Hindi DSC Sem-4

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सेमे टर – 4

बी.ए.ऑनस (िह दी)


भारतीय का यशा
Core Course-(DSC) Credits : 3+1
कोर कोस (DSC)-10
Course title & Credits Credit distribution of the Pre- Content of
Code course requisite of Course and
Lectur Tutor Practical/ the course reference is in
e ial Practice (if any)
भारतीय का यशा 4 3 1 — — Annexure

पाठ्य म का उ े य (Course Objective)


1. िव ािथय को भारतीय का य-िचतं न क परंपरा का बोध कराना
2. का य-िचंतन के िविभ न सं दाय से अवगत कराना
3. का य के िविभ न प एवं छंद क संरचना से प रिचत कराना
पाठ्य म अ ययन के प रणाम (Course Learning Outcomes)
1. भारतीय का यशा क िचंतन परंपरा से अवगत हो सकगे
2. का य समी ा क ितय का उपयोग कर सकगे
3. पारंप रक और आधिु नक का य-िववेक के नैरंतय क समझ समृ होगी

UNIT-1 (4 स ाह)

 भारतीय का यशा क परंपरा(आचाय भरत मिु न से पिं डतराज जग नाथ तक)


 मख ु सं दाय का संि प रचय (रस, अलंकार, रीित, विन, व ोि , औिच य)
UNIT-2(4 स ाह)

 का य ल ण
 का य हेतु
 का य योजन

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UNIT-3 (3 स ाह)
 रसः व प, अवयव और भेद
 रसिन पि
 साधारणीकरण
UNIT-4 (3 स ाह)
 श दशि याँ (अिभधा, ल णा, यंजना)
 अलंकार: श दालंकार-अनु ास, यमक, ेष, व ोि
अथालंकार-उपमा, पक, उ े ा, अितशयोि
 छंद: समविणक-सवैया, घना री
सममाि क -चौपाई, ह रगीितका
अ सममाि क -बरवै, सोरठा
िवषमसममाि क -कंु डिलया, छ पय

सहायक थ ं क सच ू ी
1. रस-मीमांसा, आचाय रामचं शु ल, काशी नागरी चा रणी सभा, वाराणसी
2. सािह य-सहचर, आचाय हजारी साद ि वेदी, नैवे िनके तन, वाराणसी
3. रसिस ातं , डॉ. नगे , नेशनल पि लिशगं हाउस, िद ली
4. भारतीय का यशा क भिू मका, भाग-2-डॉ. नगे , ओ रय टल बक ु िडपो

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आधुिनक िह दी किवता (छायावाद तक)
Core Course-(DSC) Credits : 3+1
कोर कोस (DSC)-11
Course title & Credits Credit distribution of the Pre- Content of
Code course requisite of Course and
the course reference is in
Lectur Tutor Practical/
e ial (if any)
Practice
आधिु नक िह दी 4 3 1 — — Annexure
किवता (छायावाद
तक)
(DSC)-11

पाठ्य म का उ े य (Course Objective)


 आधिु नक िह दी किवता के उ व और िवकास का प रचय कराना ।
 खड़ी बोली किवता के बनने और िवकिसत होने क रचना- ि या से प रिचत कराना ।
 छायावादी किवता संबंधी आलोचना मक बहस और प रचचाओ ं का प रचय देना ।
पाठ्य म अ ययन के प रणाम (Course Learning Outcomes)

 तदयगु ीन प रि थितय के प र े य म आधिु नक िह दी किवता क समझ िवकिसत हो सके गी ।


 वाधीनता सं ाम के प र े य म िह दी भाशा के भाव-बोध क िनिमित से प रिचत ह गे ।
 किवताओ ं के वाचन, लेखन, या या-िव लेशण आिद क समझ िवकिसत हो सके गी ।

UNIT-1
 भारते दु ह र ं - नए जमाने क मक
ु री (स.ं 1941)
 मैिथलीशरण गु -‘भारत-भारती’के भिव यत खंड (92-98) से किव िश ा (106-111),
भारती-भारती, सािह य सदन, िचरगाँव, झाँसी, सं करण: 1984
UNIT-2
 रामनरेश ि पाठी- पिथक: थम सग से - ‘ ित ण नतू न वेष बनाकर .... परम संदु र, अितषय संदु र है’ तक
पिथक - रामनरेश ि पाठी (िह दी मंिदर काशन याग)
 जयशंकर साद - पेशोला क ित विन, अब जागो जीवन के भात
साद ंथावली: खंड -1: स पादक - र नशंकर साद (लोकभारती काशन, इलाहाबाद)

