Scheme Booklet Hindi

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‘‘ एमएसएमई आ�थ� क �वकास,

नवो�ेष और रोजगार के
मजबूत संचालक� म� से ह� ’’

श्री नारायण राणे


माननीय के�दीय एमएसएमई मंत्री

‘‘ �व�भ� ��म� के मा�म से


‘‘आ��नभर्र भारत ’’ के अंतगर्त
एमएसएमई के उ�ान के �लए
�नरंतर प्रयास �कए जा रहे ह� ’’

श्री भानु प्रताप �स�ह वमार्


माननीय एमएसएमई रा� मंत्री
�वषय सूची
एमएसएमई मंत्रालय और इसके संगठन� �ारा कायार्��त ��म�

1. प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कायर्क्रम (पीएमईजीपी) 03

1.1. मौजूदा पीएमईजीपी/मुद्रा इकाइय� के उ�यन के �लए दूसरा 05


ऋण

2. सू� एवं लघु उ�म� के �लए क्रे�डट गारंटी ��म 07


(सीजीटीएमएसई)
3. सू� और लघु उ�म ��र �वकास कायर्क्रम (एमएसई- 09
सीडीपी) ��म
4. परंपरागत उ�ोग� के पुनसृर्जन के �लए �न�ध ��म (�ू�त� ) 11

5. उ��मता और कौशल �वकास कायर्क्रम (ईएसडीपी) ��म 13

6. प्र�श�ण सं�ान� को सहायता (एटीआई) ��म 15

7. कयर �वकास योजना 16

8. प्रापण और �वपणन सहायता (पीएमएस) ��म 19

9. अंतरार्�ीय सहयोग (आईसी) ��म 21

10. रा�ीय एससी-एसटी हब 24

11. नवप्रवर्तन, ग्रामीण उ�ोग और उ��मता संवधर्न ��म (ए�ायर) 26

12. खादी ग्रामो�ोग �वकास योजना – अ�ेला 28

I . खादी �वकास योजना 28

II . ग्रामो�ोग �वकास योजना 29

13. पूव��र �ेत्र और �स��म म� एमएसएमई का संवध�न 31

एमएसएमई स्कीमे 01
नई ��म�

14. टूल रूम और तकनीक� सं�ान-अवसंरचना �वकास और �मता 34


�नमार्ण का एक घटक
15. एमएसएमई चै��यंस ��म 36

1). एमएसएमई सतत (जेड) प्रमाणन 37


2). एमएसएमई-नवप्रवतर्नशील (इं �ूबेशन, आईपीआर 40
और �डजाइन)
16. संकटग्र� एमएसएमई के �लए अनुषंगी ऋण हेतु क्रे�डट गारंटी 43
��म (सीजीएसएसडी)
17. आ��नभर्र भारत (एसआरआई) �न�ध 45

18. एमएसएमई कायर्-�न�ादन का उ�ान और ग�तवधर्न (रै�) 47

19. मह�पूणर् संपकर् 49

एमएसएमई स्कीमे 02
प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कायर्क्रम
(पीएमईजीपी)

उ�े �ः
• ��म का उ�े� ग्रामीण और शहरी �ेत्र� म� �-रोजगार के उपक्रम
�ा�पत करने और सतत् रोजगार के अवसर� को सृ�जत करने के �लए
�व�ीय सहायता प्रदान करना है।
• ग्रामीण और बेरोजगार युवाओ ं के साथ-साथ भावी परंपरागत कारीगर�
के �लए सतत् और �नरंतर रोजगार के अवसर सृ�जत करना-ता�क
�ावसा�यक पलायन को रोका जा सके।

मु� लाभः
• गैर-कृ�ष �ेत्र म� नए सू�-उ�म� को �ा�पत करने के �लए ऋण स��
स��डी कायर्क्रम।

• ब�क ऋण पर �व�नमार्ण म� 50 लाख रू. और सेवा �ेत्र म� 20 लाख रू. तक


क� प�रयोजनाओ ं के �लए 15% से 35% तक क� रेन्ज म� मा�ज� न मनी
स��डी।

• �वशेष श्रे�णय� जैसे �क अनुसू�चत जा�त/अनुसू�चत जनजा�त/


म�हलाओ ं/ अ�सं�क�/पूवर् सै�नक�/ट्रांसज�डर/आकां�ी �जल�/
पूव��र �ेत्र से संबं�धत लाभा�थ� य� के �लए मा�ज� न मनी स��डी ग्रामीण
�ेत्र� म� 35% और शहरी �ेत्र� म� 25% है|

��म �न��ल�खत के �लए लागू है ः

• 18 वषर् से अ�धक उम्र का कोई भी ��� आवेदन कर सकता है।

�व�ृत जानकारीः

• लाभा�थ� य� का �यं का अंशदान सामा� श्रेणी के मामले म� प�रयोजना


लागत का 10% तथा �वशेष श्रेणी (अनुसू�चत जा�त/अनुसू�चत
जनजा�त/अ� �पछड़ा वगर्/�द�ांग/म�हलाएं /पूवर् सै�नक/ ट्रांसजे�र/
आकां�� �जला�/ पूव��र �ेत्र) के लाभा�थ� य� के मामले म� प�रयोजना
लागत का 5% है|

एमएसएमई स्कीमे अ�धक जानकारी और �नय�मत अपडेट के �लए www.msme.gov.in देख� 03


• य�द ऋण के �लए आवेदन अनुमो�दत कर �दया जाता है, ब�क लाभा�थ� य�
�ारा इकाइय� को �ा�पत करने के �लए उपयु� रूप से कुल प�रयोजना
लागत का 90 से 95 प्र�तशत क� शेष रा�श को �ीकृत और जारी करते ह�।

• ��म के अंतगर्त �ा�पत प�रयोजनाओ ं/इकाइय� क� �नरंतरता को


बनाए रखने के उ�े� से कायर्शालाओ ं, लाभा�थ� य� को ईडीपी प्र�श�ण,
प्रदशर्�नयां, इ�ा�द जैसे कायर्क्रम� को आयो�जत करके बैकवडर् और
फारवडर् �ल�केज के रूप म� सहायता सेवाएं भी प्रदान क� जाती ह�।

• भारत सरकार ने आवेदन क� ऑनलाइन प्र�क्रया प्रवाह और �व�पोषक


शाखाओ ं को सीधे मा�ज� न मनी सं�वतरण शुरू �कया है।

• ई-पोटर् ल पर ���य� के �लए ऑनलाइन आवेदन फॉमर् अ�नवायर् है।


आवेदन फामर्/पीएमईजीपी एमआईएस पोटर् ल मोबाइल अनुकूल है।
प्र�ेक चरण पर प्रणाली �ारा �तः अथवा संबं�धत अ�धका�रय� �ारा
आवेदक को एसएमएस/ई-मेल अलटर् भेजा जाता है।

• �व�भ� कायर्कलाप� क� मॉडल प�रयोजनाएं क� �रपोट� भावी


लाभा�थ� य� के लाभ के �लए पीएमईजीपी ई-पोटर् ल म� डाली गई ह�।

• देश म� एमएसएमई के पंजीकरण को बढ़ाने के �लए, सरकार ने यह


उपाय शुरू �कए ह� �क पीएमईजीपी इकाइयां ऑनलाइन पंजीकरण के
�लए उ�ोग आधार �ापन (यूएएम)/उ�म पंजीकरण अपना सकती ह�।

आवेदन कैसे कर� :

• https://www.kviconline.gov.in/pmegpeportal/pmegphome
पर आवेदन कर�।

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1.1) मौजूदा पीएमईजीपी/आरईजीपी/मुद्रा इकाइय� के
उ�यन के �लए दूसरा ऋण

उ�े �ः
• �व�ार और उ�यन के �लए मौजूदा इकाइय� क� सहायता के उ�े�
से, ��म म� सफल/बेहतर कायर्�न�ादक इकाइय� को �व�ीय सहायता
प्रदान क� जाती है।
• ��म म� नई प्रौ�ो�गक�/ऑटोमेशन को लाने के �लए उ��मय� क�
आव�कता क� भी पू�त� क� जाती है ता�क मौजूदा इकाई को आधु�नक
बनाया जा सके।

मु� लाभः
• अ�धकतम स��डी प�रयोजना लागत क� 15 प्र�तशत होगी (पूव��र
�ेत्र और पहाड़ी रा�� के �लए 20 प्र�तशत)। ब�क� �ारा कुल प�रयोजना
लागत क� शेष रा�श �मयादी ऋण के रूप म� प्रदान क� जाती है।

��म �न��ल�खत के �लए लागू है ः


• मौजूदा बेहतर कायर्�न�ादक पीएमईजीपी/आरईजीपी/मुद्रा इकाइयां

�व�ृत जानकारीः

• वषर् 2018-19 से �व�नमार्ण और सेवा/�ापार इकाइय� के �लए मौजूदा


पीएमईजीपी/आरईजीपी/मुद्रा इकाइय� के �व�ार/उ�यन के �लए
अ�त�र� �व�ीय सहायता ��म है।

• उ�यन हेतु �व�नमार्ण �ेत्र के अ�गर्त प�रयोजना क� अ�धकतम


लागत 1.00 करोड़ रू. और सेवा/�ापार �ेत्र के अंतगर्त 25.00 लाख रू.
है।
• अ�धकतम स��डी प�रयोजना लागत क� 15% होगी (पूव��र �ेत्र और
पहाड़ी रा�� के �लए 20%) अथार्त गैर-पूव��र �ेत्र म� 15.00 लाख रु.
और पूव��र �ेत्र एवं पहाड़ी रा�� के �लए 20.00 लाख रु.। ब�क� �ारा
कुल प�रयोजना लागत क� शेष रा�श �मयादी ऋण के रूप म� प्रदान क�
जाएगी।

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• पीएमईजीपी/मुद्रा ��म� के अंतगर्त �व�पो�षत सभी मौजूदा इकाइयां
�जनके मा�ज� न मनी दाव� का समायोजन कर �दया गया है और �ज��ने
�लए गए पहले ऋण का पुनभुर्गतान �नधार्�रत समय के भीतर कर �दया है
वे लाभ ले ने हेतु पात्र ह�।

• इकाइयां �पछले तीन वष� से लाभ अजर्न करने वाली होनी चा�हए।

• लाभाथ� उसी �व�पोषक ब�क, �जसने उनक� इकाई के �लए ऋण �ीकृत


�कया था, अथवा �कसी अ� �व�पोषक ब�क म� आवेदन कर सकता है, जो
दूसरे ऋण के �लए क्रे�डट सु�वधा प्रदान करने के इ�ुक ह�|

• लाभाथ� �कसी भी कायार्�यन एज�सी का चयन कर सकता है और वह


पहले ऋण के �लए चय�नत एज�सी से �भ� हो सकती है।

• उ�ोग आधार �ापन (यूएएम) का पंजीकरण तथा उ�म पंजीकरण


अ�नवायर् है।

• दूसरे ऋण से अ�त�र� रोजगार सृजन होना चा�हए।

• उ�यन के �लए दूसरे ऋण के अंतगर्त आवेदन प्र�ुत करने के �लए


लाभा�थ� य� को पीएमईजीपी ई-पोटर् ल पर आवेदन फामर् भरकर आवेदन
करना होग।

आवेदन कैसे कर�:

• https://www.kviconline.gov.in/pmegpeportal/pmegphome
पर आवेदन कर�।

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सू� एवं लघु उ�म� के �लए क्रे�डट गारंटी
��म (सीजीटीएमएसई)

