15 परामानसिक अन्तिद्रिय आक्रमण की रोगथाम और उपचार१

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*Psychic Attack*

*Healing & Prevention*


*परामान सक अतीि य आ मण क

रोगथाम और उपचार*

*(काले जाद,ू नकारा मक वचारो / भाववेगो बरु


नजर लगने, टोने – टुटके, ट आ माओ के
भाव को रोकने तथा उनके उपचार क
व धया)*

*(तं – म – काला जाद ू – नजर लगना –


नकारा मक भाववेगो का आ मण)*
*परामान सक या अतीि य वकारो के ोत और प:*

*आकषण और वकषण का स धांत*

आकषण और वकषण का स धांत बताता है क समान गुण म एक दस


ु रे को आक षत करने
क व ृ त होती है , असमा य गुण एक दस
ु रे से दरू हटते है |

*साधारण अतीि य या परामान सक वकार (Ordinary Psychic Attack)*

इस कार का अतीि य मनो वकार साधारण यि तय क ओर से आता है | यह ाय: जान –


बुझकर नह भेजा जाता और वेषपूण नह ं होता| कसी यि त म क ठनाईयोसे भरा दन
बताया है या वह बहुत अ धक मान सक दबाव म रहा है तो उसे अचानक ोध आ सकता है |
यह अतीि य वकार का (Psychic Attack) एक ह का प है |

*नकारा मक योजना (Negative Programme)*

अतीि य वकारो का एक प नकारा मक योजना (Negative Programme) कहा जाता है |


नकारा मक वचार होता है जो यि त म कसी के वारा डाल दया जाता है िजससे उसका
यवहार नकारा मक नमूने (Negative Pattern) का हो जाता है | यह जानबूझकर या अनजाने
म कया जा सकता है | या कभी आपका ऐसे लोगो से सामना हुआ है िजनमे अपने को बड़ा
समझने (Superiority Complex) क मनो ं थ होती है ? ऐसे लोगो का अपने बारे म एक ऊँचा
या बढ़ा हुआ मत होता है | आमतौर पर इन लोगो के यवहार का तर का दस
ु रो को नीची ट
से दे खने क होती है | उनके श द , उनके इशारो और यहाँ तक क आपको दे खने क उनक
नजरो से भी आपके त एक ऐसा भाव छपा होता है क आप अपने को ‘ हन’ समझने लगते
है या आपको ऐसा लगता है क मझ
ु से कोई गलती हो गई है | य द आप चेतन या अवचेतन प
से उनके वारा न मत और भेजे गये नकारा मक वचारो को हण कर लेते है तो आप पर एक
नकारा मक यवहार का नमूना (Pattern) अ धकार कर लेता है | इसके प रणाम व प आप
पूर तरह और भावपूण प से काय नह कर पाते और आपक आं त रक शि तया कट नह
हो पाती और आप मनोवै ा नक कारण से अपनी पूर या आं शक कायकुशलता खो दे ते है |
नकारा मक योजना (Negative Programme) का दस
ू रा उदाहरण कुछ लोगो का जा तवाद या
न लवाद ि टकोण होता है | वे ऐसे तर के से यवहार करते है क आपको यह महसूस होता है
क आप हन ् जाती या न ल के है या आप दस
ु रे दज के नाग रक है | आप इसका कस कार
सामना करे ? अपने बारे म बनाये गये न ल या जा तवाद ि टकोण को अ वीकार कर द िजये|

जब कसी प रवार के वारा कोई नकारा मक योजना अपने ह एक सद य के लये बनाई जाती
है तो वह उस यि त को कुल – कलंक तक बना सकती है | (उदाहरण के लये आपने कुछ
प रवार म दे खा होगा क उसके सभी सद य अपने ह प रवार के कसी एक सद य के बारे म
यह धारणा बना लेते है क वह झूठा और बेईमान है | अपने इस वचारो को वह लोग उस
यि त के सामने और पीछे भी कहते रहते है | कुछ समय म वह यि त वैसा ह बन जाता है
जैसे लोग उसके बारे म कहते है |) इसके लये प रवार के लोग आं शक प से दोषी है यो क
उनके नकारा मक वचारो ने उस यि त क मान सकता म नकारा मकता भर द िजससे वह
उसी तरह का यवहार करने लगा| ऐसे यि त को उस प रवार से अलग रखकर या उसके
नकारा मक वातावरण से अलग रखकर उसमे अ य धक सुधार लाया जा सकता है |

*अ भशाप (Crush)*

अ भशाप जानबूझकर कया गया एक परामान सक आ मण है | यह एक साधारण यि त वारा


(िजसमे शि तशाल वधायक या नकारा मक भाव है ) अथवा श त जादग
ू र वारा कया
जाता है |

*गु डय अथवा च का उपयोग*

ाय: काला जाद ू करने वालो के वारा गु डय अथवा च का उपयोग परामान सक आ मण


करने के लये कया जाता है | अपनी एका ता को केि त करने के लये गु डया का उपयोग
करते हुये काला जाद ू जानने वाले दस
ु रे के वारा पहने जाने वाले कसी कपड़े का उपयोग करते
है | वे ऐसा इस लये करते है यो क यि त के वारा पहने या उपयोग कये जाने वाले व
का संबंध उसके अतीि य या इथ रक शर र से होता है | जो कुछ यि त के अतीि य शर र
(Etheric Body) पर भाव डालता है | वह उसके भौ तक शर र पर भी डालने लगता है | काले
जाद ू का जानकर, यि त वारा उपयोग कये जाने वाले व का इ तेमाल कर उसके भौ तक
शर र पर हा नकारक भाव डालने के यो य होता है | गु डय के कुछ अंगो पर सइ
ु य का भी
उपयोग कया जाता है |

