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मोटापा या अिधक वजन

ोितष-वा ु-अंक एवम् ह रे खा से कारण, िनवारण


गु दे व डा वकास ोवर
जब कोई यि शरीर क आव यकता से अिधक आगे चलकर उनके वा य के िलए हािनकारक होता है।
कै लोरी का सेवन करता है, तो शरीर उसे वसा के प म
बरकरार रखता है। िकसी भी यि को मोटा बनाने म शारी रक मोटापे के मु य ल ण िन न कार से ह। :
बनावट का बहत बड़ा योगदान होता है। अगर िकसी यि का
मेटाबॉिल म तेज है तो वह अिधक मा ा म भोजन करने पर भी सासं फलना
ू –
पतला ही रहता है और वजन नह बढ़ता। यही कारण है िक कछु बार-बार सास ँ फलने
ू क सम या का होना मोटापे का
लोग का वजन डाइट लान फॉलो करने के बाद भी कम नह ल ण है जो कई कारण से हो सकता है और कई रोग का
होता य िक उनका मेटाबॉिल म धीमा या बहत धीमा होता है। कारण बनता है।
पसीना म विृ –
कारण अचानक से बार-बार पसीना आना और वह भी बहत,
मोटापे के कई कारण हो सकते है। इनम से मख
ु है:- यह दशाता है िक यि मोटापे से िसत है।
* मोटापा और शरीर का वजन बढ़ना, ऊजा के सेवन खराटे -
और ऊजा के उपयोग के बीच असतंलन ु के कारण होता है। आमतोर पर मोटापे से बेहाल लोग को न द म बहत
* अिधक चब यु आहार का सेवन करना भी मोटापे खराटे लेते दख े ा जा सकता है मोटापा बढ़ने के साथ-साथ यह
का कारण है। सम या और भी बढ़ती जाती है।
* कम यायाम करना और ि थर जीवन-यापन मोटापे सामज ं य असमथता-
का मख ु कारण है। शारी रक गितिविध के साथ सामंज य करने म
* असतंिलत
ु यवहार औऱ मानिसक तनाव क वजह अचानक असमथता का अनभव ु करना – सामा य प से कोई
से लोग यादा भोजन करने लगते ह, जो मोटापे का कारण भी शारी रक गितिविध करने म असमथ होते जाने का सबंध भी
बनता है। मोटापे से है और ये मोटापे का सबसे मु य ल ण भी ह।
* शारी रक ि याओ ं के सही ढंग से नह होने पर भी थकान-
शरीर म चब जमा होने लगती है, यह भी मोटापे का एक कारण ितिदन बहत थकान महसस ू करना- आमतौर पर
है। िबना िकसी अित र कायभार के लगातार थकान का अनभव ु
* बा याव था और यवाव ु था के समय का मोटापा करना भी मोटापे का ही एक ल ण है।
य क होने पर भी रह सकता है। पीठ और जोड़ म दद –
* कई लोग को िदन मे खाना खाने के बाद सोने क मोटापे क सम या से िसत लोग म पीठ और जोड़
आदत होती है जो मोटापे का कारण बन सकती है। के दद सामा य प से दख े ा जा सकता है।
* बहत यादा मीठे का सेवन करने से भी का खतरा आ मिव ास म कमी –
रहता है | शारी रक सम याओ ं के कारण िकसी भी काम को
करने क मता म कमी आ जाती है और वयं पर िव ास भी
नह होता िजसके चलते आ मस मान म भी कमी आ जाती है।
मोटापे के ल ण अके लापन-
मोटापा शारी रक और मानिसक तर पर जीवन म मोटापे म अके लापन अनभव ु करना एक आम बात है।
कई सारे प रवतन लाता है। िजनके कारण यि म इसके शारी रक प रवतन के चलते लोग वयं को सबसे अलग और
ल ण प रलि त होते ह। िक तु कई बार लोग इ ह मह व नह एकाक महसस ू करते ह।
दतेे और इसके बारे म कोई िचिक सक य परामश नह लेते जो