उ�े �ः
• सू� और लघु उ�म� (एमएसई) को स�ा��� क मु�/तृतीय प�
गारंटी-मु� ऋण� के �लए क्रे�डट गारंटी सहायता सु�वधा प्रदान करके
पहली पीढ़ी के उ��मय� को �रोजगार के अवसर� म� �ापार करने के
�लए प्रो�ाहन करना, �वशेषकर स�ा��� क क� अनुप���त म� ।

मु� लाभः

• संपा��� क और तृतीय प� क� गारंटी के �बना 2 करोड़ रू. तक के ऋण� हेतु


क्रे�डट गारंटी।
• गारंटी कवरेज 85% (5 लाख रू. तक के सू� उ�म) से 75% (अ�) तक
क� रेन्ज म� है।
• खुदरा कायर्कलाप के �लए 50% कवरेज है।

��म �न��ल�खत के �लए लागू है ः

• मौजूदा उ�मी एवं आकां�ी उ�मी।

�व�ृत जानकारीः

• 2 करोड़ रू. के अ�धकतम क्रे�डट सीमा के साथ सेवा उ�म स�हत नए और


मौजूदा सू� और लघु उ�म� को पात्र सं�ान� �ारा प्रदान क� गई �बना
�कसी संपा��� क/तृतीय प� क� गारंटी मु� क्रे�डट सु�वधा(�न�ध और गैर
�न�ध आधा�रत दोन�) ��म के अ�गर्त गारंटी हेतु पात्र ह�। हाल ही म�,
गारंटी कवरेज को चु�न� दा एनबीएफसी और लघु �व� ब�क� हेतु पात्र
बनाया है।

• ��म के अंतगर्त उपल� गारंटी कवर क्रे�डट सु�वधा क� �ीकृत रा�श


का 50%/75%/80% और 85% क� सीमा म� है। 5 लाख रू. तक के क्रे�डट
के �लए सू� उ�म� हेतु गारंटी कवर क� सीमा 85% है। गारंटी कवर क�
सीमा खुदरा �ापार कायर्कलाप के �लए प्र�त एमएसई उधारकतार्

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10 लाख रू. से 1 करोड़ रू. तक ऋण हेतु क्रे�डट सु�वधा क� �ीकृत रा�श
का 50% है।

• (i) म�हला संचा�लत �ा�म� और सू� और लघु उ�म�; और


(ii) 50 लाख तक क्रे�डट सु�वधा के �लए पूव��र �ेत्र (एनईआर) म� सभी
क्रे�डट/ऋण� के �लए गारंटी कवर क� सीमा 80% है। चूक के मामले म�,
�ास 2 करोड़ रू. तक क� क्रे�डट सु�वधाओ ं के �लए उधारदाता सं�ा �ारा
प्रदान क्रे�डट सु�वधा क� चूक रा�श के 75% तक के दावे का �नपटान करता
है।

आवेदन कैसे कर�:


• सद� उधारदाता सं�ान� (ब�क� और एनबीएफसी) के मा�म से।

• �व�ृत �दशा�नद�श के �लए कृपया https://www.cgtmse.in


पर देख�।

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सू� और लघु उ�म ��र �वकास कायर्क्रम
(एमएसई-सीडीपी) ��म

उ�े �ः

• प्रौ�ो�गक�, कौशल एवं गुणव�ा, बाजार पहुँच म� सुधार जैसे सामा� मु�� का
समाधान करके एमएसई क� �नरंतरता और �वकास म� सहायता प्रदान
करना।
• एमएसई के नए/मौजूदा औ�ो�गक �ेत्र�/��र� म� आधारभूत सु�वधाओ ं
का सृजन/ उ�यन करना।
• सामा� सु�वधा के� �ा�पत करना (परी�ण, प्र�श�ण, क�ा माल �डपो,
प्रवाह उपचार, उ�ादन प्र�क्रयाओ ं को पूरा करने आ�द के �लए) ।
• ��र� के �लए ह�रत एवं सतत् �व�नमार्ण प्रौ�ो�गक� को बढ़ावा देना।

मु� लाभः

• �ग और �े सु�वधाओ ं के साथ सामा� सु�वधा के�� का सृजन।


• �ै टयु� कारखाना प�रसर� स�हत अवसंरचना �वकास प�रयोजनाओ ं
के �लए सहायता।

��म �न��ल�खत के �लए लागू है ः

• मौजूदा उ�मी (एसपीवी एक �वशेष प्रयोजन वाहन� के रूप म�)

�व�ृत जानकारीः

• सामा� सु�वधा के�ः �ग और �े सु�वधाओ ं स�हत सामा� उ�ादन/


प्रसं�रण के�, �डजाइन के�, परी�ण सु�वधाओ ं जैसी ‘भौ�तक
आ��य�’ का सृजन करना। भारत सरकार क� सहायताः 30 करोड़ रु.
क� अ�धकतम प�रयोजना लागत के 80% तक।

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• अवसंरचना �वकासः नए/मौजूदा औ�ो�गक (बहु-उ�ाद) �ेत्र�/
स�दाओ ं/�ै टयु� कारखाना प�रसर म� भू�म, सड़क, जल-�नकासी,
�व�ुत �वतरण इ�ा�द का �वकास करना। भारत सरकार क� सहायताः
15 करोड़ रू. क� अ�धकतम प�रयोजना लागत का 70% तक।

आवेदन कैसे कर�:

• https://cluster.dcmsme.gov.in आवेदन कैसे कर�:

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परंपरागत उ�ोग� के पुनसृर्जन के �लए �न�ध
��म (�ू�त�)

उ�े �ः

• उ�ाद� को प्र�त�ध� बनाने के �लए उ�ादन बढ़ाकर और मू� वधर्न


करते हुए परंपरागत उ�ोग� और कारीगर� को समूह� म� संग�ठत करना।

• परंपरागत �ेत्र� का संवधर्न करना और सतत रोजगार देते हुए कारीगर�


क� आय को बढ़ाना।

मु� लाभः

• सरकारी सहायता
• 500 कारीगर� तक के �लए 2.5 करोड़ रू. तक।

• 500 से अ�धक कारीगर� के �लए 5 करोड़ रू.।


• आधु�नक मशीन� के साथ एक उ�ादन सु�वधा क� �ापना क� गई है।
• क�ा माल सहायता।
• सा� इं टरव�शन-25 लाख रू. तक
• कौशल �वकास
• ए�पोजर दौरे
• े ता-�वक्रेता बैठक�
• क्र
• �वपणन – संपकर्-ई-कॉमसर्।
• �डजाइन सहायता

��म �न��ल�खत के �लए लागू हैः

• परंपरागत उ�ोग�, ह��श�, व�, कृ�ष-प्रसं�रण, बांस, शहद, कयर,


खादी आ�द जैसे �ेत्र� म� कारीगर� के ��र से मौजूदा कारीगर।

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�व�ृत जानकारीः

• कायार्�यन एज��सय� (रा�/के�ीय सरकार के संगठन� एनजीओ) �ारा


�वशेष उ�े� �ीक� (एसपीवी) म� कारीगर� को ग�ठत �कया जाता है
�ज�� भू�म प्रदान �कए जाने क� आव�कता है और हाडर् इं टरव�शन का 10%
(पूव��र, ज�ू और क�ीर और पहाड़ी �ेत्र� म� 5%)।

• हाडर् इं टवेशन लागत के 90% (पूव��र �ेत्र, ज�ू और क�ीर और पहाड़ी


�ेत्र� म� 95%) और सॉ� इं टरवेशन क� संपूणर् लागत क� �व�ीय सहायता।

• �व�ृत �दशा �नद�श


https://sfurti.msme.gov.in/SFURTI/Home.aspx पर उपल� ह�।

आवेदन कैसे कर�:

• https://sfurti.msme.gov.in/SFURTI/Home.aspx
पर आवेदन कर�।

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उ��मता और कौशल �वकास कायर्क्रम
(ईएसडीपी) ��म

उ�े �:
• नए उ�म� का संवधर्न, मौजूदा एमएसएमई का �मता �नमार्ण और देश
म� उ��मता क� सं�ृ�त पैदा करना।

मु� लाभ:

• समाज के �व�भ� वग� म� �वकास, उपल��, प्रेरणा और उ��मता कौशल


�ारा उ��मता का आधार बढ़ाना।

��म �न��ल�खत के �लए लागू है ः

• आकां�ी और मौजूदा उ�मी।

�व�ृत जानकारीः

• उ��मता जागरूकता कायर्क्रम (ईएपी) - उ�मीय�/एससी/एसटी/म�हलाओ ं,


�द�ांगजन�, भूतपूवर्-सै�नक� और बीपीएल ���य� स�हत समाज के
�व�भ� वग� को उ��मता/�-रोजगार जागरूकता और अ�भप्रेरणा के रूप
म� कै�रयर �वक� के रूप म� एक �दवसीय प्र�श�ण कायर्क्रम संचा�लत
�कया जाता है।
• उ��मता सह-कौशल �वकास कायर्क्रम (ई-एसडीपी) कृ�ष आधा�रत उ�ाद�,
होजरी, खा� और फल प्रसं�रण उ�ोग, कारपेट बुनाई, मैके�नकल
इं जी�नय�र� ग कायर्शाला/मशीन शॉप, हीट ट्रीटम�ट, इले क्ट्रो�े �ट�ग,
बु�नयादी/उ�त वे��� ग/फै�ब्रकेशन/शीट मेटल वकर्/ बु�नयादी/उ�त
बढ़ई�गरी, �ास और �सरे�म� आ�द म� छः स�ाह का उ��मता और कौशल
प्र�श�ण संचा�लत �कया जाता है।

• अ�ग्रम ई-एसडीपीः आईआईएम/आईआईटी/आईसीएआर/सीएसआईआर/


बीएआरसी/आईआईएससी/

एमएसएमई स्कीमे अ�धक जानकारी और �नय�मत अपडेट के �लए www.msme.gov.in देख� 13


• एनआईटी/के�ीय और रा� सरकार के कृ�ष �व��व�ालय इ�ा�द के
मा�म से एक स�ाह का अ�ग्रम ईएसडीपी कायर्क्रम संचा�लत
�कया जाता है।

• औ�ो�गक प्रबंधन, मानव संसाधन प्रबंधन, �वपणन प्रबंधन, �नयार्त


प्रबंधन/प्रले खन और प्र�क्रया, सामग्री प्रबंधन, �व�ीय/कायर्शील पूंजी
प्रबंधन, सूचना प्रौ�ो�गक�, �ड�जटल �वपणन, गुणव�ा प्रबंधन/
�ूएमएस/आईएसओ-9000/ईएमएस, डब�ूटीओ, आईपीआर,
आपू�त� श्रृंखला प्रबंधन, खुदरा प्रबंधन, लॉ�ज��� प्रबंधन आ�द म�
मौजूदा उ��मय� और उनके पयर्वे�ी कमर्चा�रय� के �लए प्रबंधन
�मता �नमार्ण प्र�श�ण।
• अ�ग्रम एमडीपीः एमएसएमई प्रमोटर�/अ�धकारीय� को एमडीपी प्र�श�ण
प्रदान करने के �लए के�/रा� सरकार� के �ाय� �नकाय�/कृ�ष
काले ज�/�ेत्रीय इं जी�नय�र� ग काले ज�/एनआईटी/के�ीय और रा�
सरकार� के इस डोमेन म� अ� प्र�त��त सं�ान� अथवा /तथा रा�
प्रशास�नक प्र�श�ण सं�ान� के मा�म से एक स�ाह के अ�ग्रम
एमपीडी प्र�श�ण कायर्क्रम संचा�लत �कये जाते ह�।

आवेदन कैसे कर�:


