योगासन क चटाई पर बैठे य आराम क इस मु ाओ को १० से ४५ ि थती म एक कु स पर भी बैठकर अपनी आंखो िमनट ित दन अ यास को बंद कर सकते है| करने क सलाह द जाती है अंगुठे क नोक को म य उं गली क नोक से | िमलाए| इसे िवभाजीत भी कर इसे दबाव के िबना कोमल पश के साथ कया सकते है और िमनट के जाना चािहए| िलये एक दन मी यह मु ा शेष उं गिलयो को िशधा रखे| तीन बार कर सकते है| यह दोनो हाथो से कया जा सकता है| बेहतर परीणाम के िलए िच म दखाए गए अनुसार घुटनो पर यान यह मु ा रा ी ०२:०० बजे आकाश मु ा क त करे (धीरे – धीरे ास ले और धीरे धीरे से सुबह ०६:०० बजे या छोडे) दोहपर ०२:०० बजे से याम के ०६ बजे के बीच क जानी चिहए|
योगासन क चटई पर बैठे या आराम क इस मु ा को १५ से ४५
ि थती म एक कु स पर भी बैठकर अपनी िमनट ित दन अ यास आंखो को बंद कर सकते है| करणे क सलाह द जाती अंगठ ू े क नोक को अनािमका उं गली क है| इसे िवभािजत भी कर नोक के साथ जोडे| सकते है और १५ िमिनट के नोक पर हलका दबाव बनाये| िलये एक दन म यह मु ा शेष उं गिलयो को िसधा रखे| तीन बार कर सकते है| यह दोनो हाथो से कया जा सकता है| इस मु ा का कसी भी इस मु ा को करते समय ास पर यान समय और कही भी अ यास क त करे (धीरे -धीरे ास ले और धीरे – कया जा सकता है |
पृ वी मु ा धीरे ास छोडे )
योगासन क चटई पर बैठे या आराम क ि थती म इस मु ा को १५ से ४५
एक कु स पर भी बैठकर अपनी आंखो को बंद कर िमिनट ित दन अ यास सकते है | करने क सलाह द जाती है| अंगूठे क नोक के साथ अनािमक उं गली और छोटी इसे िवभािजत भी कर सकते उं गली क नोक को पश करे | है और ५ िमिनट के िलये एक मि यका उं गली को मोडो और इसे अंगूठे के आधार दन म यह मु ा तीन बार कर पर रखे| सकते है| यह दोनो हाथो से कया जा सकता है| इस मु ा का कसी भी समय त वीर म दखाए गए अनुसार आप घुटनो पर उलटे और काही भी अ यास कया हाथ को भी रख सकते है| जा सकता है| ाण मु ा इस मु ा को करते समय ास पर यान क त करे (धीरे -धीरे ास ले और धीरे – धीरे ास छोडे) योगासन क चटई पर बैठे या आराम क इस मु ा को १५ से ४५ ि थती म एक कु स पर भी बैठकर अपनी आंखो िमिनट ित दन अ यास को बंद कर सकते है | करने क सलाह द जाती है| छाती के सामने हाथो को ॉस क अव था म इसे आप िवभािजत भी कर सकते है और १५ िमिनट के रखे| िलये एक दन म यह मु ा एक हाथ क हथेली पर दुसरे हाथ को रखे और तीन बार कर सकते है| यह बाया या दाया कोई भी हाथ हो सकता है| इस मु ा का कसी भी समय अब अंगठु े को ॉस क अव था म रखे और यह और काही भी अ यास कया बाया या दाया कोई भी अंगठू ा हो सकता है| जा सकता है| नागा मु ा छाती के सामने इस मु ा को बनाये रखे| इस मु ा को करते ये आंखे बंद करे और गहरी ास ले| मु ा समा होणे तक ास पर यान क त करे |
इस मु ा को बैठकर अ यास करणा चािहए| आप इस मु ा को ५ िमिनट ित
योग क चटाई य कु स पर बैठ सकते है, अपनी आंखे दन अ यास करणे क भी बंद कर सकते है| सलाह द जाती है| सामा य प से ास ले और पुरी तरह से तणाव मु महसूस करे | य द आप पुरी तरह से शांत और तणाव मु नाही है, तो गहरी ास के और धीरे धीरे ास छोडे| इसे दोहराए जब तक आप शांत और तनाव मु महसूस न करणे लगे | सबसे पहले अंगूठे पर चार अंगुिलयो क नोक रखे| एक िमिनट के बाद आप अपनी उं गिलयो क नोक पर उजा महसूस करगे| अब आप इस उजा को शरीर के कसी भी अंग म था तरीत कर सकते है जहा इलाज क आव यकता हो| अब इस आसन को शरीर के अंग पर रखे िज हे यान क आव यकता है (िसर, फे फडे, गुदा और घुटने)| यह दोनो हाथो से कया जा सकता है| इस मु ा को करते समय ास पर यान क त करे (धीरे – धीरे ास ले और धीरे – धीरे ास छोडे)
योगासन क चटई पर बैठे या आराम क ि थती म इस मु ा को ५ से १० िमिनट
एक कु स पर भी बैठकर अपनी आंखो को बंद कर ित दन अ यास करने क सकते है | सलाह द जाती है| छाती के सामने दोनो हाथो को लाये| इस मु ा का कसी भी समय दोनो तजनी उं गिलयो को आ लगन (उपर क तरफ और काही भी अ यास कया बढाए) कर ले और अपनी छाती के सामने इस जा सकता है| अव था को बनाये रखे| अंगूठे पर अ य उं गिलया रखे| अंदर क और ास ले और दाये हाथ को दायी और बाये हाथ को बायी ओर खीचे और तजनी उं गली को उपर क दशा म बनाये रखे| हथेली बाहर क ओर रहना चािहए| कु छ सकड के िलये ास को रोक ले| ास बाहर िनकलने के बाद, हाथो को सामा य ि थती म ले आये| यह दोनो हाथो से कया जा सकता है| छह बार उपर के चरण को दोहराए|
योगासन क चटई पर बैठे या आराम क ि थती म एक इस मु ा को १५ से ४५ िमिनट
कु स पर भी बैठकर अपनी आंखो को बंद कर सकते है| ित दन अ यास करणे क अपने अंगठ ू े के साथ बंधी ई मु ी वाले दिहने हाथ को सलाह द जाती है| सीधे ऊपर क ओर करे | इसे िवभािजत भी कर सकते है बाये हाथ को हथेली के उपर क दशा म बनाये रखे| और १५ िमिनट के िलये एक दन बाये हाथ पर अपना दहीना हाथ रखे| म यह मु ा तीन बार कर सकते अपने नाभी े के सामने इस मु ा को बनाये रखे| है| इस मु ा को करते समय ास पर यान क त करे (धीरे इस मु ा का कसी भी समय और – धीरे ास ले और धीरे – धीरे ास छोडे) काही भी अ यास कया जा आरामदायक समय के बाद, हाथो को जांघो पर रखकर सकता है| आराम करो|