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सेवा में.

दिनाांक:-
माननीय सेन्ट्रल रदिस्ट्र ार महोिय,
श्री दविय कुमार िी (IAS)
अदिररक्त सदिव एवां सहकारी सदमदियोां के केन्द्रीय रदिस्ट्र ार,
सहकाररिा दवभाग, सहकाररिा मांत्रालय 1st. Floor, अटल अक्षय ऊिाा भवन
(MNRE दिल्डां ग), प्रगदि दवहारलोधी रोड, नई दिल्ली- 110003

दवषय:- सहारा केदडट कॉपरे दटव सोसाईटी दलए / सहाररयन यूदनवसाल मल्टीपरपॅि सोसाईटी
दल/हमारा इल्िया क्रेदडट कॉपरे दटव सोसाईटी दलए एवां सहारा स्ट्ासा मल्टीपरपैि सोसाईटी
दलए के अर्न्ागि िमापन का
भुगिान के सांिभा में ।

महोिय,

प्रस्तुि पत्र के माध्यम से दनवेिन करना है दक मैं ___________________________

दपिा/पदि/पुत्र / पत्नी ___________________________ पिा :-__________________________

सहारा केदडट कॉपरे दटव सोसाईटी दलए / सहाररयन यूदनवसाल मल्टीपरपेंि सोसाईटी दल० /

हमारा इल्िया क्रेदडट कॉपरे दटव सोसाईटी दल० एवां सहारा स्ट्ासा मल्टीपरपॅि सोसाईटी दलए

के ऊँिायिी / शाखा कायाा लय ___________________________में िै दनक / मादसक / दिक्सड

दडपॉदिट का मेरे द्वारा कुछ खािा खुलवाया था दिसकी मैच्योररटी पूरा हो गयी है और मेरे खािोां

का भुगिान कई कई वषों/महीनोां से पेंदडां ग है दिसका मूल िॉि/सादटा दिकेट/पासिुक की

छाया प्रदि एवां एक खािावार दलस्ट् अलग से___________________________पन्ोां

में ___________________________ खािोां का दववरणी दिसका कुल मैच्योररटी रकम

_____/- है िो दक प्रस्तुि पत्र के साथ सांलग्न है इन खािोां के भुगिान के सांिभा में मेरे द्वारा कई

कई िार सहारा इल्िया के सोसाईटी के स्थानीय कायाा लय, शाखा कायाालय, रीिन कायाा लय
एवां िोनल कायाा लय का िक्कर लगा िुका हँ एवां सोसाईटी के प्रिांधकोां से भी भुगिान के दलये

पत्र एवां िोन के माध्यम से अवगि करा िुका हँ मगर मुझे भुगिान अभी िक नहीां दमला और

दसिा टालमटोल दकया िा रहा है । मुझे पूरा-पूरा सांिेह है दक मेरे पैसे को ये लोग गिन करना /

हड़पना िाहिे हैं िो दक यह एक गांभीर अपराध की श्रेणी में आिा है।

अिः माननीय महोिय से नम्र दनवेिन है , दक उपरोक्त भीषण ल्स्थदि को ध्यान में रखिे हुए एवां

उदिि कायावाही करािे हुए प्रस्तुि पत्र के साथ सांलग्न समस्त खािोां का भुगिान मय ब्याि

अदवलम्ब कराने में हमरी सहायिा करने का कृपा करें , इस पुनीि काया हेिु मैं आपका सिै व

आभारी रहां गा। िय दहन्द ! धन्यवाि !

