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PART TEST - 1

Date: 26/06/2024 Time: 1.5 hour


Subject: Hindi (Class-10) Total Marks: 40

Syllabus
Reading: (2*5=10)
Grammar: ,
Writing: (5), (4)
Literature: Chapters covered before vacation (1*5=5), (1*5=5)
(2*3=6): , ,

ननदेश
 इस प्रश्न पत्र को दो खंड में बनाया गया है
 सभी प्रश्नों के उत्तर निखना अननवायय है
 यथासंभव सभी प्रश्नों के उत्तर क्रमानुसार निखें
खड़ क वस्तु परक प्रश्न (10)
प्रश्न 1) एक बार स्वामी नववेकानंद का एक नशष्य उनके पास आया और उनसे कहा, „स्वामी जी मैं आपकी तरह एक भारत की
संस्कृ नत, दशयन और रीनत ररवाज का प्रचार -प्रसार करने के निए अमेररका जाना चाहता हं| यह मेरी पहिी यात्रा है| आप मुझे
नवदेश जाने के अनुमनत और अपना आशीवायद दें |‟स्वामी जी ने उत्तर ददया- “सोच कर बताऊंगा|” नशष्य हैरत में पड़ गया |उसने
नववेकानंद जी से इस उत्तर की कल्पना भी नहीं की थी| उसने दिर कहा, स्वामी जी मैं आपकी तरह सादगी से अपने देश की
संस्कृ नत का प्रसार
उसे बुिाया और कहा, “ तुम अमेररका जाना चाहते हो तो जाओ, मेरा आशीवायद तुम्हारे साथ है|” शीश ने बहुत नवनम्रता पूवयक
स्वामी जी से 2 ददन बाद उत्तर देने का कारण पूछा| स्वामी जी ने कहा मैं देखना चाहता था दक तुम्हारे अंदर दकतनी सहन शनि
है, कहीं तुम्हारा आत्मनवश्वास डगमगा तो नहीं रहा है, िेदकन तुम यहां रह कर ननर्ववकार भाव से मेरे आदेश की प्रतीक्षा करते रहे|
ना क्रोध दकया, ना जल्दबाजी की और ना ही धैयय खोया | नजसमें इतनी सहनशनि और गुरु के प्रनत प्रेम भाव होगा, वह नशष्य
कभी भटके गा नहीं| दकसी दूसरे देश के नागररक के मन में अपने देश की संस्कृ नत को अंदर तक पहुंचाने के निए ज्ञान के साथ-साथ
धैय,य नववेक और संयम की आवश्यकता होती है| मैं इसी बात की परीक्षा िे रहा था|‟ नशष्य स्वामी जी का यह उत्तर सुनकर
अनभभूत हो गया|
1) स्वामी जी के नशष्य का अमेररका जाने का उद्देश्य था कथन पढ़कर सही नवकल्प का चयन कीनजए
कथन नवकल्प
|)भ्रमण के उद्देश्य क कथन एक और दो सही है
||)भारतीय संस्कृ नत का प्रचार प्रसार करने का ख कथन दो तीन और चार सही है
|||) भारतीय दशयन और रीनत-ररवाज का प्रचार ग कथन दो और तीन सही हैं
प्रसार करने का घ कथन एक और चार सही है
iv) अमेररका की संस्कृ नत जानने का
2)स्वामी जी द्वारा उत्तर न ददए जाने पर शीशे की क्या प्रनतदक्रया हुई?

ङ वह क्रोध से आग बबूिा हो गए
च वह उत्तर की प्रतीक्षा दकए नबना अमेररका चिे गए
छ वह दो ददन तक ननर्ववकार भाव से उत्तर की प्रतीक्षा करते रहे
ज इनमें से कोई नहीं
2) स्वामी जी ने नशष्य को इस समय उत्तर क्यों नहीं ददया उपयुि कथन के पक्ष में ननम्ननिनखत तकों पर नवचार कीनजए|
(i) वे नशष्य के अमेररका जाने से खुश नहीं थे| क |सही है.
(ii) वे दकसी कायय में व्यस्त थे | ख || सही है
(iii) जीसीसी के धैयय, नववेक और संयम की परीक्षा िेना ग ||| सही है
चाहते थे|
घ | और ||| सही है

3) स्वामी जी के अनुसार दकस प्रकार का नशष्य कभी नहीं भटकता?


