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प्रश्न.1) कवि नागार्जून जी ने बापू के तीनों बंदरों के माध्यम से वर्तमान स्थिति पर कैसा
व्यंग्य किया है ?
उत्तर : 'बापू के तीनों बंदर' नामक कविता एक अद्वितीय रूप से वर्तमान समाज की स्थिति को
व्यंग्यपूर्ण ढंग से प्रस्तुत करती है। इस कविता में कवि नागार्जुन ने तीन बंदरों के माध्यम से
भारतीय समाज के विभिन्न पहलुओ ं को चित्रित किया है। पहला बंदर ज्ञानवान और समझदार
है , दूसरा बंदर दरिद्रता और गरीबी की त्रासदी में पड़ा है , और तीसरा बंदर संतानहीन और
उदास है। यह तीन बंदर समाज के विभिन्न वर्गों को प्रतिनिधित्व करते हैं और कवि ने उनके
माध्यम से समाज की विपरीतताओ,ं अन्याय, और सामाजिक समस्याओ ं को उजागर किया है।
इसके माध्यम से, वे आम लोगों को समझाते हैं कि समाज के विकास के लिए सही दिशा में
कठिनाइयों का सामना करना जरूरी है और उन्हें उसे सुधारने के लिए साथ मिलकर काम
करना चाहिए।
2) 'बात-बतंगड' कविता के माध्यम से 'बात' के विविध प्रकारों को स्पष्ट कीजिए ?
उत्तर : 'बात-बतंगड़' कविता द्वारा लेखक विष्णु प्रभाकर के द्वारा 'बात' के विविध प्रकारों को
व्यक्त किया गया है। इस कविता में, बात के अनेक प्रकार का वर्णन किया गया है जैसे कि
'बात का सोना', 'बात का दीवाली', 'बात की झूला', 'बात की झांकी', 'बात का भांडा' आदि।
इन प्रकारों के माध्यम से कवि ने व्यक्तिगत और सामाजिक संदेशों को प्रस्तुत किया है।
वे 'बात का सोना' के माध्यम से समाज के गौरव और समृद्धि को व्यक्त करते हैं , 'बात की
दीवाली' के माध्यम से उत्सव और आनंद को व्यक्त करते हैं , और 'बात का भांडा' के माध्यम से
अस्थिरता और अविश्वास को उजागर करते हैं।
इस कविता के माध्यम से, लेखक बात के अनेक रूपों की महत्वपूर्णता और प्रभाव को उजागर
करते हैं और बात के माध्यम से हमारी सोच, विचार और जीवन के अनुभव को दर्शाते हैं।
3) कवि उदय प्रकाश जी ने विद्वान लोगों की कौन-सी विशेषता बतायी है ?
उत्तर : कवि उदय प्रकाश जी ने अपनी कविता 'विद्वानों के जीवन' में विद्वान लोगों के जीवन की
महत्वपूर्णता को समझाया है। उन्होंने विद्वानों की विशेषता को निरंतर शिक्षा और ज्ञान की
खोज में जुटे रहने के माध्यम से प्रकट किया है। उनके अथक प्रयासों से ही समाज में ज्ञान का
प्रसार होता है और नई प्रेरणाओ ं का उत्थान होता है। विद्वान लोग न केवल अपने क्षेत्र में
उत्कृष्टता प्राप्त करते हैं , बल्कि उनका जीवन भी सामाजिक सेवा और नैतिकता के प्रति
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समर्पित होता है। उन्होंने इस कविता के माध्यम से विद्वानों के महत्व को सार्थकता से बताया है
और समाज को उनकी उपेक्षा नहीं करने की अपील की है। इस कविता में कवि विद्वानों के
जीवन का सम्मान करते हैं और उनकी श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं।
4) शैल चतुर्वेदी ने नेता के सर्वोपरि महत्व को कैसे बताया है ?
उत्तर : शैल चतुर्वेदी ने अपनी कविता 'नेता' में नेता के सर्वोपरि महत्व को कवितात्मक रूप से
प्रस्तुत किया है। उन्होंने नेता को समाज का नेतृत्व करने वाला, विश्वासनीयता का स्रोत, और
समृद्धि का संचालक बताया है। उनकी कविता में नेता को एक महान व्यक्तित्व के रूप में
चित्रित किया गया है , जो समाज के हर वर्ग का संघटक और आदर्श होता है।
शैल चतुर्वेदी ने नेता के महत्व को उसके कर्तव्यों, उपक्रमों, और नेतृत्व क्षमता में देखा है।
उनके अनुसार, नेता समाज को एकजुट करने और उसकी प्रगति में मार्गदर्शन करने का
महत्वपूर्ण स्रोत होता है। नेता की भूमिका समाज के संघर्षों और समस्याओ ं को समझने और
समाधान के लिए महत्वपूर्ण होती है।
इस रूप में, शैल चतुर्वेदी ने नेता के सर्वोपरि महत्व को कवितात्मक और समाज से जुड़े तत्वों
के माध्यम से व्यक्त किया है।
5) 'बात-बतंगड' कविता का उद्देश स्पष्ट कीजिए।
उत्तर : 'बात-बतंगड़' कविता का उद्देश्य सामाजिक स्थिति को उजागर करना और समाज में
होने वाली बातचीत के गोलमाल को प्रकट करना है। कवि इस कविता के माध्यम से
सामाजिक व्यवहार की समस्याओ ं को संवेदनशीलता और विचारशीलता के माध्यम से
उजागर करते हैं।
कविता में बताया गया है कि आजकल लोग अपने विचारों को व्यक्त करने के लिए सही तरीके
की बजाय अश्लीलता, बेहद अभिनय, और कट्टरता का सहारा लेते हैं। यह समस्या समाज में
अन्याय, असहमति, और विवाद का कारण बनती है।
कवि ने बताया है कि ऐसा व्यवहार सामाजिक बातचीत की स्तर को कमजोर करता है और
समस्याओ ं का समाधान नहीं हो पाता। इसके बजाय, लोग एक-दूसरे के अपने विचारों और
धारणाओ ं का अपमान करते हैं।
कवि इस कविता के माध्यम से लोगों को सोचने और समाधान के लिए संवेदनशील और सभ्य
तरीके की प्रेरणा देते हैं। उन्होंने बताया है कि समस्याओ ं का समाधान केवल सही और
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संवेदनशील बातचीत के माध्यम से हो सकता है। इससे समाज में सहयोग, समन्वय, और
उत्थान की भावना उत्पन्न होगी।
6) 'विद्वान लोग' कविता में विद्वान लोगों का महत्त्व स्पष्ट कीजिए।
उत्तर : 'विद्वान लोग' कविता में विद्वान लोगों का महत्त्व काफी प्रमुख रूप से प्रस्तुत किया गया
है। कवि ने उनकी महत्त्वपूर्ण भूमिका को समाज में उजागर किया है और उन्हें समाज के नेतृत्व
करने और प्रगति में महत्वपूर्ण योगदान करने की प्रेरणा दी है।
कवि ने बताया है कि विद्वान लोग समाज के आधार और चेतना होते हैं। उनका ज्ञान और
विशेषज्ञता समाज को संदेश और दिशा प्रदान करता है। वे नए विचारों और विज्ञान की खोजों
में लगे रहते हैं , जो समाज की प्रगति में महत्वपूर्ण होती हैं।
कवि ने विद्वान लोगों को समाज के नेतृत्व में महत्वपूर्ण भूमिका दी है। उनके मार्गदर्शन में
समाज सही राह पर चलता है और समस्याओ ं का समाधान करता है। विद्वान लोगों का ज्ञान
और अनुभव समाज को सामर्थ्य और स्वतंत्रता प्रदान करता है और उसे विकास और समृद्धि
की ओर अग्रसर करता है।
इस प्रकार, 'विद्वान लोग' कविता में विद्वान लोगों का महत्त्व उजागर किया गया है और उन्हें
समाज के लिए आदर्श और प्रेरणा का स्रोत बताया गया है।
7) अशोक चक्रंधर ने 'कितनी रोटी' कविता में सामाजिक स्थिती पर कैसा व्यंग्य किया है ?
