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किरायेदारी अनुबंध पत्र

प्रथम पक्षिार (संपत्ति मालिि) - सुश्री सोनम कुशवाह पत्र


ु ी श्री हरदयाल ससिंह कुशवाह
म. निं. 108 शकिंु तलापुरी, दपपण कॉलोनी, ग्वासलयर (म.प्र.)
द्त्तितीय पक्षिार (किरायेदार) - राजेन्द्र ससिंह कुशवाह पुत्र श्री छोटे लाल कुशवाह
1102 गुलाबपुरी, तह. मोरार, ग्वासलयर (म.प्र.)

किरायाधीन संपत्ति िा त्तििरण


उक्त सिंपत्ति मकान निं. 108 शकिंु तलापुरी, दपपण कालोनी, थाटीपुर, ग्वासलयर मध्यप्रदे श में
स्थथत है स्जसको ककराये पर दी गई है |
ककराया रासश : रुपये 6500/- (छः हजार पााँच सौ रुपये मात्र) प्रततमाह एविं बबजली
10 रुपए प्रतत यूतनट अलग से |
एडवािंस रासश : रुपये 00/- (शून्द्य रुपये)

अन्य त्तििरण –
यह ककरायेदारी का अनुबध
िं पत्र आज ददनािंक को उपरोक्त पक्षकारों के मध्य तनम्नसलखित
शतों के अनुसार तनष्पाददत ककया गया है –

1. यह कक उक्त मकान 11 माह के सलए ककरायेदारी के आधधपत्य में रहेगा एविं ककरायेदार उसे
ककराये की शतों के अनुसार उपयोग व उपभोग कर सकेगा |
2. उक्त मकान का ककराया ककरायेदार द्वारा प्रत्येक महीने की 15 तारीि तक ददया जाना तय
रहे गा |
3. यह कक ककरायेदारी का यह अनुबिंध पत्र ककराया प्रारिं भ होने की ददनािंक 17/05/2024 से आगामी
11 माह के सलए वैध्य है , स्जसमे मकान के ऊपरी तल में 2 कमरे (semi furnished), 1 ककचन,
1 लेटबाथ ददया गया है |
4. ककरायेदारी अवधध पूरी होने पर दोनों पक्षों की राजी िुशी होने पर ककरायेदारी की अवधध को
बढ़ाये जाने पर नवीन ककरायानामा अथवा अनब
ु ध
िं पत्र तनष्पाददत ककया जावेगा | नवीन अनब
ु ध
िं
पत्र में ककराया रासश को बढ़ाने का अधधकार पण
ू प रूप से प्रथम पक्षकार के पास रहे गा |
5. ककरायेदारी अवधध के दौरान ककरायेदार ककरायाधीन सिंपत
िं ी को थवच्छ एविं ठीक हालत में रिेगा
उसे ककसी भी प्रकार से क्षततग्रथत नहीिं करे गा, क्षतत होने पर उसकी पण
ू प रूप से भरपाई द्त्तवतीय
पक्षकार को करनी होगी |
6. ककरायेदार उक्त सिंपत्ति का उपयोग ससर्प तनवास हेतु करने के सलए बाध्य होगा एविं वह उक्त
मकान में ककसी भी प्रकार का व्यवसाय, अनैततक प्रयोजन पूणत
प ः प्रततबिंधधत है |
7. मकान मासलक द्वारा समय-समय पर (आवश्यकतानस
ु ार) शािंततपूवक
प मकान की दे ि-रे ि हेतु
उक्त सिंपिंती में प्रवेश करने का अधधकारी होगा |
8. ककरायेदार त्तवलेि में उल्लेखित सारी शतों का पालन करने को बाध्य होगा एविं उसमें से ककसी
का भी उलिंघन ककए जाने पर मकान मासलक को उसे बेदिल करने का पण
ू प अधधकारी रहे गा |

प्रथम पक्षिार (हस्ताक्षर) द्त्तितीय पक्षिार (हस्ताक्षर)


राजेन्र लसंह िुशिाह (किरायेदार)
आधार:- 2706-1377-7215
मो.:- 97521-79052

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