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ायालय ीमान् धान ायाधीश प रवार ायालय महोदय, आगरा ।

वाद सं ा /2024

दीपक कुमार पु ० ी राम शरण िनवासी-202/20, हनुमान नगर, बोदला रोड,


शाहगंज, जनपद-आगरा, उ करीब 34 वष, मो0नं 0- 9412589417।

बनाम

ीमती िनिध लिलत पु ी ी िदने श लिलत प ी दीपक कुमार हाल िनवासी बी-54
ि वेणी नगर, गढ़ी भदौ रया, थाना-जगदीशपुरा, िजला-आगरा, उ करीब 34 वष,
मो0नं0- 8869084633 ।

वादप अंतगत धारा-9 िह दू िववाह अिधिनयम 1955 दा


अिधकारों की पुनः थापना हे तु यािचका-

ीमान् जी,
ाथ / प रवादी िन िल खत िनवेदन करता है :-

1. यह िक ाथ /प रवादी का िववाह िवप ी के साथ िदनां क 20.04.2019 को िह दू


रीित- रवाज के अनु सार िबना िकसी दान दहे ज के स आ था। िववाह उपरां त
दोनों के संसग वष 11.09.2020 म एक पु मा र इिवक का ज आ।
2. यह िक ाथ /प रवादी ाथिमक िव ालय जद -II, पासी टोला, पिनयरा, महाराजगंज
म कायरत है तथा ितवादी पढ़ी िलखी परा ातक, बी०टी०सी० पास मिहला है तथा
सहायक अ ापक के पद पर कायरत है ।
3. यह िक िववाह के उपरा ाथ /प रवादी व उसके प रजनों ने ितवादी को े मपू वक
अपने िनवास पर ले कर आये थे ाथ / प रवादी व उसके रजनों का वहार
िवप ी के ित े हपू ण व सोनपूण था और िवप ी को हर सुख सुिवधा ा करायी
थी। प रवार म िवप ी को ब के प म सम अिधकार ा थे और प रवादी
ारा पित के हर दािय का पूणतया पालन िकया था तथा अपने दा कत ों का
पूण प से िनवाह िकया था। ाथ /प रवादी की माँ की मृ ु बीमारी के चलते शादी
से पूव म हो गयी थी तथा शादी के 2 साल उसके िपता जी की भी मृ ु हो गयी थी।
4. यह िक ितवादी िववाह के उपरांत कुछ माह तक ाथ / प रवादी के साथ उसके घर
म शा पूवक रही, िक ु त ात् ितवादी का वहार ाथ / प रवादी व उसके
प रजनों के ित हठी, उपे ापू ण व अपमानजनक हो गया था।
5. यह िक ितवादी िबना िकसी उिचत कारण आये िदन घर म लड़ाई-झगड़ा करने
लगी और कहने लगी िक मुझे तु ारे साथ नहीं रहना है , तु म मे रे साथ मेरे घर
(मायके) म चलकर रहो। प रवादी ारा जब भी यह समझाया जाता िक उस पर
अपने वृ िपता की िज े दारी है , वह उ छोड़कर कहीं अ नहीं रह सकता, तो
ितवादी, प रवादी को गंदी गंदी अशोभनीय गाली दे ते ए दहे ज के झूठे मु कदमे म
फसाकर पूरे प रवार को जेल म सड़ाने की धमकी दे ती और कहती िक यिद तु मने
मेरी बात नहीं मानी तो म आग लगाकर या हाथ काटकर झूठे मुक़दमे म फसाकर
तु े व तु ारे पूरे प रवार को जीवनभर जेल म राढ़ा दू ँ गी। ितवादी न के बराबर
सुसराल म रहती थी और ादातर मायके ही रहा करती थी।
6. ितवादी प रवादी को धमकी दे ती थी िक यिद तुम झूठे मुक़दमे म नही ं फसना चाहते
हो तो म जब- जब म पये की मां ग क तु े मुझे पये दे ने होंगे। प रवादी सीधा
सदा व शा य है इसिलए उसने अपने र े को बचाने के िलए कई बार
पचास हजार पये केस िदए और पां च लाख व दो बार पचास हजार पये अलग
अलग तारीखों पर ितवादी के अकाउं ट म टां सफर िकये।
7. यह िक ितवादी का खराब वहार का कारण कुछ समय बाद ही ात हो
गया था चूंिक ितवादी लड़ाई के हर समय ाथ /प रवादी से कहने लगी िक म तु
पसंद नही ं करती ँ लेिकन जबरद ी मेरे माता-िपता ने तु ारे साथ मेरी शादी कर