• ईएसडीपी ��म के अंतगर्त एमएसएमई -टीसी और अ� कायार्�यन
एज��सय� के मा�म से एमएसएमई-डीएफओ क� वेबसाइट पर आवेदन कर�।
��म �ल�क -
• http://dcmsme.gov.in/Enterprise&skillDevelopment.htm &
http://msmedi.dcmsme.gov.in

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प्र�श�ण सं�ान� को सहायता
(एटीआई) ��म

�ववरण :
• एमएसएमई मंत्रालय के अंतगर्त संचा�लत रा�ीय �रीय प्र�श�ण
सं�ान�, नामतः �न�मे, केवीआईसी, कयर बोडर्, टू ल रूम�, एनएसआईसी
एवं एम�ग�र को अवसंरचना के सुदृढ़ीकरण और सृजन के उ�े� से तथा
उ��मता �वकास और कौशल �वकास प्र�श�ण कायर्क्रम� क� सहायता के
�लए पूंजीगत अनुदान के रूप म� सहायता प्रदान क� जाती है। मौजूदा रा�
�रीय ईडीआई अथार्त् रा� सरकार/संघ रा� �ेत्र �ारा �ा�म� और
उनके �ारा �नयं�त्रत उनके प्र�श�ण अवसंरचना के सृजन या
सुदृढ़ीकरण/�व�ार के �लए भी सहायता प्रदान क� जाती है।

सहायता क� प्रकृ�त:
• इस मंत्रालय के प्र�श�ण सं�ान� �ारा अपे��त अवसंरचना के
सुदृढ़ीकरण/ �व�ार के �लए सहायता क� रा�श वा��वक रा�श से अ�धक
नह� होगी। प्र�ेक मामले म� रा� �रीय ईडीआई क� अ�धकतम सहायता
के �र को 3.00 करोड़ रूपये तक प्र�तबं�धत �कया गया है। कौशल �वकास
कायर्क्रम� के �लए सहायता �नधार्�रत दर� के अनुसार प्रदान क� जाएगी|

कौन आवदेन कर सकता है :

• एमएसएमई मंत्रालय के सं�ान और मौजूदा रा��रीय ईडीआई ।

आवेदन कैसे कर�:


• अवसंरचना के सुदृढ़ीकरण अथवा सृजन के �लए सहायता हेतु आवेदन
करने के इ�ुक संगठन अपने आवेदन �नदेशक/उप स�चव (ईडीआई),
सू�, लघु और म�म उ�म मंत्रालय, उ�ोग भवन, रफ� मागर्, नई
�द�ी-110011 को भेज सकते ह�।

�कससे संपकर् कर�:

• उप स�चव (ईडीआई), एमएसएमई मंत्रालय

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कयर �वकास योजना – अ�ेला ��म

पूरे देश म� कयर उ�ोग के �वकास के �लए कयर बोडर् �ारा कयर �वकास
योजना (सीवीवाई) एक अ�ेला ��म कायार्��त क� जा रही है

उ�े �ः
• देश म� प्रचुर मात्रा म� उपल� क�े माल क� उ�ाद के आ�थ� क �र पर
उपयो�गता को बढ़ाने के �लए।
• उ�ोग के कामगार�, उ��मय�, �नयार्तक� और अ� �हतधारक� क� आय/
�रटनर् बढ़ाने के �लए।
• देश और �वदेश म� उ�ाद� क� बाजार �मता का पूणर् उपयोग और उ�ोग से
संबं�धत कायार्�क सहायता सेवाएं ।
• उ�त उपकरण मशीनरी का �वकास, प्र�क्रयाएं और नए उ�ाद�।
• कयर उ�ोग म� बड़े पैमाने पर �नवेश को बढ़ावा देना।
• कयर उ�ोग के �लए कुशल जनश�� का �वकास, ग्रामीण म�हलाओ ं का
सश��करण और रोजगार सृजन।
• कयर कामगार� के �लए क�ाणकारी उपाय।
• �व�भ� �ड�जटल �े टफॉमर् के एक�करण के और प्रौ�ो�गक� ह��ेप के
मा�म से कयर उ�ोग का उ�यन करना ।

इस अ�ेला ��म के अंतगर्त कयर बोडर् उप-��म� /कायर्क्रम� को


कायार्��त कर रहा है:

I. �व�ान और प्रौ�ो�गक�
उ�ादन प्र�क्रयाओ ं का आधु�नक�करण, मशीनरी और उपकरण का �वकास,
उ�ाद �वकास और �व�वधीकरण, पयार्वरण के अनुकूल �वकास प्रौ�ो�गक�,
प्रौ�ो�गक� ह�ांतरण, ऊ�ायन, परी�ण और सेवा सु�वधाएं ,
इस कायर्क्रम के घटक ह�

II. कौशल उ�यन और म�हला कयर योजना


क. कौशल उ�यन
कयर �ेत्र म� उपल� नवीनतम प्रौ�ो�ग�कयां और योजनाओ ं क�

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जानकारी का प्रसार करने क� दृ�� और इस �ेत्र के �लए संभा�वत
उ��मय� को आक�ष� त करने क� दृ��, बोडर् कायर्शालाएं , से�मनार,
जागरूकता कायर्क्रम, ए�पोजर इस योजना के अंतगर्त भ्रमण आ�द
उ��मता �वकास कायर्क्रम आयो�जत करता है।

ख. म�हला कयर योजना


म�हला कयर योजना एक म�हला उ�ुखी, �-रोजगार के �लए कयर बोडर्
�ारा कायार्��त ��म है। ��म का उ�े� ना�रयल उ�ादन करने वाले
�ेत्र� म� ग्रामीण म�हलाओ ं को �-रोजगार के अवसर सृजन करने और
छात्रवृ�� सु�वधाओ ं के साथ प्र�श�ण प्रदान करना है।

III. �नयार्त बाजार संवधर्न

�नयार्त बाजार संवधर्न के अंतगर्त बोडर् के प्रमुख कायर् म� अंतरार्�ीय


प्रदशर्�नय� म� भागीदारी, प्रचार, �नयार्त बाजार �वकास सहायता
��म/अंतरार्ट्रीय सहयोग-��म इ�ा�द के अंतगर्त सहायता प्रदान
करना शा�मल है।

IV. घरेलू बाजार संवधर्न


घरेलू बाजार संवधर्न ��म के अंतगर्त प्रमुख कायर् इसके शोरूम� एवं
�बक्र� �डपो अ� एज��सय� �ारा आयो�जत घरेलू प्रदशर्�नय� म� भागीदारी,
�व�श� मेल� का आयोजन करना, कयर सहकारी इकाइय� और पीएसयू
को रा� सरकार�/संबं�धत संघ रा� �ेत्र� के मा�म से बाजार �वकास
सहायता (एमडीए) का सं�वतरण करना, कयर उ�ाद� का प्रदशर्न-सह-
�बक्र� करना है।

V. �ापार और उ�ोग से संबं�धत कायार्�क सहायता सेवाएं

इन कायर्कलाप� म� प्राथ�मक और दूसरे दज� क� जानकारी क� खोज, संग्रह


और सां�खक�य �व�े षण क� सूचना �जसम� �नयार्त, संदभर् बनाना और
तैयार करना तथा �रपोट� का प्रकाशन शा�मल होगा।

VI. क�ाणकारी उपायः

कयर बोडर् प्रधानमंत्री सुर�ा बीमा योजना (पीएमएसवीवाई) के �ान पर


कयर कामगार� के क�ाण के �लए एक नई क�ाणकारी ��म शुरू करने
क� योजना बना रहा है।

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��म मा� हैः
• कयर बोडर् के अंतगर्त पंजीकृत सभी कयर उ�ादन/प्रसं�रण
इकाइय� पर और �जनके पास वै� उ�म पंजीकरण प्रमाणपत्र है।

कैसे आवेदन कर�:

• ��म का �ववरण कयर बोडर् क� वेबसाइट


http://coirboard.gov.in पर उपल� है।

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प्रापण और �वपणन सहायता
(पीएमएस) ��म

उ�े �ः

• ��म का उ�े� देश भर म� आयो�जत/रा�ीय/अंतरार्�ीय �वसाय मेल�/


प्रदशर्�नय�/एमएसएमई ए�पो, आ�द का आयोजन/भाग ले ने जैसी नई बाजार
पहुँच पहल� का संवधर्न और �वपणन, नवीनतम पैके�ज� ग प्रौ�ो�गक�,
आयात-�नयार्त नी�त और प्रणाली, जेम पोटर् ल, एमएसएमई स�ेलन,
अंतरार्�ीय/रा�ीय �वसाय म� नवीनतम �वकास और बाजार पहुँच �वकास के
�लए अ� �वषय�/प्रकरण� म� पैके�ज� ग का मह�/तरीक�/ प्र�क्रया के बारे म�
एमएसएमई को जागरूक और �श��त करना है।

��म के घटक
बाजार पहुँच
• �वसाय मेल�/प्रदशर्�नय� म� ���गत एमएसई क� भागीदारी।
• मंत्रालय/�वकास आयु� (एमएसएमई) कायार्लय/सरकारी संगठन� �ारा
घरेलू/अंतरार्�ीय �वसाय मेल�/प्रदशर्�नय� का आयोजन करना और �वसाय
मेल�/प्रदशर्�नय� म� भागीदारी।
• �वक्रेता �वकास कायर्क्रम (वीडीपी)।

�मता �नमार्ण

• आधु�नक पैके�ज� ग तकनीक� का अ�भग्रहण


• बार कोड का अ�भग्रहण
• ई-कामसर् मंच का अ�भग्रहण
• रा�ीय कायर्शालाएं /से�मनार
• मंत्रालय/�वकास आयु� (एमएसएमई) का कायार्लय �ारा रा�ीय
कायर्शालाओ ं/से�मनार� (पारंप�रक/वचुर्अल) का आयोजन करना।

�रटे ल आउटले ट का �वकास

• जीआई (भौगो�लक संकेतक) उ�ाद� को बढ़ावा देने के �लए खुदरा �बक्र�


के�� का अवसंरचना �वकास

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�व�ृत सूचना :
• �व�ृत जानकारी के �लए पीएमएस ��म के �दशा�नद�श�
http://dcmsme.gov.in/OM%20&%20PMS%20Scheme%
20Guidelines.pdf का अवलोकन कर�।

��म �न��ल�खत के �लए लागू है ः


• �व�नमार्ण/सेवा �ेत्र वाले एमएसई �जनके पास वैध उ�म पंजीकरण
(यूआर) प्रमाण पत्र ह�।

आवेदन कैसे कर�:

• www.dcmsme.gov.in पर आवेदन कर�।

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अंतरार्�ीय सहयोग (आईसी) ��म

उ�े �ः

• ��म का उ�े� अंतरार्�ीय प्रदशर्�नय�/मेल�/स�ेलन�/से�मनार�/�वदेशी


क्रेता-�वक्रेता बैठक� म� भागीदारी को आसान करने के साथ ही कारर्वाई
यो� बाजार आसूचना तथा व�ु और सेवाओ ं म� शा�मल �व�भ� लागत� क�
प्र�तपू�त� प्रदान करके �नयार्त बाजार म� प्रवेश के �लए एमएसएमई का �मता
�नमार्ण करना है। ��म प्रौ�ो�गक�, मांग म� प�रवतर्न, नए बाजार� के उ�व
म� उभरने वाली चुनौ�तय� का सामना करने के �लए �यं को लगातार अपडेट
करके एमएसएमई को अवसर प्रदान करती है।

��म �न��ल�खत उप-घटक� को कवर करेगीः

• उप-घटक I : एमएसएमई को बाजार �वकास सहायता (एमडीए)।


• उप-घटक II : पहली बार के �नयार्तक एमएसई का �मता �नमार्ण
(सीबीएफ़टीआई)।
• उप-घटक III : अंतरार्�ीय बाजार आसूचना प्रसार के �लए ढांचा
(आईएमआईडी)।