मान सक भु व

दस
ु रे कार का परामान सक आ मण दस
ु रो पर मान सक भु व या अ धकार पाने का होता है |
एक साधारण यि त या काला जादग
ू र जान – बुझकर शि तशाल वचारो क रचना करके दस
ु रे
यि त पर मान सक भु व ा त कर सकता है | वह शायद ऐसा आ थक लाभ पाने या काम
संतुि ट करने के लये करता है |

काले जादग
ू र और ओझाओ वारा परामान सक आ मण

परामान सक आ मण का दस
ू रा ोत काले जादग
ू र या ओझा लोग (झाड़ – फुक करने वाले)
होते है | भारत, फ ल प स, अ का और द णी अमे रका और अ य दे शो म कुछ े ो म काले
जादग
ू र होते है | एक साधारण काला जादग
ू र अपने साथ क गई यादती का बदला लेने के लये
कस आदमी को बीमार कर सकता है या वह कसी को नुकसान पहुचा सकता है | दस
ू र ओर
उ च तर पर श त और वक सत काला जादग
ू र खतरनाक होता है ले कन आपका उससे
कभी सामना होना क ठन है यो क वह साधारण लोगो या मामल
ू वषय से सबंध नह रखता|

* भामंडल को बंद करने क तकनीक*

मानव भामंडल एक मु य कारक है जो येक यि त क ाकृ तक परामान सक आ मर ा


यव था म काय करता है | बहुत कमजोर भामंडल वाला यि त दस
ु रे लोगो वारा बहुत
सरलता से भा वत हो सकता है और कुछ मामलो म नकार मक तथा उजा सोख लेने वाले
त व के वश म हो सकता है |

अपने आपक र ा करने के लये सबसे सरल उपाय अपने भामंडल को घनीभूत (सघन बनाना)
अथवा छोटा करना है | इससे भामंडल को परामान सक प से बेधना अ धक क ठन हो जाता
है | इस व ध को ‘ भामंडल को बंद करना’ कहा जाता है | इसे त काल सखा जा सकता है |
भामंडल को बंद करना परामान सक आ मर ा का एक उपचेतन प है | या आपने दे खा है |
क जब कोई आदमी कसी चीज म व वास नह करना या अ य यि त से भा वत नह होना
चा हता तो वत: अपने हाथो को एक दस
ु रे पर रख लेता है | और जब आदमी बैठा होता है तो
वह खद
ु ह अपने पैरो को भी एक दस
ु रे पर रख लेता है | यह उपचेतन र ती से अपने भामंडल
को बंद करने क ि थ त है | यह तकनीक उस समय के लये अ छ होती है जब कोई आप पर
कुछ खर दने के लये बहुत दबाव डाल रहा हो या जब आप परामान सक प से कसी ऐसे काय
को करने के लये व वश कये जाते है जो आपक इ छा के व ध हो| आप अपने भामंडल
को उस समय बंद करते कर सकते है | जब आप मान सक डालने वाले या परामान सक ट से
गंदे थान पर हो|

जैसा क पहले बताया गया है यह अपने हाथो और पैरो को एक दस


ु रे पर रखकर ( ॉस करके)
कया जाता है | जब आप अपने हाथो क ॉस करते है तो उपर भाग का भामंडल बंद हो
जाता है | जब आप पैर को ॉस करते है तो नचे का भामंडल बंद हो जाता है | इसका यह अथ
होता है क भामंडल कह अ धक सघन और पहले से छोटा हो जाता है | आपको कुछ क पना
करने क आव यकता नह होती| आपको अपनी इ छा शि त नह लगनी पडती| यह ाकृ तक
और वाभा वक प से होता है | आप सोच सकते है क या यह सचमुच म इतना सरल और
सादा है | इसका उ र है “हां”|

अपने भामंडल को पूर तरह से बंद करने के लये आपको केवल अपने हाथो और पैरो को ॉस
करना है | यह तकनीक अपनी र ा ऐसे से समन से करने के लये बहुत उपयोगी है जो उ च
तकनीको वारा आपको भा वत कर ऐसी व तुये खर दने के लए व वश करते है | िजनक
आपको ज रत नह ं होती है | और िजनसे आप पर आ थक बोझ बढ़ता है | अपने भामंडल को
अ धक संघन तथा ठोस बनाने के लये अपने हाथो और पैरो को ॉस कर लेने क या को
“ भामंडल’ बंद कर लेने’ क तकनीक पूण प से बंद ि थ त कहा जाता है |

* भामंडल बंद करने क तकनीक पर योग*


भामंडल पूण प से बंद ि थ त इस योग को करने के लये अपने कसी र तेदार या म
को अपने ‘पा ’ के प म ल िजये|

१. ‘पा ’ से क हये क वो अपने हाथ पैर खोल कर बैठ जाये|


२. पहल ड ी म सीखी गई व ध के अनुसार अपनी हथे लय को सवदनशील बनाइये|
३. अपने पा क ओर दे खये और (अपनी हथे लया एल – डाऊिजंग रॉड से जैसा क आपको
पहल ड ी म सखाया गया है |) उसे दो या तन मटर क दरु से कैन (scan) क रये,
उसके भामंडल के ऊपर , बच के और नचे के भागो को कैन क रए| कैन करते हुए
धीरे – धीरे आगे बढ़ते जाइये|
४. पा से क हये क वह अपने हाथो पैरो को ॉस कर ले|
५. उसके उपर , म य और न न भागो के भामंडल को दोबारा कैन क रये| उसके
भामंडल को अनभ
ु व करने के लये उसके और नजद क जाइये| उसक परू तरह बंद
ि थ तयो के अंतर पर यान द िजए|
६. पा से क हये क वह अपने हाथो पैरो को ॉस कर ले|
७. उसके ऊपर , म य और न न भामंडल को दोबारा कैन क रये| या उसमे कोई अंतर
है ? आप इस योग को कई बार दोहरा सकते है | इस योग म आप यह दे खगे क पा
जब अपने हाथो – पैरो को ॉस कर लेता है | तब ऐसा लगता है क उसक भामंडल
गायब हो गया है ले कन जैसे – जैसे आप उसके नकट पहुचते है आप यह अनुभव करते
है क भामंडल वा तव म गायब नह हुआ है | पहले से संघन और अ धक ठोस बन
गया है | दस
ु रे श द म बा य भामंडल अ धक संघन, शि तशाल और ठोस बन गया है |

