सन्धितालिका

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स करणम्

लघु कौमुदी

सङ्कलनक - आचा अ ण कुमार पा य


सि
न्धि
द्धा
र्ता
न्त
प्र
र्य
रु
ण्डे
मः सू म् िवधानम् उदाहरणािन
1 इको यणिच इक् के न पर यण् सु पा । म ।धा शः। लाकृितः।
स मी िन श के रा िकया जाने वाला का अ विहत पू
2 त ित िन पू प भाषा सू
व के न पर हो ।
3 नेऽ रतमः प भाषा सू नी के न पर स शतम आदेश होता है । सधु ् य् उपा
4 अनिच च अच+् यर+् अनच(् हल)् = यर ् का । सु ध् ध् य् उपा
5 झलां जश् झिश झल् के न पर जश् झल+् झश् = झल् के न पर जश् । सु द् ध् य् उपा
6 सयं ोगा लोपः संयोगा लोप संयोगा पद के अ म व का लोप होता है ।
ष िवभ के रा िकया जाने वाला का अ म व के
7 अलोऽ अ आदेश
न पर होता है ।
7 यणः ितषेधो वा (वा.) लोप िनषेध संयोगा यण् का लोप न होता ।
क्र
स्था
स्था
द्वि
स्था
रि
रि
ष्ठी
स्मि
र्ण
प्त
त्र
त्व
न्त्य
ध्यु
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न्त
न्त
न्त
न्त्य
स्यः
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च्यः
न्ति
स्था
दृ
र्व
स्य
हीं
र्ण
त्रं
द्वि
त्व
र्य
र्य
न्ति
व्य
स्यः
एच् के न पर मशः अय् अव् आय् आव् होता है ।हरे +ए=हरये
8 एचोऽयवायावः अयािद स
। िव +ए=िव वे ।नै+अकः=नायकः । पौ+अकः= पावकः ।
9 यथासं मनुदेशः समानाम् प भाषा सू नी और आदेश समान तो आदेश मानसु ार होता है ।
अव् एवं आव् यकारािद य से पू आने वाले ओ/औ के न पर मशः
10 वा िय ये
आदेश अव/् आव् होता है । गो+यम् = ग म् । नौ+यम+् ना म्
10 अ प माणे च अव् आदेश मा के प माण अ भी ओ के न पर अव् होता है । ग ितः
11 अदेङ् गुणः गणु सं अ, ए, ओ गणु सं होती है ।
12 तपर ल प भाषा सू तपर व अपने समकालीन का ही हक होता है ।
अव के बाद इक् हो तो पू पर दो के न पर गणु होता है ।
13 आ णः गणु स
उपे । गङ्गोदकम् । कृ । तव रः ।
14 उपदेशेऽजनुनािसक इत् इ उपदेश त अननु ािसक अच् इ होती है ।
ऋ/लृ के न पर होने वाला अण् रपर होकर ही आता है ।
15 उरण् रपरः रपर
कृ । तव रः ।
स्था
रि
रि
ष्ण
ध्व
र्ग
न्तो
न्द्रः
त्व
ष्णो
र्ण
त्संज्ञा
स्त
द्गु
र्द्धिः
ज्ञा
न्धि
र्ण
ख्य
रि
स्था
में
त्का
स्था
रि
प्र
न्धि
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प्र
की
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त्र
त्य
त्य
स्य
ल्का
ष्ण
क्र
र्थ
र्व
ज्ञा
में
ष्ण
हों
र्व
र्द्धिः
व्य
की
ग्रा
स्था
नों
ल्का
क्र
स्था
त्संज्ञा
स्था
व्य
16 लोपः शाक यकार वकार अव पू क अश् परक यकार वकार का लोप होता है ।
लोप हर इह, हरियह। िव इह, िव िवह॥
17 पू िस म् अिधकार सू सपाद स यी के ित पादी के सू अिस ।
18 वृ रादैच् वृ सं आ, ऐ, औ वृ सं होती है ।
अव के बाद एच् हो तो पू पर दो के न पर वृ
19 वृ रेिच वृ स
होती है ।कृ क म।् गङ्गौघः। देवै म।् कृ म॥्
20 ए ध ठ्सु वृ स अव के बाद एित/एधते/ऊठ् हो तो पू एवं पर के न पर
वृ होती है । उपैित। उपैधते। हः
