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karuna-reiki-symbols हिन्दि
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करुणा
ये की प्रतीक
दीऩ मोय प्रैक्टिस विथ करुणा® ये की
ओभ
जोनय
इच्छा
हाथथ
याभ
ग्नोसा
किमा
बयोसा
शाॊतत
दीऩ मोय प्रैक्टिस विथ करुणा® ये की
हभायी कोशशकाएॊ वऩछरे जीिन से आघात औय ददथ नाक मादें रे जाती हैं , क्जसके कायण हभ
अऩने ितथभान जीिन भें भुद्दों का साभना कयते हैं। ़ ोनाय के साथ साथ ऊसु दयू ी के उऩचाय के
प्रतीक भाननीम शा ़ ो शो नेन को सेरुरय स्तय से सबी ददथ नाक घिनाओॊ को जायी कयने के शरए
उऩमोग ककमा जाता है । ़ ोनाय ब्रहभाॊि को जायी कयने से ऩहरे मादों को सचेत स्तय ऩय राता है
औय दयू स्थ धचककत्सा को बी फढ़ाता है ।
मह प्रतीक फहुत अच्छी तयह से काभ कयता है जफ कोई अऩने वऩछरे जीिन का उऩमोग
कयना चाहता है । जफ ़ ोनाय को सौय प्रेटसस ऩय खीॊचा जाता है , तो मह हभें अऩने वऩछरे जीिन
तक ऩहुॊचने भें भदद कयता है जहाॊ आिश्मक आघात के शरए धचककत्सा होती है । मह एक
आध्माक्त्भक औय बािनात्भक सॊऻाहयण के रूऩ भें काभ कयता है इसशरए बािनात्भक ददथ को कभ
कयता है , हभें व्मसनों से छुिकाया ऩाने भें भदद कयता है , दोहयामा ऩैिनथ को तोड़ता है औय हभाये
जीिन से विषाटत सॊफॊधों को सभाप्त कयता है । जफ तक ककसी के वऩछरे जीिन को दे खने के शरए
उनके ये की गाइड्स को भागथदशथन के शरए फुरामा जा सकता है ।
उऩमट
ुथ त ़ ोनय के अरािा शयीय के ददथ , रयश्ते के भद्द
ु ों औय शभगी के दौये को ठीक कयने के
शरए बी उऩमोग ककमा जाता है ।
इच्छा
आऩ चाहते हैं कक हभाये सबी चिों से क्टरमय ब्रॉकेज, उच्च चेतना के शरए खर
ु ा चैनर
औय हभें मह सभझने भें भदद कयें कक कोई फुया नहीॊ है , मह केिर अच्छे का अबाि है । एटस
कोल्ि फुया नहीॊ है , मह गभी की अनुऩक्स्थतत है , इच्छा हभें एक हीये की तयह चभकती है जफ अॊधेया
होता है मा भैं कह सकता हूॊ कक प्रकाश की अनुऩक्स्थतत है ।
आऩ इतना शक्टतशारी चाहते हैं कक इसका उऩमोग दयू ी हीशरॊग के साथ-साथ हभाये उच्च
खद
ु से जुड़ने के शरए बी ककमा जा सके। मह सफसे अच्छा काभ कयता है जफ इसे गहन गहयी
धचककत्सा के शरए एक विशशष्ि ददशा भें तनदे शशत ककमा जाता है । कुछ ये की प्रणाशरमों भें , हरु का
उऩमोग एक भास्िय प्रतीक के रूऩ भें बी ककमा जाता है ।
हाथथ
भुझे व्मक्टतगत रूऩ से रगता है कक हथथ ऩायॊ ऩरयक बािनात्भक प्रतीक का उन्नत सॊस्कयण
है । िूिे रयश्तों को ठीक कयने भें भदद कयता है औय हभें बफना शतथ प्माय का अनब
ु ि कयाता है । मह
हभें शसखाता है कक कैसे उम्भीदें खश
ु ी को कभ कय सकती हैं औय हभें एक फेहतय इॊसान फनाने के
साथ जीिन के सफक सीखने भें भदद कयती हैं। हयथ इस ग्रह भें प्रत्मेक जीवित प्राणी के शरए िया
हुआ प्माय दे खने भें हभायी भदद कयता है , चाहे िह भनुष्म हो, जानिय मा ऩौधे; हभ अऩने खर