क पढ़ाई में मन िगाने वािा
ख सहनशनि और गुरु के प्रनत प्रेम का भाव रखने वािा
ग सबके प्रनत प्रेम का भाव रखने वािा
घ इनमें से कोई नहीं
4) कथन और करण को पढ़कर उपयुि नवकल्प चुननए
कथन- स्वामी नववेकानंद ने गुरु के प्रनत ननष्ठा, समपयण एवं जीवन में धैयय व संयम बनाने की प्रेरणा दी|
कारण- इन गुना को अपनाने वािा व्यनि अथवासी से जीवन में कभी भटकता नहीं है |
क कथन गित है ककतु कारण सही है
ख कथन और कारण दोनों गित है
ग कथन सही है और कारण कथन की सही व्याख्या है
घ कथन सही ककतु कारण कथन की सही व्याख्या नहीं है|

प्रश्न 2) अपरित पद्ांश (5)


कोई नहीं पराया, मेरा घर सारा संसार है|
मैं बंधा हं देश काि की जंग िगी जंजीर में,
मैं ना खड़ा हं जानत पााँनत की उच्च नीच की भीड़ में ,
मेरा धमय न कु छ स्याही शब्दों का एक गुिाम है,
मैं बस कहता हं दक प्यार है तो घाट घाट में राम है,
मुझे तुम ना कहो मंददर मनस्जद पर मैं सर टे क दूं
मेरा तो आराध्या आदमी देवािय हर द्वार है
कोई नहीं पराया मेरा घर सारा संसार है|
कहीं रहे कै से भी, मुझको प्यार यह इं सान है|
कोई नहीं पराया,मेरा घर सारा संसार है |
कहीं रहे कै से भी, मुझको प्यार है इं सान है |
- |
औ त्व, तो ज ,
और छोड़कर प्यार, नहीं स्वीकार मुझे अमरत्व भी ,
मुझे सुनाओ तुम ना स्वगय सुख की सुकुमार कहानीयााँ,
मेरा कोई नहीं पराया, मेरा घर सारा संसार है|
क कनव द्वारा स्वयं को देश काि की सीमाओं से ना बंधे कहने का कारण क्या है ?
कथन पढ़कर सही विकल्प का चयन कीविए विकल्प
1) िह वकसी बं धन में बां धने के विए बाध्य नही ं है | |) 1 और 2सही है |
2) िह समस्त सं सार से प्रेम करते हैं | ||) दो और तीन सही है |
3) उसके विए समस्त सं सार घर के समान है | |||) तीन और चार सही है |
4) िह विश्व बं धुत्व की भािना से ओतप्रोत है | |v) दो-तीन और चार सही है |

ख मेरा तो आराध्या आदमी देवािय हर द्वार है का आशय है


|) साधारण व्यनि
||)
|||) |
|v) ,
ग कभी क्या नहीं सुनना चाहता है?
|) मानवता का अनभयान
||) आराध्या की मनहमा
|||) सवयस्व सुखी सुकुमार कहाननयााँ
|v) इनमें से कोई नहीं
घ कनवता के माध्यम से कई क्या संदेश देना चाहते हैं?
|) हमें आपस में भेदभाव न रखकर,प्रेम भाव से रहना चानहए
||) हमें समझ में बैर भाव रखना चानहए
|||) हमेशा देव स्वगय सुख की कामना करनी चानहए
|v) हमें मंददर मनस्जद जाना चानहए
ड) कथन- मेरी यह धरती सौ सौ स्वगय से भी अनधक सुकुमार है|
कारण- मुझे स्वगय की कहाननयााँ नहीं सुना
|) कथन गित है ककतु कारण सही है
||) कथन और कारण दोनों गित है
|||) कथन सही है और कारण कथन की सही व्याख्या है
|v) कथन सही है ककतु कारण कथन की सही व्याख्या नहीं है

