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के.पी.एस/085/ह द
िं ी/नव ीं/योग्यता आधारित/विचाि पत्र/2024-25

नाम…………………………………………..कक्षा/विभाग………………………………अनक्र
ु मािंक………………………..

ननदे श: - 1 . इस अभ्यास पत्र में 2 खिंड ैं:- अ औि ब

3. प्रश्नों को ध्यानपूिक
व पढ़कि उत्ति लिखें ।

(खिंड- अ)

प्रश्न 1. ननम्नलिखखत हदए गए गदयािंश को ध्यान से पढ़ें तथा स ी विकल्पों का चयन किें ।

किस भ ज व िे शरीर और मानस िे सबसे ऊपर मस्तिष्ि है । इस मस्तिष्ि िा तवभाव िैसे िय होिा
है ? बुद्धि में होनेवाले ववचार से । इसिा मिलब यह है कि किस भ व्यस्ति िे वींशानुगि तवभाव िो
उसिी बद्
ु धि , उसिा वववेि बदल सििा है । इसिा मिलब यह है कि हमारे बिााव , हमारे िमा पर हमारा
वश है , चाहे दनु नया भर पर न हो । हम अपने तवभाव िो बदल सििे हैं , अपन बद्
ु धि में बारीक़ बदलाव
लािर । इसिे ललए हमें मस्तिष्ि िी रूप – रे खा पर एि नजर दौड़ान होग । हमारे मस्तिष्ि िे दो
ववलभन्न अींश है : चेिन और अवचेिन । दोनों िी अलग अलग प्रयोजनों िे ललए स्जम्मेदार है और दोनों
िे स खने िे िरीिे भ अलग अलग है । हमारा िुछ अलग सा तवभाव , हमारी िुछ अलग स सज
ृ नात्मि
शस्ति – ये सब मस्तिष्ि िे इस हहतसे से सींचाललि होि हैं , िय होि हैं । हर व्यस्ति िी चेिन
रचनात्मििा ही उसिी मनोिामना , उसिी इच्छा और महत्वािाींक्षा िय िरि है । इसिे ववपरीि मस्तिष्ि
िा अवचेिन हहतसा एि िाििवर प्रनिश्रनु ि यींत्र जैसा ही है । यह अब िि िे ररिार्ा किये हुए अनुभव
दोहरािा रहिा है । इसमें रचनात्मििा नहीीं होि । यह उन तवचललि कियाओीं और उस सहज तवभाव िो
ननयींत्रत्रि िरिा है , जो दह
ु रा-दह
ु रािर , हमारी आदि िा एि हहतसा बन बन चि
ु ा है । यह जरुरी नहीीं है
कि अवचेिन हदमाग िी आदिें और प्रनिकियाएँ हमारी मनोिामनाओीं या हमारी पहचान पर आिाररि हो ।
हदमाग िा यह हहतसा अपने जन्म िे थोड़े पहले , माँ िे पेट में ही स खना शुरू िर दे िा हैं जैसे ज वन िे
चिव्यूह में उिरने से पहले ही ‘अभिमन्यु’ पाठ स खने लगा हो ! यहाँ से लेिर साि साल िी उम्र िि वे
सारे िमा और आचरण हमारे हदमाग िा यह अवचेिन हहतसा स ख लेिा है जो भाव ज वन िे ललए मूल
आिार हैं ।

1. वींशानुगि तवभाव िो बदल सििे हैं ।

िथन पढ़िर सही वविल्प िा चयन िीस्जए ।

िथन

ि. वववेि से ख) िमा से ग) बद्


ु धि से घ) व्यवहार से

वविल्प –
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१. िथन ि व ख सही है l

२. िथन ख व ग सही है l

३. िथन ग और घ सही है l

४. िथन ि और ग सही है l

2. हम अपने तवभाब िो िैसे पररवनिाि िर सििे हैं ?