त या नह करना (non-reaction) भामंडल को बंद करना ह काफ नह है | जब कसी


यि त को गु सा आता है और आप उस पर त या नह करते तो वह और अ धक
गु सा करने लगता है | ोध क जो उजा आपक और फेक गई थी, आपके वारा त या
नह करने पर वह उ स क ओर झपटती है और वह पहले से अ धक ो धत हो उठता है |
इसे ‘बुमरे ग भाव’ (boomerang effect) कहा जाता है | गम या उ ेजक वाद ववाद के
दौरान यि त को शांत रहना चा हये| इससे आप दस
ु रे यि त वारा उ ेजक कये जाने पर
भी, आप उससे मु त रहते है , आप पर उसका कोई असर नह पड़ता| आप प ट प से
वचार करने के यो य रहते है और सह उ र दे ते है | ले कन िजस ण आप त या
करना शु कर दे ते है , आप नकार मक वचारो के त हणशील बन जाते है जो आपके
अ दर वेश कर सकते है चाहे आप अपने हाथो – पैरो को ॉस कर ले| य या प वे उतनी
आसानी से वेश नह करते िजतना क आपके हाथो – पैरो को खल
ु ा रखने पर करते है |
भामंडल के बंद होने पर भी एक यि त परामान सक प से भा वत हो सकता है यो क
यह स धांत उस समय भी कम करता है क समान गण
ु पर पर आक षत होते है ; अत:
जैसे ह एक आदमी गु सा होता है , वह गु से क उजा को अपनी ओर आक षत करता है
और दस
ु रे यि त क ोध – उजा उसक ओर आने लगती तथा उसे भा वत करने लगती
है |

*आशीवाद*

जब आप कसी को ेम से तथा उसके लये जो सव म है उससे आशीवाद दे ते है , आप


अपनी और नद शत होनेवाले नकारा मक वचारो को दरू फेक दे ते है | यह या ‘ वकषण
(Repulsion)’ के स धांत पर आधा रत है िजसके अनुसार असमान गुण एक दस
ु रे से दरू
जाते है | इसके लये आप मौन रहते हुये मन ह मन ‘शां त’ ‘शाल न’ या ‘आपके साथ शां त
हो’ आ द का जाप कर सकते है | ो धत यि त को आप मान सक प से आशीवाद दे कर
शांत करे |

चँू क आप यह नह ं चाहते क जो यि त आपको ोध क या अ य कार क हा नकारक


उजा भेज रहा है उसका नुकसान हो और आप उसक दशा को यादा नह बगड़ना चाहते तो
आपको या करना चा हये| अपने दय पर यान केि त क िजये और उस यि त को ेम
यु त आशीवाद द िजये| अपने मन म यह कामना क रये क उसक नकार मक उजा शाि त
– ेम और समझदार म पांत रत हो जाएगी| इस व ध से परामान सक प से कया गया
आ मण भाव हन हो जायेगा या यूनतम प म रह जायेगा|

*आशीवाद से आपसी संबधो को सध


ु ारना *

आशीवाद का उपयोग संबधो को सुधारने के लये कया जा सकता है | ऐसे लोगो क सू च


बनाइये िजनके साथ आपके र तो से संब धत गंभीर सम याये है , ऐसे लोग िजनको आप
सता रहे है | या कम से कम ऐसे लोग िजनके साथ आपके कई मह नो या वष से अ छे
संबध नह ं रहे है |

* व ध न न ल खत है :*

१. पूर या के दौरान दय और सह ार च (crown) पर यान केि त करे |


२. अपने दोन हाथो को आशीवाद दे ने क मु ा म ऊपर उठाये| आप िजस यि त को
आशीवाद दे ना चाहते है | उसे यान म अपने सामने दे खे या क पना करे क वह आपके
स मुख है |
३. कोमलता से तन बार उसका नाम ले| उस यि त को अपने सामने दे खने क क पना
करते रहे | दय और सह ार च पर यान करते समय ेम तथा क णा के भाव का
वकास करते जाये| इसके लये धीमे तथा कोमल भाव से “शां त” ”शाल न” या “तम
ु सदा
सुख – शां त से रहो” का जाप करते जाये|
*हाथो को बंद करने के कई तर के होते है (There are several ways of closing the
hands)*

१. अपने हाथो को पीठ पर रखे| बाये हाथ क उं ग लय को अ दर क ओर बंद करे , अंगूठे


को भी अ दर क ओर करे | बायीं मु ठ को दा हने हाथ से पकड़े
२. बाये हाथ को दा हने हाथ के ऊपर रखे| दोन हांथो से एक दस
ु रे को शर र के सामने वाले
भाग पर पकड़कर रखे रहे |

* टल के वारा भामंडल को शि तशाल बनाना (Strengthening Aura by Using


Crystal)*

जब टल शर र पर पहने जाते है तो उनके भाव से शर र के च स य हो जाते है ओर भामंडल


क शि त बढ़ती है | इस लये उनका परामान सक (psychic) आ मर ा के लये उपयोग कया जाता
सकता है | तथा प इनका उपयोग करने से पव
ू उनको साफ करना तथा शि त आवे शत (charge) करना
ज र होता है| टल के अंतगत मू यवान प थर, कम मू य वाले प थर और सभी कार के र न –
पाषाण आ जाते है | टल को अंगठ
ू यो, पे डे ट म जडवा कर पहना जा सकता है | पारदशक म णक
का छ कोणीय या वांटस वाला ( टल) फ टक ऊपर ओर नचे के च ो म संतल
ु न रखता है | यह
भामंडल के ऊपर , म य वाले और नचे वाले भागो को शि तशाल बनता तथा उ ह संतु लत रखता है |
फ टक को पे डे ट के प म गले और दय के म य म पहनना बेहतर होता है |
अ छा हो क इसे दय े के ऊपर ल बी अव ध तक नह पहना जाये यो क भौ तक दय
को हा नकारक प से भा वत कर सकता है |

