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लखपति दीदी सीआरपी

परिचय: “लखपति दीदी योजना”


“लखपति दीदी” योजना की उदघोषणा माननीय प्रधानमंत्री महोदय द्वारा 15 अगस्त, 2023 को लाल
किले के प्राचीर से की गयी । लखपति दीदी योजना का मुख्य उद्देश्य प्रत्येक स्वयं सहायता समूह के
परिवार को मार्गदर्शन के साथ विभिन्न आजीविका गतिविधियों से जोड़कर उसकी वार्षिक आय 1
लाख रुपये या उससे अधिक की स्थायी आय सुनिश्चित करना है । यह तभी संभव है जब इस हेतु एक
सम्मिलित प्रयास कृ षि, पशुपालन, उद्यान ,पंचायतीराज एवं अन्य सरकारी विभागों की आजीविका
गतिवधियों से सम्बंधित योजनओं के माध्यम से कन्वर्जेन्स अपनाकर सरकार - पंचायती राज संस्थान -
समुदाय आधारित संगठन साथ मिलकर काम करते हैं जो ग्रामीण गरीबों तक लाभ पहुंचाने के लिए
एक दुसरे का सहयोग करेंगे |
 लखपति दीदी योजना के अंतर्गत नेशनल रिसोर्स पर्सन (एन आर पी) द्वारा मास्टर ट्रेनर (एम टी)
एवं मास्टर ट्रेनर द्वारा लखपति कम्युनिटी रिसोर्स पर्सन (सी आर पी) को प्रशिक्षित किया जायेगा
इसके उपरान्त लखपति सी आर पी संभावित लखपति महिलाएं चयनित करेगी | संभावित
लखपति दीदियों को लखपति कम्युनिटी रिसोर्स पर्सन (सी आर पी) द्वारा प्रशिक्षण दे कर लखपति
दीदी की श्रेणी मे लाया जायेगा |

लखपति कम्युनिटी रिसोर्स पर्सन की योग्यताए :-

 वर्तमान में कार्यरत राजीविका कै डर जैसे – कृ षि सखी एवं पशु सखी, उद्यम सखी ,बैंक सखी
,डाटाएंट्री सखी एवं राजीविका के अन्य कै डर आदि |
 स्वयं सहायता समूह के सक्रिय सदस्य मानव संसाधन को पूरा करने के लिए ग्राम संगठन
( वीओ) और क्लस्टर लेवल फे डरेशन (सीएलएफ) के पास लखपति को संसाधन व्यक्तियों के
रूप में रखा गया है
 प्रशिक्षण के लिए एफएल , सीआरपी, बैंक सखी का भी उपयोग किया जा सकता है।
 लखपति सीआरपी को उन गांवों का समर्थन प्राप्त करना चाहिए जहां लखपति दीदियों की
पहचान की गई है|
 लखपति सी आर पी स्वयं के गावं में ही न्यूनतम दो आजीविका गतिविधियों (कृ षि या गैर-कृ षि
) से जुडी होनी चाहिए |
 ऐसे स्वयं सहायता समूह की महिलओं को प्राथमिकता दी जायेगी जिन्होंने राजीविका
परियोजना की कृ षि या गैर-कृ षि योजनाओं के तहत लाभ उठाया है | यह सुनिश्चित किया
जाएगा कि स्वयं सहायता समूह सदस्यों की सभी श्रेणियों को समान अवसर दिया जाएगा और
ग्रामीण परिवारों को सभी भौगोलिक क्षेत्रों और SHG, VO और CLF से चुना जाना चाहिए |
 स्वयं सहायता समूह को RF,CIF की राशि प्राप्त हो गई हो |
 शिक्षा - लखपति सी.आर.पी न्यूनतम 5 वीं कक्षा उत्तीर्ण और पढ़ने-लिखने में सक्षम एवं
मोबाइल एप्लीके शन के संचालन में सक्षम होनी चाहिए|
 आयु - लखपति सी.आर.पी की आयु 20 - 45 वर्ष होनी चाहिए |
 राजीविका के अन्तर्गत गठित किसी स्वयं सहायता समूह का सदस्य होना अनिवार्य है।
 नेतृत्व करने की क्षमता होनी चाहिए।
 जरूरतमंद/गरीब महिलाएं जिन्हें लखपति दीदी बनने के लिए अतिरिक्त आय की आवश्यकता
है।
 संचार कौशल (communication skill )होना चाहिए।
 आस-पास के गावों में भ्रमण करने में सक्षम हो|
 लखपति दीदी को कु शल श्रोता एवं कु शल वक्ता होना चाहिए|
1. सीआरपी भूमिकाएँ और जिम्मेदारियाँ:
1. सम्भावित लखपति दीदी की पहचान करेगी
2. लखपति सी आर पी स्वयं सहायता समूह के परिवारों को निम्न चार आय वर्गों में परिवारों को
वर्गीकृ त किया गया है,
i. 0-25,000 रुपये वार्षिक आय।
ii. 25000 से 60,000 रुपये वार्षिक आय ।
iii. 60,000 से 1,00,000 रुपये वार्षिक आय ।
iv. 1,00,000 रुपये और उससे अधिक आय ।
लखपति सी.आर.पी सर्वे किये गए सभी परिवारों की आय आजीविका सम्बंधित गतिविधियों की
जानकारी एम टी /सी एल एफ /ब्लॉक को साझा करेंगे |
 नेशनल रिसोर्स पर्सन (एन आर पी ) द्वारा मास्टर ट्रेनर (एम टी ) को 2 दिवस का प्रशिक्षण दिया
जायेगा |
 मास्टर ट्रेनर (एम टी ) द्वारा कम्युनिटी रिसोर्स पर्सन (सी आर पी) को 2 दिवस का प्रशिक्षण दिया
जायेगा |
 कम्युनिटी रिसोर्स पर्सन (सी आर पी) द्वारा सम्भावित लखपति दीदी को 2 दिवस का प्रशिक्षण
दिया जायेगा | एवं लखपति दीदी की श्रेणी मे लाया जायेगा |