ु े ददर
से ही दमारु कामथ कयते हैं। हयथ का उऩमोग आत्भ-प्रेभ को विकशसत कयने के शरए बी ककमा जा
सकता है औय उन रोगों की भदद कय सकता है जो आत्भघाती प्रिक्ृ त्त से ऩीडड़त हैं। साथ ही हभें
हय तयह के भानशसक हभरों से फचाता है ।
उच्च स्थानों से इच्छाओॊ के शरए अनयु ोध कयने के शरए एक भहान प्रतीक है । ककसी बी
भहादत
ू , आयोही भास्िय, ये की ऩयास्नातक मा दयू स्थ धचककत्सा प्रतीक के साथ भागथदशथन कयें , औय
उन्हें हथथ के साथ धचककत्सा दें । आऩ उनसे कुछ विशेष आशीिाथद के शरए ऩछ
ू सकते हैं। िे तनक्श्चत
रूऩ से हभें अऩने जीिन को प्माय, आनॊद औय कृतऻता के साथ फनाने भें भदद कयें गे।
याभ
याभ प्रतीक, करुणा® ये की के प्रतीकों भें से एक है । इसका अथथ है बगिान मा बगिान याभ।
इस प्रतीक का उऩमोग कयने भें सऺभ होने के शरए, करुणा® ये की को दे खना होगा। इस प्रतीक भें दो
दाईं ओय तॊग औय फाईं ओय दिक है । फीच भें एक सवऩथर है । दो सही दिक ऩुरुष औय भदहरा ऊजाथ
भाने जाते हैं। इन दो दाएॊ दिटस के फीच सवऩथर ऩरु
ु ष औय भदहरा ऊजाथ के फीच सॊफॊध का
प्रतततनधधत्ि कयता है । मह प्रतीक गोल्िन मा ऩऩथर यॊ ग भें सफसे अच्छा है ।
• याभ प्रतीक खश
ु ी औय खश
ु ी का प्रतीक है ।
• मह ऩथ्
ृ िी ऊजाथ का सीधा शरॊक फनाता है इसशरए ग्राउॊ डिॊग भें भदद कयता है । मह सबी
ददशाओॊ भें ग्राउॊ डिॊग भें भदद कयता है ।
• मह सबी छह चिों को साप कयने भें भदद कयता है - ब्रो चि, गरा चि, रृदम
• मह व्मक्टत की ची को ऩन
ु जीवित कयता है औय दृढ़ सॊकल्ऩ ऩैदा कयता है ।
• कुछ धचककत्सकों के अनुसाय, अचथना भाइकर की उऩक्स्थतत याभ के प्रतीक के साथ उऩचाय
कयते सभम भहसूस की गई है , खासकय जफ Good पॉय द हाईएस्ि गि
ु ऑप ऑर ’का आहिान
ककमा जाता है ।
• ऩैयों के चिों को खोरने के शरए ऩैयों के चि ऩय याभ का प्रतीक फनाएॊ। मह अधधक ऊजाथ
राएगा, सीधे ऩथ्
ृ िी ऊजाथ से जड़
ु कय आऩके उऩचाय को फढ़ाएगा।
• किस्िर को साप औय शुद्ध कयने के शरए किस्िर ऩय प्रतीक फनाएॊ।
• क्जम्भेदायी राता है । इस प्रतीक िारे व्मक्टत को चॊगा कयें जो उसे क्जम्भेदाय फनाने के
शरए गैय क्जम्भेदाय है । याभ प्रतीक भें चो कु यी औय SHK दोनों की ऊजाथ है । मह चो कु यी औय सेई
हे की के साथ जोड़ा जा सकता है ताकक उऩचाय के प्रबाि को अनुकूशरत ककमा जा सके।
• घय, कामाथरम, दक
ु ानों मा ककसी बी कामथ / खेरने की जगह से नकायात्भकता को दयू कयने
भें भदद कयता है ।
• दीिायों, चाय कोनों औय केंि भें याभ का प्रतीक फनाएॊ। रगबग 3-5 शभनि के शरए ये की दें ।
मह नकायात्भक ऊजाथओॊ को दयू कये गा। मह प्रतीक नकायात्भकता को दयू कयने भें फहुत प्रबािी है ।
ऊजाथ।
• याभ + शाॊतत + ऻानो का भेर भानशसक िुकड़ा मा असॊतुशरत भन के शरए प्रबािी ऩामा
जाता है ।