उत्तर : 'कितनी रोटी' कविता में अशोक चक्रंधर ने समाजिक स्थिति पर व्यंग्य किया है। वे इस
कविता के माध्यम से गरीबी और असमानता के विषय पर चर्चा करते हैं। कवि ने गरीबी के
अनुभवों को चित्रित किया है और उन्हें स्पष्टत: दिखाया है कि गरीबी के कारण लोग कितनी
मुश्किलों का सामना करना पड़ता है।
कवि ने समाज में होने वाली असमानता को उजागर किया है , जहां कुछ लोग अपनी दौलत
और सामाजिक स्थिति के कारण सुख-सुविधा में रहते हैं , जबकि दूसरे लोग गरीबी और संघर्ष
के कारण जीने को मजबूर होते हैं।
कवि ने उन लोगों के दर्द और पीड़ा को व्यंग्यपूर्ण ढंग से व्यक्त किया है , जो समाज की
आधिकारिक विशेषाधिकारिक संरचना के कारण अपनी स्थिति से परिचित होते हैं।
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इस प्रकार, 'कितनी रोटी' कविता में अशोक चक्रंधर ने समाजिक स्थिति के विविध पहलुओ ं
पर व्यंग्य किया है और लोगों को समझाया है कि असमानता का समाधान करने के लिए
सामाजिक न्याय और समर्थ नीतियों की आवश्यकता है।
8) 'कितनी रोटी' कविता का सारांश लिखिए।
उत्तर : 'कितनी रोटी' कविता बच्चों के भविष्य के बारे में है। इसमें एक बच्चा अपनी माँ से
पूछता है कि उसका भविष्य कैसा होगा। माँ उसे एक रोटी देती है और कहती है कि इसी रोटी
पर उसका भविष्य निर्भर है। बच्चा अनुशासन, मेहनत, और संघर्ष के माध्यम से अपने भविष्य
को सजाने के लिए प्रेरित होता है। इसका सारांश यह है कि हमारा भविष्य हमारी मेहनत,
संघर्ष, और अनुशासन पर निर्भर करता है। 'कितनी रोटी' कविता एक गहरी संदेश भरी कविता
है जो बच्चों के भविष्य की महत्ता को दर्शाती है। इस कविता में एक बच्चा अपनी माँ से पूछता
है कि उसका भविष्य कैसा होगा। माँ उसे एक रोटी देती है और कहती है कि इसी रोटी पर
उसका भविष्य निर्भर है। बच्चा यह समझता है कि उसका भविष्य उसकी मेहनत, अनुशासन,
और संघर्ष पर निर्भर करे गा। वह जानता है कि अगर वह मेहनती होकर पढ़ाई करे गा और
संघर्ष को नहीं हारे गा, तो उसका भविष्य सफल होगा। कविता ने बच्चों को उनके कर्तव्यों की
महत्ता को समझाया है और उन्हें संघर्ष के माध्यम से अपने लक्ष्यों को हासिल करने के लिए
प्रेरित किया है। यह भविष्य के निर्माण में मेहनत और अनुशासन की महत्ता को प्रमुखता देती
है।
9) 'दे श के लिए नेता' कविता में दे श के लिए नेता बहुत ही जरूरी है ऐसा कवि ने क्यों कहा
है ? उत्तर : 'दे श के लिए नेता' कविता में नेता की महत्ता को व्यक्त किया गया है। नेता एक ऐसा
व्यक्ति होता है जो दे श की सेवा में समर्पित होता है। उसका मुख्य कार्य दे श के समृद्धि और
उन्नति के लिए काम करना होता है। वह दे श के सामाजिक, आर्थिक, और राजनीतिक संरचना
को सुधारने में सक्षम होता है। नेता लोगों के माध्यम से जुड़ा रहता है और उनकी समस्याओ ं
को सुनता है। उसका मुख्य उद्देश्य लोगों के हित में काम करना होता है।
नेता की महत्ता को बताने वाले कवि कहते हैं कि एक सच्चा नेता अपने दे श के प्रति ईमानदारी
से निरंतर प्रयासरत रहता है। उसके मार्गदर्शन में लोग अपने कार्यों में समर्थ होते हैं और उनका
विश्वास उसे सफलता की ऊंचाइयों तक पहुंचाता है। नेता की भूमिका दे श के विकास में
महत्वपूर्ण होती है क्योंकि वह लोगों के अधिकारों की रक्षा करता है और उनके हित में काम
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करता है।कवि ने 'दे श के लिए नेता' कविता में नेता की जरूरत को उजागर किया है और लोगों
को उनके दे श के प्रति सकारात्मक योगदान को महसूस कराया है। इस कविता में नेता की
महत्ता को समझाने के साथ ही लोगों को नेता बनने के लिए प्रेरित किया गया है।
प्र.2 :- 1) 'प्रेम की बिरादरी' इस कहानी में हरिशंकर परसाई जी ने प्रेम के विभिन्न रूपों को
कैसे चित्रित किया है ?
उत्तर : हरिशंकर परसाई जी की कहानी 'प्रेम की बिरादरी' में प्रेम के विभिन्न रूपों को अद्वितीय
ढंग से चित्रित किया गया है। यह कहानी उन्हें विभिन्न प्रेम के संदर्भों के माध्यम से प्रस्तुत करती
है।
पहले, परसाई जी ने पति-पत्नी के संबंध को प्रेम की बिरादरी का महत्वपूर्ण उदाहरण के रूप में
प्रस्तुत किया है। वे दिखाते हैं कि प्रेम का यह संबंध किसी भी परिस्थिति में साथ देने की शक्ति
और स्थिरता प्रदान करता है।
दूसरे , प्रेम की बिरादरी को दोस्ती के संबंध के माध्यम से व्यक्त किया गया है। यह बताता है कि
अच्छे दोस्त हमारे जीवन में अनमोल होते हैं और हमें हर परिस्थिति में साथ देने के लिए तैयार
रहते हैं।
तीसरे , प्रेम की बिरादरी को मातृत्व के रूप में प्रस्तुत किया गया है। यह बताता है कि माताएं
अपने बच्चों के प्रति अपने अदम्य प्रेम के माध्यम से अनदेखी और निष्पक्षता का उदाहरण
स्थापित करती हैं।
इस प्रकार, हरिशंकर परसाई जी ने 'प्रेम की बिरादरी' के माध्यम से प्रेम के विभिन्न आयामों को
संवेदनशीलता और विविधता से प्रस्तुत किया है।
2) 'अफसर' इस व्यंग्य कहानी माध्यम से अफसरों की विशेषताओं को चित्रित कीजिए
उत्तर : 'अफसर' एक व्यंग्य कहानी है जिसमें हं सी और चालाकी के माध्यम से अफसरों की
विशेषताओ ं को प्रस्तुत किया गया है। इस कहानी में अफसरों की एक सार्थक चित्रण किया
गया है:
1. सतर्क ता: अफसरों को हमेशा सतर्क रहना पड़ता है , चाहे वो फॉर्माल मीटिंग हो या फिर
अनूठे परिस्थितियों में।
2. स्थायित्व: अफसरों की विशेषता में स्थायित्व और संभावनाओ ं की पुनः पुष्टि करने की क्षमता
शामिल है।
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3. अद्भतु बोलचाल: वे कभी-कभी अद्भतु और चुटकुला भरी बोलचाल करते हैं , जो उन्हें और
उनके साथियों को आसानी से जोड़ता है।
4. कुशलता: अफसरों को समस्याओ ं का समाधान करने की कुशलता और संवेदनशीलता की
आवश्यकता होती है।
5. आधिकारिकता: अफसरों की विशेषता में आधिकारिकता और प्रोफेशनलिज्म भी शामिल
है , जो उन्हें संभावनाओ ं के तहत सकारात्मक नेतृत्व करने में मदद करता है।
इस कहानी के माध्यम से, अफसरों की ये विशेषताएँ हं सी और समझदारी के साथ प्रस्तुत की
गई हैं , जो उन्हें समाज में अद्वितीय बनाती हैं।
3) 'मुख्यमंत्री का डंडा' इस कहानी के माध्यम से सरकारी तंत्र प्रणाली पर कहानीकार ने
किस प्रकार व्यंग्य किया है ?
