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NOTES

10th CBSE - A

नेताजी का च मा

) न न ल खत के उ र ल खए ।

हालदार साहब को हर प हव दन क पनी के काम के सल सले म उस क बे से गुजरना पड़ता था। क बा ब त बड़ा नह


था। जसे प का मकान कहा जा सके वैसे कुछ ही मकान और जसे बाज़ार कहा जा सके वैसा एक ही बाज़ार था। क बे म
लड़क का एक कूल, लड़ कय का एक कूल, एक सीमट का छोटा-सा कारखाना, दो ओपन एयर सनेमाघर और एक
नगरपा लका भी थी। नगरपा लका थी तो कुछ-न-कुछ करती भी रहती थी। कभी कोई सड़क प क करवा द , कभी कुछ
पेशाबघर बनवा दए, कभी कबूतर क छतरी बनवा द तो कभी क व स मेलन करवा दया। इसी नगरपा लका के कसी
उ साही बोड या शास नक अ धकारी ने एक बार 'शहर' के मु य बाजार के मु य चौराहे पर नेताजी सुभाषच बोस क एक
संगमरमर क तमा लगवा द ।

1) क बे म शास नक वकास का काय कराने क ज मेदारी कसक थी?

अ) हालदार साहब क आ) नगरपा लका क इ) कंपनी क ई) पानवाले क

2) ओपन एयर सनेमा घर से या आशय है?

अ) क बे का सनेमा घर आ) खुली छत वाला सनेमा घर इ) सनेमा घर का नाम ई) ब त बड़ा सनेमा घर

3) क बे म या नह था?

अ) सनेमा घर आ) लोहे का कारखाना इ) नगरपा लका ई) कूल

4) कसने बाजार के मु य चौराहे पर नेताजी क तमा लगवा द ?

अ) कूल ने आ) कंपनी ने इ) नगरपा लका ने ई) नगरपा लका के एक अ धकारी ने

5) हालदार साहब कतने दन पर उस क बे से गुजरते थे?

अ) बीस दन आ) सात दन इ) पं ह दन ई) दस दन

6) च मेवाले (कै टन) के मन म दे शभ के त कैसी भावना थी?

अ) घमंड क आ) ई या क इ) घृणा क ई) आदर क


7) कै टन च मे वाले को कस बात का ःख होता था?

अ) नेताजी क मू त बना च मे क थी आ) इनम से कोई नह

इ) उसके च म क ब ब त कम होती थी ई) नेताजी क मू त क सफाई नह होती थी

8) हालदार साहब हमेशा चौराहे पर ककर मू त नहारते थे य क-

अ) उनम दे शभ क भावना थी आ) वे एक अ छे मू तकार थे

इ) वे मू त को च मा पहनाते थे ई) वे उस मू त के संर क थे

9) हालदार साहब क बे म य कते थे?

अ) पान खाने के लए आ) कसी से मलने के लए इ) कंपनी के काम के लए ई) आराम करने के लए

10) नेताजी का च मा पाठ के अनुसार लेखक ने मू त- नमाता के यास को सफल और सराहनीय य बताया?

अ) मू त दे खकर नेताजी ारा दए गए नारे ' द ली चलो' आ द याद आने लगते थे

आ) सभी वक प सही है इ) मू त फौजी वद म थी ई) मू त सु दर थी

1) नेताजी क तमा क आँख पर कैसा च मा लगा था? तमा वाले प थर का च मा न लगा होने के संभा वत कारण पर
प ठत पाठ के आधार पर काश डा लए।

उ र :- नेताजी क आँख पर काँच क असली च मा लगा था। तमा पर प थर का च मा न लगा होने के संभा वत कारण
न न ल खत ह गे-

१) नगरपा लका को दे श के कुशल कारीगर क जानकारी का अभाव होना |

२) अ छ मू त क लागतअनुमा नत बजट से यादा होना |

३) शासनाव ध का समा त होना |

४) थानीय कूल मा टर को ही मू त बनाने का काम सौपना और एक महीने म ही मू त बनाने का व ास दलाना |

५) ज दबाज़ी म मा टर ारा च मा न बनाने क भूल करना |

2) सेनानी न होते ए भी च मेवाले को लोग कै टन य कहते थे?

उ र :- च मेवाला एक दे शभ नाग रक था। वह कभी भी सेना म नह रहा फर भी उसके दय म दे श के वीर जवान के त


स मान था। इसी लए नेताजी क मू त पर च मा लगा कर मू तकार क गलती को छपाता है ता क नेताजी के स मान म कोई
कमी न हो, उसक इसी भावना को दे खकर लोग उसे कै टन कहते थे।

3) हालदार साहब के चेहरे पर मुसकान य फैल गई? नेताजी का च मा पाठ के संदभ म उ र द जए।

उ र :-हालदार साहब ने दे खा क चौराहे पर बनी नेताजी क तमा पर च मे क आकृ त नह बनी ई थी। मू त क आँख
पर कसी असली च मे का े म लगा आ था। उसे दे खकर ही कौतुकवश उनके चेहरे पर मुसकान फैल गई।

4) उनक आँख जब मू त क ओर उठ तो वहाँ उ ह या प रवतन नजर आया? उसे दे खकर उ ह ने कैसी त या क?


नेताजी का च मा पाठ के संदभ म उ र द जए।

उ र:-उनक आँख जब मू त क ओर उठ तो उ ह ने दे खा क मू त क आँख बना च मे क नह ह, ब क उन आँख पर


सरकंडे से बना एक छोटा-सा च मा रखा आ है, जैसा ब चे बना लेते ह। उसे दे खकर उ ह ने जीप कवाई और जीप से
कूदकर तेज-कदम से मू त के पास प चं े और ठ क सामने जाकर अटशन म खड़े हो गए। उनक आँख भी भर आ ।

5) वा य पा क कौन-सी वशेषता क ओर संकेत करता है- कै टन बार-बार मू त पर च मा लगा दे ता था।

उ र :- कै टन बार-बार नेताजी क मू त पर च मा लगाने का कारण उसका दे शभ क भावना के होने से है। वह वा तव म


हमारे दे श के वतं ता सेना नय खासकर नेताजी सुभाषचं बोस के त अपने मन म स मान क भावना रखता था। इ ह
भावना के तहत कै टन नेताजी क मू त पर बार-बार च मा लगा दे ता था।

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