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मधरु वचन: जीवन क मठास

वचन क शि त अ वतीय है । जब हम कसी के मन को छूने वाले श द का उपयोग करते ह, तो हम उनके


दल को भी छू जाते ह। वचन क मधुरता और उनका भाव हमारे जीवन को सुंदर बना सकते ह।

वचन क मधुरता

मधरु वचन यि त के मन को शां त और सख


ु द अनभ
ु व दान करते ह। ये वचन हम आ म-समपण, सहानभ
ु ूत
और ेम क ओर बढ़ने के लए े रत करते ह।

वचन का भाव

वचन का भाव हमारे जीवन को नकारा मक से सकारा मक कर सकता है । जब हम दस


ू र के साथ मधुर
वचन का उपयोग करते ह, तो हम उ ह अपनी ओर आक षत करते ह और उनके दल म अ छाई क भावना
पैदा करते ह।

वचन का चयन

वचन का चयन करते समय हम सतक रहना चा हए। हम उन श द का चयन करना चा हए जो दस


ू र के दल
म खश
ु ी और सख
ु द भावनाएं पैदा कर सक।

समापन

मधुर वचन हमारे जीवन को सुंदर बना सकते ह। हम अपने वचन का चयन सतकता से करना चा हए और
दस
ू र के साथ मधुर वचन का उपयोग करके उ ह खुशी और सुखद भावनाओं से भर दे ना चा हए।

मोबाइल शुभकार या हा नकारक?

मोबाइल फ़ोन, आधु नक जीवन का एक मह वपूण ह सा बन गया है। यह हम संपक म रहने, जानकार ा त
करने, खेलने, खर दार करने, और अ य कई काम के लए उपयोगी होता है। ले कन या यह शभ
ु कार है या
हा नकारक? इस पर वचार करते ह

मोबाइल के शुभकार पहलू

संचरण क सु वधा: मोबाइल फ़ोन के मा यम से हम अपने प रवार और दो त से आसानी से संपक म रह


सकते ह। यह हम अकेलापन क भावना से बचाता है ।

ान का ोत: मोबाइल फ़ोन से हम व भ न जानकार , खबर, और श ा ा त कर सकते ह।


यापा रक उपयोग: यापा रक उ योग म भी मोबाइल फ़ोन का उपयोग होता है , जैसे क यापा रक संवाद,
यावसा यक ऐ स, और अ य काम के लए।

मोबाइल के हा नकारक पहलू

वा य सम याएं: अ धक समय मोबाइल फ़ोन पर बताने से आँख , गदन, और ह डय म सम याएं हो सकती


ह।

यि तगत जीवन क असामा यता अ धक मोबाइल उपयोग से यि तगत जीवन म असामा यता आ सकती है ,
जैसे क अलगाव, तनाव, और अ य सम याएं।

असमय और असमय उपयोग: अ धक मोबाइल उपयोग से समय क बरबाद हो सकती है और अ य मह वपूण


काम को छोड़ दया जाता है।

अपने बड़े भाई क द गई सीख पर चलने का वादा करते हुए एक प लखो।

दनांक: 30 जून 2024

य भाई,

नम कार! म आपको इस प के मा यम से अपनी ओर से एक वादा करना चाहता हूँ। आपने मुझे एक


मह वपूण सीख द है , जो मेरे जीवन म अ वतीय है। म आपके उपहार के लए आभार हूँ और आपके वचन
का पालन करने का वादा करता हूँ।

आपक द गई सीख ने मेरे जीवन को सुंदर बनाया है । आपने मुझे यह सखाया है क सफलता के लए
मेहनत, संघष, और सह माग पर चलना ज र है । आपके वचन ने मेरे आ म व वास को बढ़ाया है और मुझे
अपने ल य क ाि त के लए े रत कया है ।

म आपके वचन का सदै व स मान क ँ गा और उ ह अपने जीवन म अमल म लाऊँगा। आपके साथ बताए गए
समय के लए म आपका आभार हूँ।

आपके भाई के प म,

(आपका नाम)
मनीआडर गम
ु होने पर पो ट मा टर को प लख।

पो ट मा टर को प

दनांक: 30 जून 2024

य पो ट मा टर जी,

मने आपके पो ट ऑ फस से एक मनीआडर भेजा था, िजसम मेरे लए मह वपूण द तावेज़ थे। दख
ु द है क वह
गुम हो गया है।

कृपया जांच कर और उस आदे श क जानकार मझ


ु े द। म आपके सहायता क ती ा कर रहा हूँ।

आपका ध यवाद,

(आपका नाम)
भारत के वतं ता सं ाम म भाग लेने वाल पांच वीरांगनाओ का सं त जीवन प रचय दे

भारतीय वतं ता सं ाम म वीरांगनाएं न केवल संघष करने वाल थीं, बि क उ ह ने दे श क आजाद के लए


अहम योगदान भी दया। यहां पांच वीरांगनाओं का सं त जीवन प रचय है :

1.झलकार बाई:

ज म: 22 नवंबर 1830

ज म थल: झांसी, म य दे श

वीरता: झांसी क रानी के साथ टश सेना के खलाफ यु ध कया।

वशेषता: उ ह ने रानी के वेश म यु ध कया और अं ेज़ को गुमराह कया।

2. दग
ु ावती बोहरा (दग
ु ा भाभी):
ज म: 7 अ टूबर 1902

ज म थल: कौशा बी, म य दे श

योगदान: भगवती चरण बोहरा क सेनाप त बनीं और अं ेज़ के हाथ पकड़ी गई।

इन वीरांगनाओं ने न केवल अपने जीवन म ब लदान दया, बि क दे श क आजाद के लए अपने ाण क


आहु त द ।

3. सरोिजनी नायडू:

वे भारतीय वतं ता सं ाम म एक मुख म हला वतं ता सेनानी थीं।

उ ह ने अपने का य काय के लए लोक यता ा त क और उ ह “भारतीय को कला” या “नाइटगल ऑफ


इं डया” के प म जाना जाता है ।

5. अ णा आसफाल :
वे भारतीय वतं ता सं ाम म भाग लेने वाल पहल यव
ु ा म हला थीं।

उ ह ने अपने जीवन के अं तम समय तक वतं ता सं ाम म अपना समपण कया और अं ेज़ के खलाफ


लड़ा।

6. उषा मेहता:

वे गुजरात क एक मुख म हला वतं ता सेनानी थीं।

उ ह ने वतं ता सं ाम म अपना समपण कया और अं ेज़ के खलाफ लड़ा।

7. कमला नेह :
पं डत जवाहर लाल नेह क प नी कमला नेह भी एक म हला वतं ता सेनानी थीं।

उ ह ने भारतीय वतं ता सं ाम म अपना समपण कया और अं ेज़ के खलाफ लड़ा।

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