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BinocularDiseasesPreventionandTreatment. word file
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मह फच्चों भें ऩाई जाने वारी एक गॊबीय फीभायी है न्कजसे यतौंधी बी कहा
जाता है । इसभें फच्चा यात भें मा कभ योशनी भें थऩटि नहीॊ दे ख ऩाता।
मह कुऩोषण मा खाने भें वविालभन ‘ए’ की ऩमाकप्त भात्रा नहीॊ होने से
उऩजती है, जो दवा से ठीक हो सकती है । रेककन इस फीभायी भें राऩयवाही
थथामी दृन्कटिहीनता का कायण बी फन सकता है ।
उऩचाय –
वविालभन ‘ए’ से बयऩफ्य तत्वों वारे ऩदाथों जैसे हयी ऩत्तेदाय सन्कब्जमाॊ, ऩऩीता, ईभ,
कद्दफ्, गाजय, भुनगा, दध
फ् , अॊडा, भछरी इत्माटद को बोजन भें शालभर ककमा जाना
चाटहए. इसके अततरयटत फच्चे को वविालभन ‘ए’ की खयु ाक ऩाॊच वषक की उम्र तक
हय छ् भहीने भें दे ना चाटहए. मह दवा सबी थवाथ्म केन्रों तथा शासकीम
अथऩतारों भें तन्शुल्क उऩरब्ध होती है .
भोततमाबफॊद )tEeERE e( –
माद यखें –
“भोततमाबफॊद से दृन्कटिहीनता अथथामी होती है , रेककन हभायी राऩयवाही इसे थथामी फना
सकती है .
ग्राकोभा )काॊधचमाबफॊद (
रऺण –
ग्राकोभा का रऺण थऩटि नहीॊ होता रेककन कुछ न्कथथततमों भें
इस फीभायी की शॊका की जा सकती है – जैसे -
लसय ददक होते यहना। ववशेष रूऩ से शाभ के वटत।
दृन्कटि का दामया लसकुड़ता हुई प्रतीत होना मातन सीधे दे खते हुमे
अगर फगर की चीजों का टदखाई न ऩड़ना।
ऩढ़ने के चश्भें का नॊफय जल्दी जल्दी फढना।
योशनी से अॊधेये भें ईने ऩय ईॉखों को अॊधेये का अभ्मथत होने भें
साभान्म से अधधक वटत रगता प्रतीत होना।
फल्फ ईटद प्रकाश थत्रोत अथवा चाॉद के चायों ओय यॊ गीन वरम
टदखराई ऩड़ना।
उऩचाय –
दवाई से तनमॊत्रण सॊबव है । ईऩये शन की ईवश्मकता कभ ही ऩड़ती है ।
फचाव –
ऩयु ाने रयकाडक सटहत तनमलभत ऩयीऺण ही इसका एकभात्र फचाव है . न्कजनको ऩारयवारयक
ग्राकोभा हो, ब्रड प्रेशय, डामबफिीज से ऩीड़ड़त हों, ईॉख भें चोि रगी हो उनको ग्राकोभा
कक सॊबावना अधधक होती है .
रऺण -
ईॉखों भें जरन, चुबन।
ईॉखें रार होना।
धुॊधराऩन ईना जो ऩरकों को झऩकने से दयफ् हो जाता हो।
ऩढ़ने, िी वी दे खने, कम्बमि
फ् य ऩय काभ कयने के फाद ईॉखों भें
तकरीप होना।
कायण –
वविालभन ‘ए’ की कभी, ऩमाकवयण प्रदष
फ् ण, सॊक्रभण, दवाओॊ के दटु प्रबाव, एमय कॊड़डशनय
का ज्मादा उऩमोग, हाभोन्स की कभी तथा उम्र का प्रबाव, अधधक दे य तक ईॉखों को बफना
ईयाभ टदमे कम्बमि
फ् य भें काभ कयना इत्माटद।
उऩचाय –
रफ
ु रयकेटिॊग ईई ड्राऩ से ईयाभ हो जाता है .
फचाव –
धफ्र, धफ्ऩ, धई
ु ॉ औय गयभ हवा से ईॉखों का फचाव।
फाहय जाते सभम सयु ऺा चश्भों का इथतेभार।
ऩानी अधधक वऩमें।
गि
ु खा, गड़
ु ाखफ्, शयाफ, तॊफाखफ् से ऩयहे ज।
रगाताय ऩढ़ाई व कॊप्मि
फ् य ऩय अधधक दे य तक काभ नहीॊ कयें .
डामबफटिक ये टिनोऩेथी –
भधुभेह )डामबफिीज( हभाये दे श की फढ़ती हुई सभथमा है । अतनमॊबत्रत भधुभेह ईॉख के ऩदम
ऩय घातक दटु प्रबाव डारता है ।
रऺण –
फचाव –
ईॉखों का याईनो –
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अत् साभान्कजक सॊकल्ऩ के साथ जानवयों एवॊ भनटु मों के नहाने का ताराफ ऩथ
ृ क रूऩ से
धचन्हाॊककत ककमा जाना चाटहए ताकक इस फीभायी की योकथाभ शतप्रततशत हो सके।
नेत्रदान –
कक हभाये दे श भें नेत्रदान की अल्ऩता के कायण राखों रोग दृन्कटिहीन जीवन व्मातीत कय
यहे हैं।
कक हभाये नेत्रदान कयने से दो दृन्कटिहीन व्मन्कटतमों के जीवन भें यौशनी ई सकती है ।
आईये नेत्र दान सॊकल्प स्वयम ऱें तथा औरों को भी नेत्रदान हे तु प्रेररत करें ।
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ववशेषऻ से ऩयीऺण कयाने ऩय इसकी जानकायी हो जाती है .