ि) चेिन मस्तिष्ि िो समझिर

ख) अवचेिन मस्तिष्ि िो समझिर

ग) बुद्धि में सूक्ष्म पररविान लािर

घ) मस्तिष्ि िी रूप – रे खा पर नजर दौड़ािर

3. किस व्यस्ति िो दस
ू रे से लभन्न ववलशष्ट तवभाव िा बनािा है -

ि) चेिन मस्तिष्ि ख) अवचेिन मस्तिष्ि

ग) हमारे िमों िा फल घ) हँसमुख व्यवहार

4. अलभमन्यु िी चचाा से लेखि प्रनिपाहदि िरना चाहिा है कि –

ि) चेिन मस्तिष्ि जन्म से पहले ही िाम िरना शरू


ु िर दे िा है l

ख) अवचेिन मस्तिष्ि जन्म से पहले ही िाम िरना शुरू िर दे िा है l

ग) अवचेिन मस्तिष्ि चिव्यूह जैसा होिा है l

घ) हमारा आचरण हमारे भववष्य िा ननमाािा है l

5. गद्याींश में `अव ' उपसगा प्रयुति शब्द चुने :-


ि)अवचेिन ख )अवगुण
ग )अवववेि घ )उपरोति में से िोई नहीीं
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प्रश्न 2. ननम्नभिखित प्रश्नों के उत्तर दें ।

1. शब्द वणों िी ___________एवीं __________ इिाई है ।

i) तविींत्र एवीं साथाि ii) व्यािरणणि एवीं साथाि iii)पदबंध एवीं साथाि iv)क्रिया पद एवीं
साथाि

2.शब्द िी तया ववशेषिा हैं?

(ि) इिाई में बींिना (ख) तविींत्र व साथाि होना

(ग) छोटी इिाई होना (घ) िोई नहीीं

3) 'चाींदन ' में उधचि तथान पर अनुनालसि लगािर मानि रूप ललणखए ।
ि. चाींदन ख. चाँदन ग. चादँ न घ. चादन ीँ

4)शब्द व पद में अींिर ललखे|

शब्द पद

1 1.

2 2.

3 3.

5)– ‘अङ्क’ में उचित स्थान पर अनस्


ु वार लगाकर मानक रूप ललखिए –
(i) अिीं
(ii) अि
(iii) अींि
(iv) अन्ि
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6.उचित स्थान पर अनुनालिक का प्रयोगकर पुनः ललखिए

I)यहा II)िुआ
III)भाषाए IV)िाच

खिंड - ब

(कोई एक करें )

प्रश्न 3. ननम्नलिखखत पहित गदयािंश को ध्यानपूिक


व पढ़कि पूछे गए प्रश्नों के उत्ति दें ।

िड़का परसों सुबह मुुँह-अुँधेरे बेिों में से पके िरबज


ू े चुन रहा था। गीिी मेड़ की तरावट में ववश्राम करते हुए एक साुँप पर
िड़के का पैर पड़ गया। साुँप ने िड़के को डंस भिया।
िड़के की बढु ़िया माुँ बाविी होकर ओझा को बि
ु ा िाई। झाड़ना-फंू कना हुआ। नागदे व की पज
ू ा हुई। पज
ू ा के भिए दान-
दक्षिणा चाढहए। घर में जो कुछ आटा और अनाज था, दान-दक्षिणा में उठ गया। माुँ, बहू और बच्चे 'िगवाना' से भिपट-
भिपटकर रोए, पर िगवाना जो एक दफे चुप हुआ तो क्रफर न बोिा। सपप के ववष से उसका सब बदन कािा पड़ गया था।
ज ंदा आदमी नंगा िी रह सकता है , परं तु मद
ु े को नंगा कैसे ववदा क्रकया जाए? उसके भिए तो बजाज की दक
ु ान से नया
कपड़ा िाना ही होगा, चाहे उसके भिए माुँ के हाथों के छन्नी-ककना ही क्यों न बबक जाएुँ। िगवाना परिोक चिा गया।
घर में जो कुछ चूनी-िूसी थी सो उसे ववदा करने में चिी गई। बाप नहीं रहा तो क्या, िड़के सुबह उठते ही िूि से
बबिबबिाने िगे। दादी ने उन्हें िाने के भिए िरबूजे दे ढदए िेक्रकन बहू को क्या दे ती? बहू का बदन बि
ु ार से तवे की तरह
तप रहा था। अब बेटे के बबना बुढ़िया को दअ
ु न्नी-चवन्नी िी कौन उधार दे ता।
बढु ़िया रोते-रोते और आुँिें पोंछते-पोंछते िगवाना के बटोरे हुए िरबज
ू े डभिया में समेटकर बा ार की ओर चिी-और
चारा िी क्या था?
(i) बुढ़िया के बच्चे की मत्ृ यु कैसे हुई ?