उत्तर : 'मुख्यमंत्री का डंडा' कहानी में कहानीकार ने सरकारी तंत्र प्रणाली को व्यंग्यपूर्ण ढंग से
प्रस्तुत किया है। यह कहानी एक आम नागरिक के अनुभवों के माध्यम से राजनीतिक प्रणाली
की स्वार्थपरता, भ्रष्टाचार, और सत्ता का दुरुपयोग को उजागर करती है।
कहानी में, मुख्यमंत्री के डंडे का उपयोग समान नागरिकों पर अत्यधिक अत्याचार करने के
लिए किया जाता है। यह डंडा उनकी सत्ता को मजबूत करने का एक साधन बन जाता है , जिसे
वे विवादित और अनुचित रूप से उपयोग करते हैं।
कहानी में, कहानीकार ने सरकारी तंत्र प्रणाली की कमजोरियों, दोषों, और नागरिकों के
अधिकारों की हनन को चित्रित किया है। वे व्यंग्य के माध्यम से समाज को समझाते हैं कि
राजनीतिक शक्ति को सार्वजनिक हित में उपयोग करना चाहिए, न कि व्यक्तिगत लाभ के
लिए।
इस प्रकार, 'मुख्यमंत्री का डंडा' कहानी के माध्यम से कहानीकार ने सरकारी तंत्र प्रणाली की
समीक्षा की है और उसकी विवादित प्रवृत्तियों को प्रस्तुत किया है।
4) 'झोले' इस व्यंग्य कहानी में चित्रित आम इन्सान की पीड़ा को कहानीकार ने किस
प्रकार व्यक्त किया है ?
उत्तर : 'झोले' एक व्यंग्य कहानी है जो आम इंसान की पीड़ा को हास्यास्पद तरीके से चित्रित
करती है। इस कहानी में, कहानीकार ने एक साधारण आदमी के दिनचर्या में घटित घटनाओ ं
को हास्यास्पद ढंग से व्यक्त किया है।
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उन्होंने यह दिखाया है कि कितनी सामान्य और रोजमर्रा की चीजों में भी हमारी पीड़ा छुपी होती
है। उन्होंने व्यक्ति के झोले को उधेड़ने, उसके आस-पास के लोगों के साथ हो रही अनादर, और
उसके साथ होने वाली बेहतरीन घटनाओ ं को व्यंग्यपूर्ण ढंग से चित्रित किया है।
इस कहानी में कहानीकार ने सामाजिक स्तर पर होने वाली विभिन्न समस्याओ ं को चुपचाप
स्वीकार करने और हास्य के माध्यम से उन्हें समाधान करने का प्रयास किया है। उन्होंने
दिखाया है कि हँ सी के माध्यम से हम अपनी जीवन की सामान्यता को स्वीकार कर सकते हैं
और उसमें खुशी पा सकते हैं।
5) 'प्रेम की बिरादरी' कहानी का सारांश लिखिए।
उत्तर : 'प्रेम की बिरादरी' कहानी हरिशंकर परसाई द्वारा लिखी गई है और इसमें प्रेम के विभिन्न
रूपों को चित्रित किया गया है। कहानी में एक व्यक्ति नामक प्रेमी एक समृद्ध और सम्मानित
व्यक्ति है जो अपने विश्वास के साथ अपनी भावनाओ ं को प्रकट करता है। वह अपने प्रेम की
बिरादरी का प्रतिनिधित्व करता है।
कहानी में, प्रेमी की बिरादरी का एक और सदस्य है , जो व्यापारिक दुनिया में निपुण है और
जिसे समाज में उच्च स्थान प्राप्त है। इसके बावजूद, उसका विचार और भावनाएं प्रेमी के
समान हैं।
कहानी निकट आत्मघात के प्रयास के बारे में है , जिसके कारण प्रेमी की मौत हो जाती है।
इसके परिणामस्वरूप, वह और उसके समर्थ बंधुओ ं का जीवन में समानता और सद्भाव की
भावना को प्राप्त होती है।
'प्रेम की बिरादरी' कहानी व्यक्ति के आत्मविश्वास और सामाजिक मूल्यों की महत्वपूर्णता को
उजागर करती है , और यह दिखाती है कि प्रेम और समर्थता की बिरादरी हर समय महत्वपूर्ण
होती है।
6) 'अफसर' कहानी में अफसर की मनोवृत्ति पर प्रकाश डालिए।
उत्तर : 'अफसर' कहानी में, अफसर की मनोवृत्ति उसके सामाजिक स्थान और अधिकार की
भावना से प्रभावित होती है। अफसर अपने स्थान और प्रतिष्ठा को महत्वपूर्ण मानते हैं और
अपनी सत्ता का इस्तेमाल करके अन्य लोगों पर अपना अधिकार जताते हैं।
कहानी में, अफसर एक अधिकारी है जो अपनी सत्ता का दुरुपयोग करते हुए अपनी लालची
मनोवृत्ति को प्रकट करता है। उन्होंने न्याय की भावना को अनदेखा किया और अपने ही लाभ
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के लिए कार्रवाई की है। वे अपने पद की सत्ता का दुरुपयोग करके अन्य लोगों को शोषण
करते हैं और अपनी हरकतों में न्याय की भावना को ध्वस्त करते हैं।
इसके अलावा, अफसर की मनोवृत्ति में उनका आत्ममहत्वा और उत्साह भी प्रकट होता है , जो
उन्हें अपने लक्ष्य की प्राप्ति के लिए सतत प्रेरित करता है। यह उन्हें अपने कार्य में अधिक समर्थ
बनाने के लिए एक प्रेरणास्त्रोत भी प्रदान करता है।
इस प्रकार, 'अफसर' कहानी में अफसर की मनोवृत्ति सामाजिक संरचना, सत्ता के प्रभाव, और
स्वार्थपरता की भावना को प्रकट करती है।
7) 'सावधान, हम ईमानदार है ' इस कहानी के व्यंग्य को स्पष्ट कीजिए।
उत्तर : 'सावधान, हम ईमानदार है ' एक व्यंग्यपूर्ण कहानी है जो सामाजिक दुष्प्रभावों, भ्रष्टाचार,
और नैतिकता के विषयों पर प्रकट होती है। इस कहानी में, विभिन्न व्यक्तियों का एक समूह
दिखाया गया है जो अपने कारोबारिक लाभ के लिए नैतिकता को उलटा करते हैं।
कहानी में, व्यक्तियों के बोलने का अन्याय और उनके कर्मों की खोज करने पर, पत्रकार एक
सत्य की खोज में निकलता है , जो दिखाता है कि लोग कितने भ्रष्ट और अधर्मी हो सकते हैं।
इस कहानी में, व्यंग्य की प्रमुखता उस समय प्रकट होती है जब लोग अपने भ्रष्टाचारिक और
नैतिकता के लिए उपेक्षा करते हैं , और अपने आप को "सावधान, हम ईमानदार है " कहते हैं।
यह कहानी लोगों को उनके असली चेहरे को समझने की आवश्यकता को याद दिलाती है और
समाज में नैतिक मूल्यों की महत्वपूर्णता को सार्थक बनाने के लिए उन्हें प्रेरित करती है।
8) 'मुख्यमंत्री का डंडा' इस कहानी का महत्त्व विशद कीजिए।
उत्तर : 'मुख्यमंत्री का डंडा' कहानी में महत्त्वपूर्ण रूप से सरकारी तंत्र प्रणाली पर ध्यान केंद्रित
किया गया है। इस कहानी में, एक मुख्यमंत्री अपने आप को बेहद शक्तिशाली और अनादरपूर्व
साबित करने के लिए एक 'डंडा' के रूप में सामाजिक और न्यायिक प्रणाली का उपयोग करता
है।
इस कहानी में, मुख्यमंत्री अपनी सत्ता का दुरुपयोग करते हुए अपने विरोधियों को जेल में
डालवाने और उन्हें डराने के लिए न्यायिक प्रक्रिया का उपयोग करते हैं। उनका उद्देश्य अपनी
सत्ता को बनाए रखना होता है , चाहे उसके लिए न्यायिक प्रक्रिया का अपमान करना पड़े।
कहानी उन्हीं स्थितियों को प्रकट करती है जहां सत्ताधारी अपनी आत्मसात की रक्षा के लिए
न्यायिक प्रक्रिया का दुरुपयोग करते हैं और न्याय को अपने लाभ के लिए उपयोग करते हैं।
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इस कहानी का महत्त्व यह है कि वह समाज में न्याय की महत्वता को संवेदनशीलता से प्रकट
करती है और सरकारी तंत्र की भ्रष्टाचार और सत्ता के अनादर को उजागर करती है। यह भी
दिखाता है कि न्यायिक प्रक्रिया का दुरुपयोग और उसका सत्ताधारियों के द्वारा अधिकार का
उपयोग करने का खतरा है।
9) 'प्रेम की बिरादरी' कहानी में व्यक्त चुटीले व्यंग्य को स्पष्ट कीजिये।
उत्तर : 'प्रेम की बिरादरी' कहानी में व्यंग्य कई स्थानों पर प्रयुक्त होता है। यह कहानी एक
समाजिक संघर्ष को उजागर करती है जहां एक समुदाय का मूल्य समाज के नज़रिये में कम
होता है।
कहानी में, जब निम्न जाति के लोग ऊपरी जातियों के घर भोजन के लिए जाते हैं , तो उन्हें
अपमानित करने वाले व्यंग्य का सामना करना पड़ता है। उन्हें केवल अवश्यकतानुसार ही
खाना दिया जाता है , जैसे कि एक पूंजीवादी उपहार के रूप में। इससे व्यंग्यिक परिस्थितियों
को और भी गंभीरता के साथ प्रस्तुत किया जाता है।
कहानी में, व्यंग्य उस समाज के दोहराव में और उसकी सत्ता के खिलाफ होता है जो विभाजन
को बढ़ावा देता है। वह उस संघर्ष का प्रतिनिधित्व करता है जो प्रेम और साझेदारी की बजाय,
अपमान और विभाजन के लिए हो रहा है।
इस व्यंग्य के माध्यम से, कहानी वास्तविकता को प्रस्तुत करती है और समाज में मौजूद
विभाजन और भेदभाव को उजागर करती है। इससे समझ आता है कि प्रेम और साझेदारी की
बजाय, विभाजन और असमानता कैसे प्रधान हो रहे हैं , जो समाज को विकास की राह से दूर
करता है।
10) 'मुख्यमंत्री का डंडा' कहानी में डॉ. सुदर्शन मजीठियाजी ने किस कार्यप्रणाली पर
तीखा प्रहार किया है ?
