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Ramavatar Yadav Special Issue of Videha 5
Ramavatar Yadav Special Issue of Videha 5
Ramavatar Yadav Special Issue of Videha 5
in
सं दभष :
सं पादकीय वटप्पणी
जे नकयो International Phonetic Script सीखऽ चाहै
िछि जे एनह (छतरहुता माध्यमसँ ) से एनह सलिकपर आनब सकै
िछि- Learn International Phonetic Script
through Mithilakshar Script
भारतमे अं नगका-बक्ज्जका केर समस्या नकए िै तकर मूल
कारणपर आशीष अनछचन्दहार द्वारा सलखल गे ल आले ख "तीन टा
कबिदु" (भाषाक मनोनवज्ञान-1 एवं 2) नव्े हक 150म अं क, 15
माचय 2014 मे प्रकासशत भे ल िल। पाठक एकरा पनढ सकै िछि।
https://www.youtube.com/watch?v=TrnR
TpwHDbk&t=4s
1
एनह पोिीक पनहल आले ख 'नाट्य-विमशष: रमे श रञ्जनकृत
डोमकछ नाटकक सन्दभषमे ' रमे श रं जनक नाटक 'डोमकि'पर
अछि। ई आले ख एनह नाटकक सं पूणय आलोचना अछि, आलोचना
माने चचाय। मै छिलीमे आलोचना शब््क भाव कहि्ीसँ आयाछतत िै
जकर माने भे ल कनि्ा करब। जखन नक आलोचना शब््क सभसँ
साियक प्रयोग असछमया भाषामे होइत िै आ हम असछमये भाषा
बला आलोचना मानै िी। असछमया भाषामे प्रेमी-प्रेछमका, वा नक
पछत-पत्नी वा नक माए-बे टा से हो आलोचना करै त अछि अपनामे ।
मूलतः असछमया भाषामे यद् कोनो लोक आन लोकसँ वा कोनो
कबिदुपर अपन बात कहै िै (्ै ननक बातचीतकेँ) तऽ ओनह ले ल
आलोचना शब्् प्रयोग होइत िै , आ हमरा इएह अिय काम्य
अछि। नक्रये नटभ रचना रचबाक जे प्रनक्रया िै ताहूपर एनह
आले खमे बात भे ल िै । शब््कोशक आधारपर डोमकि नाट्यकेँ
उल्ले न्खत कएल गे ल िै ।
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सामान्य पाठक एिं गै र शोधकताष ले खक वकए पढ़थि ई पोिी-