1
गु दे व डा वकास ोवर
न द म बदलाव-
ज रत से यादा या कम सोना- यिद हम ज रत से यादा
सोते है तो यह भी हमारे मोटापे का बहत बड़ा ल ण होता है
मोटापा एवं योितष
मोटापे से जड़ी
ु अ य सम याए-ं जीवन म आ रही बहत सारी सम याओ ं का कारण
मोटापे के कारण कई वा य सबंधंी सम याएं होती ह क अशभता ु है। यिद ह का साथ िमले तो यि हर सक ं ट
ह िजनम टाइप 2 डायिबटीज, हाइपरकोले ोलेिमया (उ च का हस ं ते-हस
ं ते सामना करता है। दख
ु कब आए और कब चले
कोले ॉल, गै ोओ फोिजयल र ल स िडिजज जाए पता भी नह चलता।
(जीईआरडी), उ च र चाप, दय रोग, अवसाद, जोड़ क आजकल के समय म भागदौड़ और खराब
ओि टयोआथराइिटस, जोड़ का दद, लीप एपिनया और जीवनशैली क वजह से िजस सम या ने लोग को सबसे यादा
सन सम याए,ं यू रनरी ेस इंकांिटनस, अ थमा और परशेान िकया है वो है बढ़ता वजन और मोटापा। आज के समय
फे फड़ क सम याएं और जनन सबंधंी सम याए।ं म लोग सबसे यादा बढ़ते हए मोटापे को लेकर िचिंतत ह। वह
डायिबटीज वाले मरीज के मोटापा बढ़ने से उसक डायिबटीज मोटापा बढ़ने के कारण कई गभंीर बीमा रय के होने का खतरा
क सम या बढ़ जाती है । सांस फलना ू तथा अिधक पसीना बना रहता है। ऐसे म लोग अपने बढ़ते हए पेट और चब को कम
आना मोटापे के मख ु सम या है। करने के िलए िदन-रात मेहनत करते ह। यहां तक िक िजम,
ए सरसाइज और डॉ टरी इलाज से लेकर हर सभंव उपाय
उिचत वजन कै से जान-े आजमा रहे ह, लेिकन कई बार ये तरीके काम नह करते या िफर
आदश वजन यह है िक ऊंचाई को सेमी म बदला जाए कछ
ु लोग िजम या डॉ टरी इलाज नह करना चाहते ह। ऐसे म
और उसम से पु ष के िलए 100 घटा िदया जाए एवम् ी के आप योितष क मदद ले सकते ह। योितष म ऐसे कई उपाय
िलए 105 घटाने से एक सामा य वजन जाना जा सकता है. बताए गए ह, िजनक मदद से आसानी से वजन कम िकया जा
मान लीिजए िक यिद कोई 160 सेमी लंबा है, तो सकता है।
पु ष का आदश वजन 60 एयर ी का 55 िकलो ाम होगा। ज म कंु डली के अनसार
ु भी मोटापा घटता बढ़ता
रहता है। ऐसे कछ ु ह होते है िजनका शभु या अशभु भाव
बॉडी मास इंडे स (BMI) मोटापे के िलए िज़ मेदार होता है. योितष म शरीर से जड़ी ु
एक यवाु यि के शरीर का अपेि त वजन उसक येक चीज के िलए िकसी न िकसी ह को िज मेदार माना गया
लंबाई के अनसारु होना चािहए, िजससे िक उसका शारी रक है। उदाहरण के िलए र सबंधंी बीमा रय के िलए मंगल, हाथ
गठन अनकल ु ू लगे। शरीर के वजन को मापने के िलए सबसे पैर के िलए शिन, मानिसक सम याओ ं के िलए च मा को
साधारण उपाय है बॉडी मास इंडे स (बीएमआइ) और यह मु य कारक बताया गया है। इसी कार मोटापे को बधु तथा
यि के शरीर क लंबाई को दगना ु ु कर उसम वजन बहृ पित (गु ) ह से जोड़ा जाता है
(िकलो ाम) से भाग दके र िनकाला जाता है। दशा, अतंदशा अिधकतर चं मा, शु , बहृ पित और राह क
एक अ यिधक मोटे यि , िजसका भार/लंबाई होती है। िजन यि य पर सयू और मंगल का भाव होता है
अनपात
ु 43 िक. ा/मी2: भार:143 ki.grA (322 पाउ ड), उनका मेटाबॉिल म तेज होता है और वे िबना वजन बढ़ाए कछ ु
ऊचाई
ँ 177से.मी (5फ ट 10 इंच) भी खा सकते ह। खान-पान क आदत को िनयिं त करने वाले
भार/लबंाई अनपातु वग करण दसर
ू े घर का वामी और कारक चं मा, यिद िवशेष प से राह