संलग्नक :-

1. समस्त

दिसका कुल मैच्योररटी रकम लगभग

खािोां का ----

पन्ोां का एक दलस्ट्

है ।

2. समस्त मूल िॉि / पासिुक की छाया प्रदि ।


3. आधार काडा की छाया प्रदि ।

4. पूवा में दकये गये समस्त प्रकार के दशकायिोां का दववरण ।

प्रार्थी

हस्ताक्षर :-

नाम :--

दपिा :-

पिा :-

मो० नां० -

दिनाां क :-
HICCSL Regd.No.-MSCS/CR/594/2012

माननीय सेन्ट्रल रदिस्ट्र ार महोिय, दिनाां क :-


श्री दविय कुमार िी (IAS)
अदिररक्त सदिव एवां सहकारी सदमदियोां के केन्द्रीय रदिस्ट्र ार,
सहकाररिा दवभाग, सहकाररिा मांत्रालय 1st Floor, अटल अक्षय ऊिाा भवन,
(MNRE दिल्डां ग), प्रगदि दवहार लोधी रोड़, नई दिल्ली- 110003

दवषय- हमारा इां दडया केदडट कॉपरे दटव सोसाईटी दल० (रदिस्ट्र े शन नांo
MSCS/CR/594/2012) के अर्न्ागि िमाधन का भुगिान कराने के सांिभा में

महोिय,

प्रस्तुि पत्र के माध्यम से दनवेिन करना है दक

मैं दपिा/पदि ___________________________पिा:- ___________________________ हमारा

इां दडया क्रेदडट कॉपरे दटव सोसाईटी दल०

(रदिस्ट्र े शन नां0 MSCS/CR/S94/2012) के अर्न्ागि शाखा

कायाा लय ___________________________में दिक्सड / मादसक / िै दनक दडपॉदिट का मेरे

द्वारा कुछ खािा खोला गया था, दिसकी मैच्योररटी / प्री स्ट्े ि मैच्योररटी पूरा हो गयी है और मेरे

खािोां का भुगिान कई कई वषों / महीनोां से पेंदडां ग है दिसका खािोां मूल िॉि / सादटा दिकेट

की छाया प्रदि एवां एक खािावार दलस्ट् अलग से ___________________________पन्ोां

में___________________________खािोां का दववरणी दिसका कुल मैच्योररटी

रकम ___________________________/- है िो दक प्रस्तुि पत्र के साथ सांलग्न है इन खािोां के

भुगिान के सांिभा में मेरे द्वारा कई कई िार सहारा इल्िया के सोसाईटी के स्थानीय शाखा
कायाा लय, रीिन कायाा लय एवां िोनल कायाा लय का िक्कर लगा िुका हँ एवां सोसाईटी के

प्रिांधकोां से भी भुगिान के दलये पत्र एवां िोन के माध्यम से अवगि करा िुका हँ मगर मुझे

भुगिान अभी िक नहीां दमला और दसिा टालमटोल दकया िा रहा है। मुझे पूरा-पूरा सांिेह है दक

मेरे पैसे को ये लोग गिन करना / हड़पना िाहिे हैं िो दक यह एक गांभीर अपराध की श्रेणी में

आिा है ।

अिः माननीय महोिय से नम्र दनवेिन है दक उपरोक्त भीषण ल्स्थदि

को ध्यान में रखिे हुए एवां उदिि कायावाही करािे हुए प्रस्तुि पत्र के साथ सांलग्न समस्त खािोां

का भुगिान मय ब्याि व िुमााने सदहि अदवलम्ब कराने में हमरी सहायिा करने का कृपा करें .

इस पुनीि काया हे िु मैं आपका सिै व आभारी रहां गा।

िय दहन्द ! धन्यवाि !