आज क� तारीख म�, केवल उप-घटक-I और उप-घटक-II �क्रयाशील है। इन


दो घटक� के �दशा�नद�श� को पहले से ही प�रचा�लत �कया जा चुका है जो
मंत्रालय क� वेबसाइट पर उपल� ह�। उप-घटक-III ज� ही �क्रयाशील �कया
जाएगा।

उप घटक-I के अंतगर्त पात्र संगठन:

• एमएसएमई मंत्रालय और मंत्रालय के अंतगर्त आने वाले संगठन


• रा�/के�ीय सरकारी संगठन/सं�ान और पंजीकृत उ�ोग/उ�म संघ
आ�द।

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उप-घटक-I के अंतगर्त कवर क� गई ग�त�व�धयां

�वदेश� म� अंतरार्�ीय प्रदशर्�नय�, �वसाय मेल� और क्रेता-�वक्रेता बैठक� म�


एमएसएमई प्र�त�न�धमंडल� क� (�फ�जकल रूप से) भागीदारी।

• �ान �कराया (�ाल शु�) : प्र�त एमएसएमई 3.00 लाख रू. तक।
• हवाई �करायाः प्र�त एमएसएमई 1.50 लाख रू. तक।
• �ूटी भ�ाः ऑ�फस �बयरर्स (ओबी) के �लए प्र�त �दन 150 अमे�रक� डॉलर।

• प�रवहन शु�ः प्र�त एमएसएमई इकाई 50,000 रू. तक और लै �टन


अमे�रक� देश� के �लए प्र�त एमएसएमई 75,000 रू. तक ।
• �व�ापन और प्रचार शु�ः 5.00 लाख रू. तक।
• पंजीकरण शु�ः 5,000 रू. तक।

�वदेशी आयोजक� �ारा अंतरार्�ीय प्रदशर्�नय�, �वसाय मेल� और


क्रेता-�वक्रेता बैठक� म� एमएसएमई प्र�त�न�धमंडल� क� (वचुर्अल रूप से)
भागीदारी।

• �वदेश� �ारा आयो�जत वचुर्अल अंतरार्�ीय आयोजन� म� भागीदारी के �लए


सूचीपत्र/�ड�जटल सामग्री स�हत �ान/�ाल शु�ः 1.5 लाख रू. तक।

• �व�ापन और प्रचार शु�ः 5.00 लाख रू. तक।

उ�ोग संघ�/सरकारी संगठन� �ारा भारत म� आयो�जत �कए जाने वाले


एमएसएमई �ेत्र (�फ�जकल रूप म�) से संबं�धत �वषय� पर अंतरार्�ीय
स�ेलन�/�शखर स�ेलन�/कायर्शालाओ ं/से�मनार� को आयो�जत करना।

• उ�ोग संघ� �ारा भारत म� अंतरार्�ीय स�ेलन�/�शखर स�ेलन�


/कायर्शालाओ ं/से�मनार� को आयो�जत करने के �लए �ान �कराया,
खानपान, �व�ापन और प्रसार, सुर�ा �व�ा आ�द शु�� स�हत आयोजन
शु�ः 10.00 लाख रू. तक।

• �वदेशी व�ाओ ं/�वशेष��/संसाधन ���य� के �लए इकोनॉमी वगर् हवाई


�करायाः 5.00 लाख रू.।

उ�ोग संघ�/सरकारी संगठन� �ारा आयो�जत �कए जाने वाले एमएसएमई �ेत्र
(वचुर्अल रूप म�) से संबं�धत �वषय� पर अंतरार्�ीय स�ेलन�/ �शखर
स�ेलन� /कायर्शालाओ ं/से�मनार� को आयो�जत करना।

• स�ेलन�/�शखर स�ेलन� /कायर्शालाओ ं/से�मनार� को आयो�जत करने


के �लए वचुर्अल �ान/�े टफामर्/लाइस�स शु�/�करायाः 2.00 लाख रू.
तक।

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• आयोजन के संवधर्न/�वपणन/प्रचार पर क� गई प्रचार लागतः
5.00 लाख रु. तक।
• वचुर्अल आयोजन म� शा�मल अनुवाद और �ा�ा शु�ः
1.00 लाख रु. तक।

एमएसएमई �ेत्र संवधर्न के �लए, भारत सरकार �ारा �यं अथवा


उ�ोग संघ� क� भागीदारी म� बड़े अंतरार्�ीय स�ेलन�/ �शखर
स�ेलन�/कायर्शालाओ ं/से�मनार�, सरकार से सरकार के बीच
��प�ीय/बहुप�ीय कायर्क्रम� (�फ�जकल /वचुर्अल रूप म�) का
आयोजन।

उप -घटक-II
इस घटक के अंतगर्त, पहली बार एमएसई �नयार्तक� क� आक��क लागत
अथार्त पंजीकरण सह सद�ता प्रमाणन (आरसीएमई); ए�पोटर् इं �ोर�स
प्री�मयम; गुणव�ा प्रमाणन क� प्र�तपू�त� क� जाती है। मंत्रालय ने �दनांक
20.09.2022 को आरसीएमसी शु��, �नयार्त बीमा प्री�मयम और परी�ण
तथा गुणव�ा प्रमाणन क� प्र�तपू�त� के �लए कायार्�यन एज��सय� के रूप म�
19 �नयार्त संवधर्न प�रषद� (ईपीसी), �नयार्त ऋण गारंटी �नगम �ल�मटे ड
(ईसीजीसी) और रा�ीय लघु उ�ोग �नगम �ल�मटे ड (एनएसआईसी) के
साथ समझौता �ापन� पर ह�ा�र �कए ह�।

अ�धक जानकारी के �लए �न��ल�खत �ल�क पर ��म के �दशा�नद�श� को देखेः


http://msme.gov.in/sites/default/files/RevisediCScheme2021.PDF

आवेदन कैसे कर�:


• http://ic.msme.gov.in पर आवेदन कर�।

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रा�ीय एससी-एसटी हब ��म

उ�े � :

• सू� और लघु उ�म आदेश 2012 के �लए क�द्र सरकार क� सावर्ज�नक खरीद
नी�त के तहत दा�य�� को पूरा करने के �लए अनुसू�चत जा�त और
अनुसू�चत जनजा�त के उ��मय� को �ावसा�यक सहायता प्रदान करना,
लागू �वसाय प्रथाओ ं को अपनाना और �� ड-अप इं �डया पहल का लाभ
उठाना ।

मु� लाभ :

• संयंत्र और मशीनरी/उपकरण क� खरीद पर 25% स��डी या रु. 25 लाख जो


भी कम हो।
• प्रदशर्�नय� और �वक्रेता �वकास कायर्क्रम� म� भागीदारी के मा�म से
�वपणन और परामशर् सहायता ।
• ब�क ऋण प्रसं�रण, परी�ण सेवाओ ं, �नयार्त संवधर्न प�रषद क� सद�ता,
सरकार संव�धर्त ई-कॉमसर् पोटर् � म� सद�ता, एन.एस.आई.सी. क� एकल
�ब� दु पंजीकरण योजना सद�ता के �लए, �लए गये शु� क� प्र�तपू�त� ।
• एससी-एसटी उ�म� और उ��मय� से स�ं�धत सूचना का सीपीएसई को
संग्रह, �मलान और प्रसार ।
• कौशल �वकास कायर्क्रम� के तहत �न:शु� कौशल प्र�श�ण और प्र�श��त
अ��थ� यो को �वसाय �व�श� टू ल �कट का �वतरण ।

योजना �न��ल�खत के �लए लागू है :

• आकां�ी और मौजूदा अनुसू�चत जा�त और अनुसू�चत जनजा�त उ�मी।

�व�ृत सूचना :

रा�ीय अनुसू�चत जा�त और अनुसू�चत जनजा�त हब (एनएसएसएच) को


अ�ू बर 2016 म� माननीय प्रधान मंत्री �ारा सू� और लघु उ�म� के �लए
क�द्र सरकार क� सावर्ज�नक खरीद नी�त आदेश 2012 के तहत दा�य�� को
पूरा करने के �लए अनुसू�चत जा�त /अनुसू�चत जनजा�त के उ��मय� को

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�ावसा�यक सहायता प्रदान करने, प्रयो� �वसाय प्रथाओ ं को अपनाने और
�� ड-अप इं �डया पहल का लाभ उठान� के �लए लॉ� �कया गया था। । हब ने
एससी/एसटी उ��मय� को उनक� �मता �नमार्ण म� पेशेवर सहायता प्रदान करके
उनक� सु�वधा के �लए कई पहल क� ह�। एनएसएसएच �व�भ� उप-योजनाओ ं के
मा�म से उ���खत प्राथ�मकता वाले �ेत्र� पर काम करता है जो इस प्रकार ह�:

• संयंत्र और मशीनरी/उपकरण� क� खरीद पर 25% या रु. 25 लाख, जो भी कम


हो, क� स��डी ।
• हवाई �कराए पर 100% स��डी और �वदेश मंत्रालय �ारा �नधार्�रत दर के
अनुसार डीए का दोगुना ।
• एकल �ब� दु पंजीकरण योजना के तहत 100/- रुपये के मामूली शु� पर
एनएसआईसी का पंजीकरण प्रा� करने के �लए 100% स��डी।
• ब�क ऋण प्रसं�रण शु� पर 80% या रु. 1.0 लाख जो भी कम हो, क� प्र�तपू�त� ।
• �न�ादन ब�क गारंटी पर 80% या 1.0 लाख रु. जो भी कम हो, क� प्र�तपू�त� ।
• परी�ण शु� पर 80% या 1 लाख रुपये, जो भी कम हो, क� प्र�तपू�त� ।
• �नयार्त संवधर्न प�रषद सद�ता के �लये सद�ता/अंशदान शु� पर 80% या
रुपये 20,000/- जो भी कम हो, क� प्र�तपू�त� ।
• सरकार �ारा संव�धर्त ई-कॉमसर् पोटर् � क� सद�ता शु� पर 80% या रुपये
25,000/- जो भी कम हो, क� प्र�तपू�त� ।
• शीषर् 50 एनआईआरएफ दजा�प्रा� प्रबंधन सं�ान के अ�का�लक प्र�श�ण
कायर्क्रम के �लए पा�क्रम शु� का 90% या 1.0 लाख रुपये जो भी कम हो,
क� प्र�तपू�त� ।

आवेदन कैसे कर�

• https://www.scsthub.in/

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नवप्रवर्तन, ग्रामीण उ�ोग और उ��मता संवधर्न
��म (ए�ायर)

उ�े �:

• �न��ल�खत के �लए, मु� रूप से ग्रामीण और अ�-से�वत �ेत्र� म�


नवप�रवतर्न को बढ़ावा देने और उ��मता म� तेजी लाने के �लए: आजी�वका
�वसाय इन्�ूबेटर� का एक नेटवकर् �ा�पत करना (एलबीआई) :
• कृ�ष-ग्रामीण �ेत्र म� औपचा�रक, �ेले बल सू�-उ�म� का सृजन
करते हुए रोजगार के अवसर� का सृजन करना।
• कृ�ष-ग्रामीण �ेत्र म� नई प्रौ�ो�ग�कय� म� बेरोजगार, मौजूदा
�-रोजगार/�दहाड़ी मजदूर� को कौशल, उप-कौशल, पुन: कौशल
प्रदान करना।
• आसपास के औ�ो�गक ��र� को कौशल मानव पूंजी प्रदान करना
और एमएसएमई �ेत्र म� प्र�त�धार्�कता के सुदृढ़ीकरण के �लए
नवप्रव�तन का संवधर्न।