< 18.5 कम भार और शिन से पीिड़त हो, तो यि बहत अिधक जक ं , तैलीय
18.5–24.9 सामा य भार और तले हए खा पदाथ खाने लगता है। बहृ पित और शु
25.0–29.9 अिधक भार यि को िमठाई और ग र भोजन का आदी बनाते ह। मंगल
30.0–34.9 ेणी-1 मोटा ह क पीड़ा यि को मसालेदार और गम भोजन का शौक न
35.0–39.9 ेणी-2 मोटा बनाती है।
> 40.0 ेणी-3 मोटा
िक न-िक न ह के अशभु भाव से यि मोटा हो
जाता है आइये एक नज़र डालत ह-
2
गु दे व डा वकास ोवर
बहृ पित म आगे चलकर ब चे दबले
ु हो जाते ह।
मु य प से गु ह यािन बहृ पित को मोटापे के च के उपाय से मोटापे का िनवारण
िलए िज़ मेदार माना जाता है. ये वजन को बढ़ाने म एक एहम * हमेशा चांदी के िगलास म पानी पीए।ं
भिमका
ू िनभाता है. वह बहृ पित ह ही है जो हमारे शरीर म फै ट * सफे द चदंन को अपने गले पर ितिदन लगाए।ं
यािन मोटापे को बनाये रखता है और हमारे वजन को बढ़ाते है.
बहृ पित के िबगड़े होने के कारण यि का मन खाने क तरफ बु
और बढ़ता है. 16 से 28 क उ म बड़ते मोटापे को बधु से कछ
ु हद
अगर बहृ पित ज म कंु डली म शभु भाव का वामी तक जोड़ा जाता है। बधु को ान अिजत करने का कारक है इस
होकर, शभु भाव म ि थत है, तो मोटापे से जड़ी
ु िचतंाएं बढ़ाता उ म अगर मन पड़ाई म ना लगे तो या यह ह अशभु भाव म आ
है, लेिकन ज म कंु डली म गु क ि थित इसके िवपरीत होने जाए तो यह यि को मानिसक ना के कारण यादा खाने के
पर काफ हद तक मोटापा िनयं ण म रहता है. गु पर पाप ह िलए े रत करता है। ऐसी ि थित म यि अपने आपको
के भाव से यि को बीमा रयां होती ह, इसके अलावा ल न के कं ोल करना चाहता है, लेिकन कर नह पाता है। आिखर म वह
आस-पास गु का होना अनवां ु िशक कारण से मोटापा बढ़ता बहत यादा खाने क वजह से मोटा हो जाता है।
है. बधु के उपाय से मोटापे का िनवारण
यिद िकसी कारण से गु छठे भाव म है तो ऐसे यि * ितिदन गणेशजी को दवा ू (दब)ू अिपत करनी
को मोटापा, दांत क बीमा रयां, आतं का कसर, पीिलया, चािहए।
लीवर सबंधंी बीमा रयां, माइ ेन, न द न आने जैसी बीमा रयां * येक बधवार
ु को गजानन गणपित क पजा
ू कर
हो सकती ह। उ ह मंूग के लडड् ू का भोग चढ़ाए।ं
गु के उपाय से मोटापे का िनवारण- कर इन बीमा रय िवशेष: इस उपाय से बधु के साथ-साथ दसर
ू े सभी ह क पीड़ा
से मिु पाई जा सकती है। भी शांत होती है।
* शा म पीपल के वृ को गु का कारक बताया गया
है। गु को साधने के िलए ठीक सयू दय के समय पीपल के वृ शु
म जल स चना चािहए। शादी के बाद अचानक से मोटापा बढ़े तो कभी-कभी
* बहृ पित को शा त करने के िलए शांित पाठ कर और शु के कमजोर होने के कारण भी यह सम या हो जाती है।
गु यं क पजा ू करने के बाद - ॐ ां सः गु वे नमः या यिद शादी के बाद मोटापा बढ़ गया हो तो इसका कारण शु के
ऊं बंृ बहृ पतये नम: मं का जाप कर. साथ चं मा और बहृ पित हो सकता है। योितष के अनसार ु
* दािहने हाथ क तजनी अगंलीु म सोने या पीतल का ऐसा कक, विृ क, मीन, वष,ृ क या और मकर रािश वाल के
छ ला पहना लाभदायी सािबत होगा. साथ यादा होता है।
* एकादशी का उपवास करना भी आपके िलए शु के उपाय से मोटापे का िनवारण
लाभदायक हो सकता है * ऐसे म शादी के बाद हीरा और पखराज सोच-