* भामंडल कवच (Aura Shield)*


भामंडल कवच भ न – भ न कार के होते है| इथ रय भामंडल कवच (Etheric Aura Shield) , सू म
भामंडल कवच (Astral Auric Shield) मान सक भामंडल कवच ओर आ याि मक भामंडल कवच|

इन सभी कवचो का आपको शायद ह कभी उपयोग करना पड़े जब क आप अ धकतम संकट म हो|
नत त के जीवन हे तु इथ रय भामंडल कवच ाय: पया त होती है| य द आप कसी महानगर म रहते
है जहा मान सक तनाव के दबाव का तर बहुत ऊँचा होता है , आप रोज होने वाले और बना इरादे के
कये जाने वाले उन परामान सक आ मण से सरु ा पाने के लये इथ रय भामंडल कवच का उपयोग
कर सकते है | यह स मत मा ा या ड ी तक संपक से होने वाले परामान सक दष
ु ण, शार रक त
और इथ रय त से आपक र ा कर सकता है | अपनी मान सक प टता और आंत रक संतल
ु न को
बनाये रखने के लये भी इसका उपयोग कया जा सकता है |

*इथ रय भामंडल कवच कैसे बनाये*

*How to make the etheric auric shield*

१. अपनी आँखे बंद कर ले| अपने मे दं ड के नचले भाग अथवा मल


ू ाधार च के त जाग क बने|
२. अपनी जीभ को तालू से लगा ले|
३. गहर साँस लेकर ाणायम करे | धीरे – धीरे मन ह मन म सात गनती तक गनते हुये साँस
अ दर खींचे| सात तक गनती गनते हुये साँस बाहर नकाले| एक गनती गनने तक साँस रोके|
इथ रय भामंडल बनाने क अव ध म ाणायम करते रहे|
४. मन के पद पर दे खे या क पना करे क ह के नारं गी काश द प म वेश कर रहे है| क पना
करे क आप काशद प के म य म है |
५. अपने मन म यह दे खे क आप परू तरह (ऊपर, म य, नचे, दाये, बाये, सामने – पीछे ) एक
चमक ले ह के नारं गी पारदश कवच से घरे हुये है | व वासपण
ू अनभ
ु व करे क इथ रय
भामंडल का कवच बहुत शि तशाल और अभेद है |
६. मन म दे खे या क पना करे क आपका इथ रय भामंडल ह क नारं गी रं ग क धातु का है |
७. नौ बार ाणायम जैसी साँसे लेते – नकलते रहे |
८. मन ह मन ढ़ता से कहे “मै हर कार के परामान सक आ मण और सं मण से सरु त हु|”
मै हा न और संकट से सरु त हु| ऐसा ह हो, एवम त!ु यह सरु ा कवच १२ घंटो तक रहे गा|
एवम त!ु यह एक अभे य और न टूटने वाला कवच है| यह कवच अ दर से पारग य ऐसा ह हो,
एवम त!ु
९. आप परम ह परमा मा अपने आ याि मक गु और उ च आ माओ से द य आशीष पाने हे तु
उसका आ हान कर सकते है | मै परम ह परमा मा, अपने आ याि मक गु ओके और सभी
महान आ माओ को सभी कार के परामान सक आ मण , सं मण तथा सम त कार क
हा नय और खतर से सरु त रखने के लये ध यवाद दे ता हु| मै पण
ू व वास स हत ध यवाद
दे ता हु| मै पण
ू व वास स हत ध यवाद दे ता हु| ऐसा ह है, एवम त|ु
*एक नि चत अव ध तक के लये कवच क ो ा मंग करना*

आप िजतनी अव ध के लये कवच को बनाये रखना चाहते है उसको नि चत करे | ऐसा आप य


करते है यो क अगर आप कवच को १२ घंटे तक के लये नह ं बनायगे तो वह बहुत ज द अ य
हो जायेगी| अत: आपको इ छा शि त वारा सरु ा कवच को उस समय तक के लये जब तक क
आप सरु ा चाहते है , न मत करना चा हये| प रि थ त के अनस
ु ार एक काय दवस के लये बारह
घंटे का समय पया त होता है |

*कवच को अ दर से पारग य बनाना:*

जब आप कवच क ो ा मंग (उसमे न हत गण


ु भाव को भरना) करे तो आपको उसे अ दर से
पारग य बनाना होगा| इससे हमारा आशय या अथ या है? इसका अथ है क आप बाहर
परामान सक आ मण , सं मण आ द से सरु त है ले कन आपके अ दर से बाहर आने वाल सार
गंद उजा, नकारा मक भावनाये, नकारा मक वचार, उपयोग क जा चक
ु उजा क गंदगी उस कवच
से बाहर नकल सकती है | इस कार य द आप ो धत होते है, ोध क उजा आपके भामंडल से
नह रहती| इससे कवच सरु त बन जाता है | य द आपका कवच (शी ड) अ दर से पारग य नह ं है
तो आप अपने ह परामान सक वष से त हो जायगे|

आंत रक प से अपारग य पारग य कवच म एक कमी यह रहती है क वह यि त के अपने ह


ोध या संदेह वारा सरलता से न ट हो सकती है | आंत रक प से अपारग य कवच वा तव म
आंत रक प से पारग य कवच से अ धक मजबत
ू होता है | अत: य द आप कसी संकट या खतरे क
प रि थ त का सामना कर रहे है तो आंत रक प से अपारग य कवच बनाना बेहतर रहता है | इस
कार के कवच को कुछ घंटो क अव ध के लये ह बनाना चा हये अ यथा वंय के परामान सक
त व ( ोध, संदेह, नकारा मक भावनाओ) से वषा त ह ने का खतरा रहता है | यह उस यि त के
मनोवै ा नक प से असंतु लत हो जाने के प म कट होगा|

