गरने पर कतनी गरेगी। उसी तरह सोच जैसे क मत बढ़ने पर सोचते ह।

. . मान सकता ही सब कु छ है ठं ड के यारहव


महीने म वायदा कारोबार करते समय आपक मान सकता सबसे मह वपूण होती है।
उदाहरण के लए आपको अपने दमाग म कोकू का मुनाफ़ा कमाने के लए तैयार रहना चा हए जब क आप अपनी व ीय त के आधार पर एक हज़ार
कोकू का मुनाफ़ा कमा सकते ह। आपको कोकू का मुनाफ़ा तब भी लेना चा हए जब आप कोकू का मुनाफ़ा कमा सकते थे। जब तक आपका मन इस
तरह से तय नह हो जाता तब तक आप लालच म रहगे और लापरवाह रहगे चाहे वह छत पर हो या नीचे जब तक क आप इतनी मेहनत करने के बाद भी कोई
मुनाफ़ा कमाने म वफल न हो जाएँ। जो लोग इस रा ते पर चलना चाहते ह उ ह इस तरह क मान सकता रखनी होगी।

. . ापार म ज दबाजी न कर ापार म

ज दबाजी न कर। जब आप अपने गत वचार के आधार पर बेचते या खरीदते ह तो ऐसा इस लए होता है य क आपके पास कोई कौशल
नह है और आपको लगता है क बाजार म कल नह है। आप अपना कदम तभी उठाते ह जब आप कई दन और यहां तक क महीन तक इंतजार करने के बाद
समय के बारे म न त होते ह इस दौरान आप बाजार म उतार चढ़ाव के त सतक रहते ह। आप गल तयां करते ह य क आप सी लग और बॉटम
के बारे म सोचे बना अपना कदम उठाते ह। यह सब इस लए होता है य क आप ापार करने म ज दबाजी करते ह।

. . बाजार मू य के उ और न न पर मूख तापूण बहस चाहे आप कसी के कतने भी करीबी दो त य न ह अपने दो त


को खरीदने और बेचने के बारे म सलाह दे ना अ ा नह है। जब आपका व ेषण गलत नकलता है तो आप एक बड़ा संघष पैदा कर सकते ह। इसके अलावा
बाजार मू य के उ और न न पर बहस करना भी अ ा नह है।

जो लोग इस माग पर चलते ह वे सर पर अपना व ेषण नह थोपते और सर के व ेषण के आधार पर ापार नह करते। अगर भ व यवाणी एक हद
तक भी सही सा बत होती है तो आप अहंक ारी हो जाते ह और अपने व ेषणा मक कौशल का बखान करना चाहते ह। आपको इस रवैये से बचना
होगा। बेशक जब आप सर को अपना तरीका समझाते ह तो आप सर को आप पर यक न दला सकते ह और संभवतः सर को कु छ मुनाफ़ा कमाने म
मदद कर सकते ह शायद दो या तीन कोकू ले कन आप उ ह कभी भी जीतने वाला काड नह दे सकते। इसम शा मल न ह

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जब आप ापार करते ह तो कसी और के वसाय के बारे म बात कर। यूशू म या चल रहा है ओसाका म बाजार क त खराब
फसल और अ फसल और सामा य फसल क त के बारे म समाचार सुनना सबसे आदश है। सर को कभी न बताएं क आपके मन
म या है। यह एक बड़ा रह य है। इसे हमेशा अपने तक ही सी मत रख।

. . पछले साल क पूवधारणा को छोड़ द जन लोग ने पछले साल के अनुभव के आधार


पर बेचकर मुनाफ़ा कमाया था वे जीतने वाले अनुभव से चपके रहते ह और पछले साल क तरह ही बेचना जारी रखते ह। ले कन यह अ ा
नह है और उ चत भी नह है। जब नई फ़सल उपल हो तो पछले साल क अपनी पूवधारणा को छोड़ द और के वल चालू वष क फ़सल
क त आपू त क मा ा और सम वातावरण के बारे म सोच। कसी भी चीज़ से यादा चावल खरीदने का सबसे अ ा समय शरद
ऋतु है। जब आप सु न त नह होते ह क क मत का या करना है तो आपको मौजूदा बाज़ार के गठन के आधार पर नणय लेना होगा।
यह नयम उन लोग पर भी लागू होता है ज ह ने पछले साल क खरीद प त से मुनाफ़ा कमाया था।