मु� लाभ :
• संयंत्र और मशीनरी के प्रापण के �लए सरकारी एज��सय� को अ�धकतम
1 करोड़ रू. और प्राइवेट एज��सय� के �लए 75 लाख रूपए।
• जनश�� लागत, चल रहे इन�ूबेशन और कौशल �वकास प्रोग्रामर�
आ�द के �लए प�रचालन �य समथर्न के रूप म� सरकारी और �नजी
एज��सय� को अ�धकतम 1 करोड़ रुपये।

��म �न��ल�खत के �लए लागू है :

• मंत्रालय/भारत सरकार के �वभाग�/रा� सरकार उ�ोग संघ�, शै��क


सं�ान� के अंतगर्त कोई एज�सी/भारत सरकार के सं�ान/रा�
सरकार अथवा मौजूदा प्र�श�ण के�।
• सफलतापूवर्क इं �ूबेशन और/अथवा कौशल �वकास कायर्क्रम चलाने
म� अनुभव के साथ कोई भी अलाभकारी प्राइवेट (�नजी) सं�ान
एलबीआई क� �ापना के �लए पात्र ह�।

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�व�ृत जानकारी :
• आजी�वका �वसाय इं �ूबेटर (एलबीआई): आजी�वका �वसाय
इं �ूबेटर ग्रामीण और अनुपयु� �ेत्र� पर �वशेष �ान के साथ
कृ�ष-ग्रामीण �ेत्र म� उ��मता और रोजगार सृजन संवधर्न के �लए
कौशल �वकास और इं �ूबेशन कायर्क्रम प्रदान करने के �लए �ा�पत
इकाई है।
• �नजी संगठन� के मामले म�, पूंजीगत �य का 25% आवेदक संगठन�
�ारा वहन �कया जाएगा।
• �व�ृत �दशा�नद�श
https://aspire.msme.gov.in/ASPIRE/AFHome.aspx पर
उपल� ह�।

आवेदन कैसे करेः

• https://aspire.msme.gov.in/ASPIRE/AFHome.aspx
पर आवेदन कर�।

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खादी ग्रामो�ोग �वकास योजना

उ�े �ः
• खादी कारीगर� क� उ�ादकता तथा आय को बढ़ाना और उनक� आजी�वका
को सुर��त करना ।
• खादी उ�ादन क� आधारभूत संरचना को उ�त करना।
• खादी उ�ादन, �बक्र� तथा रोजगार म� वृ�� करना।
• ग्रामो�ोग� का �वकास और ग्रामीण कारीगर� क� सं�ा म� वृ�� करना।
• ग्रामीण कारीगर� के पारंप�रक और अंत�न� �हत कौशल को पुनज��वत करना।
• �बक्र� के�� का नवीनीकरण और आधु�नक�करण करना।
• �वपणन तथा �नयार्त को बढ़ावा देना।

मु� लाभः

1. खादी �वकास योजना

क्र. सं. घटक सहायता

संशो�धत बाजार �वकास सूती/म��न, ऊनी और पॉलीव� हेतु मूल


1.
सहायता (एमएमडीए) लागत पर @35% स��डी तथा रेशमी खादी
हेतु मु� लागत पर @20% क� स��डी

2. �ाज स��डी पात्रता प्रमाणपत्र खादी सं�ा को केवल 4% क� दर से �ाज


योजना (आईएसईसी) देना होता है। ब�क �ारा �लए गए वा��वक
�ाज और 4% के बीच के अंतर को,
केवीआईसी �ारा �ाज स��डी के रूप म�
वहन �कया जाता है।

3. खादी कारीगर� हेतु वकर्-शेड • ���गत वकर्शेड (20 वगर् मीटर):


योजना रु.1,20,000/- या वकर्शेड क� लागत का
75% (पूव��र �ेत्र हेतु 90%), �जसम� एक
शौचालय भी शा�मल है, जो भी कम हो |

• ग्रुप वकर्शेड (प्र�त कारीगर 10 वगर् मीटर):


रु.80,000/- या वकर्शेड क� लागत का
75%, (पूव��र �ेत्र हेतु 90%), �जसम�
एक शौचालय भी शा�मल है, जो भी कम हो।

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• रु.15.00 लाख (पूंजीगत �य +
4. मौजूदा कमजोर खादी सं�ाओ ं कायर्शील �न�ध) क� अ�धकतम सीमा
क� आधारभूत संरचना का के साथ खादी सं�ा के पुनरु�ार
सुदृढ़ीकरण तथा �वपणन हेतु �व�ीय सहायता।
क� आधारभूत संरचना हेतु
सहायता
• �वपणन क� आधारभूत संरचना के
अंतग�त केवीआईसी/केवीआईबी के
�वभागीय �बक्र� के�� तथा रु.25.00
लाख तक क� अ�धकतम सीमा वाले
सं�ागत �बक्र� के�� के नवीनीकरण
हेतु �व�ीय सहायता।

5. अ� घटक • खादी हेतु उ�ृ�ता क�द्र


• खादी गुणव�ा आ�ासन
• �वपणन (प्रदशर्नी)
• �व�ान और प्रौ�ो�गक� (�व.प्रौ.)

II. ग्रामो�ोग �वकास योजना

क्र. सं. घटक सहायता

1. ��ता और प्रसाधन उ�ोग • अगरब�ी उ�ोग म� प्र�श�ण कायर्क्रम


(वेलनेस एं ड कॉ�े�ट� • प्र�श��त कारीगर� को पेडल संचा�लत/
इं डस्ट्रीज) के अंतग�त �चा�लत अगरब�ी मशीनरी का �वतरण।
अगरब�ी कायर्क्रम

2. ह��न�म� त कागज, चमड़ा और • फूटवेयर के �डजाइन और �नमार्ण


�ा��क उ�ोग पर प्र�श�ण।
(एचएमपीएलपीआई) के अंतग�त • प्र�श��त कारीगर� को मशीनरी तथा
चमड़े के फूट�वयर संबंधी ग�त�व�ध टू ल-�कट� का �वतरण।

3. ख�नज आधा�रत उ�ोग • �ील पॉटरी पर प्र�श�ण।


(एमबीआई) के अंतगर्त प्र�श��त कारीगर� को औजार� और
पॉटरी ग�त�व�ध उपकरण� (इले िक्ट्रक पॉटर �ील,
�ं जर) का �वतरण

4. कृ�ष आधा�रत और खा� • मधुम�ी पालन कौशल �वकास


प्रसं�रण उ�ोग प्र�श�ण।
(एबीएफपीआई) के तहत
• प्र�श��त लाभा�थ� य� को जी�वत
मधुम�ी पालन ग�त�व�ध/ मधुम�ी-कालो�नय� के साथ 10
शहद �मशन कायर्क्रम मधुम�ी-ब�े और टू ल �कट के
एक सेट (�जसम� एक चाकू, �ोकर,
हाइव-टू ल और बी-वेइल शा�मल है)
का �वतरण।

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5. ग्रामीण अ�भयां�त्रक� एवं नवीन • वे�-वुड, टनर्-वुड क्रा�, वुडन टॉय और
प्रौ�ो�गक� के अंतग�त वे� वुड/ पंचग� आधा�रत उ�ाद� पर प्र�श�ण।
टनर् वुड क्रा�/लकड़ी के • प्र�श��त कारीगर� को टू ल-�कट्स का
�खलौने/ पंचग� के उ�ाद �वतरण।

6. ह��न�म� त कागज, �ा��क • पेपर रूपांतरण, पेपर �े ट और दोना


और चमड़ा उ�ोग के अंतग�त हाथ (बाउल) बनाने, पेपर मैशे, फाइबर
से बने कागज और फाइबर से �न�षर्ण और फ�सी व�ुएँ बनाने
संबं�धत ग�त�व�धयाँ। और बान बनाने (टू �ाई) पर
प्र�श�ण।
• प्र�श��त कारीगर� को मशीनरी तथा
टू ल-�कट� का �वतरण।

7. कृ�ष आधा�रत खा� प्रसं�रण • पाम गुड़, इमली, फल और स��यां,


उ�ोग ग्रामीण तेल, मसाले और चटनी, ब�त
और बांस पर प्र�श�ण।
• प्र�श��त कारीगर� को मशीनरी
तथा टू ल-�कट� का �वतरण।

• इले क्ट्री�शयन और �ं बर, तथा


�डग�नटी (साइ�कल पर चाय क�
8. सेवा उ�ोग �बक्र�) को प्र�श�ण।

• प्र�श��त लाभा�थ� य� को टू ल-�कट्स


का �वतरण।

योजना �न��ल�खत के �लए लागू है :


खादी सं�ा (केआई), जो केवीआईसी या रा� खादी और ग्रामो�ोग बोडर्
(केवीआईबी) के साथ पंजीकृत ह�, और खादी कारीगर।
लाभा�थ� य� क� पहचान केवीआईसी, एनजीओ/केआई/वीआई/केवीआईबी/
डीआईसी/एफपीओ आ�द �ारा क� जा सकती है।
आयु समूहः 18-55 वषर्।
�जनके पास वैध आधार काडर्, या सरकार �ारा जारी कोई अ� पहचान पत्र हो।
एक प�रवार का एक ��� ही केजीवीवाई के अंतग�त सहायता के �लए पात्र है।
वे ��� पात्र नह� ह�, �ज��ने समान/उसी उ�े� हेतु अ� सरकारी योजनाओ ं
से लाभ प्रा� �कया है।
अनुसू�चत जा�त/अनुसू�चत जनजा�त/म�हला/बेरोजगार युवा/गरीबी रेखा से
नीचे क� श्रेणी आ�द के लोग� को प्राथ�मकता दी जाएगी।

आवेदन कैसे कर�:


http://www.kviconline.gov.in पर
आवेदन कर�।

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पूव��र �ेत्र और �स��म म� एमएसएमई
का संवधर्न

उ�े �ः
• ��म म� सू� लघु और म�म उ�म मंत्रालय (एमएसएमई) के सामा�
मु�� जैसे �क प्रौ�ो�गक�, कौशल एवं गुणव�ा, बाजार पहुँच म� सुधार आ�द
के समाधान के मा�म से मु�तः उ�ादकता, �नरंतरता,
प्र�त�धार्�कता और �वकास को बढ़ाने के �लए अवसंरचना �वकास के
संवधर्न हेतु �व�ीय सहायता प्रदान करने क� प�रक�ना क� गई है।

• पूव��र �ेत्र और �स��म म� उपल� प्राकृ�तक संसाधन जैसे �क फल,


मसाले , कृ�ष, वा�नक�, रेशम क�ट-पालन और बांस आ�द के �लए
�व�नमार्ण, परी�ण, पैके�ज� ग, आरएं डडी, उ�ाद और प्र�क्रया नवप्रव�तन और
प्र�श�ण क� पू�त� के �लए सामा� सु�वधाओ ं का �नमार्ण।
• एमएसएमई के नए/मौजूदा औ�ो�गक �ेत्र� म� अवसंरचना�क सु�वधाओ ं
का �नमार्ण/उ�यन।

• होम �े के एक ��र म� सामा� सु�वधाओ ं जैसे �क �कचन, बेकरी,


लॉन्ड्री और ड्राई�ीन, रेफ्र�जरेशन और को� �ोरेज, सूचना प्रौ�ो�गक�
अवसंरचना, पेयजल, �ानीय उ�ाद� के �लए प्रदशर्न क�द्र, सां�ृ�तक
कायर्कलाप� के �लए के� आ�द के �नमार्ण �ारा पूव��र �ेत्र और
�स��म म� पयर्टन �ेत्र का �वकास।