• रयश्तों को फेहतय फनाता है - SHK के साथ सॊमुटत होने ऩय कबी बी िूिने िारा फॊधन नहीॊ
फनामा जा सकता है ।
याभ।
• सद
ु यू उऩचाय के शरए, ़ ोनाय मा एचएसजेिएसएन के साथ सॊमोजन कयें ।
ग्नोसा
गनोसा एक सुॊदय प्रतीक है , हाराॊकक ़ ोनाय, हरु मा हथथ के रूऩ भें ग्रैभयस नहीॊ है , रेककन
अऩने आऩ भें मह एक फहुत ही सुॊदय प्रतीक है ।
Gnosa अव्मिस्था से हभाये भन को साप कयने भें हभायी भदद कयता है औय उच्च स्ि के
साथ सॊफॊध फढ़ाता है । मह हभाये चेतन औय उऩ चेतन भन को एक साथ जोड़ता है औय इस प्रकाय
हभाये चिों को खोरता है औय हभायी जागरूकता को फढ़ाता है । इसे शीषथ 4 चिों ऩय फनामा गमा
है ।
जैस-े जैसे इस खफ
ू सूयत प्रतीक की भदद से हभायी जागरूकता फढ़ती है , फहुत गहयी धचककत्सा
भें राने की ऺभता फहुत फड़ी है । मह हभाये ददथ औय आघात के अॊततनथदहत कायणों को प्रकि कयने
भें हभायी भदद कयता है इसशरए इसे जायी कयें औय हभें एक शाॊततऩूणथ औय फेहतय जीिन का
नेतत्ृ ि कयें ।
मह छात्रों के शरए एक भहान प्रतीक है टमोंकक ग्नोसा हभाये ददभाग को साप कयता है जो
हभाये सॊचाय कौशर को फेहतय फनाता है , भौणखक औय शरणखत दोनों। अध्ममन, ऩरयमोजनाओॊ औय
अनुसॊधान के शरए सफसे अच्छा है टमोंकक मह ऩरयमोजना के फाये भें उधचत सॊसाधनों औय ककिी
ककयककया को खोजने भें भदद कये गा।
गनोसा याभ प्रतीक के साथ अच्छी तयह से काभ कयता है जो बौततक तर ऩय प्रकि होने के
शरए उच्च स्ि की भदद कयता है ।
किमा
किमा, करुणा® ये की सीयी़ भें अॊततभ प्रतीक है (भास्िय शसॊफर को छोड़कय!), मह एक िफर
चो कु यी प्रतीक है , एक जो दक्षऺणाितथ है औय दस
ू या एॊिी-टरॉकिाइज है , इसका उऩमोग भानि जातत
को शायीरयक अशबव्मक्टत औय उऩचाय के शरए ककमा जाता है ।
दोनों प्रतीकों को दोनों हाथों से एक साथ खीॊचा जा सकता है । जो रोग ऐसा कयने भें सहज
नहीॊ हैं, िे ऩहरे प्रतीक को दाईं ओय खीॊच सकते हैं , कपय फाईं ओय।
1. मह हभायी प्राथशभकताओॊ को सीधे ऩाने भें हभायी भदद कयता है । मह हभें एक तनणथम
का एहसास कयाता है कक हभाये ऩास एक विकल्ऩ है ; इसशरए हभें उन सबी अिै चभें ट्स से छुिकाया
ऩाने भें भदद कयते हैं क्जन्हें हभ ऩकड़ते हैं।
2. ऩरयिाय के साथ धचककत्सा फॊधन भें भदद कयता है , हय कोई सह शाॊतत से भौजूद है औय
साभॊजस्मऩण
ू थ रूऩ से एक साथ।
3. हभायी इच्छाओॊ औय इच्छाओॊ को प्रकि कयने भें भदद कयता है , फशते िे ब्रहभाॊि के साथ
सॊयेखण भें हों। मह इच्छा के शरए धचककत्सा कयते सभम फहुत खश
ु ी औय खश
ु ी राता है ।
4. ग्राउॊ डिॊग के शरए अद्भत
ु प्रतीक, व्मक्टत जाॊघों से नीचे की ओय अऩने ऩैयों की आत्भा को
सवऩथर भें स्थानाॊतरयत कयने की कल्ऩना कय सकता है , मह ब्रहभाॊि के साथ आऩके शयीय का एक
भजफूत सॊफॊध बी फनाता है ।
किमा एक अद्भत
ु प्रतीक है जो हभें एक अद्भत
ु औय व्मािहारयक तयीके से हभाये जीिन का
