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पौष्टिक भोजन

नाम : आर्य चंढोक


कक्षा : ७ C
शिक्षिका : सीमा मैम
डोसा
डोसा, एक प्रसिद्ध दक्षिण भारतीय व्यंजन है जो चावल और दाल के आटे से बनता
है। इसे सामान्यत: चटनी और सांभर के साथ परोसा जाता है। डोसा की उत्पत्ति के
बारे में कहा जाता है कि यह तमिलनाडु से आया है और वहाँ के लोगों द्वारा पसंद
किया जाता था। प्राचीन समय में, यह एक सरल और पौष्टिक भोजन था जो लोगों को
ऊर्जा प्रदान करता था। आज, डोसा भारतीय खाद्य संस्कृ ति में महत्त्वपूर्ण स्थान
रखता है और विभिन्न रूपों में बनाया और सर्विंग किया जाता है।
पौष्टिक मूल्य
- डोसा एक प्रमुख दक्षिण भारतीय व्यंजन है जिसमें चावल और दाल का मिश्रण होता है। यह भारतीय खाद्य संस्कृ ति में महत्त्वपूर्ण स्थान रखता है। डोसा में पोषक तत्वों का समृद्ध स्रोत होता है जो शारीरिक सेहत के लिए
फायदेमंद होते हैं।
- डोसा में प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट्स, फाइबर, विटामिन्स और मिनरल्स प्राप्त होते हैं। दाल में प्रोटीन होता है जो मांस और दूध से प्राप्त प्रोटीन के साथ समान होता है। चावल में कार्बोहाइड्रेट्स होते हैं जो ऊर्जा का स्रोत बनते हैं।

- इसके अलावा, डोसा में फाइबर, बी-कॉम्प्लेक्स विटामिन्स, इरोन, कै ल्शियम, पोटैशियम, फोस्फोरस और मैग्नीशियम भी पाए जाते हैं, जो शरीर के लिए आवश्यक होते हैं। ये तत्व हड्डियों, दांतों, मांसपेशियों के विकास और
प्रकृ ति द्वारा निर्मित शरीर की रक्षा में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

- डोसा में लौह भी पाया जाता है, जो शरीर के रक्त संचार में मदद करता है। इससे खून में हेमोग्लोबिन की मात्रा बढ़ती है, जो सही मात्रा में होने पर शरीर को ऊर्जा प्रदान करता है।

- इस प्रकार, डोसा एक स्वास्थ्यवर्धक आहार है जो विभिन्न पोषक तत्वों का एक समृद्ध स्रोत प्रदान करता है और शरीर को संतुलित और स्वस्थ बनाए रखने में मदद करता है।
डोसा की रेसिपी:
• २ कप चावल
सामग्री:
• १ कप उड़द दाल (धुली हुई)

• नमक स्वादानुसार

• पानी जरूरत के अनुसार


निर्देश:
1. चावल और उड़द दाल को अलग-अलग बर्तन में धोकर ४-६ घंटे के लिए भिगो दें।
2. फिर चावल को पानी के साथ ब्लेंडर में पीस लें। उड़द दाल को भी पानी के साथ पीस लें ताकि एक गाढ़ा मिश्रण बने।
3. दोनों मिश्रणों को मिलाकर अच्छे से मिला लें और नमक मिलाकर ६-८ घंटे तक फे रमेंट होने के लिए छोड़ दें।
4. तवा को गरम करें और उस पर थोड़ा तेल लगाकर फै लाएं।
5. एक चमच्च बर्तन से मिश्रण डालकर चपटा दोसा बनाएं।
6. तेल लगाए हुए दोसा को हल्का भूरा होने तक पकाएं।
7. फिर उसे पलटकर दूसरी तरफ से भी पकाएं।
8. सर्व करें, डोसा तैयार है। इसे सांभर और चटनी के साथ परोसें।
डोसा में सामान्यत: निम्नलिखित पोषक तत्व होते हैं:

• प्रोटीन: ल ७-९ ग्राम (यह प्रमुख रूप से दाल के प्रकार पर निर्भर करता है) प्रति डोसा
• वसा: लगभग ४-६ ग्राम प्रति डोसा
• कार्बोहाइड्रेट्स: लगभग २८-३० ग्राम प्रति डोसा
• फाइबर: लगभग ३-४ ग्राम प्रति डोसा
• विटामिन्स और मिनरल्स: वे विभिन्न प्रकार के होते हैं जैसे कि विटामिन सी, विटामिन बी, कै ल्शियम, पोटासियम आदि।
1. स्वस्थ जीवनशैली: पौष्टिक भोजन सेहतमंद जीवनशैली को बनाए रखने में मदद करता है।

2. ऊर्जा का स्रोत: पौष्टिक आहार ऊर्जा के स्रोत के रूप में काम करता है और दिनभर की गतिविधियों के
लिए आवश्यक ऊर्जा प्रदान करता है।

पौष्टिक आहार खाने के 3. वजन नियंत्रण: सही पौष्टिक भोजन वजन को नियंत्रित रखने में मदद करता है और वजन को संतुलित
बनाए रखता है।

लाभ: 4. शारीरिक सेहत: पौष्टिक खाद्य सेहतमंद शारीरिक स्थिति बनाए रखने में मदद करता है और रोगों से लड़ने
की क्षमता को बढ़ाता है।

5. मानसिक स्वास्थ्य: यह मानसिक स्वास्थ्य को भी सुधारता है और मानसिक तनाव को कम करता है।

6. ऊर्जा और कार्यक्षमता: पौष्टिक आहार ऊर्जा बढ़ाने में मदद करता है और कार्यक्षमता को बढ़ाता है।

7. रोगों से सुरक्षा: सही पौष्टिक आहार से शरीर रोगों से लड़ने की क्षमता प्राप्त करता है और रोगों का सामना
करने में मदद करता है।

- पौष्टिक भोजन खाने से हमारी सेहत बेहतर रहती है और शारीरिक-मानसिक रूप से हमारी सुरक्षा और
विकास को प्रोत्साहित करता है।
धन्यवाद

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