मु� लाभः
• औजार� स�हत नए उ�ाद� और प्र�क्रयाओ ं को �वक�सत करने हेतु
एमएसएमई के �लए सामा� सु�वधाएं ।
• नई इकाइय� क� �ापना या अपनी इकाइय� के �व�ार हेतु उ��मय� के
�लए �वक�सत अवसंरचना।
• पूव��र �ेत्र और �स��म म� पयर्टन को बढ़ावा देने हेतु सामा�
अवसंरचनाओ ं के �नमार्ण के �लए सहायता।

सहायता क� प्रकृ�तः
• नए लघु प्रौ�ो�गक� के�� क� �ापना और मौजूदा के�� का
आधु�नक�करणः भारत सरकार क� �व�ीय सहायता 90% होगी। भारत
सरकार क� सहायता क� गणना हेतु अ�धकतम प�रयोजना लागत 15.00
करोड़ रु. होगी। अवसंरचना के उ�यन हेतु �नमार्ण लागत के

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�लए भारत सरकार सहायता कुल अनुमा�नत भारत सरकार सहायता
के भीतर 1.00 करोड़ रु. तक सी�मत होगी। भारत सरकार क� �व�ीय
सहायता जमीन क� लागत के �लए �ीकायर् नह� होगी।

• नए और मौजूदा औ�ो�गक संपदाओ ं का �वकासः भारत सरकार क�


�व�ीय सहायता 90% होगी। नई औ�ो�गक संपदा के �वकास के �लए
भारत सरकार सहायता क� गणना हेतु अ�धकतम प�रयोजना लागत
15.00 करोड़ रु. होगी जब�क मौजूदा औ�ो�गक संपदा के �वकास के
�लए 10.00 करोड़ रु. होगी।

• पयर्टन �ेत्र का �वकासः भारत सरकार सहायता क� गणना के �लए 5


करोड़ रु. क� अ�धकतम प�रयोजना लागत के साथ प�रयोजनाओ ं के
�लए भारत सरकार क� �व�ीय सहायता 90% होगी। शेष प�रयोजना
लागत य�द कोई है तो रा� सरकार �ारा वहन क� जाएगी।

पात्रता/अनुप्रयो�ताः
• एमएसएमई के संवधर्न म� संल� रा� सरकार या कोई भी रा�
सरकार संगठन।

आवेदन कैसे कर�:

• ��म के अंतगर्त �व�ीय सहायता प्रा� करने क� इ�ुक रा� सरकार


एक प्र�ाव तैयार करेगी और प�रयोजना के कायार्�यन के �लए
एमएसएमई के संवधर्न म� संल� उ�ोग और वा�ण� �वभाग या �कसी
रा� सरकार संगठन को प्राथ�मकता के साथ �कसी एज�सी को �च��त
करेगी। �फर प्र�ाव को अनुमोदन प्र�क्रया के �लए ��म पोटर् ल
www.ner-promotion.msme.gov.in पर अपलोड �कया जा सकता
है।

संपकर्ः

• �वकास आयु�, सू�, लघु और म�म उ�म मंत्रालय के अंतगर्त


एमएसएमई-�वकास और सु�वधा कायार्लय।

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नई
��म�
33
टूल रूम और तकनीक� सं�ान – अवसंरचना
�वकास और �मता �नमार्ण का एक घटक

उ�े �:
• टू ल रूम और तकनीक� सं�ान एमएसएमई क� सहायता के �लए उ�ोग�
के प्रासं�गक �ेत्र के एक�कृत �वकास पर क��द्रत ह�। पूरे भारत म� �ा�पत
कुल 18 एमएसएमई टू ल रूम और तकनीक� सं�ान सामा�
अ�भयां�त्रक�, फाउं ड्री और फॉ�ज� ग, इले क्ट्रॉ�न�, सुगंध, कांच, खेल के
सामान और जूत� आ�द जैसे प्रासं�गक �ेत्र म� सेवाएँ दे रह� ह�।

मु� लाभ:
• उनक� �मता बढ़ाने और प्र�श�ण कायर्क्रम आयो�जत करके उ�ोग कुशल
जनश�� प्रदान करके टू �ल�ग सु�वधाओ ं तक एमएसएमई क� पहुँच म�
सुधार करना।
• प्रासं�गक �ेत्र म� प्र�क्रया और उ�ाद �वकास।

• प्रासं�गक �ेत्र म� परामशर् और जॉब कायर्।

कौन आवेदन कर सकता है:


• औ�ो�गक इकाइयां (एमएसएमई �ेत्र पर फोकस करने वाले )।

• प्र�श�ण कायर्क्रम� के �लए प्रवेश पात्रता �ूल छोड़ने वाल� से ले कर


एम.टे क �र तक ।

�व�ृत जानकारी:
• �वकास आयु� (एमएसएमई) का कायार्लय, एमएसएमई मंत्रालय के
अंतगर्त 18 टू ल रूम और तकनीक� सं�ान (टीआर और टीआई) गुणव�ा
उपकरण�, टू �ल�ग और संबं�धत �ेत्र� म� प्र�श��त ���य� तथा परामशर्,
तथा फाउं ड्री और फॉ�ज� ग, इले िक्ट्रकल, इले क्ट्रॉ�न�, सुगंध और �ाद,
�ास, खेल के सामान और जूत� आ�द जैसे �वशेष उ�ाद समूह प्रदान
करके उ�ोग� के संबं�धत �ह�े के एक�कृत �वकास पर �ान क��द्रत कर
रहे ह�। मंत्रालय 3डी �प्र� �ट�ग, �ास मशी�न� ग, कैड/कैम,

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टू �ल�ग के �लए सीएनसी मशी�न� ग, वै�ूम हीट ट्रीटम�ट, रोबो�ट�, और
प्र�क्रया �चालन आ�द जैसी नई प्रौ�ो�गक�य� को शुरू करके टू ल रूम
और टू ल सं�ान का उ�यन करने के �लए आव�धक तौर पर �नवेश कर
रहा है।
• टू ल रूम और टू ल सं�ान उनको उ�ोग कुशल जनश�� प्रदान करने
और उ��मता सृजन के �लए उ�ोग क� आव�कताओ ं के अनुसार
एनएस�ूएफ अनुकूल पा�क्रम�, एआईसीटीई/ एनसीवीटी/
एससीवीटी अनुमो�दत कायर्कम� और �व�भ� प्र�श�ण पा�क्रम� का
आयोजन कर रहे ह�। टू ल रूम और टू ल सं�ान ने अंतरार्�ीय �र पर
आव�ताओ ं को पूरा करने के �लए �वशेष प्र�श�ण कायर्क्रम� को भी
�वक�सत �कया है। प्रौ�ो�गक� क�द्र कोलं ब� क� तकनीक� सहयोग ��म
(टीसीएस), �वशेष रा�मंडल अफ्र�कन सहायता कायर्क्रम
(एससीसएएपी),भारतीय तकनीक� और आ�थ� क सहयोग (आईटीईसी)
श्रीलं का को सहायता आ�द जैसे �वशेष समझौत� के अंतगर्त प्रायो�जत
अंतरार्�ीय भागीदार� के �लए प्र�श�ण कायर्क्रम आयो�जत कर रहे ह�।
• इसके अ�त�र�, ये सं�ान �डजाइन के पुज� और घटक�, सामग्री
परी�ण, हीट ट्रीटम�ट, गुणव�ा �नयंत्रण तथा उ�ाद और प्र�क्रया सुधार से
संबं�धत तकनीक� परामशर् जैसी तकनीक� सेवाएं प्रदान करते ह�। टू ल
रूम और टू ल सं�ान �म�श्रत टू ल, पुज� और घटक� (कई जो आयात
�वक� के रूप म� काम करते है) के �लए एमएसएमई को �डजाइन,
�वकास और �व�नमार्ण सहायता प्रदान करने के अ�त�र� उनक�
अनुसंधान और �वकास आव�कताओ ं के �लए देश के अंत�र�, र�ा,
परमाणु ऊजार् आ�द जैसे साम�रक �ेत्र� क� भी सहायता करते ह�।

• सभी टू ल रूम और टू ल सं�ान पूणर् गुणव�ा प्रबंधन (टी�ूएम) के


�स�ांत� का पालन करते ह�। वे आईएसओ-9001-2000 प्रमा�णत सं�ान
ह� और उनम� से कुछ आईएसओ-14000, ओएचएसएएस-18000,
आईएसओ-29990 और आईएसओ-50001 प्रमा�णत ह�। क�द्रीय टू ल रूम
और प्र�श�ण क�द्र, भुवने�र भी अंत�र� घटक आपू�त� के �लए
एएस-9100 प्रमा�णत है।

आवेदन कैसे कर�:


• ऑनलाइन आवेदन http://dcmsme.gov.in/CLCSTUSScheme/
Tool_Room_Tech_Instittions/Scheme_Guidelines.aspx
अथवा अलग-अलग संबं�धत टू ल रूम और प्र�श�ण सं�ान क�
वेबसाइट पर भरे जा सकते ह�।

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एमएसएमई च��पयंस ��म

��म के बारे म�:

एमएसएमई मंत्रालय लीन उ�ादन के मा�म से वे�ेज पदाथर् म� कमी करके, �डजाइन
सुधार के �लए सहायता से, बौ��क संपदा अ�धकार� पर जागरूकता �नमार्ण, जीरो �डफे�
जीरो इफे� (जेड) ��म, �ड�जटल एमएसएमई के मा�म से एमएसएमई का �ड�जटल
सश��करण और ��� क� अप्रयु� सृजन �मता को बढ़ाने और सहयोग देने हेतु पूरे भारत
म� इन�ूबेशन के मा�म से एमएसएमई म� �नमार्ण (उ�ादन) के साथ-साथ �ान
आधा�रत नवाचार म� नवीनतम तकनीक� को अपनाने और उससे बढ़ावा देकर सू� लघु
म�म उ�म� (एमएसएमई) के बीच प्र�त�धार् बढ़ाने के �लए एमएसएमई च��पयन ��म
को लागू कर रहा है।
एमएसएमई च��पयंस ��म को 5 वष� क� अव�ध अथार्त वषर् 2021-22 से 2025-26
अनुमो�दत है। पहले क� प्रौ�ो�गक� उ�यन ��म (टीयूएस) के सभी 6 घटक� के �वलय के
प�ात अ�ाई �व� स�म�त (एएफसी) के मा�म से �वक�सत क� गई है। यह �व�भ� ��म�
के एक�करण, सामंज� और तालमेल से �स� गल उ�े� के साथ इं टरव�शन के �लए एक
समग्र दृ��कोण है। इसका मु� उ�े� उ�ोग समूह और उ�म� को आरंभ करना उनक�
प्र�क्रयाओ ं का आधु�नक�करण करना, वे�ेज को कम करना, �वसाय म� प्र�त�धार् को
बढ़ाना और उनक� रा�ीय एवं वै��क पहुंच और उ�ृ�ता को पो�षत करना है। एमएसएमई
च��पयन ��म के अंतगर्त 3 घटक है, �जनका �ववरण �न�ानुसार है।

1) - एमएसएमई-सस्टे नेबल (जेड) - लॉन्च कर �दया गया है।


2) - एमएसएमई नवाचार (इं क्यूबेशन, आईपीआर, �डजाइन)- लॉन्च कर �दया गया है।
3) - एमएसएमई-प्र�तस्पध� (लीन) – शीघ्र ही लॉन्च �कया जाएगा।
3) - �ड�जटल एमएसएमई शीघ्र लॉन्च �कया जाएगा।

�ड�जटल एमएसएमई को एमएसएमई च��पयंस ��म के सभी अ� घटक� के साथ


परस्पर संब� �कया जाएगा।

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1) - एमएसएमई सस्टे नेबल (जेड) प्रमाणन