नेतत्ृ ि कयने भें भदद कयता है ।
बयोसा
IAVA (EE-AH-VAH)
करुणा® ये की प्रतीक इिा हभें मह सभझने भें भदद कयती है कक हभ अऩनी कहानी, अऩना
बविष्म खद
ु फनाते हैं। हभ ककसी औय के प्रऺेऩण का दहस्सा नहीॊ हैं। इिा हभें व्मक्टतगत शक्टत
हाशसर कयने भें भदद कयती है औय अन्म रोगों की याम का पुिफॉर नहीॊ है औय इस प्रमास भें
सहामक है ।
इिा हभें अऩने शरए रक्ष्म तनधाथरयत कयने, भजफूत दृढ़ता का तनभाथण कयने, हभाये भागथ का
अनुसयण कयने औय स्िस्थ सीभाओॊ को फनाए यखने भें हभायी भदद कयती है । उऩयोटत सबी के
फािजूद हभ अन्म रोगों की याम का सम्भान कय सकते हैं। मह आिश्मक नहीॊ है कक हभें हय
ककसी के दृक्ष्िकोण को स्िीकाय कयना होगा, मह स्िीकाय कयना ऩमाथप्त होगा। सुॊदयता विविधता भें
तनदहत है । मह हभें अहॊ काय को दयू कयने भें बी भदद कयता है क्जससे हभें रगता है कक एक
व्मक्टत मा तो हीन मा श्रेष्ठ है ।
मह हभें अऩने सच्चे ईश्ियीम आहिान को ऩूया कयने के शरए कायथ िाई कयने भें भदद कयता
है औय हभें अऩना काभ कयते हुए खश
ु ी दे ता है , जो फच्चों को ऩढ़ाने से रेकय आऩके घय की सपाई
तक कुछ बी हो सकता है । उस ददन का अॊत जफ हभ मूतनिसथ के भागथ का अनुसयण कय यहे हैं।
Iava बी व्मसनों को दयू कयने भें भदद कयने के शरए Harth के साथ अच्छा काभ कयता है ।
करुणा® प्रतीक इिा के फाये भें सुॊदयता मह है कक मह भदय नेचय के साथ गहयाई से जुड़ने भें
भदद कयती है । मह हभें जीिन भें सॊद
ु य सफक शसखाता है , जो हभ सीख सकते हैं, हभ अऩने भन
को शाॊत यखना सीखते हैं। मह हय ददन ऩथ्
ृ िी को धचककत्सा दे ने के शरए एक उत्कृष्ि प्रतीक है , औय
इस जगह को यहने के शरए एक फेहतय जगह फनाएॊ!
शाॊतत
दहॊदी भें "शाॊतत" शब्द का अथथ है शाॊतत। मह एक सुॊदय करुणा® प्रतीक है , भेये शरए व्मक्टतगत
रूऩ से मह दशाथता है कक िास्ति भें रोग ये की भें टमों आते हैं: अतीत को ठीक कयने के शरए,
बविष्म को छोड़ दें औय ितथभान भें सद्भाि फनाएॊ।
सिोत्तभ सॊबि ऩरयणाभ प्रकि कयने के शरए मह प्रतीक फहुत उऩमोगी है । मह अन्म
करुणा® प्रतीकों के साथ सॊमुटत होने ऩय विशबन्न प्रमोजनों के शरए खफ
ू सूयती से काभ कयता है ।
ऩि
ू थ के शरए: मह हभें कभये को साप कयने भें भदद कयता है जफ याभ के साथ सॊमट
ु त होता है ,
इसके अरािा जफ किमा मा याभ के साथ सॊमुटत होता है , तो मह हभें उन रक्ष्मों को भहसूस कयने
भें भदद कयता है जो हभने खद
ु के शरए तनधाथरयत ककए थे औय उन्हें प्रकि कयते हैं क्जन्हें हभ
दै तनक हरचर भें बूर गए होंगे हरचर।
शाॊतत हभें अऩने सबी बम औय असुयऺाएॊ भुटत कयने भें भदद कयती है ; मह तीसयी आॉख
ऩय खीॊचा जा सकता है जहाॉ फहुत साये बम जभा हो जाते हैं। फदरे भें मह फुये सऩने औय अतनिा
से छुिकाया ऩाने भें रोगों की भदद कय सकता है क्जसभें फुये सऩने बी शाशभर हैं।