दी, इसके बावजू द भी ाथ /प रवादी ने अपने दा कत ों का पालन कर हर
स व समझाने का यास िकया िक अब हमारी शादी हो चु की है पु रानी बात को
भूल जाओ िक ु ितवादी के वहार म कोई प रवतन नहीं आया तथा ितवादी ने
अिड़यल रवैया अपनाये रखा।
8. यह िक ितवादी के माता िपता जो की एक बेरोजगार है , इसिलए यह चाहते है की
उनकी इकलौती पु ी उनके साथ उनके घर म ही रहे व घर का सारा खचा चलाये।
इस उदे से वह अपनी लड़की के कान भरते रहते है की अपने पित को तलाक दे दे
और हमारे साथ रहे ।
9. यह िक प रवादी जब भी अपनी प ी व ब े से िमलने जाता है तो प रवादी के ससुर व
साला उससे गाली गलौज व मारपीट कर उसे घर से भगा दे ते है।
10. यह िक ाथ / प रवादी के सास ससु र ने अब तो अपनी पु वधु से आये िदन लड़ाई
कर अपने पु व पु वधु को घर से िनकल िदया है, िजनका मामला भी परामश क
तक जा चु का है ।
11. यह िक ितवादी के उ खराब वहार की िशकायत ाथ / प रवादी ने ितवादी
के माता-िपता से की िक ु ितवादी के माता-िपता ने ितवादी के गलत वहार म
ितवादी का प िलया तथा ितवादी के प रजन प रवादी / ाथ के प रवार म हर
छोटी-बड़ी बात म दखल लगे तथा ितवादी के मन म जहर घोलते रहे । िजसकी
वजह से ितवादी ाथ /प रवादी व उसके प रजनों का अपमान करती थी और
छोटी-छोटी बातों पर गाली-गलौज, चीख-चीख कर बात करती थी तथा ादातर
मायके रहने चली जाती थी।
12. यह िक प रवादी के सास ससुर व साले ने ितवादी के मा म से तीन चार बार
गंभीर धाराओं के मामले म फ़साने के िलए ाथना िदलवा चुके है ।
13. यह िक प रवादी जब अपनी प ी से िमलने 5 व 6, 2024 जनवरी को उसके ैट
पर गया तो उसके ससु र ने उससे तीन लाख पये िक मां ग की और कहा यिद तूने
पये नहीं िदए तो कल ही तेरे खलाफ झूठा मुकदमा िलखता ँ । प रवादी ने अपने
ससुर से कहा िक म इतने पये नहीं दे सकता ँ ोंिक मेरे ऊपर खरीदी गयी
कार का लोन है िजसके महीने िक िक़ 29920/- पये जाती है ।
14. यह िक प रवादी के सास ससुर व साला पये न िमलने के कारण अब तो यह भी
धमकी दे ने लगे है िक हम तुझे जान से मरवा कर काट के िफकवा दगे िकसी को
पता भी नहीं चले गा और इस तरहे तु ारी सारी संपि ितवादी को िमल जाएगी
िजस पर हमारा क ा होगा।
15. यह िक ितवादी बाद म प रवादी पर दबाब बनाने लगी और कहती िक यिद झूठे
मुकदमो से बचना है तो दस लाख पया दो और आपसी सहमित के आधार पर
तलाक दो और उसमे िलखना होगा िक म ब े से कभी नहीं िमलूँगा और ब ा की
क डी हमेशा के िलए माँ को दी जाये। प रवादी ने हमेशा तलाक के िलए मना
िकया और समझने का यास िकया िक इस से मे रा व मेरे ब े का जीवन बबाद हो
जायेगा मुझे तलाक नहीं ले ना, हम िफर से खुशी खु शी साथ रह सकते है ।
16. यह िक ितवादी अपने ब े को अपने साथ लेकर ल े समय से अपने मायके म ही
रह रही है तथा प रवादी को अपने ब े से नहीं िमलने दे ती है और उसका ान भी
नही ं रखती। प रवादी उ घटना म से व अपने ब े से न िमल पाने के कारण
मानिसक क से गु जर रहा है ।
17. यह िक प रवादी ने शादी के बाद कई बार ितवादी से कहा िक वह अपने आधार
काड पर मेरा नाम व पता दज करा ले पर ु उसने साफ कहा िक मेरी शादी मेरे घर
वालों ने तुमसे जबरद ी करा दी है , मुझे तुम पसं द नहीं थे , इसिलए म तु ारा नाम