उ�े �:
जेड प्रमाणन म� एमएसएमई के बीच जीरो �डफे� जीरो इफेक्ट (जेड)
प��तय� के संवधर्न क� प�रक�ना क� गई है ता�क:

• एमएसएमई को नवीनतम प्रौ�ो�गक�, टू ल के उपयोग �ारा गुणवत्ता वाले


उत्पाद� के �नमार्ण और पयार्वरण पर न्यूनतम प्रभाव के साथ उच्च गुणवत्ता
और उ� उ�ादकता प्राप्त करने के �लए उनक� प्र�क्रयाओ ं का उन्नयन करने
के �लए प्रोत्सा�हत और समथर्न करना।एमएसएमई को नवीनतम प्रौ�ो�गक�,
टू ल के उपयोग �ारा गुणवत्ता वाले उत्पाद� के �नमार्ण और पयार्वरण पर
न्यूनतम प्रभाव के साथ उच्च गुणवत्ता और उ� उ�ादकता प्राप्त करने के
�लए उनक� प्र�क्रयाओ ं का उन्नयन करने के �लए प्रोत्सा�हत और समथर्न
करना।
• प्र�त�धार्�कता को बढ़ावा देने और �नयार्त को समथर् करने के �लए
एमएसएमई म� जेड �व�नमार्ण के �लए तंत्र �वक�सत करना।
• जेड प��तय� को बढ़ावा देना और सफल एमएसएमई के प्रयास� को प्रोत्सा�हत
करना।
• एमएसएमई को क्र�मक प्रोत्साहन के माध्यम से उच्च जेड प्रमाणन स्तर के
�लए प्रोत्सा�हत करना।
• एमएसएमई सतत (जेड) प्रमाणन के मा�म से मांगकृत जीरो �डफे� और
जीरो इफे� उ�ाद� हेतु लोग� को जागरूकता बढ़ाना।
• सुधार हेतु �ेत्र� को �चिन्हत करना �जससे सरकार क� नी�त �नणर्य� और
�नवेश प्राथ�मकता म� सहायता �मल सके।

प्रमुख लाभ:
• प्रमाणन क� लागत

• प्रमाणन �र 1 : कां� : 10,000/- रु.


• प्रमाणन �र 2 : रजत : 40,000/- रु.
• प्रमाणन �र 3 : �णर् : 90,000/- रु.

• जेड प्रमाणन क� लागत पर स��डी:

• 10,000/- रुपए का �ाइं �न� ग पुरस्कार (कां� �न:शु� होगा, य�द


प्राप्त �कया है)
• सू�, लघु और म�म उ�म� के �लए 80%-60%-50%

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• अ�त�र� स��डीः
• म�हला/अनुसू�चत जा�त/अनुसू�चत जनजा�त के �ा�म� वाली
एमएसएमई या पूव��र �ेत्र/�हमालय/एलड�ूई/�ीप �ेत्र/आकां�ी
�जल� म� एमएसएमई के �लए 10% ।

• मंत्रालय क� स्फू�त� या सू� और लघु उ�म – ��र �वकास कायर्क्रम


(एमएसई-सीडीपी) का भी एक �हस्सा है। एमएसएमई के �लए 5% है।

• परी�ण/गुणव�ा/उ�ाद प्रमाणन म� �व�ीय सहायता:


• 50,000/- रुपए सिब्सडी क� अ�धकतम सीमा के साथ
प�र�ण/प्रमाणन क� कुल लागत के 75% तक।

• पथ-प्रदशर्न सहायता:
• सभी जेड प्रमा�णत एमएसएमई के �लए परामशर् के �लए 2 लाख रुपए
तक।

• जीरो इफे� समाधान के �लए प्रौ�ो�गक� उ�यन म� सहायता:


• सभी जेड प्रमा�णत एमएसएमई के �लए 3 लाख रुपए तक।

• श्रेणीब� प्रो�ाहन: एमएसएमई तीन तरह के जेड प्रमाणन �र के


�लए यथा �नधार्�रत श्रेणीब� प्रो�ाहन प्राप्त कर सकते ह�। जहां भी
संभव हो, राज्य� �ारा प्रदान �कए गए प्रोत्साहन� को पारस्प�रक �ल�केज
के �लए जेड पोटर् ल के साथ एपीआई एक�करण के मा�म से जोड़ा
जाएगा।

��म �न��ल�खत के �लए लागू है:


• उ�म पंजीकरण पोटर् ल (एमएसएमई मंत्रालय का) म� पंजीकृत सभी
एमएसएमई, एमएसएमई स�े नेबल (जेड) प्रमाणन म� भाग ले ने और
संबं�धत लाभ/प्रो�ाहन प्राप्त करने के पात्र ह�गे।

�व�ृत सूचना:
• एमएसएमई स�े नेबल (जेड) प्रमाणन एमएसएमई के बीच जीरो
�डफे� जीरो इफे� (जेड) प��तय� के बारे म� जागरूकता सृ�जत
करके उ�� जेड प्रमाणन के �लए प्रे�रत और प्रोत्सा�हत करके और

एमएसएमई स्कीमे अ�धक जानकारी और �नय�मत अपडेट के �लए www.msme.gov.in देख� 38


साथ ही उन्ह� एमएसएमई च��पयंस बनने के �लए प्रोत्सा�हत करने हेतु एक
व्यापक अ�भयान है। जेड प्रमाणन के माध्यम से, एमएसएमई वेस्टे ज को
काफ� हद तक कम करना, उत्पादकता म� वृ��, पयार्वरण जागरूकता,
उजा� द� बनाना, प्राकृ�तक संसाधन� का बेहतर प्रयोग और बाजार का
�वस्तार आ�द कर सकते ह�। एमएसएमई को उनक� वैिश्वक
प्र�तस्पधार्त्मकता और िस्थरता को बढ़ाने के उ�ेश्य से कायर् सं�ृ�त म�
श्रेष्ठ प��तय� को अपनाने, उत्पाद�, प्र�क्रयाओ ं और प्रणाली आ�द के
मानक�करण के �लए भी प्रे�रत �कया जाएगा। जेड प्रमाणन का उ�ेश्य
केवल प्रमाणन ही नह� बिल्क मूल्यांकन, मागर्दशर्न के माध्यम से
संशोधन, पथ-प्रदशर्न, प्रबंधन और तकनीक� इं टरव�शन के माध्यम से
एमएसएमई क� प्र�त�धार्�कता को बढ़ाना है।

आवेदन कैसे कर�:

• पात्र एमएसएमई ऑनलाइन पोटर् ल www.zed.msme.gov.in


के मा�म से आवेदन कर�गे।

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2) - एमएसएमई – नवप्रवर्तन (इं �ूबेशन,आईपीआर और �डजाइन)

उ�े �:
• इन्�ूबेशन और �डजाइन इं टरव�शन� के मा�म से आइ�डया को नवप्रवर्तन
अनुप्रयोग� म� �वक�सत करने से ले कर पूणर् वे�ू-चेन म� सभी प्रकार के
नवप्रवर्तन का संवधर्न करना।
• एमएसएमई �ेत्र के बाजार, �डजाइन प्र�त�धार्�कता और बौ��क रचनाओ ं
के संर�ण और �वसायीकरण क� अवधारणा के �वकास के �लए उपयु�
सु�वधाएं और सहायता प्रदान करना।
• उ�ोग, अकाद�मक, सरकारी सं�ान�, अनुसंधान प्रयोगशालाओ ं आ�द के बीच
�ान साझा करने और सहयोग के मा�म से नवप्रवर्तन और रचना�क
सम�ा समाधान� का संवधर्न करना।
• नए उ�ाद �वकास और पथ-प्रदशर्न को प्रो�ा�हत करने के उ�े� से
औ�ो�गक/अकाद�मक लीडर� और नवाचार-कतार्ओ ं के बीच संपकर् सूत्र के
रूप म� कायर् करना।
• �कफायती नवप्रवर्तन� को �वक�सत करने पर �ान देना जो अ�धक से अ�धक
म� लोग� को लाभा��त कर सके और साथ ही �वसा�यक रूप से
�वहायर् और �ायी हो।

प्रमुख लाभ:

• इं �ूबेशन

• �वचार� को �वक�सत और पो�षत करने के �लए मेजबान सं�ान को


�व�ीय सहायता – मेजबान सं�ान हेतु प्र�त आइ�डया अ�धकतम 15 लाख
रुपए प्रदान �कए जाएं ग�।

• मेजबान सं�ान को संयंत्र और मशीनरी के �लए 1.00 करोड़ रुपए तक


(अ�धकतम) �व�ीय सहायता – शाखा सं�ान के इं �ूबेटी के �लए
अनुसंधान और �वकास ग�त�व�धय� और सामा� सु�वधाओ ं के �लए शाखा
सं�ान म� हाडर्वेयर और सॉ�वेयर आ�द स�हत संबं�धत संयंत्र और
मशीन� क� खरीद और सं�ापना के �लए प्रदान क� जाएगी।

• �डजाइन
• �डजाइन प�रयोजना: �कसी भी एमएसएमई के �लए अनुमो�दत �डजाइन
प�रयोजनाओ ं के �लए भारत सरकार �ारा अ�धकतम 40 लाख रुपए तक
कुल प�रयोजना लागत का 75% (सू�) और 60% (लघु और म�म) का
अंशदान �दया जाएगा और शेष प�रयोजना लागत एमएसएमई �ारा वहन
क� जाएगी और काया��वन एज�सी म� जमा �कया जाएगा।

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• छात्र प�रयोजना: अ�धकतम 2.5 लाख रुपए तक कुल प�रयोजना
लागत का 75% अंशदान भारत सरकार �ारा �कया जाएगा।

• आईपीआर
• माइल�ोन-आधा�रत �क�� (तीन अथवा अ�धक) म� आईपीएफसी
को 1 करोड़ रुपए तक का अनुदान प्रदान �कया जाएगा।
• पेट�ट, ट्रे डमाकर्, भौगो�लक संकेतक� (जी.आई.), �डजाइन के
पंजीकरण के �लए प्र�तपू�त� : आईपीआर घटक के अंतगर्त पात्र आवेदक�
को अ�धकतम �व�ीय सहायता �न�ानुसार है:

क्र.सं. मद अ�धकतम �व�ीय सहायता

i. �वदेशी पेट�ट 5.00 लाख रु.


ii. घरेलू पेट�ट 1.00 लाख रु.

iii. जीआई पंजीकरण 2.00 लाख रु.

iv. �डजाइन पंजीकरण 0.15 लाख रु.

v. ट्रे डमाकर् 0.10 लाख रु.

