भारतेन्दु हरिश्चन्द्र का व्यक्तित्व एवं कृतित्व

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भारतेन्दु हरिश्चन्द्र का व्यक्तित्व एवं कृ तित्व

अनुक्रम

भारतेन्दु हरिश्चन्द्र का जीवन परिचय

भारतेन्दु हरिश्चन्द्र का कृ तित्व


भारतेन्दु हरिश्चन्द्र
(1850 – 1885)
भारतेन्दु का व्यक्तित्व एवं कृ तित्व
भारतेन्दु हरिश्चन्द्र का जीवन परिचय

• 9 सितंबर 1850 (जन्म स्थान- काशी)

• माता पिता – गोपालचन्द्र और पार्वती देवी

• अल्पायु में माता पार्वती देवी का देहांत

• लालन-पालन दाई कालीकदमा और नौकर तिलकधारी

• हिंदी – ईश्वरदत्त, उर्दू – मौलवी ताजअली और अंग्रेजी – शिव प्रसाद सितारे हिंद

• पिता की मृत्यु का प्रभाव शिक्षा पर पड़ना


भारतेन्दु का व्यक्तित्व एवं कृ तित्व
• 1883 - मन्ना देवी से विवाह

• सकु टुम्ब जगन्नाथ यात्रा

• बुलंदशहर, कचेसर, कानपुर, लखनऊ, सहारनपुर, मसूरी, हरिद्वार, लाहौर, अमृतसर, दिल्ली, ब्रज, आगरा, पुष्कर, अजमेर,
प्रयाग, पटना, हरिहर, कलकत्ता, गोरखपुर, बलिया, उदयपुर आदि अनेक स्थानों की यात्रा करना

• जीवन क्रम और वहाँ की साहित्यिक गतिविधयों का अध्ययन

• देश-प्रेमपूर्ण तथा मातृभाषोद्धार की भावना से पूर्ण भाषण देना

• समाज एवं साहित्य की सेवा


भारतेन्दु का व्यक्तित्व एवं कृ तित्व
• साहित्यकारों का मण्डल

• बदरी नारायण चौधरी प्रेमघन, प्रताप नारायण मिश्र, बाल कृ ष्ण भट्ट, अंबिकादत्त व्यास आदि।

• 1884 – बलिया - अन्तिम यात्रा

• खाँसी और ज्वर का प्रकोप तथ क्षय के लक्षण

• 25 जनवरी 1885
भारतेन्दु का व्यक्तित्व एवं कृ तित्व
भारतेन्दु हरिश्चन्द्र का रचना संसार

मौलिक नाटक

• वैदिकी हिंसा हिंसा न भवति, सत्य हरिश्चन्द्र, विषस्य विषमौषधम्, भारत दुर्दशा, नीलदेवी, अंधेर नगरी, सती प्रताप आदि।

अनूदित नाट्य रचनाएँ

• विद्यासुन्दर, पाखण्ड विडम्बन, धनंजय विजय, कर्पूर मंजरी, भारत जननी, मुद्राराक्षस, दुर्लभ बंधु आदि।
भारतेन्दु का व्यक्तित्व एवं कृ तित्व
भारतेन्दु द्वारा अभिनीत नाटक

• जानकी मंगल – लक्ष्मण

• नीलदेवी – पागल

• सत्य हरिश्चंद्र – हरिश्चंद्र

निबंध संग्रह

• नाटक, लेवी प्राण लेवी, भारतवर्षोन्नति कै से हो सकती है?, कश्मीर कु सुम, जातीय संगीत, हिंदी भाषा, स्वर्ग में विचार सभा
आदि।
भारतेन्दु का व्यक्तित्व एवं कृ तित्व
काव्य कृ तियां

• 70 काव्य संग्रह

• भक्तसर्वस्व, प्रेममालिका, प्रेम सरोवर, प्रेम माधुरी, प्रेम-तरंग, उत्तरार्द्ध भक्तमाल, वर्षा-विनोद, विजयिनी विजय वैजयंती,
जातीय संगीत, बकरी विलाप, फू लों का गुच्छा, प्रेम फु लवारी, फू लों का गुच्छा, कृ ष्णचरित, नये ज़माने की मुकरी आदि।

कहानी

• एक अद्भुत अपूर्व स्वप्न


भारतेन्दु का व्यक्तित्व एवं कृ तित्व
यात्रा वृत्तान्त

• सरयूपार की यात्रा, लखनऊ की यात्रा, मेंहदावल की यात्रा आदि।

उपन्यास

• कु छ आपबीती कु छ जग बीती

पत्र – पत्रिकाएँ

• कविवचन सुधा – 1868

• हरिश्चंद्र चंद्रिका – हरिश्चंद्र मैगजीन – 1873


धन्यवाद

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