व पता अपने आधार पर नहीं दज कराऊंगी और अपने ब े के आधार काड व
उसके सभी द ावे जों पर तु ारा नाम हटवा दू गी।
18. यह िक प रवादी अपनी प ी व ब े से ब त ार करता है इसिलए उसने अपनी
बक पास बुक, अपनी सिवस बुक, 60 लाख के इ ु रस व 1 लाख की अपनी एफ डी
म अपनी प ी को ही जी नॉिमनी बनाया है ।
19. यह िक ितवादी िसत र 2023 को शाम करीब 7 बजे , प रवादी की अनुप िथ
म अपने सुसराल आयी और अलमारी खोलक उसम रखे प रवादी के घर के पु ै नी
सोने चांदी के जे बरात के जे वरात एक सोने के गले का से ट, एक सोने की चेन मय
पडल, 2 सोने अं गूठी, 2 सोने की चु िडया, चां दी की पाजेब करधौनी व अलमारी म
रखी 40000/- पया नगदी अपने साथ ले गयी। प रवादी के घर के अ लोगो को
जब शक आ तो उ ोंने अलमारी दे खी तो पता चला की ितवादी उपरो जेबरात
व 40000/- पये अलमारी म से िनकल के ले गयी है । प रवादी व उसके घरवालों
ने जब कई बार ितवादी व उसके घर वालो से उ जे बरात व 40000/- पया
लौटने को कहा तो उ ोंने दे ने से साफ़ मना कर िदया की हम तु ारे पु ै नी जेबरात
नही ं लौटाएं गे और ग ी ग ी गािलया दी।
20. यह िक ितवादी के िपता नहीं चाहते की प रवादी का का टां सफर आगरा हो सके
िजससे प रवादी के आगरा आने से प रवादी व ितवादी का घर बसने की कोई भी
स ावना बने । ितवादी के िपता को ऐसा लगता है िक अगर उसका टां सफर आगरा
हो गया तो कही इनका राजीनामा होकर दोबारा घर न बस जाये, िजससे िफर उसका
घर खच कौन चलाएगा, इसिलए उ ोंने ितवादी के मा म से प रवादी का टां सफर
कवाने के िलए ाथना प उसके िवभाग म भेजा था।
21. यह िक ितवादी ारा प रवादी के ित लगातार ू रता उ ीड़न एवं दा स ंधों
की थापना का हनन िकया जा रहा है। प रवादी ने आशावादी एवं समझौतावादी
ि कोण अपनाते ए ितवादी को कई बार समझने का यास िकया की वह
प रवादी के साथ आकर रहे व अपने सम वैवािहक दािय ों का पालन करे तािक
प रवादी का प रवार िवघटन व भिव अं धकारमय होने से बच जाये और वैवािहक
जीवन शांितपूवक एवं सु खपूण तीत हो सके पर ु ितवादी नही ं समझी और
लगभग 1 साल से लगातार अपने मायके म रह रही है व अपने वैवािहक दािय ों का
पालन नही ं कर रही है ।
22. यह िक प रवादी एवं उसके प रवारीजन ने ितवादी व उसके प रवारीजनों को
समझने का हर संभव यास िकया िक घर बस जाये और दोनों साथ रहने लगे पर ु
ितवादी ने ितवादी के साथ रहने से साफ इं कार कर िदया।
23. यह िक उपरो वाद का हे तुक िदनां क माच 2023 को ार आ जब ितवादी
िबना बताये अपने मायके चली आयी थी उसके उपरा ाथ / प रवादी ारा कई
बार ितवादी को वािपस ससुराल लाने व दां प कत ों िनवहन करने का यास व
िनवेदन िकया गया और ितवादी वािपस आकर अपने दा स ों पित-प ी के
प म पुनः थापना के िलये तैयार नहीं ई थी।
24. यह िक ितवादी व ाथ / प रवादी के म उपरो वाद को ुत करने के िलये
कोई दु रिभ संिध नहीं है ।
25. यह िक इस कृित का अ कोई वाद भारत े के िकसी भी ायालय म वाद
ल त नही ं है
26. यह िक ाथ / प रवादी व ितवादी दोनों आगरा के मूल िनवासी है, इस कारण
माननीय ायालय को वाद सुनने एवं िनण त करने का पू ण े ािधकार ा है।
27. यह िक वाद का मू ाकन मु0 25000 /- ० िनधा रत कर िनि त ाय शु अदा
िकया गया है ।