* इसके अित र गु वार को त करना भी एक समझकर पहन।
उपयु उपाय है। * रोजाना सबह
ु सयू को रोली िमलाकर जल अिपत
कर।
चं
ज म से मोटे ह तो कंु डली म चं पर दे िवशेष यान राह
चं ह भी मोटापे के िलए ये एहम भिमका
ू िनभाता है 42 से 54 साल क उ म मोटापा बढ़ने क सबसे
ये भी एक बहत ही िवशेष कारण है मोटापे के िलए. च मा क बड़ी वजह राह ह हो सकते ह। राह के कारण यि को उ टा-
ि तिथ जल को िनयिं त करती है हमारे शरीर म िजससे सीधा खाने क आदत होती है। इसी वजह से यि को बाहर का
प रणाम व प हमारा पेट बाहर िनकलता है और हमारे वजन खाने क यादा आदत पड़ती है यि का मन जक ं फ़ड
ू खाने
म तेजी से बढ़ता है. कहा जाता है िक चं मा के मजबतू होने पर को करता है.
ब चा ज म से गोलमटोल होता है। हालांिक यादातर मामल
राह के उपाय से मोटापे का िनवारण
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गु दे व डा वकास ोवर
* खाना िनयिमत समय पर और रसोई म बैठ कर ही
खाए.ं मोटापे के वा तु समाधान
* िकसी गदंे नाले म ४३ िदन ता ब का िस का डाल.
* बाथ म को गदंा और िग ला ना रहने द अपनी आदत बदलना, िवशेषकर जो भोजन आप
खाते ह, उसे बदलना कोई मखतापण
ू ू बात नह है। यिद आप
मोटापे के दु मन ह एक समझदार और यथाथवादी आहार पा सकते ह जो आपको
मंगल, शिन और के तु शरीर को छरहरा और पतला धीर-ेधीरे वजन कम करने के िलए ो सािहत करता है, तो आप
रखते ह। इन ह को यथा सभंव शभु रखना मोटापे से छटकारा
ु उस पर िटके रहने और अपना आदश वजन बनाए रखने के िलए
पाना का सबसे सरल उपाए है. अिधक इ छक ु ह गे।
सयू अि थ कारक है जो शारीर को आकार तो दतेा है वा तु समाधान के िलए, उ र-पि म (NW) क
पर मोटापा नह . 'इंि य िन ह शि ' अिधक आ म-अनशासन ु को ो सािहत
करती है, जबिक दि ण-पवू (SE) ' ान शि ' ढ़ता को बढ़ावा
दतेी है। आपके घर म इन ऊजाओ ं का िनमाण और उनके सपंक
मोटापा एवं रािश म विृ से आहार पर बने रहने क आपक मता म सधार ु होगा।
पवू िचिक सा म, उ र-पवू (NE) पि म (SW)
योितषीय प से, जल रािश यािन कक, टोिमक और दि ण- (Stomach) अ याशय (Pancreas)
विृ क और मीन रािश म पैदा हए यि अिधक वजन वाले होते से सबंिंधत ह, और पि म (W) और उ र-पि म (NW) बड़ी
ह। साथ ही वष, ृ मकर, तला ु रािश के जातको म भी मोटापे क आतं से सबंिंधत ह। अपने घर क इन िदशाओ ं को साफ सथरा