20 अ दूिह मुपसं नम् (वा.) वृ स अ िहणी सेना ।
20 दूहोढोढ्येषै षु (वा.) वृ स हः। ढः। िढः। षः। ।
20 ऋते च तृतीयासमासे (वा.) वृ स सख
ु ने ऋतः सख
ु ा ।
व तरक लवसना दशानामृणे म,् व तरा म,् क ला म,् वसना म,् ऋणा म,्
20 वृ स
(वा.) दशा म्
प्रा
प्रौ
प्र
प्रा
त्ये
द्धि
द्धि
द्धि
द्धि
द्धि
द्धि
द्धि
द्धि
र्व
द्धि
द्धि
क्षा
क्षौ
र्ण
त्रा
त्स
र्ण
र्ण
र्ण
र्ण
प्रौ
ज्ञा
न्धि
न्धि
न्धि
न्धि
न्धि
न्धि
र्व
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द्ध
त्यू
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ष्ण
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प्रै
प्र
ज्ञा
म्ब
र्ण
त्रि
प्रै
र्व
ष्यः
र्ण
ष्ण
प्र
ष्ठौ
नों
श्व
र्य
र्व
त्र
र्ण
स्था
ष्णौ
द्ध
त्क
हैं
र्ण
स्था
ण्ठ्य
द्धि
परा अप सम् अनु अव िनस् िनर ् दसु ् दरु ् िव आङ् िन अिध अिप अित
21 उपस यायोगे उपस सं
सु उत् अिभ ित प उप इन २२ उपस सं होती है ।
22 भूवादयो धातवः धातु सं यावाची भू इ िद धातु सं होती है ।
23 उपस ित धातौ वृ स +ऋ ित = ित
24 एिङ पर पम् पर प स +एजते = जते । उप+ओषित= उपोषित ॥
25 अचोऽ िद िट िट सं अ म र व से आर ए समदु ाय िट सं होती है।
शक िदषु पर पं शक+अ =शक । क +अ = क । मनस+् ईषा= मनीषा ।
25 पर प स
वा म् (वा.) मा +अ =मा ।
26 ओमाङो पर प स िशवाय+ओम+् नमः= िशवा नमः। िशव+आङ्+इिह(एिह)= िशवेिह॥
दो व के न पर आ एकादेश पू हो तो अ तरह तथा पर
27 अ िदव अितदेश सू
हो तो आिद तरह होता है । िशव+आङ्+इिह(एिह)= िशवेिह॥
28 अकः सव दी दी स दै । शः। िव दयः। होतकॄ ारः
प्र
क्रि
प्र
प्र
त्या
द्धि
र्घ
न्ति
र्त्त
न्ता
रू
रू
रू
च्य
न्ध्वा
र्णों
ज्ञा
र्ग
रिः
र्गाः
र्गा
च्छ
न्धि
न्त्या
ज्ञा
न्धि
दृ
रू
स्व
न्धुः
ण्डः
न्धि
न्धि
न्धि
ज्ञा
श्री
श्च
क्रि
च्च
र्णे
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स्था
प्रे
प्र
की
र्ण
प्रा
त्या
र्त्त
र्घः
रू
र्च्छ
न्धुः
ण्डः
रि
की
ष्णू
हु
म्भ
र्क
यों
हु
न्धुः
ज्ञा
की
र्व
में
की
र्क
र्ग
न्धुः
ज्ञा
ज्ञा
न्त
29 एङः पदा दित पू प स पदा एङ्+अ= पू प । हरे +अव=हरे ऽव। िव +अव= िव ऽव ।
वैक क
30 स िवभाषा गोः गो+अ म् =गो अ म् । गोऽ म(् एङः पदा दित)
कृितभाव
31 अनेका प भाषा सू अनेक व वाला (अनेकाल)् तथा िशत् आदेश स नी के न पर
होता है ।
32 िङ प भाषा सू िङत् आदेश अनेकाल् हो तो भी अ म व के ही न पर होता है ।
पदा एङ गो के न पर अच् परे रहते िवक से अवङ् आदेश होता
33 अवङ् टायन अवङ् आदेश
है ।गो+अ म=् गवा म,् गोऽ म् (एङः पदा दित)
34 इ च अवङ् आदेश गो+इ > ग् अवङ्(अव)इ = गवे (आद् गणु ः)
35 दूरा ते च त सं आग कृ ३ अ गौ रित
त गृ अिच
36 कृितभाव आग कृ ३ अ गौ रित
िन म्
37 ईदूदे वचनं गृ म् गृ सं हरी एतौ। िव इमौ। गङ्गे अम॥ू
प्र
प्र
प्र
न्द्रे
र्व
रि
रि
र्व
त्य
च्च
प्लु
ह्य
रू
प्लु
न्त
न्त
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द्द्वि