ाथना

वादी िन िल खत अनु तोष हे तु याचना करते ह -

अ) यह िक ाथ / प रवादी के प म ितवादी के िव िनदशा क आ पा रत की


जाये िक वह िबना शत वादी के पास आकर रहे और वादी के साथ दा स ं धों की
थापना करे ,

ब) यह िक अ कोई अनु तोष जो ायालय की ि म उिचत हो ाथ / प रवादी को


ितवादी से िदलाया जाये ।

िदनांक - ाथ /प रवादी

स ापन :-

स ािपत िकया जाता है िक वाद प केपैरा सं . 1 लगायत 22 के ले ख मेरे िनजी ान से


तथा ख सं. 22 लगायत 27 िविधक सलाह पर िव ास करते ए सही व स है । इसम
कुछ भी अस नही ं है और न ही कुछ िछपाया गया है । िजसका स ापन आज िदनांक
को दीवानी ायालय, आगरा, पर िकया गया।

िदनांक - ाथ /प रवादी

दीपक कुमार पु ० ी राम शरण


िनवासी-202/20, हनु मान नगर,
बोदला रोड, शाहगंज, जनपद-आगरा,

ारा

अिधव ा
ायालय ीमान् धान ायाधीश प रवार ायालय महोदय, आगरा ।
वाद सं ा /2024

दीपक कुमार पु ० ी राम शरण िनवासी-202/20, हनुमान नगर, बोदला रोड,


शाहगंज, जनपद-आगरा, उ करीब 34 वष, मो0नं 0- 9412589417।

बनाम

ीमती िनिध लिलत पु ी ी िदने श लिलत प ी दीपक कुमार हाल िनवासी बी-54
ि वेणी नगर, गढ़ी भदौ रया, थाना-जगदीशपुरा, िजला-आगरा, उ करीब 34 वष,
मो0नं0- 8869084633 ।