*कवच क शि त को बनाये रखने हेतु कन बातो से बचे?*


अपने कवच क शि त को बनाये रखने के लये आपको दो बातो का अव य यान रखना
चा हये

१. जरा सा भी भय या संदेह नह होना आव यक है | जब आप कवच का नमाण करते है


तब आप म यह ढ़ व वास होना आव यक है क आपके उपर कवच का अ य
आवरण है , वह आपक र ा करता है और उसे भेदा नह जा सकता| िजस ण आपने
भय या संदेह के ल ण कट कये आपका कवच कमजोर पड जायेगा और भेदन यो य
हो जायेगा| अ य शि तयो को दे खने क शि त रखने वाले यि तय वारा जब संदेह
और भय से त लोगो के कवच को दे खा जाता है वह उ ह सकुडा और कापंता हुआ
दखाई पड़ता है |
२. ोध मत करो| आपको अव य ह शांत रहना चा हये| य द आपका कवच आंत रक
पारग य है तो जैसे ह आप ोध करगे वह टूट जायेगा|

यह सब भाव जैसे संदेह, ोध, भय – भामंड लय कवच पर हा नकारक भाव डालते है | वे


उसे कमजोर और न टकर सकते है | आंत रक प से अपारग य कवच, आंत रक पारग य
कवच से अ धक शि तशाल होता है | वह ोध, संदेह और भय आ द से भा वत होकर
कमजोर नह होता| ले कन उसमे परामान सक प से वषा त होने का खतरा रहता है अगर
उसको धारण करने वाला अपने वचारो या भाव पर नयं ण नह रखे| यह कारण है क
आंत रक प से पारग य कवच क सलाह दन त दन के उपयोग के लये द जाती है |

*नकारा मक को थानांत रत करना (Diversionary Technique)*

कसी ल से आने वाले परामान सक आ मण या सं मण को थानांत रत करने क वध


म कसी वा तु का उपयोग कया जाता है | अगर आप पर कोई परामान सक आ मण करता
है तो नकार मक वचारो तथा भावावेगो को हा न र हत प से कसी व तु क ओर
थानांत रत क या जा सकता है ; इस व तु का थानांत रत परामान सक ल क तरह
उपयोग कया जाता है | आप थानांत रत परामान सक ल के प म धुंधला वाटज
टल या लैक टूरलामाईन (Black Tourmaline) उपयोग म ला सकते है |
टल का इ तेमाल करने से पहले उसे साफ कर ले| बहते हुये पाणी से उसे साबुन से धो ल िजये| उसके बाद
बहते हुये पाणी म ह दो से तन मनट तक उं ग लय से रगड़े| या आप एक लटर पाणी बा ट म डाले और उसमे
दो मु ठ नमक मलाये| नमक को पाणी म भल कार घल
ु ने दे और अब उसमे टल डाल दे |

नमक के पाणी से टल को दो मनट तक रगड़े| उसको नदश दे क वह अपनी सार ग द उजा नमक न पाणी
म नकाल दे | टल को सख
ु ा ले|

आप टल को इससे अ धक भी साफ़ कर सकते है| इसके लये परामान सक भाव और ो ाम को हटाने के


लये सह ार च तथा हथेल के च कया जाता है |

१. अपनी िज हा को तालू म लगाये|


२. अपनी हथेल और सह ार च पर यान केि त करे |
३. चमक ल सफेद रोगनी या व युतीय बैगनी रं ग के काश से दस बार टल को झाड़ा (Sweeping) दे |
ऐसा करते हुये यह ढ़ न चय से नदश दे क टल के सारे पूव ो ाम तथा परामान सक भाव दरू
हो रहे है |

* टल को परामान सक आ मण के ल य प म कैसे बदला जाये*

*How to convert a crystal into a Diversionary Psychic Target*

१. टल को साफ करने के बाद ाणायम क व ध से ७ – १ – ७ – १ क तकनीक का उपयोग


करे | आप इसे कस कार करते है | पेट तक सांसे भरे | सात गनती तक साँस भरे , एक गनती
गनते तक साँस रोके, सात गनती (१ से ७) तक साँस नकाले फर एक गनती गनने तक
साँस रोके रहे| इस व ध से पाच च परु े करे |
२. अपने हथेल यो को टल को ओर करे और ाणायम व ध से १२ च तक साँस ले| इसके
साथ ह टल को नदश दे क आप िजस ा णक उजा का नमाण कर रहे है , वह उसे अपने
से सोख ले|
३. टल को अपने दा हने हाथ क हथेल पर रखे|
४. अपने को एका करे और टल को कोमलता पर ढ़ता से नदश दे तम
ु मेर ओर आने वाले
हरे क परामान सक या अतीि य आ मण को चाहे वह जान बझ
ु कर कया जा रहा हो या
अनजाने – अनजाने| तम
ु सभी तरह के संभा वत परामान सक सं मण को मझ
ु तक आने से
पहले अपने म सोख लोगे| ऐसा ह हो| इसे तन बार दोहराइये|
५. तम
ु अपने वारा खोई गई सब नकारा मक उजा को न टकर उसे पाणी और नमक के घोल म
छोड़ दोगे| ऐसा ह हो| इसे तन बार दोहराइये|
६. इस न मत क गई ा णक उजा को थायी बनाये अथवा टल के भामंडल को ह द सफेद
लये नीले रं ग से ‘पे ट’ करे | टल क शि त को सरं त रखने या उजा को रसने से बचाने
के लये उसे थायी बनाना आव यक है
७. टल ो ा मंग के बाद, उसे कसी पा म बनाये गये नमक और पानी के घोल म डाल दे | दो
मु ठ नमक काफ है | पाणी म अ छ या ख़राब सू म उजा को अपने म ज ब करने क मता
होती है|
८. हर दन नमक के पानी को बदल दे और उसक जगह नया पाणी डाले| इ तेमाल कये गये
नमक न पाणी को नानागार म फेका जा सकता है|
९. आप टल को अपने नानागार म रख सकते है |