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UNIT-3
 सयू कांत ि पाठी ‘िनराला’ - नेह िनझर, िभ क ु
िनराला रचनावली: खंड-1: संपादक - नंदिकशोर नवल (राजकमल काशन, िद ली)
 सिु म ानदं न पतं - ु त झरो जगत के जीण प , भारत माता ामवािसनी
सिु म ानदं न पतं रचना सचं यनः सपं ादक - कुमार िवमल (सािह य अकादेमी, िद ली)

UNIT-4
 महादेवी वमा - पछू ता य शेष िकतनी रात, बीन भी हँ म तु हारी रािगनी भी हँ
महादेवी रचना सचं यन: सपं ादक-िव नाथ साद ितवारी (सािह य अकादेमी, िद ली)
 सभु ा कुमारी चौहान - वीर का कै सा हो वसंत, ठुकरा दो या यार करो
वतं ता पकु ारती: संपादक: नदं िकशोर नवल (सािह य अकादेमी, िद ली)
सहायक थ क सूची
1. भारते दु रचना संचयन: संपादक-िगरीश र तोगी, सािह य अकादेमी, नई िद ली
2. भारते दु ह र ं और िह दी नवजागरण क सम याएँ - रामिवलास शमा, राजकमल काशन, नई िद ली
3. मैिथलीशरण गु : पनु मू याकं न - डॉ. नग , भात काशन, नई िद ली
4. जयशंकर साद - न ददल ु ारे वाजपेयी, लोकभारती काशन, नई िद ली
5. का य और कला तथा अ य िनबंध - जयशंकर साद, भारती भ डार, इलाहाबाद
6. छायावाद: पनु मू याक
ं न - सिु म ान दन पतं , राजकमल काशन नई िद ली
7. प लव - सिु म ानंदन पंत, राजकमल काशन, नई िद ली
8. छायावाद - नामवर िसंह, राजकमल काशन, नई िद ली
9. छायावाद क ासिं गकता - रमेश च शाह, वा देवी काशन, बीकानेर
10. साद का का य – ेमशंकर, राधाकृ ण काशन, नई िद ली
11. िनराला क सािह य साधना - रामिवलास शमा, राजकमल काशन, नई िद ली

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िह दी उप यास
Core Course-(DSC) Credits : 3+1
कोर कोस (DSC)-12
Course title & Credits Credit distribution of the Pre- Content of
Code course requisite of Course and
the course reference is in
Lectur Tutor Practical/
e ial (if any)
Practice
िह दी उप यास 4 3 1 — — Annexure
(DSC)-12

पाठ्य म का उ े य (Course Objective)

 िह दी उप यास के उ व और िवकास क जानकारी देना ।


 मख ु उप यासकार और उनके उप यास क चचा करना ।
 कथा सािह य के िव ेषण के मा यम से यगु ीन चेतना के िवकास से प रिचत कराना ।
पाठ्य म अ ययन के प रणाम (Course Learning Outcomes)

 उप यास के िव ेषण क प ित से अवगत हो सकगे ।


 िह दी उप यास के उ व और िवकास का ान ा होगा ।
 मख ु उप यास के मा यम से सामािजक सम याओ ं से अवगत हो सकगे ।
 उप यास के वाचन, लेखन, या या-िव ेषण आिद क समझ िवकिसत हो सके गी ।
UNIT-1 (3 स ाह)
 उप यास: व प और संरचना
 िह दी उप यास: उ व और िवकास

UNIT-2 (3 स ाह)
 मख
ु उप यासकार का योगदान
1. ीिनवासदास, 2. ेमचंद, 3. जैने 4. अ ेय 5. फणी रनाथ रेणु 6. ीलाल शु ल 7. धमवीर भारती
8. िनमल वमा 9. म नू भ डारी 10. मंजुल भगत 11. िच ा मु ल

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UNIT-3 (4 स ाह)
 ेमचंद- कमभिू म

UNIT-4 (4 स ाह)
 ीलाल शु ल - रागदरबारी

सहायक थ क सूची
1. मे चदं और उनका यगु - रामिवलास शमा, राजकमल काशन, नई िद ली
2. आधिु नक िहदं ी उप यास - स.ं भी म साहनी, भगवती साद िनदा रया, राजकमल काशन, नई िद ली
3. ेमचदं : एक िववेचन - इं नाथ मदान, राजकमल काषन, नई िद ली
4. कथा िववेचना और ग िश प - रामिवलास शमा, वाणी काषन, नई िद ली
5. आ था और स दय - रामिवलास शमा, राजकमल काषन, नई िद ली
6. िह दी उप यास - स.ं नामवर िसहं , राजकमल काशन, नई िद ली

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