सम या होती है। इनके िलए िदनाचाय म कछ ु बदलाब भी और अ यव था से मु रखने से सकारा मक ऊजा िजसे
मोटापे से छटकारा
ु पाने के िलए आपको इसम भी काफ लाभ सचंािलका कहा गया है, अिधक वतं प से वािहत हो
होगा और आपका मोटापे क ि तिथ िनयं ण म आएगी. सके गी। इन े म व थ पौधे आपके िलए लाभकारी ऊजा
उपाए क मा ा को और बढ़ा दगे।
* तांबे के बतन म पानी रखकर िपए.ं वा तु उपाए-
* न बू और दही का सेवन अिधक कर. * अपनी जीवनशैली म बदलाव के ित अिधक उ साह
* रोज़ाना सबह ु सयू को जल चढ़ाना चािहए इसम रोली िवकिसत करने के िलए, अपने िसर का शीष दि ण-पवू (SE)
ज र िमलाए.ं या पवू (E) क ओर करके सोने का यास कर।
* गिमय म रोज 4 से 5 लीटर पानी िपएं और सिदय म * अपने िसर का ऊपरी िह सा उ र-पि म (NW) क
रोज 2.5 से 3 लीटर पानी ज र िपए । ओर करके सोने से अिधक अनशासन ु से सबंिंधत ऊजा बढ़ेगी,
जो आपको अपने आहार पर िटके रहने म भी मदद करगेी:
* खाना पकाने और वा य द भोजन परोसने को
अक-
ं योितष और मोटापा यथासभंव आनंददायक बनाय.
* रसोई को साफ सथरा
ु रख और खाना बनाते समय
िजनका ज म 3, 6 और 4 तारीख को हआ है, उ ह अपना पसदंीदा सगंीत बजाए।ं
इंतजार करना पड़ सकता है। 4 तारीख को ज म लेने वाल का * भोजन करने के थान को आकषक बनाएं तािक
पेट मोटा होता है। आप वहां समय िबताना चाह।
* खाने क मेज पर ताजे फलू रखने और आकषक
ॉकरी का उपयोग करने से आपके ल य को बढ़ावा िमलेगा।
* खा पदाथ म यह यान रखना चािहए िक उनम ोटीन क मा ा अिधक हो और चब तथा काब हाइ ेट क मा ा कम हो।
सामा य परामश