च्छ
च्छ
प्र
न्द्रः
द्धू
ग्र
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ल्शि
ज्ञा
ज्ञा
ह्या
र्णों
न्धि
न्ता
ग्र
न्त
त्र
त्र
ष्ण
ष्ण
त्स
प्र
र्व
ष्णू
स्य
स्य
ग्र
ह्य
र्व
त्र
त्र
स्था
रू
ग्र
श्च
श्च
न्द्रः
ग्र
ग्र
न्ति
न्द्रः
न्ता
र्ण
न्ता
ष्णो
ल्प
स्था
र्ण
म्पू
38 अदसो मात् गृ सं अमी ईशाः। रामकृ वमू आसाते।
39 चादयोऽस िनपात सं अ क च आिद िनपात सं होती है ।
40 दयः िनपात सं अ क आिद २२ िनपात सं होती है ।
इ इ । उ उमेशः। वा रणयोरिङत् । आ एवं नु म से।
41 िनपात एकाजनाङ् गृ सं
आ एवं िकल तत् ।
42 ओत् गृ सं अहो ईशाः । आहो इित । उताहो इित ।
43 स शाक तावना गृ सं िव इित, िव इित, िव िवित॥
44 मय उञो वो वा वैक क िक म,् िकमु उ म्
वादेश
45 इकोऽसव शाक िविधसाम रस ।च अ ,च ।
46 अचो रहा अच+् र/् ह्+यर ् = यर ् का = गौ
47 ऋ कः कृितभाव ऋिषः,
प्र
प्रा
प्र
प्र
प्र
ह्र
ह्र
द्वि
ब्र
प्र
स्व
स्व
ह्म
त्व
त्य
द्र
द्र
ष्णो
ह्य
ह्य
ह्य
ह्य
न्द्रः
ल्पि
व्या
व्या
म्बुद्धौ
क्त
म्वु
र्थ
र्थ
ज्ञा
ज्ञा
ज्ञा
ज्ञा
ज्ञा
ज्ञा
र्णे
त्त्वे
ब्र
प्र
भ्यां
ह्म
ल्य
र्थ्या
द्वे
ष्ण
र्षिः
स्ये
न्न
ष्णा
ल्य
क्त
क्य
स्व
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स्य
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ह्र
ष्ण
त्व
न्धिः
स्व
र्षे
श्च
ज्ञा
क्रि
र्य्यौ
ज्ञा
त्र
क्र्य
त्र
48 ना स राम ते । राम नोित । स त् । शा य॥
49 शात् िनषेध िव । ॥
50 ना स राम । राम कते । पे । त का । च कसे ॥
51 न पदा रनाम् िनषेध षट् स । षट् ते।
अना वितनगरीणा
51 स ष म् । ष वितः। ष ग ॥
िमित वा म् (वा.)
52 तोः िष िनषेध स
53 झलां जशोऽ ज स वागीशः । अज । इ िद
यरोऽनुनािसके ऽनुना वैक क
54 एत रा एतद् मरु ा
िसको वा अननु ािसक स
ये भाषायां
54 अननु ािसक स त म् । िच यम् ॥
िन म् (वा
55 तो परसव स त यः। िव लँि् लखित।
स्तोः
ष्टु
प्र
ष्टु
ष्टु
ष्टु
ष्टु
ण्णा
त्व
त्व
त्व
त्व
न्मा
ल्ल
त्य
न्ष
श्त्व
त्व
त्व
श्चु
श्चु
त्य
श्नः
र्लि
श्शे
ष्ष
ल्पि
ष्ठः
म्न
ष्टुः
त्र
न्तः
न्मु
ष्ठः
र्ण
न्ता
न्धि
न्धि
प्र
न्धि
रिः
श्चु
न्धिः
श्नः
च्य
ट्टो
न्धि
श्चुः
त्व
त्व
ण्ण
द्वा
न्ते
न्म
श्चि
ष्टी
न्तः
न्धि
न्धि
रिः
त्या
ण्ण
ष्टा
च्चि
र्य्यः
ट्टी
र्ङ्गि
क्रि
ञ्ज
ण्ढौ
56 उदः उ नम।् उ नम् ।। पू पू सव स
प मी िन श के रा िकया जाने वाला का
57 त िद र प भाषा सू
अ विहत पर व के न पर हो ।
58 आदेः पर प भाषा सू पर के न पर जो का कहा जाये वह का पर के
आिद व के न पर होता है ।
59 झरो झ सव लोप उ नम।् उ नम् ।।उ नम।् उ नम् ।।
60 ख च च स उ नम।् उ नम् ।।उ नम।् उ नम् ।।
61 झयो होऽ तर म् वैक क पू सव वा , वा
62 श ऽिट वैक क छ झय+् श+् अट् = श् के न पर छ् । त वः,
त वः
झय+् श+् अम् = श् के न पर छ् । त के न ।
62 छ ममीित वा म् (वा.) वैक क छ
त के न॥
63 मोऽनु रः म् के न पर अनु र ह व
64 न पदा झिल म् एवं न् के न पर अनु र यशांिस। आ ते।