(ii) क्रकसकी मत्ृ यु के पश्चात ् बढु ़िया के पररवार का पािन-पोषण करने वािा कोई नहीं था?

(iii) िेिक के अनुसार बुढ़िया को कोई क्यों उधार नहीं दे ता ?

अथवा

ननम्नलिखखत पहित पदयािंश को ध्यानपूिक


व पढ़कि पूछे गए प्रश्नों के उत्ति दें ।

ऐिी लाल तुझ बिनु कउनु करै ।


गरीि ननवाजु गि
ु ईआ मेरा माथै छत्रु धरै ।।
जाकी छोनत जगत कउ लागै ता पर तुहीीं ढ़रै ।
नीिहु ऊि करै मेरा गोबिींद ु काहू ते न डरै ॥
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नामदे व किीरु नतलोिनु िधना िैनु तरै ।


कहह रववदािु िुनहु रे िींतहु हररजीउ ते िभै िरै ॥

1.दि
ू रे पद में कवव ने ककिका गुणगान ककया है ?
(A) भगवान ् (B) सींिों
(C) अछूि (D) भतिों

2.भगवान ् ककिका कल्याण बिना भेदभाव के करते है ?


(A) अम रों िा (B) मोर भतिों िा
(C) अछूि मनुष्यों िा (D) इनमें से किस िा नहीीं

3.भगवान ् के माथे पर क्या शोभा दे रहा है ?


(A) पान (B) मुिुट
(C) पींख (D) बत्त

प्रश्न 4.1)पाियपुस्तक पि आधारित प्रश्नों के उत्ति दीजिए।

1.दोहे की पंजक्त पण
ू प करें :-

क) रढहमन धागा प्रेम का, ______________________________

__________________, भमिे गाुँठ परर जाय॥

2. ि ीम दस
ू िों से क्या छुपा कि िखने को क ते ै ?
(A) दुःु ि
(B) धागा
(C) मजाक
(D) इनमें से कोई नहीं
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3. लेखिका ने एक िुिह क्या दे िा?


(ि) अपने दोति िो
(ख) िौवों द्वारा धगलहरी िे बच्चे िो जख्म िरना
(ग) धगलहरी िे बच्चे िो खेलिे हुए दे खा
(घ) जूही िे प ले सुींदर फूल

4.लेखिका का ध्यान आकवषित करने के ललए चगल्लू क्या करता था?


(ि) णखड़िी से बाहर चला जािा था
(ख) अपने घर िो जोर जोर से झुलािा था
(ग) लेणखिा िे पैर िि आिा और िेज से परदे पर चढ़ जािा और कफर उस िेज से उिर जािा था
(घ) इनमें से िोई नहीीं

5.धगल्लू पाठ किसिे द्वारा रधचि है ?

I.र्ॉ.जयपाल िरीं ग II.बच्चन ज III.महादे व वमाा

6.हमारे िेिारे परु िों को वपतरपक्ष में हमिे कुछ पाने के ललए क्या िनकर प्रकट होना पड़ता है ?
(ि) गरुड़ िे रूप में (ख) मयूर िे रूप में
(ग) हीं स िे रूप में (घ) िौवे िे रूप में
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7, चचत्रकूट ि ने योग्य क्यों न ीिं ै ?


(A) वह बहुत दरू है (B) वहाुँ कुछ नहीं है
(C) वह िण्डार है (D) वह बहुत घना वन है

8– कहानी में लोगों ने ककिे ‘पत्थर हदल’ कहा है ?


(A) लेखि िो (B) बहु ढ़या िो
(C) भगवाना िो (D) पड़ौलसन िो

9 – कपड़े में मह
ुँु को नछपाए लिर को घट
ु नों पर रिकर कौन रो रहा था ?
(A) लेखि (B) बुहढ़या
(C) भगवाना (D) पड़ौलसन

10.रै दाि अपने को क्या मानते हैं?


i )ईश्वर िा सखा ii)ईश्वर िा पुत्र
iii) ईश्वर िा सहचर iv) ईश्वर िा दास।

11.िहु ढ़या का हाल पछ


ू ने में लेिक को ककि के कारण परे शानी थी?
(A) पोशाि िे (B) पड़ोस िे
(C) दि
ु ानदार िे (D) बच्चों िे

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