शपथप िमनज़ािमन दीपक कुमार पु ० ी राम शरण िनवासी-202/20,


हनुमान नगर, बोदला रोड, शाहगं ज, जनपद-आगरा, उ करीब 34 वष ।

ीमान जी ,
शपथकता िन कथन करता है –

1. यह िक शपथकता का िववाह िवप ी के साथ िदनांक 20.04.2019 को िह दू रीित-


रवाज के अनुसार िबना िकसी दान दहे ज के स आ था। िववाह उपरां त दोनों के
संसग वष 11.09.2020 म एक पु मा र इिवक का ज आ।
2. यह िक शपथकता ाथिमक िव ालय जद -II, पासी टोला, पिनयरा, महाराजगंज म
कायरत है तथा ितवादी पढ़ी िलखी परा ातक, बी०टी०सी० पास मिहला है तथा
सहायक अ ापक के पद पर कायरत है ।
3. यह िक िववाह के उपरा शपथकता व उसके प रजनों ने ितवादी को े मपू वक
अपने िनवास पर लेकर आये थे शपथकता व उसके रजनों का वहार िवप ी के
ित े हपूण व सोनपू ण था और िवप ी को हर सुख सुिवधा ा करायी थी। प रवार
म िवप ी को ब के प म सम अिधकार ा थे और प रवादी ारा पित के हर
दािय का पू णतया पालन िकया था तथा अपने दा कत ों का पू ण प से
िनवाह िकया था। शपथकता की माँ की मृ ु बीमारी के चलते शादी से पू व म हो गयी
थी तथा शादी के 2 साल उसके िपता जी की भी मृ ु हो गयी थी।
4. यह िक ितवादी िववाह के उपरां त कुछ माह तक शपथकता के साथ उसके घर म
शा पू वक रही, िक ु त ात् ितवादी का वहार शपथकता व उसके प रजनों
के ित हठी, उपे ापूण व अपमानजनक हो गया था।
5. यह िक ितवादी िबना िकसी उिचत कारण आये िदन घर म लड़ाई-झगड़ा करने
लगी और कहने लगी िक मुझे तु ारे साथ नहीं रहना है , तु म मे रे साथ मेरे घर
(मायके) म चलकर रहो। प रवादी ारा जब भी यह समझाया जाता िक उस पर
अपने वृ िपता की िज े दारी है , वह उ छोड़कर कहीं अ नहीं रह सकता, तो
ितवादी, शपथकता को गंदी गंदी अशोभनीय गाली दे ते ए दहे ज के झूठे मुकदमे
म फसाकर पूरे प रवार को जेल म सड़ाने की धमकी दे ती और कहती िक यिद तुमने
मेरी बात नहीं मानी तो म आग लगाकर या हाथ काटकर झूठे मुक़दमे म फसाकर
तु े व तु ारे पूरे प रवार को जीवनभर जेल म राढ़ा दू ँ गी। ितवादी न के बराबर
सुसराल म रहती थी और ादातर मायके ही रहा करती थी।
6. ितवादी शपथकता को धमकी दे ती थी िक यिद तुम झूठे मुक़दमे म नही ं फसना
चाहते हो तो म जब- जब म पये की मां ग क तु े मु झे पये दे ने होंगे।
शपथकता सीधा सदा व शा य है इसिलए उसने अपने र े को बचाने के
िलए कई बार पचास हजार पये केस िदए और पांच लाख व दो बार पचास हजार
पये अलग अलग तारीखों पर ितवादी के अकाउं ट म टां सफर िकये ।
7. यह िक ितवादी का खराब वहार का कारण कुछ समय बाद ही ात हो
गया था चूंिक ितवादी लड़ाई के हर समय ाथ /शपथकता से कहने लगी िक म
तु पसंद नहीं करती ँ लेिकन जबरद ी मेरे माता-िपता ने तु ारे साथ मेरी शादी
कर दी, इसके बावजू द भी ाथ /शपथकता ने अपने दा कत ों का पालन कर
हर स व समझाने का यास िकया िक अब हमारी शादी हो चुकी है पुरानी बात को
भूल जाओ िक ु ितवादी के वहार म कोई प रवतन नहीं आया तथा ितवादी ने
अिड़यल रवैया अपनाये रखा।