र्व
रि
ञ्च
रि
त्था
त्था
त्था
श्चा
च्शि
च्श्लो
स्मा
र्त्व
त्व
श्छो
व्य
ग्घ
रि
रिं
ल्पि
ल्पि
ल्पि
स्था
रिः
स्था
स्वा
न्दे
स्था
र्ण
रि
न्धि
र्ण
न्त
स्त
स्य
न्य
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त्युत्त
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त्र
न्धि
स्य
त्त
त्त
त्त
स्था
ग्ह
म्भोः
र्व
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त्व
म्भ
म्भ
म्भ
स्था
क्रं
र्णे
स्य
रिः
स्य
स्या
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र्ण
र्ण
द्वा
स्वा
र्व
स्य
स्था
स्था
स्था
र्य
त्त्था
त्त्था
स्वा
त्त्त
त्त्त
म्भ
म्भ
च्छि
च्छ्लो
र्य
र्य
65 अनु र यिय परसव परसव शा
66 वा पदा वैक क परसव ङ्करोिष, करोिष
67 मो रािज समः म् के न पर म् स ट्
68 हे मपरे वा म् के न पर वैक क म् िकम् लयित, िकं लयित।
68 यवलपरे यवला वा (वा.) म् के न पर वैक क यँ,् वँ,् िकयँ् , िकं । िकवँ् लयित, िकं
लँ् । लयित। िकलँ् दयित, िकं दयित॥
69 नपरे नः म् के न पर वैक क न् िकन् ते, िकं ते॥
70 आ टिकतौ प भाषासू म् िटत् तथा िकत् आगम मशः आिद और
अ होते ।
71 ङ्णोः कु क् श वैक क कुक् एवं टुक् आगम , ङ् ष । सगु ष , सगु ण् ष ॥
चयो तीयाः श
71 म् के न पर अनु र ङ्ख् ष , सगु ष ॥
पौ रसादे ित वा म् (वा
72 डः िस धुट् वैक क धटु ् आगम ष , षट् स ॥
त्व
ह्व
प्रा
प्रा
रि
ट्त्स
म्रा
न्त
ङ्क्ष
ष्क
न्तः
द्य
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ल्पि
ल्पि
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न्तौ
स्था
स्था
स्था
स्था
स्था
ह्यः
ह्म
द्वि
में
न्तः
र्ण
ष्ठः
ह्नु
न्त
ष्ठः
स्य
स्य
त्र
प्रा
रि
क्टु
हैं
ह्यः
क्वौ
त्वं
ह्ला
ह्नु
न्तः
र्ण
रि
ष्ठः
रि
ल्पि
ल्पि
ल्पि
स्वा
ह्म
ण्ठ्
च्य
ष्ठः
क्र
ह्व
र्णः
ण्ट्
ह्ला
ष्ठः
ष्ठः
73 वैक क धटु ् आगम न स ,स ।
74 वैक क तक ु ् आगम
िश तुक् स ,स ,स ,स ॥
75 म् ङुँट्, णटँु ् एवं नँटु ् आगम
ङमो दिच ङमु ङ्ङा । सगु शः। स तः॥
76 समः सिु ट म् के न पर सँ , सं
के पू र पर
77 अ नुनािसकः पू तु वा सँ , सं
वैक क अननु ािसक
78 अनुनािसकात् परोऽनु रः के पू र पर अनु र सँ , सं
79 खरवसानयो स नीयः के न पर िवस सँ , सं
सँ , सं । पँु िकलः, पंु िकलः॥
79 सपं ुंकानां सो व (वा.) िवस के न पर स्
काँ न,् कां न्
80 पुमः ख रे म् के न पर पँु िकलः, पंु िकलः॥
81 न शान् न् के न पर च य ,च य ।
प्र
रुँ
रुँ
रुँ
स्को
त्य
श्च
श्छ
न्त्सः
ञ्छ
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स्स्क
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ल्पि
ल्पि
र्ग
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स्था
स्था
स्था
स्था
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र्ता
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र्ता
र्ता
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स्व