संलग्नक :-

1. समस्त ...... खािोां का .......... एक दलस्ट् दिसका कुल मैच्योररटी --/- है ।

रकम लगभग

2. आधार काडा की छाया प्रदि ।

3. िैंक पासिुक की छाया प्रदि ।

4. समस्त मूल सादटा दिकेट / पासिुक की छाया प्रदि ।


प्रार्थी

हस्ताक्षर :- नाम :-

दपिा :-

पिा -

मो० नां० :- आधार नां० :-

Email :-
SUMSL Regd.No. - MSCS/CR/935/2014

सेवा में, दिनाां क :-


माननीय सेन्ट्रल रदिस्ट्र ार महोिय,
श्री दविय कुमार िी (IAS)
अदिररक्त सदिव एवां सहकारी सदमदियोां के केन्द्रीय रदिस्ट्र ार,
सहकाररिा दवभाग, सहकाररिा मांत्रालय 1st Floor, अटल अक्षय ऊिाा भवन,
(MNRE दिल्डां ग), प्रगदि दवहार लोधी रोड, नई दिल्ली- 110003

दवषय - सहारायन गुदनवसाल मल्ल्टपपाि सोसाईटी दलए (रदिस्ट्र े शन नां0

MSCS/CR/935/2014) के अर्न्ागि िमाघन का भुगिान कराने के सांिभा में।

महोिय,

प्रस्तुि पत्र के माध्यम से दनवेिन करना है दक

मैं ___________________________ दपिा/पदि ___________________________पिा :-

___________________________स्ट्ासा मल्ल्टपपाि कॉपरे दटव सोसाईटी दलo

(रदिस्ट्र े शन नां0 MSCS/CR/935/2014) के अर्न्ागि शाखा

कायाा लय ___________________________में दिक्सड / मादसक / िै दनक दडपॉदिट का मेरे

द्वारा कुछ खािा खोला गया था, दिसकी मैच्योररटी / प्री स्ट्े ि मैच्योररटी पूरा हो गयी है और मेरे

खािोां का भुगिान कई कई वषों / महीनोां से पेंदडां ग है दिसका मूल िॉि / सादटा दिकेट की

छाया प्रदि एवां एक खािावार दलस्ट् अलग से ___________________________पन्ोां

में ___________________________खािोां का दववरणी दिसका कुल मैच्योररटी


रकम ___________________________/- है िो दक प्रस्तुि पत्र के साथ सांलग्न है इन खािोां के

भुगिान के सांिभा में मेरे द्वारा कई कई िार सहारा इल्िया के सोसाईटी के स्थानीय शाखा

कायाा लय, रीिन कायाा लय एवां िोनल कायाा लय का िक्कर लगा िुका हँ एवां सोसाईटी के

प्रिांधकोां से भी भुगिान के दलये पत्र एवां िोन के माध्यम से अवगि करा िुका हँ मगर मुझे

भुगिान अभी िक नहीां दमला और दसिा टालमटोल दकया िा रहा है। मुझे पूरा-पूरा सांिेह है दक

मेरे पैसे को ये लोग गिन करना / हड़पना िाहिे हैं िो दक यह एक गांभीर अपराध की श्रेणी में

आिा है ।

अिः माननीय महोिय से नम्र दनवेिन है , दक उपरोक्त

भीषण ल्स्थदि को ध्यान में रखिे हुए एवां उदिि कायावाही करािे हुए प्रस्तुि पत्र के साथ सांलग्न

समस्त खािोां का भुगिान मय ब्याि व् िुमाा ने सदहि अदवलम्ब कराने में हमरी सहायिा करने

का कृपा करें . इस पुनीि काया हे िु मैं आपका सिै व आभारी रहां गा।

िय दहन्द ! धन्यवाि !

संलग्नक :-

1. समस्त ......

खािोां का ........ पन्ोां का एक दलस्ट् दिसका कुल मैच्योररटी


रकम लगभग ..../- है।

2. आधार काडा की छाया प्रदि ।

3. िैंक पासिुक की छाया प्रदि ।

4. समस्त मूल सादटा दिकेट / पासिुक की छाया प्रदि ।

प्रार्थी

हस्ताक्षर :-

नाम :- दपिा

पिा :-

मो० नां० :- आधार नां० :-

Email:-
SCCSL Regd.No,- MSCS/CR/333/2010

सेवा में, दिनाांक :-


माननीय सेंटरल रदिस्ट्र ार महोिय,
श्री दविय कुमार िी (IAS)
अदिररक्त सदिव एवां सहकारी सदमदियोां के केंद्रीय रदिस्ट्र ार, सहकाररिा दवभाग,
सहकाररिा मांत्रालय, 1st. flor, अटल अक्षय ऊिाा भवन,
(MNRE दिल्डां ग), प्रगदि दवहार, लोधी रोड, नई दिल्ली- 110003