उत्तर : 'मुख्यमंत्री का डंडा' कहानी में डॉ. सुदर्शन मजीठियाजी ने भ्रष्टाचार की कार्यप्रणाली पर
तीखा प्रहार किया है। उन्होंने राजनीतिक दलों और बड़े अधिकारियों के द्वारा चलाई जाने वाली
भ्रष्टाचारपूर्ण कार्यप्रणाली को खुलकर उजागर किया है।
डॉ. सुदर्शन मजीठियाजी ने अपने आदर्शों और सिद्धांतों के लिए संघर्ष किया और सत्य के प्रति
अपनी प्रतिबद्धता को प्रदर्शित किया। उन्होंने मुख्यमंत्री के पद पर बैठकर अपने प्रिय विचारों
को नष्ट करने के लिए भ्रष्टाचार और अनुचित प्रथाओ ं का खुला विरोध किया।
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उनका विरोध भ्रष्टाचार के खिलाफ सजगता पैदा करने और समाज को उठाने की एक
प्रेरणादायक मिसाल है। उनकी इस क्रांतिकारी उपलब्धि ने समाज को जागरूक किया और
उसे सही राह पर ले जाने का प्रेरणा दिया।
उन्होंने अपनी कठोर भूमिका और निष्ठापूर्ण प्रयासों के माध्यम से एक सकारात्मक परिणाम
प्राप्त किया और भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ा। उनके प्रति उत्कृष्टता के लिए समाज उन्हें प्रशंसा
और सम्मान देता है , जो उनकी इस कड़ी मेहनत और समर्पण का प्रतीक है।
प्र.३)
१) "व्यर्थ बात मत कीजिए, हो वाणी का हास बक-बक ज्यादा होय तो बन जाए बकवास ।
बन जाए बकवास, न झूठी बात बनाओ, चिकनी-चुपड़ी बातों से चमचे कहलाओ।"
उत्तर : यह कविता व्यक्तिगत सच्चाई और वाणी के महत्व को सार्थकता से उजागर करती है।
शुरू में, कवि एक सख्त संदेश देते हैं - व्यर्थ बातें और झूठे वादे करने का कोई स्थान नहीं होना
चाहिए। वाणी को मूल्यवान बनाने के लिए सच्चाई और ईमानदारी का पुनरावलोकन किया
जाता है। यह निर्देश लोगों को सोचने और अपने विचारों को साफ़ करने के लिए प्रेरित करता
है। वाणी को अधिक महत्वपूर्ण बनाने के लिए, कवि उसे बकवास और झूठे वादों से दूर रहने
की अपील करते हैं।
कविता में सामाजिक और नैतिक मूल्यों को उजागर किया गया है , जो समाज में सत्य और
ईमानदारी की महत्वपूर्णता को अंकित करते हैं। यह एक चेतावनी है कि व्यक्तिगत और
सामाजिक जीवन में सत्यता का महत्व निरंतर होता है।
कविता में विचारशील भावनाएं हैं जो समृद्धि और समाजिक उत्थान के प्रति एक प्रेरणास्पद
संदेश प्रस्तुत करती हैं। इसके माध्यम से, कवि लोगों को अपने विचारों और व्यवहार में सच्चाई
और न्याय के मूल्यों को स्थायी रूप से अपनाने की प्रेरणा देते हैं। वाणी की शक्ति को मान्यता
देना हमें अपने समाज के लिए उत्तमता की दिशा में अग्रसर करता है।
२) "बहुत साधारण-सी बातों पर जब सोचते है विद्वान लोग तो उनके सोचते ही वे बातें
जुगनुओ ं में बदलकर मूढ़ता के इस घनान्धकार में चमकने लगती है।"
उत्तर : यह वाक्य विद्वानों और उनकी विचारधारा के बारे में गहराई से विचार करने के महत्व
को उजागर करता है। विद्वान लोग कई बार साधारण बातों को भी गहराई से विचार करते हैं ,
जिन्हें अव्यावसायिक या घनान्धकार माना जा सकता है। उनकी विशेषता यह है कि वे आम
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बातों को भी नए दृष्टिकोण से देखते हैं , जिससे उनके विचार अत्यंत विवेकपूर्ण और विश्वसनीय
होते हैं।
इस वाक्य में दिखाया गया है कि कभी-कभी साधारण बातें भी विद्वान लोगों के द्वारा नए और
अद्वितीय तरीके से विचार किए जा सकते हैं , जिससे उन्हें नई दिशा मिलती है। यह विशेष गुण
समाज के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं , क्योंकि इससे नए और नवाचारी विचार
प्रेरित होते हैं जो आगे बढ़ने में मदद करते हैं।
३) "सुना है , लड़की बड़ी तकलीफ में है। वह उसे पीटता है। उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया।
जवाब देते भी तो क्या देते, सिवा इसके कि इतना तो सन्तोष है कि जातिवाले से पिट रही
है।"
उत्तर : यह उद्धति
ृ एक सामाजिक समस्या को प्रकट करती है और महिला सुरक्षा और समाज
में उनके स्थान की महत्वपूर्णता को उजागर करती है। एक लड़की की पीड़ा का वर्णन करते
हुए, उपलब्ध विकल्पों की कमी और समाज में इस समस्या के प्रति लापरवाही को उजागर
किया गया है। उसके जवाब में दिखाई गई अविवेकपूर्णता और समाज में इस समस्या के प्रति
बेपरवाही को उजागर करती है।
इस उद्धति
ृ में समाज की धार्मिकता, जातिवाद, और महिला सुरक्षा के महत्व को उजागर किया
गया है। लड़की की पीड़ा के सम्बंध में समाज में विचारशीलता और जागरूकता को बढ़ावा देने
की आवश्यकता को यह उद्धति
ृ प्रेरित करती है।
ृ से स्पष्ट होता है कि महिलाओ ं के संरक्षण और समाज में उनके सम्मान की
इस उद्धति
महत्वपूर्णता को समझना आवश्यक है। इसे देखकर हमें यह सोचने पर मजबूर किया जाता है
कि समाज में महिलाओ ं के साथ न्याय के संदर्भ में कार्यशीलता कैसे बढ़ाई जा सकती है।
४) "आप पीछे मत हटिए ये तो ईमानदारी की लडाई है और ईमानदार के मसले को लेकर
पीछे हटना ठींक नहीं है।"
उत्तर : यह वाक्य उत्कृष्टता और सत्य के महत्व को संकेत करता है , और हमें सत्य के पक्ष में
खड़े रहने की महत्वपूर्णता को समझाता है। यह एक विश्वासनीय संदेश है कि जीवन में सत्य
और ईमानदारी के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को हमेशा बनाए रखना चाहिए, चाहे स्थितियाँ
कितनी भी कठिन क्यों न हों।
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वाक्य द्वारा उजागर किया जाता है कि सच्चाई का समर्थन करना कभी आसान नहीं होता,
लेकिन यह शानदारता और विवेक की पराकाष्ठा को प्रकट करता है। यह हमें याद दिलाता है