टल को पन
ु : साफ करना (reprogramming the Crystal) पाणी म गंद उजा को ज ज करने
क मता होती है पर तु यह एक स मत मा ा म होती है | इस लये यह सलाह दे ना उ चत है क
नमक पाणी के घोल को हर दन बदला जाये योक टल पर इसका व छतादायक भाव पड़ता
है |

* टल क र ो मंग (Reprograming the Crystal)*

टल म डाले गये ो ाम क यह व ृ त होती है क वह धीरे – धीरे भाव हन हो सकता है| इस लये


टल म हर सात दन बाद फर से ो ाम डालने क सलाह द जाती है| इसके लये टल क ओर
दे खे| जैसा क पहले नदश दये गये है कोमलता तथा ढ़ता से टल को आदे श दे | इन आदे शो को
तन बार दोहराइये|

* टल नह होने पर या उपयोग करे ?*

य द आपके पास टल नह ं है तो कस चीज का उपयोग करे ? आप एक अंड,े सेब, केला, आलू या


कसी जै वक व तु का उपयोग कर सकते है | ये सभी आप पर कये गये परामान सक आ मण को हण
करने का काय कर सकते है | इ ह भी आप अपनी ओर कये गये परामान सक आ मण या सं मण को
त काल हण करने के नदश दे सकते है | अपने नदश को तन बार दोहराइये| इन व तओ
ु (अंड,े सेब,
केला, आलू आ द को) भू म म दबा दे , जला दे या बाहर फेक दे | इ ह कसी को यहा तक क अपने
पालतू पशओ
ु को भी नह ं खलाये|

*जड़ो क तकनीक (The Rooting Technique)*

यह तकनीक भी परामान सक आ मण का थानांतर कर दे ने क तकनीक है| यह परामान सक आ मण


क उजा को धरती म थानांत रत कर दे ती है| इसक दो व धया है जड़ो क मु य तकनीक (Main
Rooting Technique) और सेकडर टंग तकनीक|

जड़ो क मु य तकनीक मल
ू ाधार च का जड़ के ोत प म उपयोग करते है| वा तव म येक
यि त के मल
ू ाधार च म परामान सक उजा होती है जो प ृ वी से जुडी होती है | जब आप जान –बझ
ु कर
यान वारा इसक रचना करते है तो आप उसे और अ धक मजबत
ू बना दे ते है | आप अपनी उजा
यव था (आपका भामंडल, उजा शर र और उजा मल
ू ) को ऐसा बना सकते है क कैसे भी परामान सक
आ मण , नकार मक वचारो और भाव को जो आपक ओर आ रहे है उ ह आप धरती के अ दर भेज
दे |

*जड़ो क मु य तकनीक को कैसे करे (How do you do the main Rooting System)*

१. अपने मे दं ड के नचले आधार या मल


ू ाधार च पर मन को एका करे |
२. ाणायम क व ध (Praninc Breathing) के अनस
ु ार सांसे ले और नकले| धीमे धीमे साँस लेते
हुये ७ क गनती तक गने| एक गनती गनने तक क अव ध म सांसे धीरे – धीरे बाहर
नकाले| एक गनती गनते तक उसे रोके| ाणायम व ध से कम से कम ९ बार साँस ले और
इस अव ध म जड़ो क रचना करे |
३. अपने मे दं ड के सबसे नचले भाग से नकलती हुई एक जड क क पना करे | इस जड को
काश से न मत दे खे और मन म यह क पना च दे खे क काश क यह जड जमीन म १५
फट या ५ मीटर क गहराई तक चल गई है |
४. मन म यह क पना करे क इस जड म से दस
ू र छोट – छोट अ य जड़े इधर – उधर वक सत
हो रह है|
५. मौन रहते हुए मन म ढ़ नि चत से कहे “मै आ ा दे ता हु क मेर ओर भेजे जाने वाले सभी
परामान सक आ मण और सं मण इस परामान सक जड वारा त काल प ृ वी म चल जाये|
ऐसा ह हो|”

“मेर आनेवाल सभी परामान सक आ मण और सं मण को धरती माता वारा सोख लये जाने के
लये धरती माँ का ध यवाद! ऐसा ह हो! यह आदे श है क परामान सक जड और उससे संब धत
यव था सात दन तक रहेगी| ऐसा ह हो!”

*सेकडर टंग तकनीक (Secondary Rooting Technique)*

इसे सेकडर टंग तकनीक इस लये कहते है यो क पैरो के तलवे मल


ू ाधार च के ह व तार है |
गोपनीय माशल आ क साधना करने वाले भी टंग का अ यास करते है | वे तलवे के च ो का टंग
के ोत के प म उपयोग करते है | वे अपनी शि त यव था को ऐसा ो ाम करते है क उनके
वरो धयो वारा जो वनाशकार शि त उनक ओर भेजी जाती है | वह उनके तलव वारा भू म म चल
जाती है| इससे उनको पहुचने वाल शार रक हा न यन
ू तम हो जाती है |
* व ध (Secondary Rooting Technique)*

१. अपने पैरो के तलव पर यान को एका करे |


२. ाणायम व ध से वास – वास ले| सात गनती तक गने| एक गनती गनने तक साँस रोके|
एक से सात तक गनती गनने तक साँस नकाले| एक गनती तक साँस रोके| जड़ो क रचना
का यान करते समय कम से कम नौ बार ाणायम व ध से साँस लेते रहे |
३. मन के पद पर यह दे खे क आपके हर तलवे से काश क एक जड नकलकर धरती म १५ फट
या ५ मीटर नचे तक जा रह है |
४. मन के पद पर यह दे खे क उस जड म दोन तरफ छोट – छोट जड़े नकल रह है|
५. मौन रहते हुये मन ह मन ढ़ नि चय से कहे “मै आ ा दे ता हु क सभी कार के
परामान सक आ मण और सं मण जो मेर ओर आये वे त काल तलव के मा यम से धरती के
अ दर भेज दया जाये| ऐसा ह हो|”

