Chitra Varnan (चित्र वर्णन) – इस लेख में हम चित्र-वर्णन के
बारे में जानेंगे। चित्र-वर्णन कहते किसे हैं? चित्र-वर्णन के क्या लाभ हैं? चित्र- वर्णन की क्या विशेषताएँ हैं? चित्र-वर्णन का क्या तरीका है? इन सभी प्रश्नों के साथ-साथ इस लेख में हम कु छ उदाहरण भी दे रहे हैं ताकि आप अपने चित्र-वर्णन के प्रश्न को आसानी से और कम समय में प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत कर पाएँ – चित्र-वर्णन की परिभाषा – Definition किसी चित्र को देखकर उससे संबंधित मन में उठने वाले भावों को अपनी कल्पनाशक्ति के माध्यम से अभिव्यक्त करना ही ‘चित्र-वर्णन’ कहलाता है।
दूसरे शब्दों में – चित्र को देखकर उसमें निहित क्रियायों, स्थितियों और
भावों का वर्णन ही ‘चित्र-वर्णन’ कहलाता है। सरल शब्दों में – दिए गए चित्र को देख कर उस चित्र को अपने शब्दों में प्रस्तुत करना ही ‘चित्र-वर्णन’ कहा जाता है। चित्र वर्णन के लाभ (1) चित्र वर्णन से वस्तुओं या दृश्यों को परखने की क्षमता का विकास होता है। (2) चित्र-वर्णन से कल्पना शक्ति का विकास होता है। (3) चित्र-वर्णन से अपने विचारों को एक सूत्र में पिरोकर लिखने की प्रतिभा का विकास होता है। (4) भाषा लेखन का विकास होता है। चित्र वर्णन की विषेशताएँ (1) पहले चित्र को बारीकी से देख लेना चाहिए। (2) जो भी बातें आपको चित्र में नजर आ रही हों उन्हें अलग से लिख लेना चाहिए। (3) यदि चित्र में व्यक्ति दिखाई दे रहे हों तो उनके चेहरों के भावों के आधार पर सुख-दुःख आदि भावनाओं को व्यक्त करना चाहिए। (4) यदि किसी महापुरुष या चर्चित व्यक्ति का चित्र हो तो उस व्यक्ति के प्रति निजी विचारों या भावों को प्रस्तुत किया जा सकता है। (5) वाक्य रचना करते समय उक्तियों, मुहावरों व् लोकोक्तियों का प्रयोग भी आपकी भाषा को सुंदर और प्रभावशाली बनाने में सहायक होते हैं। (6) चित्र-वर्णन करते समय आपके सभी वाक्य चित्र से सम्बंधित होने चाहिए। (7) चित्र-वर्णन में अनावश्यक बातों को नहीं लिखना चाहिए। (8) चित्र-वर्णन ज्यादा बड़ा नहीं होना चाहिए, के वल 25-से-30 शब्दों तथा 7-8 वाक्यों में ही पूरे चित्र का वर्णन हो जाना चाहिए। (9) चित्र में जितनी भी चीजें दिख रही हों सभी का वर्णन होना चाहिए। चित्र विवरण Important Tips चित्र विवरण प्रश्नों का उत्तर देते समय, यहाँ कु छ महत्वपूर्ण बातों को ध्यान में रखना है: निरीक्षण करें: तस्वीर को करीब से देखें और लोगों, वस्तुओं, रंगों, प्रकाश व्यवस्था और पृष्ठभूमि सहित सभी विवरणों पर ध्यान दें। वर्णन करें: चित्र में आप जो देखते हैं उसका वर्णन करने के लिए वर्णनात्मक भाषा का उपयोग करें। आकार, आकार, स्थान और क्रियाओं के बारे में जानकारी शामिल करें। व्याख्या: चित्र के पीछे के अर्थ पर विचार करें। यह क्या कहानी कह रहा है? यह किन भावनाओं को जगाता है?