व्याकरण नवभाग
प्रश्न 3 ) ननदेशानुसार रचना के आधार पर वाक्य के भेद पर आधाररत पांच बहुनवकल्पीय प्रश्नों में से दकन्हीं चार प्रश्नों के उत्तर
दीनजए(1×4=4)
क िाभ वािा काम करो| इसका नमश्र वाक्य होगा|
|) कम करो परं तु िाभ वािा
||) ऐसा काम करो,नजसमें िाभ हो
|||) िाभ वािा काम करो
|v) िाभ के साथ-साथ काम करो
ख मैंने उसे बहुत समझाया पर वह न मानी| (|इसका सरि वाक्य होगा)
|) मैंने उसे बहुत समझाया परं तु वह न मानी
||) मैंने उसे बहुत समझाया और वह न माने
|||) मेरे बहुत समझाने पर भी वह न मानी
|v) इसमें से कोई नहीं
ग पत्थर की मूर्वत पर चश्मा असिी था इसका संयुि वाक्य होगा
|) उसका चश्मा असिी था,जो पत्थर की मूर्वत थी
||) पत्थर की मूर्वत थी,नजसका चश्मा असिी था
|||) मूर्वत पत्थर की थी,िेदकन उसका चश्मा असिी था|
|v) जो मूर्वत पत्थर की थी उसका चश्मा असिी था|
घ ननम्ननिनखत वाक्यों में नमश्र वाक्य पहचान कर नीचे ददए गए सही नवकल्प को चुननए

|) रामू घर का सामान खरीदने बािार चिा गया| विकल्प


||) रामू इसविए बािार चिा गया, क्ोंवक उसे घर 1) केिि एक सही है
का सामान खरीदना था 2) केिि दो सही है
|||) रामू बािार चिा गया और िहां से सामान 3) केिि तीन और चार सही है
खरीदा| 4) 1, 2, 3,4 सही ह
|v) रामू ने बािार िाते ही घर का सामान खरीदा

