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कारक प्रकरणम्
कारक प्रकरणम्
डॉ०रूबी जैन
डी.ए.वी.कॉलेज
होशियारपुर
क्रिया के होने में जो सहायक होता है उसे कारक कहते हैं
। जैसे-
कर्ता
कर्म
करण
सम्प्रदान
अपादान
अधिकरण
ध्यातव्य - सम्बन्ध तथा सम्बोधन को कारक नहीं माना जाता क्योंकि उनका
क्रिया से कोई सीधा सम्बन्ध नहीं होता ।
कारकों के चिह्न-
कर्ता ने
कर्म को
करण से ,के द्वारा,के साथ
सम्प्रदान के लिये
अपादान से(जुदाई)
सम्बन्ध का,के ,की,रा,रे,री *
अधिकरण में, पर
शुभं भूयात् ‼