दवषय:- सहारा क्रेदडट कोऑपरे दटव सोसाइटी ली. (रदिस्ट्र े शन नां. MSCS/CR/333/2010) के

अांिगाि िमा धन का भुगिान कराने के सांिभा में

महोिय,

प्रस्तुि पत्र के माध्यम से दनवेिन करना है दक

मैं ___________________________ दपिा/पदि ___________________________ पिा:-

___________________________ . सहारा क्रेदडट कोऑपरे दटव सोसायटी दल के

दिक्स्ड/मादसक / िै दनक दडपादिट का मेरे द्वारा कुछ खािा खोला गया था, दिसकी

मैच्योररटी/फ्री स्ट्े ि मेच्योररटी पूरा हो गई है और मेरे खािे हो का भुगिान कई कई वषों/महीनोां

से पेंदडां ग है दिसका मूल िॉन्ड / सदटा दिकेट की छाया प्रदि एवां एक खािा वार दलस्ट् अलग

से___________________________ पन्ोां में ___________________________ खािोां का

दववरण दिसकी कुल मैच्योररटी रकम ___________________________ /- है िो की प्रस्तुि पत्र

के साथ सांलग्न है इन खािोां के भुगिान के सांिभा में मेरे द्वारा कई कई िार सहारा इां दडया
सोसाइटी के स्थानीय शाखा कायाा लय, रीिन कायाा लय, एवां िोनल कायाालय, का िक्कर लगा

िुका हां एवां सोसाइटी के प्रिांधकोां से भी भुगिान के दलए पिरा एवां िोन माध्यम से अवगि करा

िुका हां मगर मुझे भुगिान अभी िक नहीां दमला और दसिा टालमटोल दकया िा रहा है । मुझे

पूरा - पूरा सांिेह है दक मेरे पैसोां का ये लोग गिन करना/हड़पना िाहिे हैं िो दक यह एक गांभीर

अपराध की श्रेणी में आिा है ।

अांिः माननीय महोिय से नम्र दनवेिन है , की उपरोक्त भीषण ल्स्थदि को ध्यान

में रखिे हुए एवां उदिि कायावाही करािे हुए प्रस्तुि पत्र के साथ सांलग्न समस्त खािोां का भुगिान

मय ब्याि व िुमाा ने सदहि अदवलम्ब कराने में हमारी सहायिा करने का कृपा करें ।

इस पुनीि काया के हे िु मैं आपका सिै व आभारी रहां गा।

िय दहन्द। धन्यवाि।

सलग्नक:-

1. समस्त_ खािोां का पन्ोां का

एक दलस्ट् दिसका कुल मैच्योररटी रक्कम लगभग /- है ।

2. आधार काडा की छाया प्रदि ।


3 िैंक 'पासिुक की छाया प्रदि ।

4. समस्त मूल सदटा दिकेट / पासिुक की छाया प्रदि ।

प्राथी

हस्ताक्षर:-

नाम :-

दपिा :-

पिा :- मो. नां :- आधार नां :-

Email :-

रजिस्टर्ड र्ाक से पत्र भेिने का पता :-

माननीय केंद्रीय रदिस्ट्र ार (सहकारी सदमदि) सी आर सी एस का कायाा लय- प्रथम िल, सरकारी

मांत्रालय, अटल अक्षय ऊिाा भवन, सीिीओ कांपलेक्स, लोधी रोड, नई दिल्ली, दपन - 110003

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