ड) तुम घर गए और वह रोने िगी |इसका सरि वाक्य होगा


|) तुम घर गए तब वह रोने िगी
||) तुम घर पहुंचे और वह रोने िगी
|||) तुम्हारे घर जाते ही वह रोने िगी
|v) इनमें से कोई नहीं
पाठ्य पुस्तक
प्रश्न 4 ) ननम्ननिनखत परित गद्ांश पर आधाररत बहुनवकल्पीय प्रश्नों के सवायनधक उपयुि नवकल्प चुनकर निनखए(5)
पूरी बात तो अब पता नहीं िेदकन िगता है दक देश के अच्छे मूर्वतकारों की जानकाररयां नहीं होने और अच्छी मूर्वत की िागत
अनुमान और उपिब्ध बजट से कहीं बहुत ज्यादा होने के कारण कािी समय ऊहापोह और नचट्ठी पत्री में बबायद हुआ होगा और
बोडय की शासन अवनध समाप्त होने की घनड़यों में दकसी स्थाननक किाकार को अवसर देने का ननणयय दकया होगा और अंत में कस्बे
के इकिौते हाई स्कू ि के इकिौते ड्रॉइं ग मास्टर मान िीनजए,मोतीिाि जी को यह काम सौंप ददया गया होगा, जो महीने भर में
मूर्वत बनाकर पािक देने का नवश्वास ददिा रहे थे |
क)गद्ांश के आधार पर बताइए की मूर्वत बनाने का अवसर दकसे ददया?
|) स्थानीय किाकार को
||) िेखक के सहयोगी को
|||) सरकारी कायायिय को
|v) नवदेशी किाकारों को
ख) मूर्वत बनाने में मागय में क्या-क्या परे शाननयां आई होगी?
|) अच्छे मूर्वतकारों का अभाव
||) बजट उपिब्ध होना
|||) साधन की उपिब्धता
|v) राजस्थानी किाकार का गुणी होना
ग) मोतीिाि जी ने मूर्वत बनाने का कायय कब पूरा करने का नवश्वास ददिाया
|) महीने भर में
||) हफ्ते भर में
|||) सप्ताह भर में
|v) साि भर में
ङ स्थानीय किाकार को मूर्वत बनाने का कायय क्यों सौपा गया?
|) देश में अच्छे मूर्वतकारों की जानकारी के अभाव में
||) नगर पानिका बोडय की शासन अवनध समाप्त होने के कारण
|||) एक और दो दोनों सही है
|v) अच्छी मूर्वत बनाने के निए
ड) मूर्वत बनाने में कािी समय ऊहपोह तथा नचट्ठी पत्री में क्यों बबायद हुआ
|) अच्छी मूर्वत की िागत अनुमान व उपिब्ध बजट से ज्यादा होने के कारण
||) स्थानीय किाकारों की ज्यादा उपिब्धता होने के कारण
|||) मुख्य मूर्वतकार की ज्यादा उपिब्धता होने के कारण
|v) नवदेश से बुिाए गए मूर्वतकार के कारण
प्रश्न 5) ननम्ननिनखत काव्यांश को ध्यान पूवयक पढ़कर ददए गए प्रश्नों के उत्तर का सही नवकल्प चुनकर निनखए(5)
हमारै हरी हरीि की िकरी |
मन क्रम वचन नंद नंदन उर, यह दृढ़ करी पकड़ी
जागत सोवत सपना ददवस नननश,कान्हा कान्हा जकरी
सुनत योग िागत है ऐसौं, ज्यौं करूई ककरी
सु तौ व्यानध हमको िे आए देखी सुनी ना करी|
यह तो सुर नतनहीं िै सौपाँ , नजनकी मन चकरी
1)गोनपयों ने अपनी तुिना हाररि पक्षी से क्योंदक?
क) हाररि पक्षी सदैव िकड़ी निए उड़ता है|
ख) गोनपयों को हाररि पक्षी पसंद है|
ग) श्री कृ ष्ण के प्रनत अपने एक ननष्ण प्रेम के कारण
घ) श्री कृ ष्ण के प्रनत अपनी नाराजगी के कारण
2) नंद नंदन नवशेषण दकसके निए प्रयुि दकया गया है|
क) श्री कृ ष्ण के निए
ख) गोनपयों के निए
ग) उद्धव के निए
घ) नंद के निए
3) गोनपया दकस व्यानध कह रही है?
क) उद्धव की बातों को
ख) उद्धव के योग ज्ञान की
ग) श्री कृ ष्ण के नवरह को
घ) श्री कृ ष्ण के प्रेम को
4) गोनपयों को योग साधना कै सी िगती है?
क) हाररि की िकड़ी की तरह
ख) हाररि पक्षी के समान
ग) नजसे कभी ना देखा हो
घ) कड़वी ककड़ी के समान
5) गोनपयााँ योग का संदश े दकन के निए उपयुि समझती हैं?
क) जो कृ ष्ण से प्रेम नहीं करते|
ख) नजनके मन नस्थर नहीं है|
ग) नजनके मन नस्थर है|
घ) श्री कृ ष्ण के निए|
खंड ब वणयनात्मक प्रश्न (2×3=6)
1) हिदर साहब के द्वारा कै प्टन के बारे में पूछने पर पान वािा अपनी आंखें क्यों पूछने िगा नेताजी का चश्मा पाि के
आधार पर उत्तर दीनजए?
2) भ्रमरगीत में सूरदास ने गोनपयों की नववशता को कै से प्रकट दकया है ?
3) भोिानाथ के अपने नपताजी के साथ घननष्ठ संबंध थे | वह उसके साथ हर खेि में नहस्सा िेते थे | भोिानाथ की उसके
नपता के साथ कु श्ती से दकस प्रकार के संबंध का पता चिता है? क्या इस प्रकार के संबंध आज भी नवद्मान है? ‘माता
का आंचि’ पाि के आधार पर स्पष्ट कीनजए|
िेखन नवभाग(10)
1) अनुच्छेद िेखन(6)

खेिकू द का महत्व
संकेत बबदु
. भूनमका
.खेिकू द का िाभ
.समग्र व्यनित्व का नवकास
.खेिकू द की आवश्यकता
2) नवज्ञापन िेखन (4)
आपके अंकि ने एक हेिमेट की दुकान खोिी है |वे प्रचार प्रसार के निए स्थानीय समाचार पत्र में उसका नवज्ञापन
देना चाहते हैं| आप उनके निए िगभग 60 शब्दों में एक आकषयक नवज्ञापन तैयार कीनजए|

______________________________ALL THE BEST___________________________

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