* िजतनी कै लोरी ऊजा आप रोज लेते हो, उससे यादा कै लोरी ऊजा रोज खपत करो । अगर आप हर ह ते 150-200 कै लोरी ऊजा भी कम करते रह.
* तली हई, और तेलीय चीज खाने से परहजे करे ।
िवशेष- वा त-ु योितषीय उपचार के िलए, िकसी को सम या पैदा करने वाली िदशाओ ं एवं ह और उसके समाधान का पता लगाने के िलए एक स म योितषी
से परामश करना सबसे उ म उपाए ह.

4
गु दे व डा वकास ोवर

हाथ म ही िछपा ह!ै मोटापे का कारण और िनवारण


हाथ क लक र म िजदंगी म होने वाली घटनाओ ं का परा
ू लेखा-जोखा रहता है। ह तरख े ाए ँ एवं ह त ल ण ही है जो न
के वल हमारा भत,
ू भिव य बि क वतमान तक बताने म स म िछपा होता है । अ छी सेहत के साथ मोटापा बढ़ने का कारण यहाँ
जानते ह ।
यिद हम मोटापे को हाथ के िच के मा यम से समझ और दख
े तो मोटापा होने क िन न ि थित बनती है जो उदाहरण िच
म हाथ क रख े ा ारा दिशत क जा रही है-

कारण यिद िकसी यि का हाथ भारी हो, हथेली म शु पवत उठा


हआ हो और जीवन रख े ा अधरी
ू रहे तो यह मान ल िक वह शादी के एकदम बाद
अ यिधक मोटा होने लगेगा।
िनवारण
* शादी के समय पहनी हई अगंूठी कभी ना उतार । साथ ही शादी के समय
ु से दो चांदी के चौरस टकड़े
ससराल ू अपने पास
ु लेकर एक पानी म भाय दे और दसरा शु
सहेज कर रख । पवत
* शु मं का जाप करने से मोटापे से छटकार
ु े के साथ धन लाभ भी बड़ता
है।

कारण
जीवन रख
े ा मोटी और गहरी हो या अगर डबल हो जाए तो यह भी मोटापे
क ओर इंिगत करती है । ऐसे यि जीवन भर इस सम या से जझते
ू रहते ह ।
िनवारण
जातक को कंु डली म ल नेश का बल रखना चािहए, या हाथ म मंगल एवं
के तु क ि थित दख
े उनका उपाए करना उविहत रहेगा। ।
टोटका- सधतानतः मंगल का रोट ( गडु क मीठी रोटी िबना लोहा छयाए
ू बनाकर ) मंगलवार क
शाम को कु को िखलाए । यह टोटका वष म एक ही बार 43 िदन लगातार करना
सवािधक फल दतेा है।

कारण यिद िकसी यि के हाथ म जीवन रख


े ा से भा य रख
े ा दरू तक
जड़ी
ु हो तो यह मोटापे का सक
ं े त है।
िवशेष: यह योग कंु डली म ल नेश एवं भागयेश के सबंधं से अिधक बनता है।
िनवारण जातक को अपने शरीरर के भार से सवा गणा
ु (125%) तला
ु दान
करते रहना चािहए।
अगर जातक के पास कंु डली है तो यह यान द क ल नेश एवं भागयेश म
से जो भी ह पीिड़त है उसका दान उ म रहेगा।
िवशेष: साथ ही यह भी दखे क इन दौन भाव म कोई ऐसा ह तो नह जो इन भाव के फल को खराब कर रहा
हो । अगर ऐसी ि थित है तो पहले इस ह का उपाये करना होगा अ यथा तला
ु दान का फल ही नह िमलेगा।

5
गु दे व डा वकास ोवर

कारण उंगिलय का हथेली क तरफ वाला पोर मोटा हो साथ ही


यि का अगंूठा पीछे क तरफ हो तो ऐसे लोग को बेतरतीब खान-पान से मोटापे
क सम या घेर सकती है।
िवशेष: ि तीय भाव म ि थत ह और इसपर बहृ पित क ि का प रणाम होता है हाथ क ऐसी ि थित का होना।
िनवारण
* सयू उदय के समय पीपल के पेड़ को जल से स चे ।
* सयू अ त के आसपास चीिटय एवं क ड़ को स धान का चरा
ु डालते
रह।
* सतं एवं कथा-वाचक को भोजन का िह सा द।

