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Hindi Stories
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एक दिन उसका मालिक परिवार सहित कहीं बाहर गया हुआ था।
अंजलि घर पर अकेली थी।
पहले उसने रसोई में जाकर रोटी खाई। उसके बाद वह शयनकक्ष
में गई और वहाँ पर लगे नर्म बिस्तर पर आराम करने लगी।
फिर सीढ़ियाँ चढ़कर घर की छत पर पहुँच गई।
कभी नेवला सांप को पटक देता तो कभी सांप नेवले को। साँप
नेवले की लड़ाई भयंकर होती जा रही थी शिकारी इसको रोकना
चाहता था। इसलिए उसने अपनी बंदूक से नि नाना
शा
साधकर नेवले
को मार गिराया।
उसके तुरंत बाद उसका कुत्ता दौड़कर मृत नेवले के पास चला
गया। नेवला मृत होकर जमीन पर चित्त पड़ा हुआ था। कुत्ते ने
नेवले को अपने मुँह में उठा लिया। लेकिन तभी साँप ने उसे
डस लिया। फलस्वरूप कुत्ते की वहीं पर मृत्यु हो गई।
एक भैंस जंगल में चर रही थी। पहले उसने भरपेट घास खाई।
फिर नहर पर जाकर पानी पिया। अब उसे आलस आने लगा। इसलिए
वह एक छायादार पेड़ के नीचे जाकर लेट गई। जल्दी ही उसे
नींद आ गई।
मुझे पूरा विवास सश्वाहै कि भेड़िया भी झूठ बोल रहा है। इसलिए
उसे भी वही सजा मिलेगी, जो लोमड़ी को मिलती है।” इस प्रकार
लोमड़ी एवं भेड़िए दोनों को अपनी कुख्याति के कारण सजा
भुगतनी पड़ी।