कि ईमानदारी का उत्कृष्टता के लिए हमेशा लड़ना होता है , और कभी-कभी हमें स्थिरता और
धैर्य की आवश्यकता होती है।
इस उद्धति
ृ से स्पष्ट होता है कि सत्य और ईमानदारी का पक्ष लेने के लिए हमें हमेशा साहस
और प्रतिबद्धता की आवश्यकता होती है। यह हमें अपने मूल्यों और नैतिकता के प्रति स्थिर
और संवेदनशील बनाए रखने की प्रेरणा देता है , जो हमें आगे बढ़ने में सहायक होता है।
५) "विद्वान लोगों की हँसी या छींक भी विद्वान होती है और उसका कारण जानना जो
विद्वान नहीं हैं ,उनके बाहर की बात है।"
उत्तर : यह वाक्य विद्वानता के साथ संबंधित एक महत्वपूर्ण बात को उजागर करता है। यह
बताता है कि विद्वान व्यक्ति की हं सी या छींक भी विशेषता को प्रतिबिम्बित करती है। उनका
व्यवहार और अनुभव भी उनके ज्ञान और विचारों को दर्शाता है।
विद्वान लोग अपने अनुभवों और ज्ञान के साथ समझदार और सूक्ष्म भावनाओ ं का अनुभव
करते हैं। इसलिए, उनकी हं सी और छींक भी विद्वता का प्रतीक होती है। उनका व्यवहार और
रवैया उनके अन्दर की समझ और विचारों को दर्शाता है।
इस वाक्य से स्पष्ट होता है कि विद्वानता एक श्रेष्ठता नहीं है , बल्कि यह व्यक्ति के व्यवहार,
विचार और भावनाओ ं में उत्कृष्टता का प्रतीक है। यह उन लोगों के लिए एक प्रेरणास्त्रोत हो
सकता है जो विद्वानता की ओर प्रयास कर रहे हैं , और उन्हें यह समझने के लिए प्रेरित कर
सकता है कि विद्वानता न केवल ज्ञान का होता है , बल्कि व्यक्तित्व और अनुभव का भी।
६) "नोट के लिए वोट वोट के लिए वोटर वोटर के लिए मोटर मोटर के लिए दौरा दौरे के
लिए भत्ता भत्ते के लिए भाषण।"
उत्तर: यह उद्धति
ृ राजनीतिक और समाजिक वातावरण को उजागर करती है , जहां चुनावी
प्रक्रिया और सार्वजनिक सेवाओ ं के लिए आमजन की भागीदारी को लेकर कई उलझनें होती
हैं। इस वाक्य में व्यावसायिकीकरण, बैरोक्रेसी, और नेताओ ं की भ्रष्टाचार की बात की गई है।
यह उद्धति
ृ बताती है कि चुनावी प्रक्रिया और राजनीतिक संघर्ष में लोगों के साथियों को
आमदनी और स्थानीय सुविधाओ ं के लिए उनके समर्थन के बदले में वोट खरीदने की कई
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चुकी या ब्रिबरी प्रथाओ ं का चित्रण करती है। इससे नेताओ ं की नीतिगत और नैतिकता के प्रति
सवाल उठता है।
इस वाक्य में स्पष्ट रूप से राजनीतिक भ्रष्टाचार और लोकतंत्र की कमजोरियों का उजागर
किया गया है। यह भ्रष्टाचार और आमजन के साथ अन्याय के खिलाफ लड़ाई को सामने लाने
की आवश्यकता को दर्शाता है और समाज में न्याय की स्थापना के लिए सशक्त और
संवेदनशील नेतृत्व की मांग करता है।
७) "यानी कि आपके कहने के अनुसार पिछले दरवाजे से पैसे लेना बेईमानी का काम है ?
और जो लोग इस तरह पैसा लेते हैं वे बेईमान हैं ?"
उत्तर : यह वाक्य नैतिकता और यथार्थ के संदर्भ में महत्वपूर्ण सवाल उठाता है। इसमें एक
विवादित विषय पर ध्यान दिया जाता है - क्या पिछले द्वार से पैसे लेना बेईमानी का काम है ?
और क्या इसे करने वाले लोग बेईमान होते हैं ?
इस वाक्य से स्पष्ट होता है कि इस संदर्भ में नैतिकता की उच्चता और यथार्थ का संबंध किस
प्रकार निर्धारित होता है। कुछ लोग मानते हैं कि पिछले द्वार से पैसे लेना बेईमानी का काम है ,
जबकि अन्य लोग इसे एक व्यावसायिक प्रक्रिया के रूप में देखते हैं। इसी तरह, कुछ लोग
सोचते हैं कि इसे करने वाले व्यक्ति बेईमान होते हैं , जबकि दूसरों का मानना है कि वह बस
अपने हक को प्राप्त कर रहे होते हैं।
यह वाक्य विचारशीलता को प्रोत्साहित करता है और व्यक्तिगत और सामाजिक मान्यताओ ं
को समझने के लिए हमें प्रेरित करता है। इसका संदेश है कि नैतिकता और यथार्थ का विचार
करते समय हमें विवादित स्थितियों को समझने के लिए संवेदनशीलता से आगे बढ़ना चाहिए।
८) "बाहर निकलो तो बता दिया करो। ये लो सौ का नोट और झोला। आते समय आलू
और पाव लेते आना। आज बच्चों का पाव भाजी खाने का मन है। और जल्दी लौटना।”
उत्तर : यह वाक्य एक संवेदनशील और प्रत्याशावादी संदेश देता है , जो परिवार और संबंधों के
महत्व को प्रकट करता है। यह एक परिवारिक संवाद का उदाहरण है , जिसमें एक व्यक्ति अपने
परिवार के लिए संवेदनशीलता और सहयोग का व्यक्त कर रहा है।
इस वाक्य से प्रकट होता है कि परिवार के सदस्य एक-दूसरे के लिए जिम्मेदारी और समर्थन
देने में सक्षम होने का आदर्श को समझते हैं। वे एक-दूसरे के साथ संवाद और संयोजन में
सक्षम हैं और एक-दूसरे के जरूरतों और इच्छाओ ं को समझते हैं।
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यह वाक्य एक सामाजिक संदेश भी देता है , जो साझा सहयोग और भाईचारे के महत्व को
प्रकट करता है। इसके माध्यम से, हमें परिवार के संबंधों में सहयोग और समर्थन का महत्व
समझाया जाता है , जो हमें अपने प्रियजनों के साथ एक संबंधित और समर्थनपूर्ण माहौल बनाए
रखने के लिए प्रेरित करता है।
९) "बापू के भी ताऊ निकले तीनों बंदर बापू के सरल सूत्र उलझाऊ निकले तीनों बंदर बापू
के सचमुच जीवनदानी निकले तीनों बंदर बापू के ज्ञानी निकले, ध्यानी निकले तीनों बंदर
बापू के।"
उत्तर : यह वाक्य एक प्रशंसा और सम्मान का अभिव्यक्ति है , जो महात्मा गांधी के व्यक्तित्व के
महत्वपूर्ण पहलुओ ं को स्पष्ट करता है। यह एक चित्रण है कि उनके अंतर्निहित गुण और तत्त्वों
के माध्यम से वे एक सच्चे जीवनदाता, ज्ञानी, और ध्यानी हैं।
यह वाक्य महात्मा गांधी के जीवन के विशेष पहलुओ ं को संदर्भित करता है , जैसे उनकी