. . पूरे वष ापार करने से लाभ कम होता है


य द आप पूरे वष ापार करते ह तो आप जीत क लय से र हो जाते ह।
कभी कभी आपके लए सबसे अ ा यही होता है क आप अपने हाथ को र रख और थोड़ा आराम कर।

. . दै नक बाजार उतार चढ़ाव के आधार पर ापार न कर बाजार मू य के दै नक उतार


चढ़ाव के आधार पर ापार करना उ चत नह है। तीन तरीक के बारे म सोच और बाजार का नरी ण कर क उतार चढ़ाव के दौरान क मत
कतनी ऊपर या नीचे जा रही है और कस ब पर यह कती है जब क उसी समय ानीय अ भंडार क फसल क त और ओसाका
म बाजार के गठन के बारे म सोच और आपको या त रखनी चा हए। उदाहरण के लए जब आप खरीदने के लए कदम उठाते ह तो
आपको एक मजबूत त बनाने के बाद खरीदना चा हए और आपने जो क मत दे ख ी है उसके उतार चढ़ाव को अनदे ख ा करना
चा हए। ले कन स ते दाम पर खरीदने और ऊं चे दाम पर बेचने के बारे म सोचना ब त अ धक काम क मांग करता है और अ ा लाभ नह दे ता
है। जब आपको लगता है क क मत बढ़ रही है तो चावल के बारे म सोच और खरीदने क के वल एक दशा के बारे म सोच। ले कन अगर
आपका अनुमान गलत सा बत होता है तो ज द से बेच द और आराम कर जब क चावल क चाल पर नज़र रख। इस अव ध के दौरान आप
अ य धक बकवाली कर सकते ह य क आपको लगता है क यह मंद का बाजार है। यह ब त बुरा है। भले ही क मत नीचे क ओर बढ़
रही हो ले कन बेचने के बजाय ेक लेना सु न त कर। यही बात उस समय भी लागू होती है जब आप क मत के अ धकतम तर पर प ँचने
के बाद बेचने के बारे म सोचते ह।

. . शु करने से पहले पूंज ी तय कर


ापार म वेश करते समय आपको अपनी पूंज ी के ोत पर नणय लेना चा हए और यह भी क आप ापार के लए कतना उपयोग
करने जा रहे ह। य द आप खरीददारी करने वाले प म ह तो आप थोड़ी सी पूंज ी से शु आत कर सकते ह और चावल को कम मा ा म
खरीद सकते ह और जब आपको लाभ मलना शु हो जाए तो आप अपनी खरीद क मा ा तब तक बढ़ा सकते ह जब तक क आप वह
मा ा नह खरीद लेते जो आपने मूल प से ल त क थी। य द सब कु छ आपके अनुमान के अनुसार होता है तो आपको तब
तक ती ा करनी चा हए जब तक क आप मू य वृ के बारे म सु न त न हो जाएं। य द मू य वृ आपक अपे ा से कह अ धक है तो
आप आसानी से लालची हो सकते ह और कु छ जीत से र हो सकते ह। यह वह समय है जब आप अपनी मता से अ धक खरीदने क
गलती करने क सबसे अ धक संभावना रखते ह। सबसे अ बात यह है क क

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जब आपने अपनी मूल योजना के अनुसार पैसा खच कर दया हो तब भी जब क मत बढ़ती जा रही हो। यही बात तब भी लागू होती है जब आप व े ता ह ।

पूरे साल म े डग के लए दो से तीन बार से यादा समय नह होता। इस चावल को खरीदने के लए आप तब कदम उठाते ह जब क मत म दो से तीन महीने तक बढ़ोतरी और