8. यह िक ितवादी के माता िपता जो की एक बेरोजगार है , इसिलए यह चाहते है की


उनकी इकलौती पु ी उनके साथ उनके घर म ही रहे व घर का सारा खचा चलाये।
इस उदे से वह अपनी लड़की के कान भरते रहते है की अपने पित को तलाक दे दे
और हमारे साथ रहे ।
9. यह िक प रवादी जब भी अपनी प ी व ब े से िमलने जाता है तो प रवादी के ससुर व
साला उससे गाली गलौज व मारपीट कर उसे घर से भगा दे ते है।
10. यह िक ाथ / शपथकता के सास ससुर ने अब तो अपनी पु वधु से आये िदन
लड़ाई कर अपने पु व पु वधु को घर से िनकल िदया है, िजनका मामला भी
परामश क तक जा चुका है ।
11. यह िक ितवादी के उ खराब वहार की िशकायत शपथकता ने ितवादी के
माता-िपता से की िक ु ितवादी के माता-िपता ने ितवादी के गलत वहार म
ितवादी का प िलया तथा ितवादी के प रजन शपथकता के प रवार म हर छोटी-
बड़ी बात म दखल दे ने लगे तथा ितवादी के मन म जहर घोलते रहे । िजसकी वजह
से ितवादी प रवादी व उसके प रजनों का अपमान करती थी और छोटी-छोटी
बातों पर गाली-गलौज, चीख-चीख कर बात करती थी तथा ादातर मायके रहने
चली जाती थी।
12. यह िक शपथकता के सास ससु र व साले ने ितवादी के मा म से तीन चार बार
गंभीर धाराओं के मामले म फ़साने के िलए ाथना िदलवा चुके है ।
13. यह िक शपथकता जब अपनी प ी से िमलने 5 व 6, 2024 जनवरी को उसके ैट
पर गया तो उसके ससु र ने उससे तीन लाख पये िक मां ग की और कहा यिद तूने
पये नहीं िदए तो कल ही ते रे खलाफ झूठा मुकदमा िलखता ँ । शपथकता ने
अपने ससुर से कहा िक म इतने पये नहीं दे सकता ँ ोंिक मेरे ऊपर खरीदी
गयी कार का लोन है िजसके महीने िक िक़ 29920/- पये जाती है ।
14. यह िक शपथकता के सास ससुर व साला पये न िमलने के कारण अब तो यह भी
धमकी दे ने लगे है िक हम तुझे जान से मरवा कर काट के िफकवा दगे िकसी को
पता भी नहीं चले गा और इस तरहे तु ारी सारी संपि ितवादी को िमल जाएगी
िजस पर हमारा क ा होगा।
15. यह िक ितवादी बाद म शपथकता पर दबाब बनाने लगी और कहती िक यिद झूठे
मुकदमो से बचना है तो दस लाख पया दो और आपसी सहमित के आधार पर
तलाक दो और उसमे िलखना होगा िक म ब े से कभी नहीं िमलूँगा और ब ा की
क डी हमे शा के िलए माँ को दी जाये। शपथकता ने हमेशा तलाक के िलए मना
िकया और समझने का यास िकया िक इस से मे रा व मेरे ब े का जीवन बबाद हो
जायेगा मुझे तलाक नहीं ले ना, हम िफर से खुशी खु शी साथ रह सकते है ।
16. यह िक ितवादी अपने ब े को अपने साथ लेकर ल े समय से अपने मायके म ही
रह रही है तथा शपथकता को अपने ब े से नहीं िमलने दे ती है और उसका ान
भी नहीं रखती। शपथकता उ घटना म से व अपने ब े से न िमल पाने के
कारण मानिसक क से गु जर रहा है ।
17. यह िक शपथकता ने शादी के बाद कई बार ितवादी से कहा िक वह अपने आधार
काड पर मेरा नाम व पता दज करा ले पर ु उसने साफ कहा िक मेरी शादी मेरे घर
वालों ने तुमसे जबरद ी करा दी है , मुझे तुम पसं द नहीं थे , इसिलए म तु ारा नाम
व पता अपने आधार पर नहीं दज कराऊंगी और अपने ब े के आधार काड व
उसके सभी द ावे जों पर तु ारा नाम हटवा दू गी।
18. यह िक शपथकता अपनी प ी व ब े से ब त ार करता है इसिलए उसने अपनी