सरलता, ज्ञान, और ध्यान। यह उनके अद्वितीय व्यक्तित्व की प्रशंसा करता है और उन्हें एक
महान जीवनदाता के रूप में स्मरण करता है।
इस वाक्य के माध्यम से, हमें महात्मा गांधी के जीवन के महत्वपूर्ण पहलुओ ं की महत्वपूर्णता
को समझाया जाता है और हमें उनकी अनूठी व्यक्तित्व के प्रति समर्थन और सम्मान की भावना
को स्थापित करता है। यह एक विशेष रूप से उन्हें एक अद्वितीय संदेशवाहक और जीवनदाता
के रूप में प्रशंसा करने का माध्यम है।
१०) "बात-बात में बन गए, बातों के कुछ छन्द, बात पकड़ कर लीजिए, बातों का आनन्द।
बातो का आनंद, बात बिन महफिल सूनी, बात बनाने वाले को कहते बातूनी।"
उत्तर : यह वाक्य बोलचाल की बातों के महत्व को संजीवनी देता है और विशेष रूप से
सामाजिक मिलनसारता को प्रोत्साहित करता है। यह एक जीवंत और सकारात्मक संवाद का
उदाहरण है , जो लोगों के बीच संबंध और साझेदारी को मजबूत बनाता है।
वाक्य में दिखाई गई अद्वितीय अनुभव का वर्णन करते हुए, उन्हें "बात का आनंद" का उल्लेख
किया गया है , जो एक सकारात्मक और रं गीन संवाद की भावना को दर्शाता है। इस वाक्य में
संगीतमयता और कवितात्मकता का अनुभव किया जा सकता है , जो संवाद को रमणीय
बनाता है।
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वाक्य अपने महकमे के माध्यम से, समृद्धि के लिए सामाजिक और व्यक्तिगत संवाद के महत्व
को समझाता है। यह उदाहरण है कि सामाजिक और सांस्कृतिक मेल-जोल के माध्यम से
जीवन को और भी सुखद और प्रसन्नदायक बनाने का महत्व क्या है।
११) "तो कम-से-कम मनुष्य जाति में तो शादी हुई। अपने यहाँ तो मनुष्य जाति के बाहर भी
महान पुरूषों ने शादी की है - जैसे भीम ने हिडिम्बा से।"
उत्तर : यह वाक्य जाति और समाज के संरचनात्मक मान्यताओ ं के खिलाफ उत्तेजना करता है
और महान व्यक्तियों के उदाहरण के माध्यम से सामाजिक अदालत को प्रस्तुत करता है।
इस वाक्य में, "कम-से-कम" का उपयोग इस बात को संकेत करता है कि शादी को एक
मान्यताओ ं और सामाजिक नियमों का पालन माना जाता है , जो कि किसी विशेष जाति या
समुदाय के साथ संबंधित होते हैं। हालांकि, "मनुष्य जाति के बाहर" के उदाहरण के माध्यम से,
वाक्य दिखाता है कि शादी का समर्थन या विरोध व्यक्तिगत और सामाजिक परिस्थितियों के
आधार पर किया जाना चाहिए, और यह किसी निश्चित जाति के साथ ही सीमित नहीं होना
चाहिए।
"भीम ने हिडिम्बा से" के उदाहरण के माध्यम से, वाक्य दिखाता है कि महान व्यक्तियों की
पहचान और महत्वपूर्ण कार्यों के अलावा उनकी जाति या सामाजिक परिस्थितियों का कोई
महत्व नहीं होता। इसके अलावा, इस वाक्य में सामाजिक और धार्मिक परं पराओ ं के खिलाफ
भी उत्तेजना किया जा रहा है , जब भीम, एक क्षत्रिय, एक अन्य जाति की स्त्री के साथ शादी
करते हैं। इससे, वाक्य विचारशीलता को प्रोत्साहित करता है और समाजिक न्याय और
समानता की ओर स्थिरता का प्रशंसक होता है।
१२) "यदि सात दिनों में डंडा न मिला तो उस क्षेत्र में काम करनेवाले समस्त सरकारी
नौकरों को या तो डिसमिस कर दिया जाएगा या उन पर सख्त कार्यवाही की जाएगी।”
उत्तर : यह वाक्य एक तरह की भ्रांतिपूर्ण या आम धारणा को उजागर करता है , जिसमें
कामकाज की समय-सीमा का पालन करने के लिए सरकारी कर्मचारियों के लिए डंडा का
प्रयोग किया जाने की बात की गई है।
इस वाक्य में समाज में डंडे के उपयोग की प्राथमिकता को संकेत दिया जाता है , जो कार्यकारी
क्षमता और स्वच्छता को प्रोत्साहित करने के लिए बढ़ावा देने का आदान-प्रदान कर सकता
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है। यह एक अद्वितीय सामाजिक परं परा या धारणा को निर्दिष्ट करता है जिसमें कामकाज की
गुणवत्ता और आचरण को संरक्षित करने के लिए उचित संचालन अनिवार्य माना जाता है।
हालांकि, इस वाक्य में उचितता के प्रति आंतरिक संदेह का प्रतिबिम्ब भी है , क्योंकि डंडे का
उपयोग सभी स्थितियों में उचित नहीं हो सकता है , और ऐसे संदर्भों में यह विवादित और
अनुचित साबित हो सकता है। इसके बजाय, समर्थन और प्रेरणा का प्रदान किया जा सकता है
ताकि कर्मचारियों को उनकी क्षमताओ ं का समर्थन और विकास मिले, जिससे सामाजिक और
आर्थिक उत्थान हो सके।
प्र.4)
१) एम पी एस सी परीक्षा में उत्तीर्ण श्री. गणेश त्रिपाठी जी से हुए साक्षात्कार का आकर्षक
नमूना तैयार कीजिए।
उत्तर : बिल्कुल! यहाँ एक आकर्षक साक्षात्कार नमूना है:
**प्रश्न:** आपके लिए एम पी एस सी परीक्षा में सबसे अधिक चुनौती क्या थी और आपने उसे
कैसे पार किया?
**उत्तर:** मुझे लगता है मेरे लिए सबसे बड़ी चुनौती यह थी कि मैंने अपने समय को कैसे
प्रबंधित किया। मेरे पास बहुत सारे पढ़ाई के साथ-साथ अन्य गतिविधियाँ भी थीं, लेकिन मैंने
एक नियमित अनुसूची बनाई और उसके अनुसार काम किया। मैंने समय को निरंतर बढ़ाया
और अधिकाधिक स्वाध्याय किया, जिससे मुझे अपने लक्ष्य को हासिल करने में मदद मिली।
**प्रश्न:** आपके अध्ययन में कोई खास उपाय थे जिनसे आपने अपनी तैयारी को बेहतर
बनाया?
**उत्तर:** हां, मुझे स्वाध्याय करते समय समस्याओ ं का समाधान करने के लिए अध्ययन
समूह बनाने का एक उपाय बहुत मददगार साबित हुआ। हम एक-दूसरे के साथ विचार
विनिमय करते और अपने सुझावों को साझा करते थे, जिससे हमें नए दृष्टिकोण मिलते और
हमारी तैयारी में सुधार होता।
**प्रश्न:** आपका सलाह होगा कि एम पी एस सी की तैयारी के लिए अन्य छात्रों को क्या
सुझाव दें ?