“माँ धरती मेरा ध यवाद क तन


ू े मेर ओर आने वाले सभी परामान सक आ मण और सं मण को
अपने म सोख लया| ऐसा ह हो| मै आदे श दे ता हु क यह परामान सक जड़ और इससे संब धत
यव था सात दन तक सात दन तक भावी रहे| ऐसा ह हो|”
*भवर क तकनीक (Whirling Technique)*

इसक दो व धया है

१. भामंडल को भवर क तरह घुमाना


२. शर र को भवर क तरह घुमाना

*१. भामंडल को भवर क तरह घम


ु ाना* :- थम व ध म अपनी इ छा शि त का उपयोग क रये और
यह क पना क रये क आपका भामंडल घड़ी क सइ
ु य क तरह १२ बार घम
ू रहा है | जब आप भंवर
तकनीक का उपयोग करे तो अपनी जीभ को तालू म अव य लगाए रखे|

,मौन रहते हुए ढ़ता पव


ू क और व वास से कहे “मै आदे श दे ता हु क सभी परामान सक आ मण और
सं मण धरती के नचे चला जाये| ऐसा ह हो|” भामंडल को भंवर क तरह घम
ु ाने क तकनीक के
फल व प परामान सक आ मण अथवा वनाशकार परामान सक उजा तथा सं मण बाहर छटक कर
धरती म समा जाती है | भंवर तकनीक और क पना शि त के उपयोग का भाव साधक क कुशलता के
अनु प ४ से ६ घंटे तक या अ धक समय के लये रहता है | यह तकनीक उस समय बहुत भावशाल
स ध होती है | जब कसी को शाि दक गाल द जाये अथवा उस पर मं स ल आ मण कया जाये|
यह व ध आं शक प से टंग तकनीक क तरह है िजसमे धरती का उपयोग हा नकारक परामान सक
उजा को सोख लेने वाल व तु क तरह कया जाता है |

*२. शर र को भवर क तरह घम


ु ाना*

इस दस
ू र तकनीक म अपने शर र को घड़ी क सइ
ु य के चलने क दशा म (दा हने से बायीं ओर), उसी
भां त घम
ु ाया या च कर लगाये जाते है | इसम भी च कर लगते समय जीभ तालू से ज र लगाये रहे|
पहल व ध म िजस ढ़ न चय और आदे श को दोहराया जाता है | उसे ह इस व ध म भी दोह रये|
शर र को भंवर क तरह घम
ु ाने क व ध का दन म एक से दो बार तक उपयोग कया जा सकता है|
यह पहल व ध जैसी शि तशाल नह है और उतने ह समय तक भावी रहती है िजतनी इ छा शि त
और क पना शि त साधक वारा उपयोग म लायी जाती है | तथा प यह बहुत यावहा रक है| और इसे
परामान सक आ मर ा के साधन प म त काल उपयोग म लाया जा सकता है | अत: इसक सरलता के
मह व को कम नह समझे| यह व ध अपना भाव दखाती और काम करती है |

जो लोग तनावो के कारण मान सक दबाव भरे वातावरण म काय कर रहे है , वे भंवर तकनीक को
परामान सक सरु ा के लए दन म दो – तन बार उपयोग म ला सकते है | आप इसका उपयोग
आ मण या ख़राब अफसर या मा लक से मलने जाने से पहले, कसी तनाव – दबाव वाल (मी टंग)
बैठक म जाने से पहले अथवा अपने उस जीवन साथी / म आ द से मलने के पव
ू कर सकते है जो
आपक ओर से उदासीन हो चूका है | उन ब चो को अपनी परामान सक र ा करने के लए यह व ध
सखाई जानी चा हये िजनके माता – पता म झगडा रहने के कारण वनाशकार उजा का वक रण होने
लगता है |

यह बहुत अ धक सरल पर तु परामान सक आ म र ा म भावपण


ू तकनीक यग
ु से छपी हुयी थी| इसे
अभी हाल म लेखक नए जनता के सामने उ घा टत कया है| भंवर क तरह च कर लाने क तकनीक
और टंग तकनीक को जब मलकर उपयोग कया जाता है तो यह बहुत भावशाल बन जाती है और
साधक को परामान सक पम अजय बना दे ती है |

यान (meditation) जब आप यान करते है आपक उजा और पंदन क ग त अ धक उ अव था म


होती है | अत: जब कोई यि त आपके ऊपर नकार मक उजा को फेकता है या आपक ओर भेजता है तो
वह आपको परामान सक प से भेद नह सकता यो क उस समय आप कसी भी कार क नकारा मक
उजा का उ र नह दे ते|

*जवाब दे ना ज र नह ं (Retaliation is not necessary)*

या जवाब दे ना या त या करना ज र है? जवाब नह दे ने और त या नह ं करने के दो कारण


है :