स्व
स्था
स्व
न्सः
म्प
ञ्च्छ
स्स्क
स्स्क
स्स्क
स्स्क
स्स्क
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रुँ
स्को
रुँ
रुँ
क्त
म्भुः
र्ता
र्ता
र्ता
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र्ता
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र्व
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र्ग
स्त्रा
स्य
ण्नि
स्वा
स्वा
स्को
स्व
त्य
ञ्च्श
न्न
म्भुः
च्यु
स्को
ञ्श
म्भुः
82 िवस नीय सः िवस के न पर स् च य ,च य
83 ननॄ ् पे न् के न पर वैक क नँःॄ पािह, नंःॄ पािह । न ॄ िह॥
84 कु ≍क≍पौ च वैक क िज मल ू एवं उप नीय आदेश नँ ॄ ≍पािह, नं≍ ॄ पािह ।
85 त परमा िडतम् आ िडत सं पर आ िडत सं होती है ।
86 काना िडते न् के न पर काँ न,् कां न॥्
87 छे च तक
ु ् आगम +छ = +तक
ु ् +छ । िशव या॥
88 पदा वैक क तक
ु ् आगम ल या, ल छाया
89 िवस नीय सः िवस के न पर स् िव ता
90 वा श िवस के न पर वैक क िवस ह शेते, ह ते॥
91 ससजुषो पदा स् एवं सजषु ् के ष् के न पर । िशवस् अ =िशव अ ॥
92 अतो रोर ताद ते अ+ +अ= के न पर उ । िशव अ = िशवोऽ ॥
द्वि
ह्र
रिः
स्य
स्व
क्रिँ
क्ष्मी
रु
प्वोः
स्का
म्रे
क्ति
न्त
ल्पि
ल्पि
रुँ
न्ता
र्ग
र्ग
र्ग
रुँ
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र्ज
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स्था
स्था
स्त्रा
ष्णु
रि
म्रे
च्छा
में
द्वा
र्च्यः
रुः
र्च्यः
स्था
स्था
स्था
स्व
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स्य
स्य
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ह्र
ज्ञा
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स्का
स्व
की
ह्वा
श्शे
रुँ
स्था
क्ष्मी
ल्पि
क्रिं
स्त्रा
प्लु
म्रे
रुँ
न्पा
र्च्यः
ल्पि
स्व
र्च्यः
रुँ
ध्मा
स्था
ज्ञा
च्छा
र्ग
रुँ
93 हिश च अ+ +हश=् के न पर उ । िशवो व
94 भोभगोअघोअपू योऽिश के न पर य् देवा इह,देवाियह,भो देवाः।भगो नम ।अघो यािह॥
95 हिल स षाम् यकार का लोप भो देवाः। भगो नम । अघो यािह॥
96 रोऽसिु प अहन् के न् के न पर र ् अहरहः। अह णः॥
97 रो र+् र ् = पू र ् का लोप पनु ा रमते। हरी र । श राजते।
98 लोपे पू दी णः लु र ् से पू अण् को दी पनु ा रमते। हरी र । श राजते।
दो समान बल वाले सू िवरोध हो तो पर सू के
99 िव ितषेधे परं का म् प भाषासू म् रा िन का होता है । पू िस िमित
रोरी िस दु मेव। मनोरथः॥
एत दोः सल
ु ोपोऽको-
100 सु य का लोप एष िव । स श ।
रन मासे हिल
101 सोऽिच लोपे चेत् पादपूरणम् सु य का लोप सेमामिवड्िढ भिृ तम् । सैष दाशरथी रामः ॥
रुँ
ढ्र
द्वा
रि
प्त
प्र
प्र
ञ्स
रि
प्र
त्त
त्य
रुँ
त्य
त्य
स्था
ष्णुः
स्या
र्दि
र्वे
न्द्यः
र्व
र्व
ष्ट
त्र
र्व
स्य
रुँ
द्ध
र्ग
प्र
स्था
र्य
त्वा
म्यः
म्यः
म्भुः
र्व
र्घोऽ
स्था
र्य
स्ते
स्य
त्व
त्रों
र्घ
में
म्भू
म्भू
र्व
त्रा
स्ते
द्ध
त्र

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