कारण
मि त क रख े ाएं
े ा म शिन के नीचे दोष या ीप हो तो और मंगल े से रख
िनकलकर मि त क रख े ा म आ रही ह तो यौवन अव था से वय क अव था म (16-
28) मोटापा और बढ़ता चला जायेगा।
िनवारण
* शारी रक म करने वाले िवशेषत: जो अि न के काय म िल हो को यथा
स भव सहायता कर।
* िकसी गरीब सफाई कमचारी को उसके िनजी योग करने वाले शौचालय
के िनमाण म व: अिजत धन से आिथक सहायता से लाभ होगा।

कारण जीवन रख े ा से भा य रख े ा दरी


ू पर और नीचे से मोटी और ऊपर
से प प से पतली हो। साथ ही मंगल े से आड़ी रख े ाएं िनकलकर (मंगल यािन क
अगंूठे के पास वाला े जहां से जीवन रखे ा िनकलती है।) जीवन रख े ा को काटे। िजस उ म जीवन
े ा से दरी
रख ू बढ़ती है उस उ म मोटापा और बढ़ता चला जाता है।
िनवारण
* यायाम को जीवन का अिभ न अगं बानए।
* दोपहर के भोजन क पहली रोटी का आधा भाग गाये का और चौथाई -
चौथाई भाग कौए और कु े का िनकालते रह।
* मंगलवार को दोपहर के समय मसरू क दाल का दान लाभकारी होगा।

कारण
हाथ म गु पवत उ नत हो इस पर व य रख े ा बनी हो साथ ही तजनी
उंगली का झकाव
ु अगंूठे क तरफ हो और अगंूठा पीछे क तरफ हो, तो अिधक खाना
व आल य क वजह से मोटापा आ जाता है।
िनवारण
* बहृ पित मं का अनु ान सव तम उपाये है।
* सय-उदय
ू से अ त के बीच अनाव यक न द लेने से बच।
* तजनी म तांबे का छ ला पहने।

6
ह रे खा िव ान, एक ाचीन कला है िजसम हाथ की रे खाओं को पढ़कर के भिव
और गत गुणो ं के बारे म जानने का यास िकया जाता है । इस कला का ारं िभक उपयोग
भारतीय सािह और ोितषशा म िकया जाता था, और यह एक मुख िह ा बन गया है । यह
लोगो ं के हाथो ं की चीरो,ं रे खाओ,ं और िच ो ं के मा म से उनके जीवन का मागदशन करने का यास
करता है ।

म मा
तजनी

अना मका
मकर
मेष

ली
क उंग
कक

त क उंगली
कु

उंगल

सनीचर
वृष
क न का

सहं
सूरज

बृह
मीन मथुन
अंगूठा
ी ल

तुला
उंग

क या

बुध

वृ क शन
सूय पवत गु
धनु पवत
पवत
मंगल
बुध
नेक
पवत
दय रेखा Heart Line):
हाथ के ऊपरी ह से पर त दय रेखा
त के भावना और दल क मंगल
शु
वभा वकता के बारे म जानकारी दान बद
पवत
करती है।
म त क रेखा Head Line):

चं इस रेखा से त क बु और
भू म रेखा Sun Line): वचारश त के वषय म जानकारी
पवत
इस रेखा से त क व ीय ा त क जा सकती है।
त और सफलता के बारे म
कलाई
जानकारी ा त क जा सकती है

गृह त रेखा
भा य रेखा Fate Line): यह रेखा औरतज़ात के मां बाप, भाई
भा य रेखा से त के कम और जीवन रेखा Life Line): बंद और औरत के बाल ब े व द गर
भा य के बारे म जानकारी ा त क यह रेखा त क जीवन क मुतअ लका नया का ता लुक बताती
जा सकती है। ल बाई और वा य के बारे म है।
जानकारी दान करती है।

लेखक संपादक ाचाय वकास ोवर ह त यो तष रह य


?
रे खा
कैसे कर
फलादे श
ा का चार िविधयो ं

से कारण और िनवारण
एवम्
ु - अंक

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* Recording
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हर एक सम

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ोितष - वा

Gurudev Dr. Vikas Grover Over 30 yrs of Experience

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