१. *अपने वारा छोड़ गये वचार / उजा का खाल वा पस आने का भाव (The Boomerang
Effect)*
जब एक वचार यि त वारा कसी क रचना क जाती है, उसमे और वचार म एक ई वर य
कड़ी बन जाती है| यह कारण है क जब आप अपनी तरफ भेजे जाने वाले कसी नकारा मक
वचार क इकाई अथवा त व को वीकार नह ं करते यह भेजे जाने वाले क ओर ह लौट जाता
है अथवा बम
ु रग हो जाता है |
२. *समान गण
ु एक दस
ु रे क ओर आक षत होते है*
आंत रक जगत म अनेक अ छे – बरु े िजव होते है | जब वनाशकार उजा अपने ल त यि त
क ओर से भेजे जाने वाले यि त क ओर वापस लौटती है , वह उसी कार क उजा को
आक षत करती है | िजस समय यह नकारा मक उजा वापस लौटती है वह कई गन
ु ा अ धक बड़ी
हो जाती है | यह इस कार, है जैसे आप कसी क ओर दांत कुरे द न भजे और वह बरछे क
तरह बड़ी होकर वापस लौटे अथवा आप कसी क ओर एक कंकड़ फेके ओर जब लौटे तो एक
बड़ी च टान का प हण सहनकर ले| अत जब भी कोई यि त आप पर ो धत हो, गाल दे
या अपमान करे , भयभीत करे तो आप उपयु त व धय म से कसी एक को अपनाये| अपना
बरु ा चाहने वाले के लये परमा मा से ाथना करे क वह उसे स बु ध और ेम दे | आप जैसे ह
अपने वरोधी को स चे दय से मा कर परामान सक उजा का सरु ा कवच धारण कर लेते है ,
आपक वजय नि चत हो जाती है |

*काले जादग
ू र का सामना कैसे करे |*

*उजा क गांठ को काटना*

*(How to Deal with Black Magicians cutting the energy cord or Psychic Link )*

कभी – कभी काले जादग


ू र कसी गु डया – गु डे या त वीर अथवा फोटो का उपयोग करते है| ऐसी
ि थ त म शकार हुये यि त के इथ रय शर र और भौ तक शर र के बंधन को परामान सक तर पर
काटना क ठन हो जाता है | तो आप इस परामान सक गांठ को कस कार काटे | शकार हुये यि त और
उस व तु के म य एक बंधन क क पना क रये| मन के पद पर दे खये क आपने एक चाकू या कैची से
उस परामान सक बंधन क गांठ को काट दया है |

*सफाई करने या गंदगी को नकलने क तकनीक*

नकारा मक परामनोवै ा नक उजा पी गंदगी को साफ करने या नकालने के लये टल अंडे अथवा
फल का उपयोग कया जाता है | इसम से कोई एक व तु ले और उसे आदे श दे क वह सभी कार क
वनाशकार परामनोवै ा नक उजा, नकारा मक वचारो, भाव और त व को रोगी यि त से बाहर खंच
ले| िजन थान पर उजा का जमाव हो जाता है वे ह ाय: वे थान होते है जहा परामान सक वकार
के होते है| कुछ अंग या अंगो पर भाव पड़ सकता है और कुछ च (च ो) पर भी ाय: असर पड़ता
है जैसे क सामने या पीछे के आ ा च , म णपरु च (solar plexes), ीवा च , मल
ू ाधर च , ना भ
च और कभी-कभी सह ार च ( ाउन च )| इस व ध को करने के लए उस टल या फल को
भा वत भाग, अंग या च के नकट रखे तथा घड़ी क सइ
ु य के उ ट दशा (Counter Clockwise)
क ओर घम
ु ाये| अपनी इ छा शि त लगाकर कामना करे क वह फल या टल वनाशकार
परामान सक उजा, नकारा मक वचार, और नकारा मक त व को अपने म खंच ले| ऐसा सभी भा वत
अंगो और च पर करे | आपक अनेक फल या टल इ तेमाल करने पड़ सकते है |

इस म उपयोग कये जाने वाले फल को जला दे ना या जमीन म गाढ़ दे ना पड़ता है| टल को


नमक न पानी म कई घंटो तक पड़े रहने दे | टल को आदे श दे क वह सार ग द और वनाशकार
उजा को नमक न पानी म नकाल दे | पानी म गंद और वनाशकार उजा को अपने म सोख लेने क
शि त होती है जब क नमक ऐसी उजा को तोड़कर बखरा दे ता है | उपयोग म लाये गये पानी और नमक
के घोल को नानाघर क नाल से बहा दे |

* व यत
ु ीय बैगनी काश (Electric Violet Light)*

रे क च क सक व यत
ु ीय बैगनी काश का उपयोग परामान सक वनाशकार उजा, उजा गांठ या बंधन,
नकारा मक वचारो क इकाईय , तथा त व को शर र के अंगो या च ो से बाहर नकलने के लये कर
सकते है | इसे भल कार परू तरह करना आव यक होता है|

*पानी, नमक और कॉफ़ से नान*

परामान सक आ मण का उपचार करने के लये एक वशेष कार के नान का उपयोग कया जा सकता
है | नान के लये गरम पानी तैयार करे | उसमे २ से ३ कलो तक नमक डाल| इसके बाद २५० से ५००
ाम तक इं टट कॉफ़ का शु ध पावडर मला दे | बाथ टब म पं ह बीस म नट तक इस पानी म बैठे
रह कर नान करे और द य सरु ा तथा सहायता का आ हान करे | इसके बाद शु ध जल से नान कर
ले|

जल, नमक और कॉफ़ का नान करने से पण


ू व छता का अनभ
ु व होता है| लोग ाय: इस नान के
बाद अ धक ह का अनभ
ु व करते है | इसे अपने उपचार के लये भी अपनाया जा सकता है | नमक गंद ,
बीमार और वनाशकार उजाओ को तोड़ दे ता है और कॉफ़ म उसे बाहर नकालने क मता होती है |
दभ
ु ा यवश बहुत ह क मा म इससे शर र क व थ ाण उजा भी बाहर नकल जाती है | इसके कारण
कुछ लोग इस नान को करने के बाद थोड़ी दे र के लये थका हुआ अनभ
ु व कर सकते है | इस संभा वत
भाव को दरू करने के लये यह आव यक है क ऐसा सहायक भोजन कया जाय िजसमे उ च ाण
उजा हो जैसे फलो के रस, फल, हर सि जया, गहू घास आ द| नान से पहले शहद ले| एक बार नान
करने के बाद यह आव यक है क कई दन और स ताहो तक दन म एक या दो बार यह नान कया
जाय जब तक क सामा य दशा म नह आ जाये|

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