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।। जय हनुमान जी भगवान्।।
।। जय हनुमान जी भगवान्।।
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।। जय हनम
ु ान जी भगवान ्।।
।। दोहा।।
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।। चौपाई।।
जय हनमु त
ं संत हितकारी,
सन
ु लीज्यो प्रभु विनय हमारी ।
जन के काज विलंब न कीजै,
आतरु दौरि महा सख ु दीजै ॥
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अक्षय कुमार मारि संहारा,
लम
ू लपेटि लंक को जारा ।
लाह समान लंक जरि गयी,
जय जय धनिु सरु परु नभ भयि ॥
जय जय जय हनम ु त
ं अगाधा,
दःु ख पावत जन केहि अपराधा ।
पज
ू ा जप तप नेम अचारा,
नहिँ जानत कछु दास तम्
ु हारा ॥
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जनकसत ु ा हरि दास कहावौ,
ताकी सपथ विलंब न लावौ ॥
जै जै जै धनि
ु होत अकासा,
समि
ु रत होय दस ु ह दख
ु नासा ।
चरन पकरि कर जोरि मनावौँ,
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यहि औसर अब केहि गॊहरावौँ ॥
ओं सं सं सहमि पराने खल दल ।
अपने जन को तरु त उबारौ,
समि
ु रत होय आनंद हमारौ ॥
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दोहा
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