**उत्तर:** मेरा सुझाव होगा कि अन्य छात्र नियमित रूप से समय प्रबंधन का पालन करें और
आवश्यकता के हिसाब से अपनी तैयारी को निरंतर संशोधित करें । साथ ही, उन्हें स्वाध्याय के
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साथ-साथ अन्य गतिविधियों के लिए भी समय निकालना चाहिए ताकि वे थकान महसूस न
करें और उनकी मनोबल को बनाए रख सकें।
२) मोबाइल ऍप की विशेषताएँ बताइए।
उत्तर : मोबाइल ऍप्स की विशेषताएँ विविध होती हैं , लेकिन कुछ मुख्य विशेषताएँ निम्नलिखित
हो सकती हैं:
1. **उपयोगकर्ता अनुकूलता**: अच्छे मोबाइल ऍप्स उपयोगकर्ताओ ं की आवश्यकताओ ं को
समझते हैं और उनके अनुसार डिज़ाइन किए जाते हैं।
2. **इंटरै क्टिविटी**: अच्छे ऍप्स में इंटरै क्टिव तत्व होते हैं जो उपयोगकर्ताओ ं को संबोधित
करते हैं और उनके साथ संवाद करते हैं।
3. **उपयोगकर्ता अनुभव**: अच्छे ऍप्स का उपयोगकर्ता अनुभव सरल और सुविधाजनक
होता है , जिससे उपयोगकर्ताओ ं को ऍप का उपयोग करने में आसानी होती है।
4. **सुरक्षा**: उपयोगकर्ताओ ं की निजी जानकारी की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए, अच्छे
ऍप्स अधिकतम सुरक्षा सुनिश्चित करते हैं।
5. **स्थानीयकरण**: कुछ ऍप्स मोबाइल डिवाइस के स्थान का उपयोग करते हैं ताकि वे
उपयोगकर्ताओ ं को स्थानीय सेवाएं प्रदान कर सकें।
6. **अपडेट्स और निरंतर समर्थन**: अच्छे ऍप्स को निरंतर अपडेट किया जाता है और
उपयोगकर्ताओ ं को समर्थन प्रदान किया जाता है ताकि उन्हें हमेशा नवीनतम सुविधाओ ं का
लाभ मिल सके।
7. **अनुकूलन और पैसा वसूली**: कुछ ऍप्स पैसे वसूली के लिए प्रीमियम सुविधाएं प्रदान
करते हैं , जबकि अन्य ऍप्स मुफ्त होते हैं लेकिन उन्हें उपयोगकर्ताओ ं के लिए अत्यधिक
अनुकूलन प्रदान करते हैं।
३) 'परिवर्तन ही जीवन है ' इस विषय पर पल्लवन लिखिए।
उत्तर : जीवन में परिवर्तन न केवल एक विश्वास है , बल्कि एक अवश्यकता भी। यह हमारे
जीवन का नियमित हिस्सा है और हमारी उन्नति का माध्यम है। परिवर्तन हमें नए दिशाओ ं में ले
जाता है , हमारे अनुभवों को विश्वसनीयता और समृद्धि के माध्यम से बदलता है और हमें सीखने
और विकसित होने का अवसर प्रदान करता है।
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हर व्यक्ति अपने जीवन में विभिन्न परिवर्तनों का सामना करता है - चाहे वह नई नौकरी की
शुरुआत हो, एक संबंध का अंत हो, या नए सोच और आदर्शों का आगमन हो। यह परिवर्तन
हमें समस्याओ ं का सामना करने की क्षमता प्रदान करता है , हमें स्थितियों को समझने की
क्षमता प्रदान करता है और हमें बेहतर और प्रभावी निर्णय लेने की क्षमता प्रदान करता है।
जीवन में परिवर्तन कभी-कभी चुनौतियों के रूप में प्रतीत हो सकता है , लेकिन यह हमें नए
अवसरों का पता लगाने और अपने लक्ष्यों की दिशा में प्रगति करने का मौका भी देता है। अब
यह हमारे वश में है कि हम कैसे प्रतिक्रिया करते हैं - क्या हम परिवर्तन को अवसाद के रूप में
देखते हैं या फिर उसे एक अवसर के रूप में ग्रहण करते हैं।
समय के साथ, हम समझते हैं कि परिवर्तन ही जीवन का अभिन्न हिस्सा है , और हमें इसे
स्वीकार करना चाहिए। यह हमें नए दिशाओ ं में ले जाता है , हमारी सोच को विस्तारित करता
है , और हमें बेहतर और समर्पित व्यक्तियों बनाता है।
४) यू.पी.एस.सी. परीक्षा में उत्तीर्ण श्री. राज कुमार राठोड-जी से हुए साक्षात्कार का
आकर्षक नमूना तैयार कीजिए।
उत्तर : **साक्षात्कार संवाद**
**परिचय:**
नमस्ते, श्री राज कुमार राठोड जी। धन्यवाद कि आप इस साक्षात्कार के लिए समय निकाले।
हमें आपके बारे में और अधिक जानने का अवसर मिल रहा है।
**प्रश्न प्रश्नावली:**
1. **प्रथम अनुभव:** आपने अपने जीवन में कौन-कौन से महत्वपूर्ण संघर्ष और सफलता के
क्षण देखे हैं ?
2. **शिक्षा के महत्व:** आपके अनुसार, शिक्षा का क्या महत्व है और कैसे यह आपके जीवन
को प्रभावित करता है ?
3. **साक्षरता के उपलब्धियाँ:** आपने साक्षरता और शिक्षा के क्षेत्र में कौन-कौन से
उपलब्धियाँ हासिल की हैं ?
4. **समाज में योगदान:** आपका समाज में कैसा योगदान है और आपका सामाजिक कार्य
क्या है ?
**व्यक्तित्व मूल्यांकन:**
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आप एक अत्यंत प्रेरणादायक व्यक्ति हैं , जिन्होंने अपने संघर्षों के बावजूद उच्च शिक्षा प्राप्त की
है और समाज में अपना योगदान दिया है। आपका संघर्ष और सफलता के लिए आत्मविश्वास
बढ़ाता है।
**प्रतिसाद और प्रश्नोत्तर:**
1. **प्रश्न:** आपके अनुसार, शिक्षा का सबसे महत्वपूर्ण उद्देश्य क्या होना चाहिए?
2. **प्रतिसाद:** शिक्षा के उद्देश्य का मुख्य लक्ष्य समाज को सुधारना और विकास करना
होना चाहिए। यह समृद्धि और समाज के सामाजिक स्थान को सुनिश्चित करने का माध्यम
होता है।
**अंतिम निर्णय:**
श्री राज कुमार राठोड जी, आपके विशेष योगदान और आत्मविश्वास के आधार पर, हम आपको
हमारी संगठन के लिए उपयुक्त मानते हैं। आपका साक्षात्कार हमें आपकी योग्यता और विचारों
के प्रति अधिक विश्वास दिलाता है।
**समाप्ति:**
धन्यवाद, श्री राज कुमार राठोड जी, आपके साथ यह साक्षात्कार करना एक अद्वितीय अनुभव
था। हम आपके सफल भविष्य की कामना करते हैं।
५) मोबाईल के महत्त्वपूर्ण एप्स की जानकारी दीजिए।
उत्तर : यहाँ कुछ महत्त्वपूर्ण मोबाइल ऐप्स की सूची है जो विभिन्न क्षेत्रों में उपयोगी हो सकती हैं:
1. **वैश्विक संचार ऐप्स**: WhatsApp, Facebook Messenger, और Signal जैसे ऐप्स
वैश्विक संचार के लिए अत्यधिक प्रसिद्ध हैं।
2. **आईएसबीएन ऐप्स**: Google Maps, Uber, Ola, और Citymapper जैसे ऐप्स
लोगों को निर्देश, यात्रा प्लानिंग, और गाड़ी साझा करने में मदद करते हैं।
3. **स्वास्थ्य और फिटनेस ऐप्स**: MyFitnessPal, Calm, Headspace, और योगा ऐप्स
जैसे ऐप्स लोगों को स्वास्थ्य और ध्यान के लिए उपयुक्त टू ल्स प्रदान करते हैं।
4. **बजट और वित्त ऐप्स**: Mint, YNAB (You Need a Budget), और Expensify
जैसे ऐप्स लोगों को वित्तीय प्रबंधन में मदद करते हैं।
5. **शिक्षा ऐप्स**: Duolingo, Khan Academy, और Quizlet जैसे ऐप्स विभिन्न शिक्षा
क्षेत्रों में उपयोगी हो सकते हैं।
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6. **कार्यालय उपकरण ऐप्स**: Microsoft Office Suite, Google Drive, Slack, और
Trello जैसे ऐप्स लोगों को कार्यालय कार्यों के लिए सहायक हो सकते हैं।