��म �न��ल�खत के �लए लागू है:


• इ�ूबेशन: एमएसएमई, ���, छात्र जो अपने नवप्रवर्तन वाले
आइ�डया को �वक�सत करना चाहते ह�, पंजीकृत हॉ�-इं �ी�ूशन के
मा�म से आवेदन कर सकते ह�।

• �डजाइन: लाभाथ� इकाइय� को एमएसएमईडी अ�ध�नयम क� प�रभाषा


के अनुसार आमतौर पर एक पंजीकृत सू�, लघु और म�म उ�म होना
चा�हए और उनके पास वैध ‘उ�म’ होना चा�हए।

• आईपीआर: ‘उ�म’ पंजीकरण के साथ �व�नमार्ण एमएसएमई के �लए।

�व�ृत जानकारी :
• एमएसएमई नवप्रवर्तन च��पयंस का एकल उ�े� के साथ 3
उप-��म� और इं टरव�शन� को एक�करण, सह�क्रया और जोड़ने का
एक समग्र दृ��कोण है। एमएसएमई नवप्रवतर्नशील इं �ूबेशन म�
नवप्रवतर्न, �डजाइन इं टरव�शन और भारतीय नवप्रवर्तन के बारे म�
एमएसएमई के बीच जागरुकता पैदा करने और उनको एमएसएमई
च��पयन बनने के �लए प्रो�ा�हत करने हेतु �स� गल मोड दृ��कोण म�

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आईपीआर संर�ण के संयोजन के साथ एमएसएमई के �लए एक नई
अवधारणा है। यह �वचार� को �वहायर् �वसाय प्र�ाव� के �वकास म�
सु�वधाजनक और मागर्दशर्क नवप्रवर्तन ग�त�व�धय� के �लए हब का
कायर् करेगा जो समाज को सीधे लाभ दे सकता है और �जससे
सफलतापूवर्क �ापार �कया जा सकता है।

आवेदन कैसे कर�:

• पात्र आवेदक एमआईएस पोटर् ल


(https://innovative.msme.gov.in) पर आवेदन कर सकते ह�।

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संकटग्र� एमएसएमई के �लए अनुषंगी
ऋण हेतु क्रे�डट गारंटी ��म

उ�े �ः
• अधीन� ऋण एमएसएमई जो या तो एनपीए बन गए ह� या एनपीए बनने
क� कगार पर ह� को बनाए रखने और पुनज��वत करने म� पयार्� मदद
प्रदान करेगा।
• प्रोमोटर इस रा�श को एमएसएमई इकाई म� इ��टी के रूप म� डाल सकते
ह� �जससे तरलता म� वृ�� और ऋण-इ��टी अनुपात को बनाए रखा जा
सकता है।
• ऐसी ���त म�, जहां एकमु� ऋण क�ठन है, उप-ऋण गारंटी के साथ
एमएसएमई इकाइय� को अपे��त �व�पोषण प्रदान करेगा।

मु� लाभः

• एमएसएमई के प्रोमोटे र� को उनक� �ह�ेदारी (ऋण स�हत इ��टी) के


बराबर 50% ऋण या 75 लाख रुपये जो भी हो कम हो �दया जाता है ।

��म �न��ल�खत के �लए लागू हैः

• इस ��म का उ�े� प�रचालन एमएसएमई प्रोमोटर�, जो संकटग्र� ह�


और 30 अप्रैल, 2020 तक एनपीए बन गए ह� और 01 नवंबर, 2016 क�
���त के अनुसार मानक ह� को सहायता प्रदान करना है |

�व�ृत सूचनाः
• एमएसएमई के प्रोमोटे र� को उनक� �ह�ेदारी (ऋण स�हत इ��टी) के
बराबर 50% ऋण या 75 लाख रुपये जो भी कम हो �दया जाता है ।
• पुनभुर्गतान के �लए अ�धकतम अव�ध 10 वषर् है। मूलधन के भुगतान पर
7 साल क� समय सीमा है।

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• उप-ऋण के �लए गारंटी: ��म/ट्र� से 90% और संबं�धत प्रमोटर� से
शेष 10% गारंटी कवरेज आता है।

कैसे आवेदन कर�:

• पात्रता मानदंड� को पूरा करने वाले एमएसएमई पात्र ब�क से संपकर् कर


सकते ह�।
• ऋण उधार देने वाली ब�क शाखा, मु� कायर्करी अ�धकारी,
सीजीटीएमएसई, �सडबी, �ावलं बन भवन, सी -11, जी-�ॉक, बीकेसी,
बांद्रा (पूवर्), मुंबई 400051।
• इस ��म के �दशा-�नद�श� को �न��ल�खत यूआरएल से भी
डाउनलोड �कया जा सकता है ।
• http://dcmsme.gov.in/CLCS_TUS_Scheme/Distressed-
Assets-Fund/Scheme_Guidelines.aspx )

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आ��नभर्र भारत (एसआरआई) �न�ध
आ��नभर्र भारत के �लए एमएसएमई का सश��करण

��म के बारे म�:


• भारत एक आ�थ� क महाश�� बनने क� इसक� आकां�ाओ ं को प्रा� करने के
�लए आ��नभर्र आ�थ� क �वकास के पथ पर अग्रसर है। इस �दशा म�,
आ�-�नभर्र भारत (एसआरआई) �न�ध का शुभारंभ भारत सरकार �ारा क�
गई पहल� म� से एक है।

• �न�ध संरचना इस तरह से �डजाइन क� गई है �क यह एक �न��त �वकास


योजना वाली �वहायर् एमएसएमई को �वकास पूंजी प्रदान करने म� �नजी
�ेत्र क� �मताओ ं से का लाभ उठाएगा।

�न�ध उ�े �ः
�न�ध का उ�े� �न��ल�खत को प्रा� करने के �लए इ��टी, अधर्-इ��टी
और ऋण के मा�म से �वकास पूज ं ी के रूप म� एमएसएमई को आगे के
प्रावधान हेतु डॉटर फंड म� पूज
ं ीगत सहायता प्रदान करना हैः

• एमएसएमई �वसाय� के तीव्र �वकास को सहायता प्रदान करना, �जससे


अथर्�व�ा जोर पकड़ेगी एवं रोजगार के कई अवसर सृ�जत ह�गे।
• उन उ�म� को सहायता प्रदान करना �जनम� एमएसएमई दायरे से परे
�नकलने क� संभावना है और रा�ीय/अंतरार्�ीय चै��यंस बन सकते ह�।

• एमएसएमई क� सहायता करना �जससे प्रासं�गक प्रौ�ो�ग�कय�, व�ुओ ं


और सेवाओ ं का उ�ादन करके भारत को आ�-�नभर्र बनने म� सहायता
�मले गी।

एसआरआई �न�ध संरचनाः


• सू�, लघु और म�म उ�म मंत्रालय ने एनएसआईसी व�चर कै�पटल फंड
�ल�मटे ड (एनवीसीएफएल) के मा�म से �ा�पत �कया है आ�-�नभर्र
भारत (एसआरआई) नामक, एक एआईएफ �जसम� इ��टी/अधर् इ��टी/
इ��टी जैसे संर�चत ले खपत्र� के मा�म से एमएसएमई को �वकास पूज
ं ी क�
उपल�ता सु�न��त करने के �लए मदर फंड-डॉटर फंड क� संरचना है।

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यह एमएसएमई को �ॉक ए�च�ज म� सूचीब� करने क� �दशा म� आगे
बढ़ने और एमएसएमई क� चारदीवारी से परे �वकास करने म� प्रो�ा�हत
करेगा।
एआईएफ को सू�, लघु और म�म उ�म मंत्रालय (एमएसएमई मंत्रालय)
के अंतगर्त भारत सरकार का एक �मनी-र� �नगम रा�ीय लघु उ�ोग
�नगम (एनएसआईसी), क� पूणर् �ा�म� वाली सहायक कंपनी
एनएसआईसी वेचर कै�पटल फंड �ल�मटे ड (एनवीसीएफएल) �ारा
सहायता प्रदान क� जाएगी।

एसआरआई �न�ध क� �वशेषताएं :

�ववरण �ौरा
ल� समूह एक सकारा�क �वकास प्र�ेप-पथ के
साथ �वहायर् एमएसएमई।

कुल कोष एमएसएमई मंत्रालय के मा�म से भारत


सरकार का अंशदान 10,000 करोड़ रू. है।

�न�ध क� अव�ध �न�ध क� अव�ध 15 वषर् है।

कायर् �ेत्र दूर-दूर तक जीवन को प्रभा�वत करते हुए


देश भर क� एमएसएमई को सं�वतरण।

डॉटर फंड को सेबी म� पंजीकृत एआईएफ


�न�ध का प्रकार
क� श्रेणी-I अथवा-II म� श्रेणीब� �कया जा
सकता है।

अपवाद गैर लाभकारी सं�ाएं , एनबीएफसी, �व�ीय


समावेशन �ेत्र, एसएचजी और अ� �व�ीय
म�वत� सं�ाएं ।

एसआरआई �न�ध एक जीवंत एमएसएमई प�रतंत्र सृ�जत करके भारत के 5 �ट्र�लयन


अमे�रक� डॉलर जीडीपी के ल� को प्रा� करने और आ��नभर्र भारत बनाने म� योगदान देगी।

पूणर् �ववरण के �लए www.nvfcl.co.in पर जाएं ।

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एमएसएमई कायर्-�न�ादन का उ�ान और
ग�तवधर्न (रै� )

��म के बारे म�:


• रै� मौजूदा एमएसएमई मंत्रालय क� ��म� क� पहुंच बढ़ाकर बाजार, �व�
और प्रौ�ो�गक� उ�यन तक एमएसएमई क� पहुंच म� सुधार करने के उ�े�
से �व� ब�क सम�थ� त क�द्रीय �ेत्र क� ��म है। कायर्क्रम का उ�े� के� और
रा� �र पर सं�ान� को सुदृढ़ बनाना,और क�द्र-रा� सहयोग बढ़ाना भी
है।

उ�े �ः
• एमएसएमई संवध�न और �वकास म� क�द्र-रा� के सहयोग म� तेजी लाना।

• प्रौ�ो�गक� उ�यन के �लए मौजूदा एमएसएमई मंत्रालय क� ��म�


क� प्रभावशीलता को बढ़ाना।
• एमएसएमई के �लए प्रा� �व� पोषण बाजार को सुदृढ़ बनाना
• सू� और लघु उ�म के �लए ऋण गारंटी ट्र� (सीजीटीएमएसई) क�
प्रभावशीलता बढ़ाना और एमएसई क� ग्री�न� ग पहल� और म�हलाओ ं के
�ा�म� वाले एमएसई के �लए गारंटी को बढ़ावा देना।
• एमएसई क� भुगतान म� �वलं ब क� घटनाओ ं को कम करना।

मु� लाभ:
• रै� ��म रा� सरकार� क� स�क्रय भागीदारी के मा�म से प्रौ�ो�गक�
उ�यन, नवाचार को बढ़ावा देकर, �ड�जटलीकरण, बाजार पहुंच, ऋण,
ग्री�न� ग पहल, आ�द �ारा एमएसएमई के कायर्-�न�ादन को बढ़ाएगी।

ल��त लाभाथ�:
• रै� ��म कायर्क्रम अव�ध (�व�ीय वषर् 2022-23 से 2026-27) के दौरान
5.5 लाख से अ�धक एमएसएमई को लाभा��त करने क� प�रक�ना करती
है। कायर्क्रम का कायार्�यन रा� एज��सय� के मा�म से �कया जाएगा।

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��म �न��ल�खत के �लए लागू हैः
रा� सरकार/एज��सय� के मा�म से ���गत एमएसएमई ।

�व�ृत जानकारी:
सभी �दशा-�नद�श� के साथ ज� ही एक अलग रै� पोटर् ल �वक�सत
�कया जाएगा।

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मह�पूणर्
संपकर्
न�र
49
�वकास आयु� का कायार्लय

एमएसएमई, 7 व�, मं�ज़ल

ए-�व� ग, �नमार्ण भवन, नई

�द�ी-110108

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एमएसएमई स्कीमे अ�धक जानकारी और �नय�मत अपडेट के �लए www.msme.gov.in देख� 51
पास

एमएसएमई स्कीमे अ�धक जानकारी और �नय�मत अपडेट के �लए www.msme.gov.in देख� 52


कतरास

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तुरा

तुरा

�शलांग

�शलांग-

आइज़ोल

आइज़ोल

छ्ंठा मील

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सेवोके

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भारत सरकार
सू� , लघु और म�म उ�म मंत्रालय

भ�व� इस बात पर �नभर्र करता है �क आप आज �ा करते ह�


- महा�ा गांधी

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