बक पास बुक, अपनी सिवस बुक, 60 लाख के इ ु रस व 1 लाख की अपनी एफ डी
म अपनी प ी को ही जी नॉिमनी बनाया है ।
19. यह िक ितवादी िसत र 2023 को शाम करीब 7 बजे, शपथकता की अनुप िथ
म अपने सुसराल आयी और अलमारी खोलक उसम रखे शपथकता के घर के
पु ैनी सोने चां दी के जे बरात के जेवरात एक सोने के गले का सेट, एक सोने की चेन
मय पडल, 2 सोने अंगूठी, 2 सोने की चुिडया, चांदी की पाजे ब करधौनी व अलमारी
म रखी 40000/- पया नगदी अपने साथ ले गयी। शपथकता के घर के अ लोगो
को जब शक आ तो उ ोंने अलमारी दे खी तो पता चला की ितवादी उपरो
जे बरात व 40000/- पये अलमारी म से िनकल के ले गयी है । शपथकता व उसके
घरवालों ने जब कई बार ितवादी व उसके घर वालो से उ जे बरात व 40000/-
पया लौटने को कहा तो उ ोंने दे ने से साफ़ मना कर िदया की हम तु ारे पु ै नी
जे बरात नहीं लौटाएं गे और ग ी ग ी गािलया दी।
20. यह िक ितवादी के िपता नहीं चाहते की शपथकता का का टां सफर आगरा हो सके
िजससे शपथकता के आगरा आने से शपथकता व ितवादी का घर बसने की कोई
भी स ावना बने । ितवादी के िपता को ऐसा लगता है िक अगर उसका टां सफर
आगरा हो गया तो कही इनका राजीनामा होकर दोबारा घर न बस जाये, िजससे िफर
उसका घर खच कौन चलाएगा, इसिलए उ ोंने ितवादी के मा म से प रवादी का
टां सफर कवाने के िलए ाथना प उसके िवभाग म भे जा था।
21. यह िक ितवादी ारा शपथकता के ित लगातार ू रता उ ीड़न एवं दा
स ंधों की थापना का हनन िकया जा रहा है । शपथकता ने आशावादी एवं
समझौतावादी ि कोण अपनाते ए ितवादी को कई बार समझने का यास िकया
की वह शपथकता के साथ आकर रहे व अपने सम वैवािहक दािय ों का पालन
करे तािक शपथकता का प रवार िवघटन व भिव अं धकारमय होने से बच जाये
और वैवािहक जीवन शां ितपू वक एवं सुखपूण तीत हो सके पर ु ितवादी नहीं
समझी और लगभग 1 साल से लगातार अपने मायके म रह रही है व अपने वैवािहक
दािय ों का पालन नही ं कर रही है ।
22. यह िक शपथकता एवं उसके प रवारीजन ने ितवादी व उसके प रवारीजनों को
समझने का हर संभव यास िकया िक घर बस जाये और दोनों साथ रहने लगे पर ु
ितवादी ने ितवादी के साथ रहने से साफ इं कार कर िदया।
23. यह िक उपरो वाद का हे तुक िदनां क माच 2023 को ार आ जब ितवादी
िबना बताये अपने मायके चली आयी थी उसके उपरा शपथकता ारा कई बार
ितवादी को वािपस ससु राल लाने व दांप कत ों िनवहन करने का यास व
िनवेदन िकया गया और ितवादी वािपस आकर अपने दा स ों पित-प ी के
प म पुनः थापना के िलये तैयार नहीं ई थी।
24. यह िक ितवादी व शपथकता के म उपरो वाद को ुत करने के िलये कोई
दु रिभ संिध नहीं है ।
25. यह िक इस कृित का अ कोई वाद भारत े के िकसी भी ायालय म वाद
ल त नही ं है
26. यह िक शपथकता व ितवादी दोनों आगरा के मूल िनवासी है, इस कारण माननीय
ायालय को वाद सुनने एवं िनण त करने का पूण े ािधकार ा है।

स ापन

स ािपत िकया जाता है िक शपतप की मद सं० 1 लगायत 26 तक शपथकता

के िनजी ान म स व सही है इसम कुछ भी िछपाया नहीं गया है , िजसका


स ापन आज िदनांक को दीवानी कचहरी आगरा पर िकया गया।

शपथकता

ारा
अिधव ा

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