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कॊप्यट
ू र ववज़न ससॊड्रोम (CVS) से बेें
रेि कय ना ऩढ़ें , औय ऩढ़ें न भें योशनी कभ रगाताय ईधे घॊिे से अधधक ना ऩढ़ें .
ईॊखों को थवथथ यखने के लरए वविालभन ए , प्रोिीनमुटत बोजन रेना चाटहए।
वविालभन ए के लरए हयी ऩत्तेदाय सन्कब्जमाॊ औय ऩीरे पर [,ईभ],ऩऩीता ,गाजय, कुम्बहड़ा
, भुनगा, खीया ,अॊडा, भछरी,दध
फ् , ।
प्रोिीन के लरए सोमाफीन फहुत अच्छा है , तीन ककरो सोमाफीन के साथ सात ककरो गेहफ्ॊ लभरा
कय वऩसवा रें. इसकी योिी खाएॊ.
अऩनी ईॉखों को धर
फ् औय धए
फ् ॉ से फचामें।अऩनी ईॊखों की सुयऺा के लरए घय से फाहय
तनकरने ऩय सादा चश्भा रगाएॊ |
अऩने लरववॊग रूभ भें फहुत ज्मादा योशनी मा फहुत ज्मादा अॊधेया न यखें।
एरसीडी भॉतनिसक का प्रमोग कयें । इनसे ईॉखों ऩय जोय कभ ऩड़ता है।
अऩने कॊप्मि
फ् य थक्रीन को हाथ बय के पासरे ऩय यखें, अऩनी ईॉखों के थतय से नीचे।
िीवी थक्रीन के ईकाय से तीन गुना दयफ् से दे खें , बुत ऩास से ना दे खें .
कॊप्मि
फ् य ऩय िाइवऩॊग कयते सभम पोंि साइज को फढ़ा रें।
सार भें एक फाय नेत्र ववशेषऻ से ईॉखों की जाॊच जरुय कयाएॊ ।
सप्ताह भें एक टदन फायी –फायी से दोनों ईॉखों को थवमॊ चेक कयें दयफ् की नजय , ऩास की
नजय तथा भेकुरय पॊटशन ऩयीऺण हे तु ववजन काडक लभरते हैं.
ईॉखों की फीभायी होने ऩय थवमॊ धचककत्सा न कयें ।
ईॉखों भें काजर, सुयभे का इथतेभार न कयें ।
ईॊखों भें कचया, धर
फ् का कण ईटद ऩड़ने ऩय ईॉख को भरना नहीॊ चाटहए।
प्रततटदन चाय फाय अऩनी ईॊखों को थवच्छ ठण्डे ऩानी से धोएॊ।
सफ
ु ह घास ऩय दस लभनि तक नॊगे ऩैय िहरें।
अऩने भुॉह भें ऩानीबय रें औय कपय ठॊ डे ऩानी की फद
फ्ॊ ों से ईॉखों ऩय छीॊिे भायें । ऐसा सुफह
ऩाॊच फाय कयें .
आॊखों में समस्या होने पर ऱऺण
दरू की या पास की वास्तु स्पष्ट ना टदखाई दे ना | आॉख एवॊ ससर में भारीपन, आॉख ऱाऱ होना, आॉख से पानी
जाना, आॉख में जऱन होना, आॉख में खज
ु ऱी होना, आॉख में सख
ू ापन , रगों का साफ न टदखना ।
पढाई करने से आॊखों से पानी आने का अथथ है आपकी आॊखों की माॊसपेसियाॊ कमजोर हैं, ऐसे में आपको आॊखों की
एक्सरसाइज करनी ेाटहए।
मटद ईॊखों भें फहुत ज्मादा तकरीप मा ददक है तो तुयॊत ईई थऩेशलरथि से लभरना चाटहए ।
मटद ईऩकी ईॊखें कभजोय है तो ईऩको ककसी एक केंर बफॊद ु को पोकस कय कुछ दे य तक
उसे दे खना चाटहए.
ऩेन की नोक ऩय पोकस कयते हुए उसे धीये -धीये ईगे ऩीछे कयना चाटहए . इस एकसयसाइज
को टदन भें तीन –चाय फाय कयें .
ईखों को सबी टदशाओॊ भें धीये | धीये घुभाएॉ-इससे ईऩकी ईॊखों की भसल्स भजफत
फ् होंगी।
ईॊखों से कभ टदखाई दे ने ऩय ईऩको ईई थऩेशलरथि की सराह ऩय नजय का चश्भा रगाना
चाटहए मा कपय ईऩ रेंस का इथतेभार बी कय सकते हैं।नॊफय थथाई होने ऩय रेजय ऑऩेयशन
हो सकता है |
याद रखें - हभ सबी फीभारयमों को तो नहीॊ योक सकते ककन्तु तयु ॊ त उऩचाय से जटिरता को अवश्म
फचा सकते हैं . तनमलभत नेत्र ऩयीऺण से फीभायी को प्रायॊ लबक अवथथा भें ऩहचान रेने से सभम ,ऩैसा
औय ऩये शानी फचती है तथा ठीक होने की बी ज्मादा सॊबावना होती है .