Download as pptx, pdf, or txt
Download as pptx, pdf, or txt
You are on page 1of 6

पौधे भी सीखते हैं नई आदते

By Arya Thorawat
शोधकर्ता पावलोव द्वारा कु त्तों पर किए गए प्रयोग

यूनिवर्सिटी ऑफ वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया के नेतृत्व में किए गए इस अध्ययन में


यह साबित किया गया है कि पौधे सहचारी शिक्षा प्राप्त करने में सक्षम हैं।
पावलोव का अध्ययन व्यवहार संबंधी शोधों के इतिहास में सबसे प्रमुख
अध्ययनों में से एक है। इस अध्ययन ने दिखाया था कि अनुकू लन का
इस्तेमाल करते हुए व्यवहार में बदलाव लाया जा सकता है। व्यवहार संबंधी
विभिन्न प्रयोगों के बाद दल ने इस बात के साक्ष्य पेश किए कि पौधे किसी
एक घटना के घटने और अन्य के पूर्वानुमान के बीच के खास जुड़ाव को
समझ सकने में सक्षम हैं।
विश्वविद्यालय के सेंटर फॉर एवोल्यूशनरी बायोलॉजी का अध्धयन

विश्वविद्यालय के सेंटर फॉर एवोल्यूशनरी बायोलॉजी की


प्रोफे सर मोनिका गैगलियानो ने मटर के पौधों के साथ
प्रयोग किए। उन्होंने इन पौधों को वाई-आकार के एक
ढाँचे में रख दिया। इसमें यह देखना था कि किसी दिशा
विशेष से प्रकाश आने पर पौधे कै सा व्यवहार करते हैं।
परिणामों में पाया गया कि पौधे एक बार प्रकाश के हटाए
जाने पर अपनी वृद्धि के लिए सबसे सही दिशा चुनना
सीख गए थे।
कांस्टेबल ने लगाए ३८,००० पौधे
एक छोटा प्रयास भी लाखों लोगों के लिए प्रेरणादायक हो सकता है।
बदलती लाइफ स्टाइल में हरियाली शहर ही नहीं, गाँव में भी कम हो
रही है। इसी हरियाली को बचाने की जिद में एक शख्स ने ३८ हजार
पौधों से प्रकृ ति की गोद भर दी। चंडीगढ़ पुलिस में तैनात कांस्टेबल
देवेंद्र सूरा हजारों लोगों के लिए मिसाल बन चुके हैं। वह नौकरी के
साथ-साथ वक्त निकाल कर अपने आसपास के लोगों को हरियाली के
लिए प्रेरित तो करते ही हैं, साथ में पौधे भी लगवाते हैं।
४,००० से ज्यादा पौधे पेड़ बनकर दे रहे छाया
इनमें चार हजार से अधिक पौधे पेड़ का रूप चुके हैं, जो २५ से ३० फु ट का आकार लेकर लोगों को छाया व प्रकृ ति को
खूबसूरती प्रदान कर रहे हैं। देवेंद्र के अभियान में सैकड़ों लोग जुड़ चुके हैं। जिद में बदल चुके शौक में लोगों को पौधे उपलब्ध
करवाने के लिए इन्होंने अपनी नर्सरी भी बना ली है। देवेंद्र लोगों को पीपल, बड़, नीम, आम और मेडिसिन प्लांट निःशुल्क देते हैं।

You might also like