7. **मनोरं जन और मिडिया ऐप्स**: Netflix, Spotify, YouTube, और Kindle जैसे ऐप्स
लोगों को मनोरं जन और अध्ययन के लिए विभिन्न विकल्प प्रदान करते हैं।
ये केवल कुछ उदाहरण हैं , लेकिन वास्तव में मोबाइल ऐप्स की असीमित संख्या है जो विभिन्न
उद्देश्यों के लिए उपयोगी हो सकती हैं।
६) आत्मविश्वास सफलता की कुंजी है , इस विषय पर पल्लवन लिखिए।
उत्तर : आत्मविश्वास सफलता की महत्वपूर्ण कुंजी है। यह हमें अपने क्षमताओ ं और प्रतिबद्धता
में विश्वास रखने की क्षमता प्रदान करता है। जब हमें अपने अद्वितीय क्षमताओ ं पर विश्वास होता
है , तो हम अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए संकल्पित हो जाते हैं।
आत्मविश्वास से हमें स्वयं पर विश्वास की ऊर्जा मिलती है , जो हमें हर परिस्थिति में सामना
करने की क्षमता प्रदान करती है। जब हम अपने आत्मविश्वास के साथ काम करते हैं , तो हम
अपने कार्य में सफलता प्राप्त करने के लिए पूरी तरह से संवेदनशील हो जाते हैं।
आत्मविश्वास से हमें विपरीताभास को नकारने की क्षमता मिलती है। यह हमें हालातों के लिए
निराश नहीं होने देता और हमें हर संभावित समस्या को निराकरण करने के लिए प्रेरित करता
है।
आत्मविश्वास हमें अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए आगे बढ़ने की साहसिकता प्रदान करता
है। यह हमें हर मुश्किल को पार करने की शक्ति प्रदान करता है और हमें अपने सपनों को
हासिल करने के लिए तत्परता से काम करने की प्रेरणा देता है।
अंत में, आत्मविश्वास हमारे जीवन की सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह हमें
सकारात्मक मानसिकता, परिश्रम और सहयोग के साथ अपने लक्ष्यों की दिशा में आगे बढ़ने
की क्षमता प्रदान करता है।
७) साक्षात्कार के सामान्य तत्व की जानकारी दीजिए।
उत्तर ; साक्षात्कार एक महत्वपूर्ण प्रक्रिया है जो किसी व्यक्ति की क्षमताओ,ं योग्यताओ,ं और
व्यक्तित्व को मूल्यांकन करने का माध्यम होता है। यह किसी नौकरी, अध्ययन, या अन्य
संबंधों में भाग लेने के लिए आवश्यक होता है। यहाँ कुछ सामान्य तत्व हैं जो साक्षात्कार की
प्रक्रिया में शामिल होते हैं:
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1. **परिचय**: साक्षात्कार का शुरुआती चरण अक्सर एक परिचय स्तर से होता है , जिसमें
साक्षात्कार लेने वाले और देने वाले द्वारा एक-दूसरे को परिचित कराया जाता है।
2. **प्रश्न प्रश्नावली**: साक्षात्कार में अक्सर प्रश्न पूछे जाते हैं जो उम्मीदवार की जानकारी,
क्षमताओ,ं और विचारों को मापते हैं।
3. **व्यक्तित्व मूल्यांकन**: साक्षात्कार के दौरान, व्यक्तित्व मूल्यांकन किया जाता है जिसमें
उम्मीदवार की सामाजिक क्षमताएं , काम के तरीके, और संबंधों की जांच की जाती है।
4. **कौशलों और अनुभव का मूल्यांकन**: उम्मीदवार के व्यक्तिगत और व्यावसायिक
कौशलों का मूल्यांकन किया जाता है , जैसे कि तकनीकी ज्ञान, नेतृत्व कौशल, और समस्या
समाधान की क्षमता।
5. **प्रतिसाद और प्रश्नोत्तर**: साक्षात्कार में उम्मीदवारों को प्रश्नों का उत्तर देना होता है , जो
उनकी क्षमताओ ं और अनुभव को परीक्षण करते हैं।
6. **अंतिम निर्णय**: साक्षात्कार के आधार पर, एक अंतिम निर्णय लिया जाता है कि कौन-सा
उम्मीदवार विभाग या नौकरी के लिए चयनित होगा।
इन सामान्य तत्वों के माध्यम से, साक्षात्कार एक व्यक्ति की क्षमताओ,ं योग्यताओ,ं और
प्रवृत्तियों को मूल्यांकन करने में मदद करता है , ताकि सबसे उपयुक्त और योग्य उम्मीदवार का
चयन किया जा सके।
८) मोबाईल एप के विभिन्न प्रकार लिखिए।
उत्तर : 1. मोबाईल एप के विभिन्न प्रकारः
मोबाईल एप्स को इन की उपयोगिता क्षमता के अनुसार मुख्यतः तीन प्रकार में विभाजित कर
सकते हैं। जैसे Native Apps, Hybrid Apps, Web-Based Apps.
1.1 Native Apps: इन एप्स को केवल किसी एक ऑपरे टिगं सिस्टम अथवा
डिवाईस के लिए विकसित किया जाता हैं जैसे iPhone के लिए विकसित एप केवल
आईफोन में ही रन हो सकते हैं इन्हें अन्य स्मार्ट फोन में नहीं चलाया जा सकता हैं। अर्थात ये
अन्य डिवाईसों के लिए Compatible नहीं होते हैं। ये एप्स काफी तेज होते हैं और युजर को
क्वालिटी के साथ बेहतर युजर एक्सपिरियंस भी देते हैं।
1.2 Hybrid App : इस के नाम से ही स्पष्ट हैं कि यह एप्स एक से ज्यादा मोबाईल प्लैटफॉर्म्स
/ डिवाइस के लिए विकसित किये जाते हैं। यह एप्स वेब पर आधारित तकनीक का इस्तेमाल
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कर विकसित किए जाते हैं। यह एप एक ही कोड को मल्टिडिवाईस के लिए Compatible
होने के लिए विकसित किया जाता हैं। यानि एक ही एप आईफोन में भी चल सकता है और
दूसरे डिवाईस में भी चल सकता हैं।
1.3 Web-Based Apps: इन एप्स को HTML, CSS तथा Java Script तकनीक
के इस्तेमाल से बनाया जाता है। इन का आकार बहुत हल्का होता है लेकिन नेटिव एप्स की
तुलना में कम होता हैं। आप इन्हें वेब ब्राउजर की सहायता से ही एक्सेस कर सकते हैं।
९) 'समय ही धन है ' इस विषय पर पल्लवन लिखिए।
उत्तर : "समय ही धन है " यह वाक्य हमें यह याद दिलाता है कि समय की मूल्य अजीब नहीं
होती। हमें इसे सदैव सर्वोत्तम ढंग से उपयोग करना चाहिए, क्योंकि समय एक अनमोल संपत्ति
है जो एक बार गवाया गया, वापस नहीं लाया जा सकता।
जीवन में सफलता के लिए समय का सही उपयोग करना अत्यंत महत्वपूर्ण है। वह व्यक्ति जो
समय को सदैव सही ढंग से नियंत्रित करता है , वही सफलता की ऊंचाइयों को छू सकता है।
समय का सही उपयोग करने वाले व्यक्ति हर क्षेत्र में सफल होते हैं , क्योंकि उन्हें प्राथमिकताओ ं
का सही चयन करने की क्षमता होती है।
समय के महत्व को समझने के लिए हमें समय के साथ साथ चलना सीखना चाहिए, न कि
उसका हमारे हाथों से बित जाना। समय की मूल्य को समझते हुए हमें अपने कार्यक्रम को
ठीक से नियोजित करना और काम को समय पर पूरा करना चाहिए। इससे हम अपने लक्ष्यों
की दिशा में सफलता प्राप्त कर सकते हैं और अपने जीवन को समृद्धि और संतुलन से भर
सकते हैं।
इसलिए, हमें समय का सदैव समझना चाहिए और उसे सदैव समझदारी से उपयोग करना
चाहिए। "समय ही धन है " यह वाक्य हमें समय की महत्वपूर्णता को समझाता है और हमें यह
याद दिलाता है कि हमें समय का मूल्य समझना चाहिए और उसे उपयोग में लाना चाहिए।

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