2. क्षमता वर्धन एवं प्रशिक्षण देना

 मास्टर ट्रेनर द्वारा 2 दिन का प्रशिक्षण जिला / ब्लॉक स्तर पर दिया जाता है इसमें लखपति सी आर
पी भाग लेंगे |
 प्रशिक्षण योजनाएं विकसित करें और नोडल वीओ/सीएलएफ उपसमितियों को प्रशिक्षित करें।
 मास्टर ट्रेनर्स से मार्गदर्शन लें और प्रगति रिपोर्ट अपडेट करें।
 प्रशिक्षण के बाद लखपति सी.आर.पी. लखपति परियोजना के अन्तर्गत सम्भावित लखपति दीदी
की सहायता के लिए सदैव तैयार रहेगी |

3 . लखपति दीदी का समर्थन:


 वीओ /सीएलएफ के साथ लखपति दीदियों की पहचान करें और उनका समर्थन करें।
 आजीविका विकास के लिए व्यक्तिगत एवं सामूहिक प्रशिक्षण प्रदान करना।
 स्वयं सहायता समूह सदस्यों को आजीविका बढानें के लिए प्रेरित करना।

4 . डेटा प्रबंधन और प्रगति ट्रैकिं ग:


 लखपति सी.आर.पी. द्वारा हर 6 माह मे आय प्रगति हेतु सर्वेक्षण किया जाएगा |
 लखपति सी.आर.पी. वित्तीय सहायता , कौशल और बाजार सम्बंधित जरूरतों की पहचान
करेंगे|
5. अतिरिक्त जिम्मेदारियाँ:

 लखपति दीदियों के जीवन बीमा और स्वास्थ्य बीमा के लिए समर्थन प्रदान करें।
 प्रतिदिन 4 या 5 परिवारों को विभिन्न योजनओं से अवगत कराएगी एवं उन्हें लखपति बनने
हेतु प्रोत्साहित करेगी |
 नोडल वीओ/सीएलएफ द्वारा समय-समय पर दी जाने वाली अन्य जिम्मेदारियों को करेगी ।

लखपति दीदी का प्रशिक्षण एवं क्षमता निर्माण:-


 लखपति दीदी सीआरपी प्रशिक्षण के लिए 2 दिवस की कार्यशाला आयोजित की जायेगी |
 क्रॉस लर्निंग, प्रगति की समीक्षा के लिए मासिक बैठक आयोजित करवाना |

लखपति दीदी सीआरपी के लिए प्रोत्साहन राशि हेतु प्रावधान :-


प्रोत्साहन राशि:- 20 रुपिये प्रति HH
 लखपति दीदियों को परियोजना के साथ लंबे समय तक जुड़ाव के लिए उन्हें 20 रु प्रति परिवार
प्रोत्साहन राशि दी जायेगी जो उनके काम और सेवा के लिए उचित होगी ।
 प्रत्येक लखपति दीदी को के वल सीएलएफ/नोडल वीओ के माध्यम से प्रदान किया जाएगा।
 सभी प्रारूप प्राप्त होने के बाद ही मासिक बैठक में लखपति दीदी को प्रोत्साहन राशि दी जायेगी

 पारदर्शिता बनाए रखने के लिए एनईएफटी द्वारा ही प्रोत्साहन राशि दी जायेगी ।
 लखपति दीदी को हर माह (महीने के अंतिम कार्य दिवस को) प्रोत्साहन राशि देना अनिवार्य
होगा | लखपति सी. आर. पी. को कै डर के रूप मे तो मानदेय दिया जाता है इसके साथ ही
लखपति सी. आर. पी. द्वारा सम्भावित लखपति दीदी के प्रशिक्षण हेतु भी अतिरिक्त प्रोत्साहन
राशि दी जायेगी ।

लखपति सीआरपी की कार्य मुक्ति :-

 यदि किसी लखपति दीदी का प्रदर्शन संतोष पूर्वक नहीं रहता है तो सीएलएफ/ नोडल वीओ
अपनी बैठक में चर्चा करेंगे और उसकी सेवाएं समाप्त कर सकें गे ।
 बैठक में इस बात पर भी चर्चा की जाएगी कि यदि वर्तमान लखपति दीदी सी.आर.पी. को
अनुचित प्रथाओं और एक समान गतिविधियों में शामिल पाया जाता है, तो उनके स्थान पर नई
लखपति दीदी सी.आर.पी. को नियुक्त किया जाए ।

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