गरावट होती रहती है ले कन आपको क मत के उतार चढ़ाव से वच लत ए बना अपनी त बनानी होती है। अगर आप न त नह ह तो आपको कई दन या महीन

तक इंतज़ार करना होगा जब तक क आप बाज़ार के गठन के बारे म न त न हो जाएँ और अपना कदम न उठा ल। अगर आप बार बार अपना मन बदलते ह तो आपको कु छ

नह मलता।

. . मनोरंज न के लए े डग शु न कर

कु छ लोग े डग को शगल के तौर पर अपनाते ह जो वाकई अवांछनीय है। अगर आप इस तरह से े डग म फं स जाते ह तो आपक शु आत अ नह है। जब तक आप एक

कु शल ापारी नह ह तब तक इसे रोकना असंभव है। उदाहरण के लए जब आपने सौ यांग के बराबर चावल बेचा है और क मत बढ़ जाती है तो आप फर से खरीद ब

करने लगगे य क आपको पछले े डग म इ तेमाल कए गए यांग का पछतावा होगा। अगर क मत लगातार बढ़ती रहती है तो आपको बेचने क मजबूरी महसूस

होती है। जब आप हर बार क मत बढ़ने पर बेचना जारी रखते ह तो यह एक थकाऊ या बन जाती है और एक बार बेचने के बाद वापस खरीदना आसान नह होता। इस तरह

से आप एक बड़ी वफलता का एहसास कर सकते ह। यह सब तब हो सकता है जब आप बना यादा सोचे समझे सफ़ शगल के तौर पर े डग शु करते ह। भले ही आप

सफ़ सौ यांग के बराबर का े ड कर आप इसे आसानी से नह समझ पाएंगे। आपको फ़सल क त पूंज ी क त और बाज़ार म चावल क क मत म उतार

चढ़ाव के बारे म पया त वचार करने के बाद ही े डग शु करनी चा हए।

. . इन लेख को कभी सर को न दखाएँ

यह लखावट आपको कभी भी कसी को नह दखानी चा हए चाहे वे आपके कतने भी करीबी य न ह । ऐसा इस लए नह है क म अके ला अमीर बना रहना चाहता

ँ। ब क ऐसा इस लए है य क यह लखावट कु छ लोग ारा गलत समझी जा सकती है जो गलती कर सकते ह और इससे भी बदतर यह उ ह नुक सान प ँचा सकता

है और यहाँ तक क हमारे खलाफ़ मनी भी पैदा कर सकता है। सर के लए इसे दे ख ना उ चत नह है और इसी लए इसे गु त रखना चा हए। वशेष प से तीन व धयाँ शायद

ही कभी सखाई जाने वाली तकनीक ह और नया म ब त कम लोग उनके बारे म जानते ह। य द आप इन नयम के आधार पर बेचते और खरीदते ह तो आप मुनाफ़ा कमाएँगे

और भा य बनाएँगे और अंत म नुक सान नह उठाएँगे। आपको इस लखावट का मह व समझना चा हए और इसे सर से गु त रखने म सतक और ढ़ रहना चा हए।

कोलोफोन हो मा ापार के दे वता

होनमा मुने हसा का ज म म जापान के दे वा म आ था जो टोकु गावा बाकु फू के व शोगुन यो समुने के शासनकाल के दौरान आ था। साल क उ म उ ह सकाता के

एक धनी ापारी प रवार होनमा ने गोद ले लया था। उ ह ने ओसाका म डो जमा राइस ए सचज म ई रीय ापार कौशल के साथ एक ब त बड़ी संप अ जत क और होनमा प रवार

को एडो युग के दौरान सबसे अमीर ापारी प रवार बना दया। जापान म उ ह बाजार का दे वता और ापा रय का वग कहा जाता है। उ ह ने कडल टक चाट बनाया जो शेयर बाजार

म एक लोक य नवेश उपकरण है और सकाता के पाँच तरीके तैयार कए।

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