प्रविष नगर कीजे सब काजा

You might also like

Download as docx, pdf, or txt
Download as docx, pdf, or txt
You are on page 1of 1

प्रविष नगर कीजे सब काजा, ह्रदय राखि कौशलपुर राजा

गरल सुधा रिपु करहिं मि तला ,ईगोपद सिंधु अ न लसितलाई


गरुड़ सुमेरु रेनू सम ताहि, राम कृपा करि चि तवाजाहि !!

You might also like